40 लाख रूपये का बिल पास करने एम्स के डिप्टी डायरेक्टर ने फार्मासिस्ट से मांगे 2 लाख

सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

बीते महीने सांसद ने एम्स प्रबंधन पर लगाए थे कई गंभीर आरोप

 (My secret News)

भोपाल। सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बीते महीने एम्स के डायरेक्टर पर भ्रष्टाचार, तानाशाही और मनमानी का आरोप लगाते हुए पूरे एम्स प्रबंधन की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया था। जिसका उदाहरण 25 सितंबर को एम्स में देखने को मिल गया। सीबीआई ने एम्स के डिप्टी डायरेक्टर धीरेंद्र प्रताप सिंह को 1 लाख रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। धीरेंद्र प्रताप सिंह ने 40 लाख रुपए का बिल पास करने के लिए फार्मासिस्ट से 2 लाख रुपए की मांग की थी। इसके बाद एक लाख रुपए में सौदा तय हो गया। 25 सितंबर को टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। 

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि फार्मासिस्ट ने सीबीआई से शिकायत की थी। उसने बताया था कि 40 लाख रुपए का बिल पास करने के लिए डिप्टी डायरेक्टर धीरेन्द्र प्रताप सिंह 5% कमीशन की मांग कर रहे हैं। शिकायत की जांच के बाद सीबीआई ने अपने स्तर पर जांच की, जो सही पाई गई। शनिवार को शाहपुरा थाना क्षेत्र विष्णु रेस्टोरेंट के पास सीबीआई ने धीरेंद्र प्रताप सिंह को ट्रैप कर लिया। 

जानकारी के मुताबिक डिप्टी डायरेक्टर ने फार्मासिस्ट को रिश्वत की रकम लेने के लिए शाहपुरा इलाके के एक रेस्टोरेंट के पास बुलाया था। फार्मासिस्ट ने जैसे ही 1 लाख रुपए दिए, तभी सीबीआई ने डिप्टी डायरेक्टर को दबोचा लिया। इधर, एम्स प्रशासन भी अपने स्तर पर डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुटा है। जांच एजेंसी धीरेंद्र के बैंक अकाउंट की भी जांच करेगी।

कद्दू कटेगा तो सबमें बटेगा”

बता दें, अगर डिप्टी डायरेक्टर अपने मिशन में सफल हो जाते तो इसका प्रसाद एम्स की पहली सीट पर भी चढ़ता। क्योंकि एक कहावत है कि “कद्दू कटेगा तो सबमें बटेगा”।

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