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हैवी ज्वेलरी की जगह ट्राई करें डायमंड नेकलेस

फैशन ट्रेंड के मामले में लड़कियां बहुत आगे होती है। वो नया ट्रेंड जरूर फॉलो करती है। खासतौर पर ब्राइड्स ट्रेंड के हिसाब से ही अपने स्पेशल दिन के लिए तैयार होती है। चाहे आउटफिट हो या ज्वेलरी दुल्हन सबकुछ फैशन ट्रेंड के हिसाब से ही चूज करती है। इस बार ब्राइड्स हैवी ट्रेडिशनल ज्वेलरी की जगह डायमंड ज्वेलरी पहन कर नया ही ट्रेंड शुरू कर रही है। यह नेकलेस काफी लाइट वेट है। अच्छी क्वालिटी होने के साथ-साथ यह किफायती भी है। अगर आप भी पारंपरिक ज्वेलरी से बोर हो गई है तो अपनी वेडिंग वाले दिन ट्राई करें ये डायमंड नेकलेस। यह रानी हार की तरह होते है। इनसे क्लासी और रॉयल लुक प्रदान होती है। किसी भी ब्राइड पर यह चार-चांद ही लगाने वाला है। अगर आपको बिल्कुल बारीक नेकलेस पीेस पहनना पसंद करती है तो यह हार बिल्कुल आपकी पसंद का है। यह किसी भी ब्राइड को एलिगेंट लुक देने में हेल्प करता है। चोकर का ट्रेंड तो पहले से ही हर लड़की पर छाया है। मगर डायमंड्स में चोकर डिजाइन बहुत ही उम्दा कॉम्बिनेशन है। अगर आपको अपना लुक सोबर और स्टाइलिश दोनों रखना है तो यह बेस्ट ऑप्शन है। एक ही धागे में सारे डायमंड्स को पिरोया गया है। सिंपल और खूबसूरत रूबी के साथ यह डायमंड नेकलेस सबकी पसंद है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 92

रोजाना 15 मिनट करें ये योगासन पेट की सभी बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

कपालभाति: जब कपालभाती प्राणायाम की होती है तो इसे जीवन की संजीवनी कहा जाता है। कपालभाती प्राणायाम को सबसे कारगर माना जाता है। कपालभाती प्राणायाम को हठयोग में शामिल किया गया है। योग के आसनों में यह सबसे कारगर प्राणायाम माना जाता है। यह तेजी से की जाने वाली एक रोचक प्रक्रिया है। दिमाग आगे के हिस्सेे को कपाल कहते हैं और भाती का अर्थ ज्योति होता है। कपालभाती प्राणायाम करने के सही तरीके और इससे होने वाले फायदों के बारे में हम आपको बताते हैं। कपालभाती प्राणायाम करने के लिए सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठकर सांसों को बाहर छोड़ने की क्रिया करें। सांसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की तरफ धक्का देना है। ध्यान रखें कि सांस लेना नहीं है क्योंकि उक्त क्रिया में सांस अपने आप ही अंदर चली जाती है। कपालभाती प्राणायाम करते समय मूल आधार चक्र पर ध्यान केंद्रित करना होता है। इससे मूल आधार चक्र जाग्रत होकर कुं‍डलिनी शक्ति जागृत होने में मदद मिलती है। कपालभाती प्राणायाम करते समय ऐसा सोचना है कि हमारे शरीर के सारे नकारात्मनक तत्व शरीर से बाहर जा रहे हैं। इसके नियमित अभ्या स करने से कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी पेट से संबंधित समस्या भी दूर हो जाती है। यहां तक कि पाइल्सा और फिशर की समस्या  भी जड़ से खत्मस हो जाती है।   बालासन: बालासन को कई लोग शिशु आसन भी कहते हैं क्योंकि इस योगासन के अभ्यास में व्यक्ति का आकार छोटे शिशु की तरह हो जाता है। बालासन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। ब्लड प्रेशर के मरीजों को कई बार शारीरिक और मानसिक थकावट का एहसास होता है। बालासन के अभ्यास से इस तरह की थकान से आपको राहत मिलती है। इसके अलावा कई बार हाई ब्लड प्रेशर के कारण लोगों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है और स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। अगर ऐसे में मरीज बालासन का नियमित अभ्यास करता है, तो उसकी ये समस्या भी ठीक हो जाती है। बालासन के अभ्यास से शरीर के सभी विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और शरीर तनावमुक्त हो जाता है। बालासन को करने के लिए सबसे पहले घुटने के बल जमीन पर बैठ जाएं और शरीर का सारा भार एड़ियों पर डाल दें। अब गहरी सांस भरते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रहे कि आपका सीना जांघों से छूना चाहिए। फिर अपने माथे से फर्श को छूने की कोशिश करें। कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहने के बाद वापस सामान्यम अवस्थाछ में आ जाएं। बालासन के नियमित सही तरह से अभ्यास करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, बाजुओं व शरीर से अतिरिक्त चर्बी दूर होती है और होती है और शरीर स्वस्थ बनता है। बालासन के अभ्यास से कब्ज में भी राहत मिलती है और पीठ के दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा इसके अभ्यास से तंत्रिका तंत्र को भी विश्राम मिलता है। भुजंगासन: योग के बहुत फायदे हैं, योग से सकारात्मआकता तो आती है साथ ही यह बीमारियों को दूर कर आपको निरोग रखता है। योग का फायदा तभी मिलता है जब आप इसे सही तरीके से करते हैं। भुजंगासन एक ऐसा आसन है जिसमें कंधा अधिक मुड़ता है इसलिए इसे बैक बेंडिंग वाला आसन भी बोला जाता है। यह सर्वाइकल की समस्याअ दूर कर कमर को लचीला बनाता है। यह हाथों और पेट के लिए भी फायदेमंद है, पाचन शक्ति बढ़ती है। भुजंगासन नियमित रूप से करने से लंबाई भी बढ़ती है। भुजंगासन करने के लिए दोनों हाथों को बगल में रखें, पेट के बल लेटे हों। अपने सिर को ऊपर की तरफ धीरे-धीरे उठायें, घुटने जमीन पर हों, इस स्थिति में कुछ देर रुकें। अब घुटनों को और ऊपर की तरफ उठाइये और सांस लीजिए। फिर सामान्यघ स्थिति में वापिस आयें।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 32

उच्च और मध्यम आय वाले देशों के युवाओं में बढ़ रहे कैंसर के मामलों की मुख्य वजहें मोटापा: शोध

वॉशिंगट  कैंसर आजकल केवल वृद्ध लोगों की समस्या नहीं रह गया है, बल्कि यह तेजी से युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है। हाल ही में 44 देशों के कैंसर रजिस्ट्री डेटा की समीक्षा में यह तथ्य सामने आया है कि आंत और पाचन तंत्र से जुड़े 13 प्रकार के कैंसर के शुरुआती मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर 50 साल से कम उम्र के लोगों में। यह वृद्धि विशेष रूप से उच्च और मध्यम आय वाले देशों में देखी जा रही है, जहां जीवनशैली और खानपान में बदलाव इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं में बढ़ रहे कैंसर के मामलों की मुख्य वजहें मोटापा, निष्क्रियता, डायबिटीज, स्मोकिंग, एल्कोहल का सेवन, प्रदूषण और पश्चिमी देशों में रेड मीट का अत्यधिक सेवन हो सकती हैं। उनका यह भी माना कि कुछ अज्ञात कारक जैसे खाद्य पदार्थों में मिलाए जाने वाले रासायनिक तत्व भी इस समस्या को बढ़ा रहे हैं, जिनका अभी तक सही ढंग से पता नहीं चला है। विशेषज्ञों के अनुसार, कैंसर के अधिकतर मामले पेट और पाचन तंत्र से जुड़े होते हैं। उनका कहना है कि हर साल अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जापान में कोलोरेक्टल कैंसर के मामलों में औसतन दो फीसदी की वृद्धि हो रही है। ब्रिटेन में यह दर तीन फीसदी  है, जबकि कोरिया और इक्वाडोर में यह बढ़ोतरी 5% तक पहुंच गई है। ओगिनो इसे मुद्रास्फीति के जैसे बढ़ते आंकड़ों से तुलना करते हुए बताते हैं कि अगर यह वृद्धि जारी रही तो अगले 10-20 सालों में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। मोटापा अब एक सामान्य समस्या बन चुका है, जो कैंसर के जोखिम को और बढ़ा रहा है। डॉ. एलिजाबेथ प्लैट्ज़, जो जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की महामारी विज्ञानी हैं, मानती हैं कि यह रिव्यू इस बात को उजागर करता है कि युवा पीढ़ी भी अब कैंसर के शिकार हो रही है। वे कहती हैं कि मोटापा अब एक आम समस्या बन चुका है, जो पहले दुर्लभ था, और यह अब युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान समय में, कैंसर एक ऐसी बीमारी बन गई है जो न केवल बुढ़ापे बल्कि युवाओं में भी फैल रही है। युवा वर्ग में इसकी बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ जीवनशैली, नियमित शारीरिक गतिविधि, और संतुलित आहार को प्राथमिकता देना आवश्यक है, ताकि इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सके।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 39

ट्रैफिक चालान से बचाएगा डिजिलॉकर, जाने कैसे

नई दिल्ली ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर चालान कटना आम है। पहले जहां चालान का पता तुरंत चल जाता था, वहीं अब कई बार फोन पर मैसेज आने पर ही पता चलता है कि आपका चालान कट गया है। साथ ही, चालान की राशि भी पहले की तुलना में काफ़ी बढ़ गई है। कई बार हम जरूरी दस्तावेज साथ न होने के कारण चालान से नहीं बच पाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिजिलॉकर मोबाइल ऐप की मदद से आप इस परेशानी से बच सकते हैं? परिवहन मंत्रालय के मुताबिक डिजिलॉकर और एमपरिवहन ऐप पर उपलब्ध दस्तावेज की डिजिटल कॉपी को वैध माना जाएगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस को भी इस बारे में निर्देश जारी कर दिए हैं। मतलब, ट्रैफिक पुलिस अपने मोबाइल फोन से ही QR कोड स्कैन करके ड्राइवर और वाहन से संबंधित सभी ज़रूरी जानकारी हाासिल कर सकती है। साथ ही, ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का रिकॉर्ड भी डिजिटल रूप से रखा जा सकता है। इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए, आप अपने स्मार्टफोन में डिजिलॉकर और एमपरिवहन ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप में रजिस्ट्रेशन करने के लिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा करें। इसके बाद, अपना यूजरनेम और पासवर्ड सेट करके ऐप में लॉग इन करें। अब आपको डिजिलॉकर ऐप में अपना आधार नंबर लिंक करना होगा और OTP के ज़रिये उसे वेरिफ़ाई करना होगा। एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने पर, आप डिजिलॉकर से अपना ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC), और इंश्योरेंस की डिजिटल कॉपी डाउनलोड कर पाएंगे। एमपरिवहन ऐप में भी गाड़ी के मालिक का नाम, गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की तिथि, मॉडल नंबर, इंश्योरेंस की वैधता आदि सभी ज़रूरी जानकारी मौजूद रहती है। इस तरह, डिजिलॉकर और एम परिवहन ऐप का यूज करके आप ट्रैफिक पुलिस को जरूरी दस्तावेज दिखा सकते हैं और चालान से बच सकते हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 45

दिनभर महसूस होती है थकान तो ऐसे करें दूर

ऑफिस में या काम करते वक्त आप बहुत थकान महसूस करते हैं। तो इसके कई कारण हो सकते हैं। आपकी इम्प्रॉपर डाइट या अपका स्लीपिंग शेंड्यूल। लेकिन अब फिक्र न करें बस इन टिप्स को फॉलो करें और थकान की समस्या से छुटकारा पाएं। सुबह जरूरी है सूरज की रोशनी: सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले कमरे की खिड़कियां खोल दें जिससे कमरे में सूरज की सीधी रोशनी पड़े। सनलाइट लेने से सुबह की सिकनेस भी दूर होगी और आप आपका मूड भी फ्रेश होगा। पानी पिएंः डिहाइड्रेशन के कारण भी हरदम थकान महसूस होती है और नींद आती रहती है। ऐसे में जरूरी है कि सुबह के समय आप खुद को हाइड्रेट रखें। सुबह उठकर हल्का गुनगुना पानी पीएं। प्रॉपर हो ब्रेकफास्ट: अगर आप सही तरह से ब्रेकफास्ट खाएं तो भी आप हेल्दी रह सकते हैं। आपको ब्रेकफास्ट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। कार्बोहाइड्रेट युक्त फूड भी खा सकते हैं। कॉफी है रिफ्रेशिंग: सुबह के समय कॉफी पीना बुरा नहीं है लेकिन मिड मॉर्निंग में कॉफी पीना अच्छा आइडिया हो सकता है। कैफीन आपकी नींद भी भगाएगी और आपको तरोताजा भी रखेगी। पॉवरनैप रखेगा फ्रेश: अगर ऑफिस के समय में संभव हो तो तकरीबन 20 मिनट का पॉवरनैप ले सकते हैं। कुछ मिनटों की झपकियों से आप दिनभर तरोताजा रहेंगे।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 43

वाई-फाई से जुड़ी समस्याओं का इन आसान तरीको से करें समाधान

नई दिल्ली हम सभी ने कभी न कभी वाई-फाई से जुड़ी समस्याओं का सामना जरूर किया होगा। अक्सर ऐसा होता है कि हमारा फोन वाई-फाई से कनेक्ट नहीं हो पाता। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि समस्या हमेशा फोन में ही हो, कई बार राउटर में भी खराबी हो सकती है। इसलिए, बिना जांच-पड़ताल के समस्या का सटीक कारण जानना मुश्किल होता है। आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपका Android फोन वाई-फाई से कनेक्ट नहीं हो रहा है, तो आप इस समस्या को कैसे दूर कर सकते हैं। पहला कदम: किसी अन्य डिवाइस से वाई-फाई कनेक्टिविटी चेक करें अगर आपका फ़ोन वाई-फाई से कनेक्ट नहीं हो रहा, तो पहले यह जानना ज़रूरी है कि समस्या आपके फ़ोन में है या राउटर में। इसके लिए, किसी दूसरे वाई-फाई डिवाइस, जैसे कि लैपटॉप या टैबलेट, को उसी वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट करके देखें। यदि दूसरा डिवाइस बिना किसी परेशानी के कनेक्ट हो जाता है, तो समस्या आपके फ़ोन में है। लेकिन अगर दूसरा डिवाइस भी कनेक्ट नहीं हो पाता, तो समस्या आपके राउटर में है। समाधान 1: एयरप्लेन मोड ऑन और ऑफ़ करें कई बार फ़ोन में नेटवर्क सेटिंग्स से जुड़ी मामूली गड़बड़ी के कारण भी वाई-फाई कनेक्ट नहीं हो पाता। ऐसे में, एयरप्लेन मोड को ऑन और ऑफ़ करने से यह समस्या दूर हो सकती है।अपने फ़ोन की स्क्रीन को ऊपर से नीचे की ओर स्लाइड करें और एयरप्लेन मोड के आइकॉन पर टैप करें।कुछ सेकंड रुके और फिर से एयरप्लेन मोड को ऑफ़ कर दें।अब फिर से वाई-फाई से कनेक्ट करने की कोशिश करें। समाधान 2: अपने फ़ोन को रीबूट करें अगर एयरप्लेन मोड से समस्या हल नहीं होती, तो अपने फ़ोन को रीबूट करके देखें। फ़ोन को रीबूट करने से उसकी टेम्पररी सेटिंग्स और फाइल्स रीसेट हो जाती हैं जिससे छोटी-मोटी गड़बड़ियाँ दूर हो जाती हैं। समाधान 3: राउटर को रीस्टार्ट करें जैसे आपके फ़ोन में समस्या हो सकती है, वैसे ही आपका राउटर भी सही से काम नहीं कर रहा होगा। इसलिए, राउटर को भी एक बार रीस्टार्ट करके देखें। ज़्यादातर राउटर्स को रीस्टार्ट करने के लिए उनके पीछे एक पावर बटन दिया होता है। अगर आपको पावर बटन न मिले, तो कुछ सेकंड के लिए राउटर का प्लग निकालकर फिर से लगा दें। समाधान 4: नेटवर्क सेटिंग्स को रीसेट करें कभी-कभी गलत नेटवर्क सेटिंग्स के कारण भी फ़ोन वाई-फाई से कनेक्ट नहीं हो पाता। ऐसे में, आप अपने फ़ोन की नेटवर्क सेटिंग्स को रीसेट कर सकते हैं।     अपने फ़ोन की "Settings" में जाएं।     "System" पर टैप करें और "Reset options" चुनें।"Reset Wi-Fi, mobile & Bluetooth" पर टैप करें।     सेटिंग्स रीसेट होने के बाद, फिर से अपने वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट करने की कोशिश करें। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 33

दिखना है हटके तो अपनाएं ये फैशन स्टाइल

हर कोई डिफरेंट दिखना किसे पसंद नहीं है। इसके लिए आप क्या कुछ नहीं करते। अब अपने वॉर्डरोब की पुरानी चीजों के साथ भी कुछ इंटरेस्टिंग करें। इससे बिना किसी खर्चे के आपको मिलेगा हटके स्टाइल और सभी नजरें आपको देखती ही रह जाएंगी। खुद के लुक को रीडिफाइन करने का परफेक्ट तरीका है फंकी नेकपीस कैरी करना। इनसे ऑर्डिनरी ड्रेस में भी ग्लैम टच लाया जा सकता है। इसे आप खुद भी डिजाइन कर सकती हैं। किसी पुराना नेकपीस को नियॉन शेड के नेल कलर से पेंट करें। इसके बाद आपका नया कूल नेकलेस रेडी है। फैशन के टशन में बेल्ट्स वापस पसंद की जा रही हैं और लिटल ब्लैक ड्रेस के साथ ट्रेंडी लेदर बेल्ट आपका लुक ही बदल देगी। वैसे, आप पुरानी बेल्ट से भी चिक बेल्ट बन सकती है। इसके लिए पुरानी बेल्ट को लाइमस्टोन से अच्छी तरह घिस लें और इस पर अलग-अलग तरीके के पैटर्न बना लें। किसी खास डिजाइन में हॉरिजॉन्टल या वर्टिकल स्ट्राइप्स बना सकती हैं या फिर कुछ हटके डिजाइन भी किया जा सकता है। पार्टीज और वेडिंग्स में तो जाना हो तो ग्लिटर हील्स वाले फैन्सी फुटवियर्स ट्राई करें। इसके लिए आपको चाहिए पुरानी बैली या स्टिलटोज, ग्लू, फाइन गलटर, पुराना पेंट ब्रश और टेप। ग्लिटर को केयरफुल होकर हैंडल करें। शूज में पुराना पेपर भर दें और अगर हील्स पर ग्लिटर नहीं लगा रही हैं, तो इस पर टेप चिपका दें। ब्रश की हेल्प से फुटवियर के छोटे से एरिया पर ग्लू लगाएं और फिर उसी या दूसरे ब्रश से उस पर ग्लिटर फैला दें। थोडे-थोडे एरिया पर ब्लू लगाकर ग्लिटर लगाती चें और फिर पंखे के नीचे 5-6 घंटे के लिए सूखने छोड दें। फिर इसे हेयर स्प्रे की मदद से सेट कर लें। अब आप इन स्पेशल फुटवियर्स के साथ जमकर टशन दिखा सकती हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 108