अपना दुखड़ा सुनाने तहसील पहुंचे किसान तो नायब तहसीलदार क्या बोल बैठे, कलेक्टर, मंत्री तक पहुंची शिकायत

मंत्री ने लिया संज्ञान जल्द हो सकती है नायब तहसीलदार पर कार्रवाई

 (माय सीक्रेट न्यूज़ डॉट कॉम)

भोपाल। भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता को अधिकार दिलाने के लिए डंडा लेकर निकले हो, लेकिन मैदानी अधिकारी इस बात की कोई परवाह नहीं करते हैं। अपना दुखड़ा सुनाने किसान जाएं तो जाएं कहां। लोग समस्या लेकर अधिकारियों के दरवाजे पर जाते हैं लेकिन वहां उन्हें न्याय के बजाय दुत्कार और उनके साथ असभ्य भाषा का प्रयोग करते हैं। ऐसा ही कुछ छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा तहसील में हो रहा है।

नायब तहसीलदार सुनील बाल्मीकि द्वारा किसानों के साथ किया गया। तहसीलदार ने कहा तुम लोगों को कोई काम नहीं है, चलो हटो आज के बाद यहां दिख मत जाना, नहीं तो पिटवाऊंगा और जेल भी डलवा दूंगा। गाली -गलोच जैसे अन्य शब्दों का भी प्रयोग भी किया। असभ्य व्यवहार और उन पर कार्यवाही को लेकर किसान नेता शिशुपाल अहिरवार के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। वहीं किसानों के एक दल ने भोपाल पहुंच कर कृषि मंत्री कमल पटेल को भी ज्ञापन सौंपा। मंत्री ने किसानों से जुड़े मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द कारवाही के निर्देश दिए। मंत्री ने आश्वासन दिया कि दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।

मंत्री ने लिया संज्ञान, दिया आश्वासन 

ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने बताया कि नायब तहसीलदार किसानों नामांतरण से लेकर अन्य कोई भी काम नहीं करते हैं। जिनकी जेब गरम रहती है, उनकी फ़ाइल हाथों हाथ खिसक जाती है और अन्य किसानों की फ़ाइले देखते तक नहीं हैं। कोई ना कोई बहाना बनाकर किसानों की उपेक्षा की जा रही है। किसानों ने कलेक्टर, मंत्री से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द किसानों की समस्याओं का निराकरण किया जाए। साथ ही नायब तहसीलदार का तबादला जिले से बाहर किया जाए। ऐसा नहीं करने पर जिला और भोपाल में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने के मौक़े पर मुख्य रूप से गुमना कुशवाहा, बाबू कुशवाहा, खुमना, मलुआ, गुबंदी  यादव सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।

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