भोपाल
मध्यप्रदेश के 89 आदिवासी ब्लॉकों में सिकल सेल के मरीजों को सरकार पेंशन देने की तैयारी में हैं। शासन के आदेश पर अफसरों ने स्थानीय स्तर पर योजना को शुरु करने की तैयारी शुरु कर दी है। आदिवासी ब्लॉकों में विशेष शिविर लगाकर सिकल सेल के डिसीज यानी पॉजिटिव मरीजों का दिव्यांग कार्ड बनाने की तैयारी शुरू की है। शासन ने आदिवासी ब्लॉकों के जिले में पत्र भेजकर स्वास्थ्य विभाग और सामाजिक न्याय विभाग से जानकारी मांगी है।
बनाए जाएंगे दिव्यांग कार्ड
कहा गया है कि दिव्यांग कार्ड धारियों में कितने सिकल सेल के मरीज शामिल हैं। सीएमएचओ डॉ. ओपी जुगतवत ने जिले मेडिकल ऑफिसर्स से लिस्ट लेकर पॉजीटिव मरीजों को फोन लगाकर पूछा रहे हैं कि पेंशन का लाभ मिल रहा है या नहीं। सीएमएचओ ने बताया कि सभी सिकल सेल मरीजों के दिव्यांग कार्ड बनाए जाएंगे।
शासन सामाजिक न्याय विभाग से सभी को पेंशन देगी। दोनों विभागों ने सिकल सेल मरीजों के दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिले में 2.85 लाख संदिग्धों की स्क्रीनिंग की गई। 398 सिकल सेल पॉजिटिव मरीज मिले हैं। सभी का लगातार इलाज चल रहा है।
सभी के दिव्यांग कार्ड बनाए जाएंगे। इसमें से कुछ दिव्यांग के कार्ड जारी किए गए हैं। अब तक स्क्रीनिंग के दौरान 3549 मरीजों में सिकल सेल के आंशिक लक्षण मिले हैं। इन्हें केरियर में दर्ज किया गया है। प्रारंभिक चरण में डिसीज पॉजिटिव मरीजों के दिव्यांग कार्ड बनाए जाएंगे।
डॉ. अनिरुद्ध कौशल, सिविल सर्जन का कहना है कि गाइडलाइन पर सभी चिह्नित सभी सिकल सेल मरीजों का मेडिकल बोर्ड से दिव्यांग कार्ड बनाए जाएंगे। इससे उन्हें पेंशन की पात्रता होगी। दिव्यांग कार्ड बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में विशेष शिविर लगाएंगे।
क्या है सिकल सेल रोग
सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त विकार है जिसमें लाल रक्त कोशिकाएँ अपना सामान्य गोल आकार खोकर अर्धचंद्राकार (सिकल) आकार ले लेती हैं. इससे ऑक्सीजन परिवहन में बाधा आती है और विभिन्न जटिलताएं होती हैं, जिनमें दर्द, एनीमिया और संक्रमण शामिल हैं.
इतने है मरीज
2,85,435 स्क्रीनिंग
2,90,645 निगेटिव
3,547 आंशिक
398 पॉजिटिव

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