बाड़मेर.
बाड़मेर के गुड़ामालानी में बुधवार शाम बोरवेल में गिरे चार साल के बच्चे की मौत हो गई। रात करीब 10 बजे बच्चे का शव बाहर निकाल लिया गया। देसी जुगाड़ तकनीक एक्सपर्ट मेड़ा (जालोर) निवासी माधाराम के नेतृत्व में टीम ने पीवीसी पाइप, रस्सी, तार सहित अन्य जुगाड़ से बच्चे का रेस्क्यू करने का प्रयास किया। वहीं, कैमरा डालकर मासूम के मूवमेंट को भी बाहर लगी स्क्रीन पर देखा गया।
बच्चा जहां गिरा था, वो पुराना बोरवेल है और उसमें पानी भरा हुआ है। बच्चा करीब 100 फीट की गहराई में फंसा था। रेस्क्यू टीमें कैमरे की मदद से बच्चे की मूवमेंट पर नजर रखे हुए थी, लेकिन बोरवेल में काफी पानी भरा होने के कारण क्लियर इमेज नहीं मिल रही थी।
खेलते-खेलते बोरवेल में गिरा बच्चा जानकारी के अनुसार, अर्जुन की ढाणी निवासी डालूराम के खेत में 3 दिन से नए बोरवेल का काम चल रहा था। पुराने बोरवेल में खारा पानी होने के कारण नया बोरवेल किया गया था। पुराने बोरवेल से दूसरे बोरवेल में मोटर शिफ्टिंग की जा रही थी। डालूराम का पोता नरेश (4) पुत्र पप्पू राम घर के पास खेत में खेल रहा था। इस दौरान मासूम खेलते-खेलते करीब 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। बच्चा करीब 100 फीट की गहराई पर फंसा था।
बच्चे के बोरवेल में गिरने की जानकारी मिलने पर प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और बच्चे को बोरवेल से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जिला मुख्यालय से सिविल डिफेंस के साथ ही अन्य रेस्क्यू टीमों को भी मौके पर बुलाया गया। सफलता नहीं मिलने पर रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया। इसके बाद देसी जुगाड़ तकनीक के एक्सपर्ट मेड़ा (जालोर) निवासी माधाराम को मौके पर बुलाया गया। उनके आने के बाद करीब 7 बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद उन्होंने बच्चे को बाहर निकाला गया, लेकिन उसकी मौत हो गई थी।
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