शिक्षक कूलर की हवा में बैठे कक्षाएं साफ होने का इंतजार करते, बच्चों के हाथ में था पौंछा …..
ग्वालियर प्रवेश महोत्सव के पहले दिन स्कूल में छात्रों के माथे पर तिलक नहीं बल्कि उनके हाथ में पौंछा था। क्योंकि दो माह से बंद पड़ी कक्षाओं की सफाई की जिम्मेदारी नन्हें हाथों पर थी। जिन्होंने पहले कक्षा में टेबल कुर्सी पर जमा धूल को साफ किया। इसके बाद उन्हें क्लास में प्रवेश मिला। इस बीच शिक्षक कूलर की हवा में बैठे कक्षाएं साफ होने का इंतजार करते नजर आए। यह तो एक स्कूल की तस्वीर है कुछ स्थानों पर तो झुंड में शिक्षक तो मिले पर कक्षाएं खुलीं तक नहीं थीं और ना ही प्रवेश महोत्सव के पहले दिन…