The three-day training program “introduction to wildlife health and forensics” was concluded by V.U. Vice Chancellor.
जितेन्द्र श्रीवास्तव
जबलपुर। स्कूल का वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के तत्वाधान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 20.5.24 से 22.5.2024 तक आयोजित किया गया जो पर्यावरण वन एवं जल परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था। यह मूलतः introduction to wildlife health and forensic” विषय से संबंधित था। जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों से वेटरनरी साइंस एवं वाइल्डलाइफ साइंस के M.V.Sc. तथा Ph.D के 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को वर्तमान में वाइल्डलाइफ हेल्थ एंड फॉरेंसिक की स्थिति से अवगत कराना था।
इस प्रशिक्षण के तहत फील्ड टूर में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मंडला भ्रमण के लिए ले जाया गया। एवं उनके स्वास्थ्य व्यवहार और आवास की जानकारी दी गई इसके अतिरिक्त संस्थान की विभिन्न प्रयोगशाला में प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का समापन आज दिनांक 22. 5.2024 को नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ. सीता प्रसाद तिवारी के मुख्य अतिथिमें संपन्न हुआ। इस मौके पर नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलसचिव डॉ. एस . के.जोशी, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय जबलपुर के अधिष्ठाता डॉ. आर.के. शर्मा, स्कूल आफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की संचालिका डॉ. शोभा जवारे तथा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजक डॉ. देवेंद्र पोधाडे उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अतिथि एवं वक्ता के रूप में वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट के मध्य प्रदेश राज्य के प्रमुख डॉ.प्रशांत देशमुख उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन मैं डॉ. सोमेश सिंह, डॉ.केपी सिंह, डॉ. काजल यादव डॉ. निधि राजपूत तथा डॉ.अमोल रोकड़े का योगदान रहा। समापन सभा का संचालन डॉ. निधि राजपूत एवं आभार प्रदर्शन डॉ. काजल कुमार जाधव द्वारा किया गया।