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331 खतरनाक ऐप्स Google ने Play Store से हटाए

नई दिल्ली Google Play Store ने हाल ही में 331 खतरनाक ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है, जो यूजर्स की निजी जानकारी चुराने और फर्जी विज्ञापन दिखाने में शामिल थीं. ये ऐप्स अब तक 60 मिलियन (6 करोड़) से अधिक बार डाउनलोड किए जा चुके थे. IAS Threat Lab और Bitdefender की रिपोर्ट साइबर सुरक्षा फर्म IAS Threat Lab ने 2024 की शुरुआत में “Vapor” ऑपरेशन का खुलासा किया था, जिसमें 180 ऐप्स के ज़रिए 200 मिलियन से अधिक फर्जी विज्ञापन अनुरोध भेजे गए थे. बाद में, Bitdefender ने इन ऐप्स की संख्या बढ़ाकर 331 बताई और चेतावनी दी कि ये ऐप्स यूजर्स को फिशिंग अटैक (phishing attack) के ज़रिए संवेदनशील जानकारी, जैसे कि लॉगिन क्रेडेंशियल्स और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स साझा करने के लिए मजबूर कर रहे थे. कैसे काम कर रहे थे ये खतरनाक ऐप्स? इन मैलिशियस ऐप्स में कई ख़तरनाक फीचर्स थे:     सेटिंग्स में खुद को छिपाना: कुछ ऐप्स खुद को Google Voice जैसी विश्वसनीय ऐप्स के रूप में दिखाने के लिए अपना नाम और आइकन बदल लेते थे.     बैकग्राउंड में चोरी-छुपे काम करना: बिना यूजर की अनुमति के ये ऐप्स बैकग्राउंड में अपने आप शुरू हो जाते थे और हाल ही में खुले ऐप्स की लिस्ट से गायब हो जाते थे.     फुल-स्क्रीन विज्ञापन और फेक लॉगिन पेज: कुछ ऐप्स फुल-स्क्रीन एड्स दिखाते थे और Facebook, YouTube जैसी लोकप्रिय साइट्स के नकली लॉगिन पेज बनाकर यूजर्स से पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स मांगते थे. Google ने हटाए सभी संदिग्ध ऐप्स Google ने इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए सभी 331 खतरनाक ऐप्स को Play Store से हटा दिया है. Bleeping Computer से बात करते हुए Google के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि “इस रिपोर्ट में पहचाने गए सभी ऐप्स को हटा दिया गया है.” किन ऐप्स से था खतरा? Bitdefender की रिपोर्ट के अनुसार, ये खतरनाक ऐप्स सामान्य उपयोगी ऐप्स के रूप में Play Store पर लिस्टेड थे, जैसे:      AquaTracker      ClickSave Downloader      Scan Hawk      Water Time Tracker      Be More      TranslateScan इनमें से हर ऐप के 10 लाख से अधिक डाउनलोड थे. कैसे बचें ऐसे खतरनाक ऐप्स से?     किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले डेवलपर की विश्वसनीयता जांचें.     ऐप इंस्टॉल करने के बाद अनावश्यक अनुमतियां (Permissions) देने से बचें.     अगर कोई ऐप संदिग्ध व्यवहार करता है, तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल करें.      Play Store के रिव्यू और यूजर कमेंट्स को ध्यान से पढ़ें.  अपने फोन में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें.     Google Play Store पर सुरक्षा को लेकर बार-बार सवाल उठते रहे हैं, और इस घटना से साफ है कि साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर यूजर्स को ठगने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए सतर्क रहना और जागरूक रहना ही सबसे बड़ा बचाव है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

बच्चे के लिए गेमचेंजर साबित होगा AI ‘अप्पू’

नई दिल्ली भारत में प्रारंभिक शिक्षा बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. इसी दिशा में दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी संगठन रॉकेट लर्निंग ने हाल ही में ‘अप्पू’ नामक एक AI-आधारित लर्निंग टूल लॉन्च किया है, जिसे Google के सहयोग से विकसित किया गया है. यह तीन से छह साल तक के बच्चों को व्यक्तिगत और संवादात्मक तरीके से सीखने में मदद करता है. खासतौर पर कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए इसे गेमचेंजर माना जा रहा है. रॉकेट लर्निंग के को-फाउंडर विशाल सुनील और अज़ीज़ गुप्ता के अनुसार, पारंपरिक एडटेक प्लेटफॉर्म अक्सर एक जैसी सामग्री दोहराते हैं, जिससे बच्चों की बौद्धिक जिज्ञासा प्रभावित होती है. अप्पू इसे बदलता है, क्योंकि यह बच्चों को संवाद के जरिए सीखने में मदद करता है. अगर कोई बच्चा किसी विषय को समझने में संघर्ष करता है, तो यह उसे नए उदाहरणों और तरीकों से सिखाने की कोशिश करता है. आवाज के ज़रिए सीखने पर जोर भारत में वॉयस नोट्स का उपयोग दुनिया में सबसे अधिक होता है. इसे ध्यान में रखते हुए अप्पू को आवाज़-आधारित लर्निंग टूल के रूप में डिजाइन किया गया है. फिलहाल यह हिंदी में उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही मराठी, पंजाबी समेत 20 भाषाओं में लॉन्च किया जाएगा. AI का मानवीय पक्ष अप्पू को केवल ज्ञान देने वाली मशीन नहीं, बल्कि एक संरचित और संवादात्मक अनुभव देने वाला ट्यूटर बनाया गया है. रॉकेट लर्निंग ने इसे विकसित करने से पहले बेहतर शिक्षकों और देखभालकर्ताओं के तरीकों का अध्ययन किया, ताकि यह बच्चों के लिए संस्कृति-संगत और व्यावहारिक बन सके. गूगल का सपोर्ट गूगल के ग्लोबल प्रोग्राम डायरेक्टर एनी लेविन के अनुसार, गूगल ऐसी संस्थाओं को समर्थन देता है, जो बड़े सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए AI का उपयोग कर रही हैं. उन्होंने बताया कि गूगल ने अब तक $200 मिलियन से अधिक की राशि AI-आधारित सामाजिक परियोजनाओं को दी है. चुनौतियां और आगे की राह हालांकि, AI पर अत्यधिक निर्भरता से बच्चों की सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ सकता है. इसीलिए अप्पू को बच्चों के जिज्ञासु दिमाग को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है. एक बड़ी चुनौती डिजिटल साक्षरता की कमी भी है. इसे देखते हुए अप्पू को व्हाट्सएप के जरिए उपलब्ध कराया गया है, ताकि माता-पिता इसे आसानी से उपयोग कर सकें. साथ ही, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इसमें सक्रिय रूप से जोड़ा गया है. 50 मिलियन बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य रॉकेट लर्निंग का लक्ष्य 2030 तक 50 मिलियन परिवारों तक अप्पू को पहुंचाना है. संगठन का मानना है कि अगर AI-आधारित शिक्षा का फायदा केवल विशेष वर्ग तक सीमित रहा, तो समाज में AI डिवाइड बढ़ सकता है. इसे रोकने के लिए वे इसे एक सार्वजनिक डिजिटल संसाधन के रूप में विकसित कर रहे हैं. सरकार के सहयोग से आंगनवाड़ी केंद्रों को शुरुआती शिक्षा के मजबूत केंद्र में बदलने की योजना है. AI की मदद से भारत में प्रारंभिक शिक्षा को समावेशी और प्रभावी बनाने की यह एक बड़ी पहल है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

निमोनिया भी एक गंभीर बीमारी बन कर सामने आ रही, लक्षणों को न करें नजरअंदाज, जा सकती है जान

नई दिल्ली आजकल के बदलते मौसम और खराब जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इन समस्याओं में निमोनिया भी एक गंभीर बीमारी बन कर सामने आ रही है। यह बीमारी फेफड़ों में संक्रमण के कारण होती है और अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह जीवन के लिए खतरे की वजह बन सकती है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों में यह बीमारी ज्यादा देखी जा रही है। हालांकि, निमोनिया किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। अगर आप भी अपने शरीर में निमोनिया के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो उसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए घातक हो सकता है, यहां तक की जान भी जा सकती है। तो चलिए जानते हैं निमोनिया के लक्षण और इलाज के बारे में। निमोनिया क्या है? निमोनिया एक फेफड़ों में होने वाला संक्रमण है, जिसे बैक्टीरिया, वायरस या फंगस की वजह से हो सकता है। यह संक्रमण हवा के जरिए फैल सकता है। जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो संक्रमित हवा के कण दूसरे व्यक्ति के शरीर में घुस सकते हैं। इसके अलावा निमोनिया से फेफड़े में सूजन आ जाती है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बीमारी गंभीर हो सकती है और समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह मौत का कारण बन सकती है। निमोनिया के प्रमुख लक्षण निमोनिया के लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, जिनमें खांसी, बुखार, थकावट और शरीर में दर्द शामिल हैं। अगर आप भी इनमें से किसी भी लक्षण को महसूस कर रहे हैं तो बिना समय गंवाए डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है। खांसी और बुखार निमोनिया के सबसे आम लक्षण खांसी और बुखार होते हैं। अगर आपको लगातार खांसी आ रही है और बुखार भी बना हुआ है, तो यह निमोनिया का संकेत हो सकता है। सांस लेने में तकलीफ अगर आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है, या फिर सीने में दर्द हो रहा है तो यह भी निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं। सिर में दर्द और मांसपेशियों में दर्द निमोनिया के साथ सिर में दर्द और मांसपेशियों में भी दर्द हो सकता है। यह लक्षण आमतौर पर फ्लू या सामान्य बुखार के दौरान होते हैं, लेकिन यदि ये लक्षण ज्यादा बढ़ जाएं तो इसे नजरअंदाज न करें। थकान और एनर्जी की कमी अगर आपको दिन भर बहुत ज्यादा थकान महसूस हो रही है और आपका शरीर पूरी तरह से कमजोर महसूस कर रहा है, तो यह निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं। मतली और उल्टी निमोनिया के मरीजों में अक्सर मतली या उल्टी की समस्या भी हो सकती है। अगर आपको ये लक्षण बार-बार महसूस हो रहे हैं, तो यह गंभीर संकेत हो सकते हैं। निमोनिया का इलाज निमोनिया का इलाज समय पर होना बेहद जरूरी है। अगर इसके लक्षण समय रहते पहचान लिए जाएं तो इसका इलाज जल्दी हो सकता है। निमोनिया का इलाज मुख्यत: एंटीबायोटिक्स (बैक्टीरियल निमोनिया के लिए) या एंटीवायरल दवाओं से किया जाता है। इसके अलावा आराम और पर्याप्त पानी का सेवन भी इसे ठीक करने में मदद करता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है। क्यों नहीं करना चाहिए लक्षणों को नजरअंदाज? निमोनिया के लक्षणों को नजरअंदाज करना बेहद खतरनाक हो सकता है। अगर इसे सही समय पर न पहचाना जाए, तो यह व्यक्ति के शरीर के बाकी हिस्सों पर भी असर डाल सकता है। निमोनिया फेफड़ों को संक्रमित करता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। यह स्थिति मौत का कारण भी बन सकती है। इसीलिए अगर निमोनिया के किसी भी लक्षण का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

32 बिलियन डॉलर में गूगल ने विज को खरीदने का किया ऐलान

नई दिल्ली टेक दिग्‍गज गूगल ने एक बड़ी डील का ऐलान किया है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि वह विज (Wiz) को 32 बिलियन डॉलर में खरीदने जा रही है। भारतीय रुपये में यह रकम लगभग 27 खरब 63 अरब 35 करोड़ 68 लाख (27,63,35,68,00,000) रुपये है। दिलचस्‍प यह है कि पूरा सौदा नकद में किया जाएगा। यह गूगल का अबतक किया गया सबसे बड़ा अधिग्रहण है। विज की पहचान क्लाउड साइबर सिक्‍योरिटी स्टार्टअप की है। गूगल काफी वक्‍त से विज को खरीदना चाहती थी। उसने 23 बिलियन डॉलर का प्रस्‍ताव पहले रखा था, जिसे पिछले साल विज की ओर से ठुकर दिया गया था। तब विज के ओनर कंपनी को स्‍वतंत्र रखने के बारे में सोच रहे थे। अब बताया गया है कि डील फ‍िर से शुरू हो गई है और गूगल साल 2026 तक विज को अपने नाम कर लेगी। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी रकम खर्च करके विज को क्‍यों खरीदा जा रहा है। Wiz को खरीदने की वजह मी‍डिया रिपोर्टों के अनुसार, विज को खरीदकर गूगल, क्लाउड सर्विसेज मार्केट में अपनी पोजिशन को मजबूत करना चाहती है। इस मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ता जा रहा है। जेनरेटिव एआई के आने से और भी कंपनियां आ गई हैं और गूगल का क्‍लाउड प्‍लेटफॉर्म अन्‍य सर्विसेज जैसे- माइक्रोसॉफ्ट एज्‍यूर और एमेजॉन वेब सर्विसेज से पीछे है। इंडियन एक्‍सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल को उम्‍मीद है कि विज को खरीदने से उसे क्लाउड सर्विसेज मार्केट में अपनी पोजिशन को मजबूत करने में मदद मिलेगी। Wiz के पास कौन से प्रोडक्‍ट विज की शुरुआत इस्राइल में हुई थी। इसे तैयार करने वालों ने अपने पहले साइबर सिक्‍योरिटी स्‍टार्टअप को साल 2015 में बेच दिया था। उसके 5 साल बाद 2020 में विज की शुरुआत हुई। महज 18 महीनों में कंपनी का रेवेन्‍यू आसमान छूने लगा। पिछले साल इसका वैल्‍यूएशन 12 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। यह कंपनी मूल रूप से ऐसे सॉल्‍यूशंस बनाती है जिससे साइबर खतरों को रोका जा सके। उनका पता लगाया जा सके। बढ़ रहे हैं साइबर हमले हाल के वर्षों में साइबर हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। ऐसे में उन कंपनियों की डिमांड बढ़ रही है, जो साइबर सुरक्षा से जुड़े सॉल्‍यूशंस देती हैं। विज ना सिर्फ कंपनियों को बल्कि बड़े क्‍लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स को भी सर्विस देती है। कंपनी के पास कुल 2500 लोगों की वर्कफोर्स है। उनमें से करीब 116 इम्‍प्‍लॉयी इंडिया में काम करते हैं। विज को खरीदना गूगल की अबतक की सबसे बड़ी डील है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

बेसन और दही से घर पर बनाएं बेहतरीन फेस पैक, दाग-धब्बे होंगे गायब

हर किसी की चाहत होती है कि उसकी त्वचा बेदाग, मुलायम और चमकदार हो, लेकिन बढ़ते प्रदूषण, गलत खान-पान और स्किन केयर में लापरवाही के कारण चेहरे की चमक धीरे-धीरे फीकी पड़ने लगती है। महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने के बावजूद त्वचा से दाग-धब्बे और टैनिंग हटाना एक चुनौती बन जाता है। हालांकि, आपको घबराने की जरूरत नहीं है! अगर आप भी चेहरे के दाग-धब्बों और रुखी त्वचा से परेशान हैं, तो घर पर ही एक बेहतरीन बेसन-दही फेस पैक  बना सकती हैं। यह न सिर्फ स्किन को डीप क्लीन करता है, बल्कि उसे ग्लोइंग और सॉफ्ट भी बनाता है। इस खास फेस पैक में जब हल्दी को शामिल किया जाता है, तो इसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। कैसे काम करता है यह फेस पैक? यह फेस पैक पूरी तरह से नेचुरल है और बिना किसी साइड इफेक्ट के आपकी त्वचा को निखारने में मदद करता है। आइए जानते हैं इसमें शामिल सामग्रियों के फायदे।     बेसन: यह एक नेचुरल क्लींजर की तरह काम करता है। यह स्किन से एक्स्ट्रा ऑयल हटाने के साथ-साथ डेड स्किन सेल्स को भी निकालता है, जिससे चेहरा साफ और फ्रेश नजर आता है।     दही: इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा को एक्सफोलिएट करने के साथ उसे मॉइस्चराइज भी करता है। इससे स्किन सॉफ्ट और ग्लोइंग बनती है।     हल्दी: यह एक बेहतरीन एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। यह पिंपल्स और दाग-धब्बों को हल्का करने में मदद करता है और स्किन की रेडनेस को भी कम करता है। फेस पैक बनाने का तरीका सामग्री:     2 चम्मच बेसन     1 चम्मच दही     1/2 चम्मच हल्दी     1 चम्मच गुलाब जल (ऑयली स्किन के लिए)     1 चम्मच शहद (ड्राई स्किन के लिए) कैसे बनाएं और लगाएं?     एक कटोरी में बेसन, दही और हल्दी को अच्छे से मिक्स करें।     अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो गुलाब जल मिलाएं। वहीं, अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो इसमें शहद मिलाकर अच्छे से मिला लें।     इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगाएं और 15-20 मिनट तक सूखने दें।     हल्के हाथों से स्क्रब करते हुए गुनगुने पानी से धो लें।     इसके बाद चेहरे पर एक अच्छे मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें। क्या हैं फायदे?     दाग-धब्बे और पिंपल्स धीरे-धीरे हल्के होते हैं।     स्किन टोन निखरता है और चेहरे पर नेचुरल ग्लो आता है।     स्किन सॉफ्ट और स्मूद बनती है।     टैनिंग दूर होती है और डेड स्किन हटती है।     यह फेस पैक पूरी तरह से नेचुरल है और किसी तरह के केमिकल से फ्री है। कितनी बार लगाना चाहिए? अगर आपकी त्वचा ज्यादा डल और बेजान नजर आती है, तो हफ्ते में 2-3 बार इस फेस पैक का इस्तेमाल करें। कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आने लगेगा और आपका चेहरा पहले से ज्यादा निखरा हुआ दिखाई देगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 10

गर्मियों में वजन बढ़ाने के लिए ड्राई फ्रूट्स का करें सेवन

कई लोग मोटापे की समस्या से परेशान होते हैं तो कई लोग इस वजह से परेशान होते हैं कि उनका वजन नहीं बढ़ रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि डाइट में कुछ ऐसी चीजें शामिल की जाएं जिससे वजन बढ़ सके। बता दें कि कई लोग बहुत ज्यादा खाते हैं लेकिन उनका वजन नहीं बढ़ता है। वजन नहीं बढ़ने की वजह से भी ऐसे लोग परेशान रहते हैं। उनका कहना रहता है कि पर्याप्त summer diet for weight gain खाना खाने के बाद भी उनका वजन नहीं बढ़ता। ऐसे में आज हम आपको वजन बढ़ाने के लिए कुछ ऐसी चीजे बताने जा रहे हैं। जिन्हें डाइट में शामिल करने से आपा वजन बढ़ने लगता है। गर्मियों में वजन बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में कुछ विशेष चीजें शामिल करनी होंगी। ड्राई फ्रूट्स का सेवन जरूरी  गर्मियों में वजन बढ़ाने के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन सबसे योग्य है। इसके सेवन से आपका वजन बढ़ने लगता है।ड्राई फ्रूट्स जैसे कि किशमिश, बादाम, और अखरोट वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। ये फ्रूट्स प्रोटीन, फाइबर, और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं जो वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। नट्स और सीड्स नट्स और सीड्स जैसे कि अलसी, चिया सीड्स, और पंपकिन सीड्स भी वजन को बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं। बता दें कि ये नट्स और सीड्स प्रोटीन, फाइबर, और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं जो वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। इनके सेवन से वजन बढ़ने लगता है। दही और पनीर का सेवन दही और पनीर वजन बढ़ाने में काफी मददगार साबित होते हैं। ये दोनों चीजें प्रोटीन से भरपूर होती हैं जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। दही और पनीर का सेवन वेट गेन करने में काफी कारगर उपाय है। इसकी मदद से आपका वजन बढ़ सकता है। शहद, दूध और केला शहद वजन बढ़ाने में मदद करता है। शहद में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है जो वजन बढ़ाने में मददगार साबित होती है।  आप शहद को अपने आहार में शामिल करने के लिए इसे अपने दलिया या दही में मिला सकते हैं। इसके साथ ही आप केला और दूध का सेवन लगातार करके वजन बढ़ा सकते हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाता है मे‍कअप

सोशल लाइफ हो या फिर सोशल मीडिया, खुद को ठीक ढंग से प्रेजेंट करने के लिए मेकअप का इस्तेमाल कई लोग करते हैं। आज कल लड़क‍ियों के साथ-साथ लड़के भी मेकअप कराने लगे हैं। मेकअप न केवल खूबसूरती को निखारने का काम करता है बल्कि यह आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। ये अब अपनी पहचान को संवारने का भी माध्यम बन चुका है। हालांक‍ि कई लोग मेकअप को केवल दिखावे से जोड़कर देखते हैं लेकिन वास्तव में मेकअप के कई फायदे होते हैं। यह न केवल अच्छा लुक देता है, बल्कि कई तरह से मानसिक और सामाजिक प्रभाव भी डालता है। आज हम आपको ये बताने जा रहे हैं क‍ि मेकअप क्‍यों जरूरी होता है। इसके क्या फायदे हो सकते हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से- मेकअप करने से लुक काफी अच्‍छा आ जाता है। जब आप अच्‍छी द‍िखती हैं तो हर कोई आपकी तारीफ करता है। ऐसे में खुद-ब-खुद आपमें सेल्फ कॉन्फिडेंस आ जाता है। खासकर जब किसी पार्टी, इंटरव्यू या खास मौके पर जाना हो तो मेकअप आत्मविश्वास को दोगुना कर सकता है। स्‍क‍िन को करता है प्रोटेक्‍ट आपको बता दें क‍ि मेकअप सिर्फ खूबसूरती बढ़ाने का ही जर‍िया नहीं है। ये हमारी स्‍क‍िन की सुरक्षा भी करता है। फाउंडेशन और प्राइमर चेहरे को धूल, धूप और प्रदूषण से बचाने का काम करते हैं। सनस्क्रीन भी त्वचा को हानिकारक UV Rays से बचाते हैं। खामियों को छुपाता है मेक‍अप कई बार चेहरे पर पिंपल्स, दाग-धब्बे या डार्क सर्कल्स हुए रहते हैं। मेकअप करने से इन्‍हें छ‍िपाने में मदद म‍िलती है। एक क्लीन और फ्रेश लुक मेकअप से पाया जा सकता है। खुद को एक्सप्रेस करने का बेस्‍ट तरीका मेकअप एक आर्ट की तरह होता है। कोई हल्का और नेचुरल लुक पसंद करता है, तो कोई बोल्ड और ग्लैमरस लुक अपनाना चाहता है। अलग-अलग रंग और स्टाइल आजमाकर अपने लुक में नयापन लाया जा सकता है। मूड को करता है बेहतर मेकअप करने से आप अपने आपको खुशी दे सकती हैं। दरअसल ये मूड को भी बेहतर बनाने का काम करता है। जब आप अपने लुक से खुश होती हैं तो पूरे दिन एनर्जी और पॉजिटिविटी बनी रहती है। पड़ता है अच्छा इम्प्रेशन कई बार हमें ऑफ‍िस की मीट‍िंग्‍स अटेंड करने बाहर जाना होता है। ऐसे में आपका लुक एकदम परफेक्‍ट होना चाह‍िए। मेकअप ही वह जर‍िया है जो आपकी पर्सनालिटी को निखारने में मदद करता है और Positive Impression डालता है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6