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अब 5 स्‍टार रेटिंग के साथ आएंगे स्मार्टफोन और टैबलेट

नई दिल्ली एसी और रेफ्रि‍जरेटर समेत तमाम होम अप्‍लायंसेज में आपने रेटिंग देखी होगी। 3 स्‍टार या 5 स्‍टार रेटिंग सबसे कॉमन होती है। कुछ ऐसा ही कदम स्‍मार्टफोन्‍स और टैबलेट को लेकर भी उठाया जाने वाला है। एक रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफोन और टैबलेट बनाने वाली कंपनियों को अपने प्रोडक्‍ट्स को रेटिंग देनी होगी। इसका मकसद ग्राहकों को यह बताना है कि प्रोडक्‍ट को रिपेयर करना कितना आसान होगा। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार की एक कमिटी ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दी है। इसमें ऐसा ढांचा बनाने की बात कही गई है, जिससे कंस्‍यूमर्स को सही जानकारी मिल पाए और वो किसी प्रोडक्‍ट को खरीदने से पहले फैसला ले सकें। नया प्रोडक्‍ट खरीदने को मजबूर करती हैं कंपनियां उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में सचिव निधि खरे ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि कंपन‍ियां हमेशा चलने वाली डिवाइस नहीं बना रहीं। वो ग्राहकों को नया प्रोडक्‍ट खरीदने को मजबूर कर रही हैं। कंपनियां जानबूझकर ऐसे प्रोडक्‍ट बना रही हैं, जो जल्‍दी खराब हो जाएं और कम टाइम तक चलें। उन्‍होंने कहा कि रिपेयरबिल‍िटी इंडेक्‍स को इसीलिए लाने की योजना है। इसका मकसद है कि कंपनियों को उनकी जिम्‍मेदारी का एहसास हो। वह एक सिस्‍टम बनाएं। अपने प्रोडक्‍ट को रेट करें, जिससे कस्‍टमर उसे खरीदते वक्‍त सही फैसला कर पाए। लैपटॉप, डेस्‍कटॉप को भी दायरे में लाने की तैयारी नेशनल कंस्‍यूमर हेल्‍पलाइन पर इस मामले को लेकर 20 हजार शिकायतें मिली हैं। जांच के बाद यह कदम उठाया गया है। शुरुआत में नियमों के दायरे में स्‍मार्टफोन और टैबलेट आएंगे। बाद में इसमें लैपटॉप, डेस्‍कटॉप और अन्‍य प्रोडक्‍ट्स को भी शामिल किया जाएगा। समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिस पर मिनिस्‍ट्री को आगे काम करना है। जल्‍द कुछ गाइडलाइंस जारी हो सकती हैं। प्रोडक्‍ट और वेबसाइट पर दिखानी होगी रेटिंग रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने 5 पॉइंट रेटिंग स्‍केल का सुझाव दिया है। उसे प्रोडक्‍ट पैकेजिंग और वेबसाइट पर दिखाना की सलाह दी गई है। फोन और टैबलेट बनाने वाली कंपनियों को रेटिंग दिखानी होगी। रेटिंग इस बात पर निर्भर करेगी कि डिस्‍प्‍ले, बैटरी, कैमरा, चार्जिंग पोर्ट और स्‍पीकर को रिपयेर करना कितना आसान है। प्रोडक्‍ट ओपन करना कितना ईजी और उसमें किस तरह के स्‍क्रू व टूल्‍स यूज हुए हैं। स्‍पेयर पार्ट्स कितनी आसानी से मिल जाते हैं और सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर क्‍या पॉलिसी है। अगर कोई सर्विस अच्‍छी है तो उसे 5 रेटिंग दी जाएगी, जो ठीकठाक है, उसे तीन रेटिंग मिलेगी। शुरुआत में फीचर फोन्‍स को इस नियम से बाहर रखा जाएगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

गुर्दे की पथरी से निजात पाने के लिए अपनाये ये घरेलू उपाय

आजकल हर एक व्यक्ति गुर्दे की पथरी से परेशान है। हमारे पित्ताशय में दो तरह की पथरी बनती है। एक कोलेस्ट्रोल निर्मित पथरी और दूसरी पिग्मेन्ट से बनने वाली पथरी। पित्त लिवर में बनता है और इसका भंडारण गॉल ब्लेडर में होता है। यह हमारे खाने को पचाने में मदद करता है। गुर्दे की पथरी ज्यादातक तीस से साठ वर्ष की उम्र के लोगों में पाई जाती है। इसका दर्द बहुत ही भयकर होता है। ऐसे में हमें पेशाब करने में ज्यादा दिक्कत भी आती है। आज हम आपको गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय बचाएगें। तो आइए जानते हैं पथरी को दूर करने के घरेलू उपाय… -पित्त की पथरी में दर्द को दूर करने के लिए आप हर रोज दिन में दो बार गाजर और ककडी का रस 100उस मिला कर पीएं। -अगर किसी को पित्त की पथरी की दिक्कत है तो, वह शराब, सिगरेट, चाय, कॉफी तथा शकर का सेवन न करें। ऐसे में वह हर रोज खाली पेट 50एमएल नींबू का रस पीएं। -खूब सारी नाशपाती खाएं क्योंकि इसमें रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो इस रोग को दूर करते हैं। -दिन में हर रोज विटामिन सी की 3-4 गोली खाएं। इसे खाने से शरीर का प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनता है। -हरी सब्जियां व फलो का ज्यादा सेवन करें क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रोल कम मात्रा में होता है। ऐसे में आप तली और मसालेदार चीजों से दूर रहें। -खट्टे फलों में विटामिन सी होता है। इसलिए गॉलब्लैडर की पथरी दूर करने केलिए जितना हो सके इनका सेवन करें। -हल्दी का सेवन करने से भी पथरी की दिक्कच को दूर किया जा सकता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

स्माकर्टफोन की मदद से खोजिए छिपे हुए कैमरों को

  आप कहीं ट्रायल रूम, होटल, रिजॉर्ट, लिफ्ट या फिर किसी कैब में हैं, अगर वहां कोई स्पाई कैमरा छिपा हो तो क्या करेंगें? यह ख्याल ही खुद में कितना डरा देने वाला है कि आपकी हर हरकत या एक्टिविटी पर किसी की नजर है और आप कहीं भी सुरक्षित नहीं, लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं, क्योंकि आपका स्मार्टफोन ही आपको बचा सकता हैं। आप अपने स्मार्टफोन की मदद से कहीं भी छिपे कैमरा को डिटेक्ट करके खुद को सुरक्षित बना सकते हैं, बस इसके लिए आपकी एंड्रॉयड डिवाइस में यह 3 कैमरा डिटेक्टर एप्स होने चाहिए… हिडन कैमरा डिटेक्टर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए हिडन कैमरा डिटेक्टर एक बेहतर एप है। यह एप इस्तेमाल में एकदम आसान है क्योंकि यह रेडिएशन डिटेक्शन का प्रयोग करता है, यह एल्गोरिदम अन्य इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज के रेडिएशन के शोर को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है जैसे-सेलफोन टॉवर या नॉन कैमरा हार्डवेयर। जब इसका इस्तेमाल होता है तो डिटेक्टर सॉफ्टवेयर कहीं भी कैमरा छिपा होने पर रेड ग्लो को दिखाएगा। वैसे अन्य प्रकार के हार्डवेयर के नजदीक भी यह चमकेगा या ग्लो करेगा। इसलिए जब आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर 100 से नंबर दिखने लगे तो समझ ले कि छिपे कैमरा को डिटेक्ट कर लिया गया है यानि आपको स्क्रीन के मध्य पर नजर रखनी होगी। गूगल प्ले स्टोर पर यह फ्री में उपलब्ध है। ग्लिंट फाइंडर ग्लिंट फाइंडर कैमरा फ्लैश की रेट्रो-रिफ्लेक्शन को इस्तेमाल करता है और यूजर इसकी हेल्प से कैमरा व्यू के शाइनी ऑब्जेक्ट्स को बेहतर तरीके से पहचान लेता है। छिपे कैमरा लेंस को पहचानने में यह बहुत बढ़िया काम करता है।यह बिल्कुल प्रोफेशनल द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले टूल की तरह काम करता है और छिपे कैमरा के चमकदार लेंस को पहचान लेता है। गूगल प्ले स्टोर पर यह फ्री में उपलब्ध है। वायरलेस कैमरा डिटेक्टर वायरलेस कैमरा डिटेक्टर एक छोटी सी बैटरी से चलने वाली डिवाइस है, जो छिपे हुए वायरलेस कैमराज की फ्रीक्वेंस को सिग्नल्स के द्वारा डिटेक्ट कर सकता है। अगर आप वायरलेस कैमरा डिटेक्टर के बारे में जानना चाहते हैं तो यह एक उपयोगी एप है, जो आपके वायरलेस कैमरा डिटेक्टर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देगा। एंड्रॉयड के लिए यह एक बेहतर कैमरा डिटेक्टर एप्लीकेशन है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

कारपेट खरीदने जाते समय ध्यान में रखें ये बातें…

साफ-सुथरा घर हर किसी को पसंद होता है। घर को साफ-सुथरा रखने के लिए हम बाजार से बहुत सी चीजें लाते हैं, ताकि हमारा घर देखने के लिए बहुत सुदंर लगे। आज हम आपको घर के सजाने के लिए कारपेट का चुनाव करने के बारे में बताएंगे। बाजार में कारपेट बहुत से रंगों और डिजाइनों में देखने के मिलते हैं। हमें टाइल और वुड फ्लोरिंग की तरह कारपेट को खरीदते समय भी बहुत सावधानी रखनी पड़ती है क्योंकि इन का रंग छूटता है जिसके कारण यह खराब हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं कार्पेट खरीदने के टिप्स। -कारपेट खरीदते समय रबर या फोम की भराव सामग्री लें, ताकि फर्श पर बिछाने पर जल्दी न उधड़े। -हमेशा स्टाइल के अनुसार ही कारपेट को चुनें। मखमल की कार्पेट्स कभी न खरीदें क्योंकि इन पर पैरों के निशान, वैक्यूम के निशान आदि रह जाते हैं। हम सभी इनका इस्तेमाल घर में ऐसी जगह पर बिछा कर करते है यहां पर लोग कम आते-जाते हैं, जैसे कि फॉर्मल लिविंग रूम, मास्टर बेडरूम में ज्यादा करते है। -बजट में रह कर ही कारपेट खरीदें और महंगे कारपेट पर अपने पैसे खराब न करें।आप अलग-अलग डीलर्स के पास जाकर इसकी यही कीमत का पता लगा सकते हैं। -कारपेट प्रोवाइडर का चुनाव करते समय पहले ध्यान में रखें कि इसकी वैराइटी अच्छी हो और यह आपके बजट में है या नहीं। आप इसे किसी शोरूम, फ्लोरिंग कंपनी, बड़े डिपार्टमेन्टल स्टोर, या फिर ऑनलाइन भी ले सकते हैं। -अगर आपके घर में बच्चे या डौगी है तो ऐसा कारपेट ही चुनें जिसकी देखभाल करनी आसान हो और मैंटेनेंस पर खर्च भी कम आता हो। -कारपेट खरीदते समय उसकी लंबी वारंटी न देखें। कारपेट वही खरीदें जिसे अच्छे मटेरियल से बनाया जगा हो। अगर कारपेट अच्छी क्वालिटी का बना हो तो उसकी वारंटी भी ज्यादा होती है। -हमेशा ऊन या जैविक सामग्री जैसे प्राकृतिक उत्पादों से बने कार्पेट्स ही खरीदें। जो वाष्पशील पदार्थों से बने होते है उन्हें कभी न खरीदें क्योंकि इन में इन्स्टालेशन के बाद बदबू आती रहती है।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ का ऐपल पर भारी असर, 76 अरब का पड़ेगा बोझ

वॉशिंगटन अमेरिकी सरकार, वहां के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने जिस जोश में दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया, वो अब उसी पर भारी पड़ रहा है। ऐपल के सीईओ टिम कुक ने अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ और ऐपल पर इसके असर को लेकर बात की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्‍होंने बताया है कि टैरिफ के कारण कंपनी की कॉस्‍ट में 900 मिलियन डॉलर यानी करीब 76 अरब रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। इस बोझ से बचने के लिए कंपनी भारत में अपने प्रोडक्‍शन को बढ़ा रही है। टिम कुक ने उम्‍मीद जताई है कि आने वाले वक्‍त में सभी आईफोन, भारत में बनाए जाएंगे। ऐपल अपने बाकी प्रोडक्‍ट्स जैसे-आईपैड, मैक, ऐपल वॉच और एयरपॉड्स को वियतनाम में बनाएगी। मुख्‍यतौर पर वह चीन में अपने प्रोडक्‍शन को कम कर रही है, क्‍योंकि अमेरिका ने चाइना पर 145 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। तो क्‍या आईफोन महंगे हो जाएंगे जब भी किसी कंपनी पर बोझ बढ़ता है तो वह अपने प्रोडक्‍ट्स की कीमतों में इजाफा करती है। बिजनेस मॉडल भी यही कहता है। लेकिन ऐपल अभी आईफोन्‍स की कीमतों को बढ़ाने के बारे में नहीं सोच रही। दरअसल, उसने बड़ी संख्‍या में ऐपल प्रोडक्‍ट्स जैसे-आईफोन का स्‍टॉक अमेरिका में जमा कर लिया है। टैरिफ लागू होने से पहले ही ऐपल ने हवाई जहाजों में आईफोन भरकर अमेरिका पहुंचा दिए। इससे फौरी तौर पर उसे कीमतें कंट्रोल करने में मदद मिली है। तो कारोबार पर क्‍या असर होगा टिम कुक ने ऐपल के कारोबार पर भी बात की। रिपोर्ट के अनुसार, उन्‍होंने कहा कि टैरिफ इसी तरह रहे और पॉलिसीज में कोई बदलाव ना हुआ तो कॉस्‍ट में 900 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है। उन्‍होंने यह भी कहा कि कंपनी को जून में खत्‍म होने वाली त‍िमाही में फायदा होने की उम्‍मीद है। इसकी वजह है कि जून में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्‍स मेड इन इंडिया होंगे, जो चीन टैरिफ के असर से बचे रहेंगे। चिंता इस बात की है कि ऐपल अभी कई एक्‍सेसरीज चीन में बनवाता है। ऐपल केयर और कुछ एक्‍सेसरीज पर चीन में कुल टैरिफ 145 फीसदी तक पहुंच जाएगा। हालांकि टिम कुक ने इस बारे में कुछ नहीं बताया कि जून के बाद क्‍या होगा। मौजूदा वक्‍त में अमेरिका ने ज्‍यादातर देशों पर 20 फीसदी टैरिफ लगाया है, लेकिन चीन पर 145 फीसदी टैरिफ लागू किया है। बाकी देशों को राहत के आसार भी हैं, लेकिन चीन को राहत देने के मूड में डोनाल्‍ड ट्रंप कतई नहीं हैं। इसीलिए ऐपल समेत तमाम कंपनियों को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ा है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

पिछले तीन सालों में यूट्यूब ने भारतीय क्रिएटर्स को दिए 21 हजार करोड़ रुपये : सीईओ मोहन

मुंबई जब कोई ये कहता है कि अरे तुझे पता है वो यूट्यूब चैनल से बढ़‍िया कमाई कर रहा है। ज्‍यादातर बार बात सच लगती है, तो कई बार झूठ भी। अब यूट्यूब ने खुद बताया है कि उसने भारतीयों के जेबें भरने में कितना बड़ा रोल प्‍ले किया है। यूट्यूब के सीईओ नील मोहन ने कहा है कि बीते तीन साल में यूट्यूब ने भारत के क्र‍िएटर्स यानी यूट्यूबर्स, एक्‍टर्स और मीडिया कंपनियों को 21 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। यह आगे और बढ़ सकता है, क्‍योंकि यूट्यूब इन तमाम क्र‍िएटर्स को बढ़ावा देने के लिए 850 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। यह सारी बातें मुंबई में चल रहे मेगा इवेंट वेव्‍स में सामने आईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस इवेंट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। ‘लोगों को मिलेंगे कारोबार के नए रास्‍ते’ यूट्यूब सीईओ ने कहा कि उनके न‍िवेश से भारत के कंटेट क्र‍िएटर्स, मीडिया कंपनियों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। कर‍ियर और कारोबार के नए रास्‍ते खुलेंगे। खास यह है कि पिछले साल भारत में बने कंटेंट को दूसरे देशों में 45 अरब घंटे तक देखा गया, जो दर्शाता है कि भारतीय यूट्यूबर्स इंटरनेट पर छाए हुए हैं। नील मोहन तो भारत को क्र‍िएटर नेशन बताया। दिलचस्‍प हैं यूट्यूब के आंकड़े यूट्यूब सीईओ ने बताया कि पिछले साल भारत के 10 करोड़ से ज्‍यादा यूट्यूब चैनलों ने कंटेंट अपलोड किया। उनमें से 15 हजार से ज्‍यादा चैनल ऐसे है, जिनके पास 10 लाख से अधिक सब्‍सक्र‍ाइबर्स हैं। हाल के समय में 10 लाख से ज्‍यादा सब्‍सक्र‍ाइबर्स वाले यूट्यूब चैनल तेजी से बढ़े हैं। नील मोहन ने यह भी कहा कि पीएम मोदी भारत की संस्‍कृत‍ि, इतिहास को दुनियाभर में पहुंचा रहे हैं। याद रहे कि पीएम के यूट्यूब चैनल पर ढाई करोड़ से ज्‍यादा सब्‍सक्राइबर्स हैं। 20 साल का हुआ यूट्यूब, नए फीचर्स का ऐलान हाल में यूट्यूब 20 साल का हो गया। कंपनी ने कई नए फीचर्स को लाने की बात कही है। आने वाले दिनों में एक ऐसे फीचर को लाया जा सकता है, जिसके बाद कमेंट में बोलकर अपनी बात कही जा सकेगी। इसके साथ ही आस्‍क म्‍यूजिक फीचर को लाया जा रहा है। इसके तहत यूट्यूब प्रीमियम और म्‍यूजिक यूजर्स अपने मूड के बारे में बता सकेंगे, उस बेस पर उन्‍हें म्‍यूजिक सुनाई देगा। शुरुआत में यह सपोर्ट अंग्रेजी में होगा। टीवी में यूट्यूब देखने वाले यूजर्स को जल्‍द मल्‍टीव्‍यू की सुविधा मिलेगी। वह अपनी टीवी स्‍क्रीन पर अलग-अलग कंटेंट एकसाथ देख पाएंगे। कई और फीचर भी आने वाले हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 3

टिम कुक ने किया खुलासा, अमेरिका में बिकने वाले आईफोन होंगे मेड इन इंडिया

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस मेक इन इंडिया इन‍िशिएटिव की बात बरसों से करते आए हैं, उसके परिणाम अब सामने हैं। ये मोदी का मास्‍टरस्‍ट्रोक ही है कि ऐपल अपने सबसे पॉपुलर प्रोडक्‍ट आईफोन की मैन्‍युफैक्‍चरिंग लगातार इंडिया में शिफ्ट कर रहा है। अब ऐपल के सीईओ टिम कुक के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है। एक इंटरव्‍यू में टिम कुक ने कहा है कि मार्च की तिमाही यानी जनवरी से मार्च के बीच अमेरिका में बिकने वाले आधे से ज्‍यादा आईफोन भारत से आए थे। यही नहीं, कंपनी जून में खत्‍म होने वाली तिमाही यानी अप्रैल, मई और जून में अमेरिका में बिकने वाले ज्‍यादातर आईफोन्‍स को भारत से मंगवाएगी। आईफोन भारत से, बाकी प्रोडक्‍ट्स वियतनाम, चीन का नाम नहीं कंपनी अपनी सप्‍लाई चेन में लगातार बदलाव कर रही है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल के अमेरिका में बिकने वाले आईफोन अब मेड इन इंडिया होंगे, जबकि आईपैड, ऐपल वॉच, मैक और एयरपॉड्स वियतनाम से आएंगे। चीन का तो नाम ही नहीं है। गौरतलब है कि कंपनी चीन से अपनी मैन्‍युफैक्‍चरिंग को कम कर रही है। अमेरिकी टैक्‍स से पिछड़ा चीन, भारत को मौका अमेरिका ने चीन पर जो टैक्‍स लगाए हैं, उससे ऐपल को चीन में बनने वाले प्रोडक्‍ट्स महंगे पड़ रहे हैं। कंपनी के अधिकारियों ने बीते हफ्ते हुए एक मीटिंग में यह जानकारी दी, जो अब सामने आई है। वहीं, ऐपल सीईओ टिम कुक ने उम्‍मीद जताई है कि अमेरिका में बिकने वाले ज्‍यादातर आईफोन्‍स अब भारत में बनेंगे। चीन में बनने वाले प्रोडक्‍ट्स को अमेरिका के बजाए अन्‍य देशों में भेजा जाएगा। नए टैरिफ से ऐपल का बढ़ सकता है खर्च अमेरिका ने चीन पर जो टैक्‍स लगाया है, उसका असर ऐपल पर होगा। कंपनी का कहना है कि मार्च में टैक्‍स का ज्‍यादा असर नहीं हुआ, लेकिन जून की तिमाही में उस पर 900 मिलियन डॉलर का खर्च बढ़ सकता है। दिलचस्‍प आंकड़ा यह भी है कि कंपनी की कमाई इस साल की पहली त‍िमाही में बढ़ी है। इसकी वजह उसके सभी प्रोडक्‍ट्स की अच्‍छी सेल बताई जा रही है। हाल ही में आई काउंटरपॉइंट इंडिया की रिपोर्ट भी कहती है कि प्रीमियम स्‍मार्टफोन कैटिगरी में ऐपल का दबदबा बढ़ रहा है। भारत में भी लोग ऐपल आईफोन्‍स को खूब खरीद रहे हैं। भारत से हवाई जहाज में भरकर भेजे आईफोन पिछले महीने यह खबर आई थी कि ऐपल ने अमेरिका का नया टैरिफ लागू होने से पहले ही कई हवाई जहाजों में आईफोन भरकर उन्‍हें अमेरिका पहुंचा दिया था। अब S&P ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के अनुसार, कंपनी ने मार्च में भारत से अमेरिका को 98 फीसदी एक्सपोर्ट किया। कुल 31 लाख यूनिट अमेरिका पहुंचाईं गईं। टैक्‍स की बात करें तो अमेरिका भारत से आने वाले सामान पर 26 फीसदी, जबकि चीन से आने वाले सामान पर 145 फीसदी टैक्‍स लगाता है। कंपनी भारत में नए रिटेल स्‍टोर्स भी खोलने जा रही है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5