गजब है बिहार! न सड़क, न नदी, 3 करोड़ की लागत से खेत में बना डाला पुल

गजब है बिहार! न सड़क, न नदी, 3 करोड़ की लागत से खेत में बना डाला पुल

Bihar is amazing! No road, no river, bridge built in the field at a cost of Rs 3 crore

अररिया ! बीते कई महीनों से बिहार पुलों की वजह से बदनाम हो रहा है. आए दिन गिरते पुल भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं. पुल को लेकर अब एक नया मामला ऐसा सामने आया है जिसे सुन और देखकर लोग हैरान हो रहे हैं. राज्य के अररिया जिले के एक गांव में अनोखा पुल बना डाला. इसके लिए 3 करोड़ रुपये आवंटित हुए थे. पुल के दोंनो ओर सड़क ही नहीं है. हैरान करने की दूसरी वजह ये है कि अक्सर पुलों का निर्माण नदी, नहर और नालों के लिए किया जाता है, लेकिन जिस जगह यह पुल बनाया गया है वहां इनमे से कुछ भी नहीं है.

सोशल मीडिया पर इस अनोखे पुल की तस्वीरें जमकर शेयर हो रहीं हैं. अररिया के जिलाधिकारी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. पुल को एक खेत के बीच में बनाया गया है. उसके दोनों ओर ग्रामीणों की निजी जमीन है. ये पुल क्यों और किस लिए बनाया गया इसकी जांच की जा रही है. इसके लिए जिलाधिकारी ने जांच टीम बनाई है. मौके पर जाकर जानकारी इकट्ठा की जाएगी. उनका साफ कहना है कि जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

6 महीने पहले हुआ अनोखे पुल का निर्माण
यह अनोखा पुल जिले के रानीगंज ब्लॉक के गांव परमानंदपुर में किया गया है. सोशल मीडिया पर इस अनोखे पुल की तस्वीरें और वीडियो जमकर वायरल हो रही हैं. लोग इसको पोस्ट कर बिहार सरकार पर तीखे सवाल कर रहे हैं. गांव के ग्रामीणों के मुताबिक, 6 महीने पहले इस पुल का निर्माण रुरल वर्क्स डिपार्टमेंट्स (RWD) ने किया था. हैरत की बात यह है कि इस पुल के लिए कोई कनेक्टिविटी नहीं है. दोनों ओर कोई सड़क नहीं बनाई गई है. विभाग द्वारा इस पुल के साथ करीब 3 किलोमीटर लंबी सड़क बननी थी. लेकिन पुल के आसपास सरकारी जमीन नहीं है बल्कि किसानों की निजी जमीन है. ऐसे में यहां पुल तो बन गया लेकिन कोई सड़क नहीं बनी.

दोनों ओर नहीं हैं सड़क
ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल किसी इस्तेमाल का नहीं है. 6 महीने से यह सिर्फ शोपीस बना हुआ है. उन्होंने बताया कि जहां पुल बना है एक मृत प्राय नदी दुलरदेई के लिए बनाया गया है. इस नदी में बरसात के दिनों में ही पानी नजर आता है. वहीं पुल निर्माण करने वाले विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि जमीनी विवाद के कारण आगे का काम रुका हुआ है. उनका कहना है कि यह पुल नहीं बल्कि एक बॉक्स कलवर्ट है जिसका इस्तेमाल जल मार्गों के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया कि इसका निर्माण ग्रामीण सड़क योजाना के अंतर्गत किया गया है. अररिया जिलाधिकारी इनायत खान ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.

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