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दिवाली पर गलती से भी न करें इन पांच चीजों का दान, घर में आती है दरिद्रता

हिंदू धर्म में दिवाली सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक हैं। इस साल देश में 31 अक्टूबर को दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। दीपावली का पर्व दान और उदारता की भावना को बढ़ावा देता है। इस दिन लोग अपने प्रियजनों और रिश्तेदारों को उपहार व मिठाईयां देते हैं, जो लोगों के बीच प्रेम भाव को भी बढ़ाता है। हालांकि कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका दान दिवाली के मौके पर भूलकर भी नहीं करना चाहिए। दिवाली पर कोई भी चीज दान करने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति और जरूरतमंद लोगों की आवश्यकताओं का ध्यान जरूर रखना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं कि दीपावली के दिन हमें किन चीजों को दान नहीं करना चाहिए। दिवाली पर न करें इन चीजों को दान तेल और घी: दिवाली के दिन इन चीजों को दान करने से बचना चाहिए। इस दिन आग को बढ़ावा देने वाली चीजों का दान अशुभ माना जाता है। नमक: दिवाली के दिन नमक का दान नहीं करना चाहिए। यह रिश्तों में दरार पैदा करने की वजह बन सकता है। लोहे की वस्तुएं: लोहे की वस्तुएं दुर्भाग्य और विपत्ति को आकर्षित करती हैं, इसलिए इन चीजों का भी दान नहीं करना चाहिए। काले रंग की वस्तुएं: दिवाली के दिन काली वस्तुओं का भी दान न करें। यह नकारात्मकता और दुर्भाग्य को बढ़ावा देती हैं। टूटी हुई वस्तुएं: टूटी हुई वस्तुएं असफलता और दुर्भाग्य को आकर्षित करती हैं। ऐसे में दिवाली के दिन इनका भी दान न करें। दिवाली पर करें इन चीजों का दान अनाज: गरीब या जरूरतमंदों को अनाज का दान करें। कपड़े: आप इस दिन कपड़ों का भी दान कर सकते हैं। फल: स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए दिवाली के दिन फल दान करें। मिठाइयां: मिठाइयों का दान करने से सुख-समृद्धि आती है। धन: जरूरतमंदों को दिवाली के दिन आप धन भी दान कर सकते हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

बच्चे क्यों करते हैं शिकायत

बच्चें अक्सर पेरेंट्स को आकर शिकायत करते है कि मम्मा! देखो यह मुझे डॉल से खेलने नहीं दे रहा, इसने मेरी बुक फाड़ दी, यह मुझे चिढ़ा रहा है। कुछ बच्चों को बेवजह हर बात पर बड़ों से शिकायत करने की आदत पड़ जाती है। ऐसी स्थिति में यह समझना बहुत जरूरी है कि बच्चे को वास्तव में कोई परेशानी है या उसकी आदत ही ऐसी है। स्वाभाविक है यह दो-ढ़ाई साल की उम्र से ही बच्चों में ऐसी आदतें दिखने लगती हैं। यह उनके भावनात्मक विकास का जरूरी हिस्सा है। इस उम्र से ही बच्चों में अधिकार की भावना विकसित हो जाती है। वे किसी के साथ अपनी चीजें शेयर नहीं करना चाहते। इसी उम्र में खुद से उनका जुड़ाव होता है। जब भी उन्हें ऐसा लगता है कि कोई दूसरा उन्हें नुकसान पहुंचाने वाला है तो वे शोर मचा कर विरोध प्रदर्शित करते हैं। उनका ऐसा व्यवहार सुरक्षा की दृष्टिड्ढ से बेहद कारगर साबित होता है, लेकिन दिक्कत तब होती है जब बच्चे बेवजह छोटी बातों पर नाराज होकर शिकायत करते हैं या पांच साल की उम्र के बाद भी उनमें यही आदत बनी रहती है। क्या है असली वजह दरअसल छोटे बच्चे स्थितियों और व्यवहार से जुड़ी बारीिकयों को समझने में असमर्थ होते हैं। उनके लिए कोई भी बात पूरी तरह सही या गलत होती है। सही-गलत के काले-सफेद रंगों के बीच मौजूद ग्रे शेड को पहचानकर उसके अनुकूल व्यवहार करने की क्षमता इतनी छोटी उम्र में विकसित नहीं होती। भाई-बहनों और दोस्तों से छोटी-छोटी शिकायतें करते हुए ही बच्चे सही-गलत की पहचान करना सीखते हैं। इसी के साथ उनमें नैतिकता की भावना विकसित होती है। खेलकूद के दौरान होने वाले छोटे-छोटे झगड़ों से भी कई ऐसी बातें सीखने को मिलती हैं, जो ताउम्र उसके काम आती हैं। ऐसे में उसे आपके सहयोग की जरूरत होती है। आप उसे समझाएं कि छोटी-छोटी बातों के लिए मम्मी-पापा से शिकायत नहीं करनी चाहिए। अगर किसी दोस्त से तुम्हारा झगड़ा हो तो उसे खुद सुलझाने की कोशिश करो। हां, जब भी तुम्हें किसी से डर लगे या कोई खतरा महसूस हो तो हमें जरूर बताओ। कैसे निबटें शिकायतों से सबसे पहले बड़ों को यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि क्या सचमुच उनके बच्चे को कोई परेशानी है? उसकी पूरी बात सुने बिना अपने आप यह मान लेना अनुचित है कि बच्चे तो ऐसा करते ही हैं। चाहे कितनी भी व्यस्तता हो, दो मिनट रुक कर धैर्यपूर्वक उसकी पूरी बात जरूर सुनें। ऐसा करना बहुत जरूरी है क्योंकि कई बार बच्चे सचमुच बहुत परेशान होते हैं और उनकी सुरक्षा के लिए बड़ों का बीच में बोलना जरूरी होता है। बच्चों में यह तय करने की क्षमता नहीं होती कि कौन सी स्थितियां उसकी सुरक्षा की दृष्टिड्ढ से नुकसानदेह साबित हो सकती हैं। ऐसे में जो व्यक्ति बच्चों के साथ होता है, उसकी यह जिम्मेदारी बनती है कि उन पर नजर रखते हुए वह समझने की कोशिश करे कि उनके बीच खिलौनों के लिए मामूली छीना-झपटी हो रही है या मारपीट। कुछ बच्चों का व्यवहार बेहद आक्रामक होता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप अपने बच्चे को समझाएं कि तुम किसी से झगड़ा मत करना, लेकिन तुम्हें जब भी कोई खतरा महसूस हो तो आसपास मौजूद अंकल या आंटी को जरूर बताना। समझदारी से बनेगी बात यह सच है कि बच्चों के बीच होने वाले छोटे-छोटे झगड़े उनकी नासमझी की वजह से होते हैं। ऐसे में उन्हें बड़ों के सहयोग की जरूरत होती है। अगर कोई दूसरा बच्चा आपके बेटे से उसका मनपसंद खिलौना छीन लेता है और वह रोता हुआ आपके पास शिकायत लेकर आता है तो ऐसी स्थिति में आप उन दोनों को बारी-बारी से खेलने सलाह दे सकती हैं। अगर वे फिर भी न मानें तो वह खिलौना वापस मांग कर अपने पास रख लें और उनसे कोई दूसरा गेम खेलने को कहें। जब भी आपके बच्चे का किसी से कोई झगड़ा हो तो हल के रूप में उसके सामने कम से कम दो-तीन विकल्प जरूर रखें। इससे वह आसानी से अपने विवाद सुलझाना सीख जाएगा। क्या है असली मंशा पेरेंट्स के लिए बच्चे की असली मंशा समझना बहुत जरूरी है। कुछ बच्चे आठ-दस साल की उम्र तक पहुंचने के बाद भी हर बात के लिए माता-पिता के पास पहुंच जाते हैं या अपनी छोटी सी परेशानी को भी बहुत बढ़ा-चढ़ा कर बताते हैं। बच्चे की भलाई के लिए यह बेहद जरूरी है कि माता-पिता निष्पक्ष रूप से अपने उसकी खूबियों-खामियों का विश्लेषण करें। कुछ बच्चों को झूठी शिकायत करके अपने दोस्तों को डांट सुनवाने में मजा आता है तो कुछ बड़ों के सामने अच्छा इंप्रेशन बनाने के लिए भी भाई-बहनों की शिकायत करते हैं। कई बार वे दोस्तों पर रौब जमाने के लिए भी ऐसा करते हैं। जिन बच्चों में दूसरों का ध्यान अपनी ओर खींचने की आदत होती है, वे भी बेवजह चुगली करते हैं। अगर आपका बच्चा ऐसी वजहों से शिकायत करता है तो आप उसकी इस आदत को किसी भी हाल में बढ़ावा न दें। अगर आप पूरी बात जाने-समझे बिना उसकी हर शिकायत पर दूसरे बच्चों को डांटेंगी तो वह कभी भी अपनी समस्याएं सुलझाना सीख नहीं पाएगा। हां, अगर वह आपका ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए ऐसा कर रहा हो तो उस वक्त आप भले ही उसकी बातों को नजरअंदाज कर दें, पर बाद में उसके साथ भरपूर क्वॉलिटी बिताएं और उसकी सारी बातें ध्यान से सुनें। ठीक नहीं है मनमानी केवल भाई-बहनों या दोस्तों के बीच मनमानी करने के लिए अगर वह आपसे शिकायत करता है तो उसकी ऐसी बातों को गंभीरता न लें। जब आपको ऐसा लगे कि सचमुच उसकी शिकायत जायज है तभी दूसरे बच्चे को टोकें। अगर आप अपने बच्चे की उम्र और मानसिक परिपक्वता को लेकर संतुष्टड्ढ हैं कि वह अपने झगड़े खुद सुलझा लेगा तो उसे और उसके साथ मौजूद दोस्तों को प्यार से समझा दें कि जब तक बहुत जरूरी न हो वे आपके पास कोई शिकायत लेकर न आएं। पेरेंटिंग के मामले में यह समझना बहुत जरूरी है कि दो बच्चों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर मामूली विवाद होना स्वाभाविक है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि सिर्फ एक … Read more

बचत के साथ खरीदारी में ही है समझदारी

शॉपिंग करने का क्रेज है, तो थोड़ा प्लान करके चलने से इसका मजा और भी बढ़ जाएगा। आखिर इस तरह कुछ बचत होगी और आपकी पसंद का सामान भी आएगा। जानते हैं इसी से जुड़े कुछ टिप्स… अगर आपको शॉपिंग करने का क्रेज है, तो आपका मन सेल सीजन में और भी उतावला हो जाता होगा। लेकिन शॉपिंग पर जाने से पहले उन बातों का जरूर ध्यान रखें, जिनसे सेविंग भी हो जाए और खरीदारी भी बढ़िया हो। सेल का इंतजार करें: अगर आपको एक साथ ज्यादा चीजें खरीदने की आदत है, तो बेहतर होगा कि सेल सीजन का वेट करें। जब तक सेल ना लगे, तब तक मॉल में शॉपिंग करना बिल्कुल अवॉयड करें। यहां आपको ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। शॉपिंग का अलग अकाउंट: जब भी आपको पे चेक मिले, तो इसे दो अकाउंट्स में डिवाइड करें। एक को अपने बिल्स और जरूरतों के लिए रखें और दूसरे को शॉपिंग के लिए। दूसरे अकाउंट से शॉपिंग वाला दिन आने तक कोई ट्रांजैक्शन ना करें। फिजूल शॉपिंग से बचें: ऐसा कुछ भी नहीं खरीदें, जिसकी जरूरत आपको तुरंत न हो। कभी तो इसकी जरूरत होगी वाली सोच रखेंगे, तो फालतू की शॉपिंग ज्यादा होगी। इस पैसे को बचाएं और अपनी जरूरत की चीजों पर खर्च करें। खर्चों का हिसाब-किताब: अपने खर्चों का ट्रैक रखना बेहद जरूरी है। बेहतर है कि अपनी डिजिटल डायरी या मोबाइल फोन में नोट बनाकर आप रोजाना होने वाले खर्च का ध्यान रखें। हर महीने के अंत में चेक करें कि कहां सेविंग हो सकती थी। अगर हो सके, तो महीने की बजाय हफ्ते का हिसाब रखें। सेविंग कर दें शुरू: आमतौर पर सेल जनवरी और अगस्त के आसपास लगती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए एक-दो महीने पहले ही सेविंग्स करना शुरू कर दें। मॉनसून में भी बड़ी-बड़ी सेल लगा करती हैं। ऐसे में आप सेल शुरू होने से एक महीने पहले ही सेविंग शुरू कर दें। एक बार करेंगे, तो आपको खुद ही इसमें मजा आने लगेगा। तो मॉनसून सेल एन्जॉय करने की तैयारी अभी से शुरू कर दें!   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

ऐसे मनाएं क्लीन दिवाली

आपका फेवरिट फेस्टिवल दिवाली बस आने को ही है। ममा ने घर में साफ-सफाई भी शुरू कर दी होगी! तो क्यों न घर की सफाई और सजावट में आप उनका हाथ बंटाएं। उनकी हेल्प भी हो जाएगी और आपको मजा भी आएगा। तो फिर शुरुआत आज से हीः 1. अगर आपका कोई भाई या बहन है तो उसे भी अपने साथ सफाई में शामिल कर लें, लेकिन दोनों कॉम्पिटिशन न करें वरना काम कम होगा और हंगामा ज्यादा। दोनों टीम बनाकर काम करेंगे तो काम जल्दी भी होगा और करने में मजा भी ज्यादा आएगा। 2. सबसे पहले आप अपने रूम की क्लीनिंग का जिम्मा ले लें। ममा से डस्टिंग के लिए 2-3 कपड़े लें। एक से पहले चीजों को झाड़ लें। दूसरे को डिटर्जेंट में गीला कर जहां दाग हों, वहां पोछें। फिर तीसरे कपड़े से सारा पानी या गीलापन पोंछ दें। छत को झाड़ने से सफाई शुरू करें और फिर दीवारों, खिड़कियों की सफाई करें। खिड़कियों को ब्रश से साफ करें। पंखों की सफाई के लिए ममा की हेल्प लें तो बेहतर है। दाग निकालने के लिए कपड़े को विनेगर में भिगोकर भी साफ कर सकते हैं। 3. अपनी बुक्स की अलमारी को भी अच्छी तरह साफ करें। इसके ऊपर धूल जमी है तो उसे भी साफ कर लें। जो पेपर यूज नहीं करने हैं, उन्हें निकाल दें। सारी बुक्स और नोटबुक्स को करीने से लगाएं। लूज पेपर्स को फोल्डर्स में रखें तो वे बिखरेंगे नहीं। ड्रॉअर्स को भी साफ करें और चीजों को अलग-अलग रखने के लिए हार्डबोर्ड की हेल्प से पार्टीशन कर लें। इससे ड्रॉअर साफ रहेगा और चीजें इधर-उधर नहीं खोएंगी। कंप्यूटर के की-बोर्ड को ब्रश से साफ करें। 4. कपड़ों की अलमारी को भी साफ करें। कपड़ों को अच्छी तरह तह करके रखें। स्कूल की यूनिफॉर्म को अलग रखें और घर के कपड़ों को अलग। छोटे कपड़ों को ड्रॉअर में रखना बेहतर है। 5. पर्दे और बेडशीट आदि को धोने के लिए ममा को दें। अगर पर्दे या बेडशीट बदलनी हैं तो कलरफुल खासकर डार्क कलर वाले लगाएं क्योंकि दिवाली के साथ-साथ अब सर्दियों का मौसम आ गया है। ऐसे में डार्क कलर अच्छे लगते हैं। इसके अलावा रेड, यलो, ऑरेंज जैसे फेस्टिव कलर भी खूब सुंदर लगेंगे। 6. जब रूम साफ हो जाए तो बारी आती है सजाने की। आपने स्कूल में डेकोरेशन आइटम्स बनाए होंगे। अब वक्त उन्हें सजाने का है। पेन स्टैंड, मैग्जीन स्टैंड जरूर लगाएं। अगर बनाए नहीं हैं तो ममा से मार्केट से लाने को बोलें। दिवाली के मौके पर कंदील भी बहुत अच्छे लगते हैं। 7. अपने रूम के अलावा आप दूसरे रूम्स की सफाई करने में भी ममा की हेल्प कर सकते हैं। अगर रूम की सफाई से बोर हो गए हैं तो किचन गार्डन या पौधों की सफाई का जिम्मा ले सकते हैं। सबसे पहले गमलों को पेंट करें। ऐसा करते हुए नीचे पेपर रख लें, वरना रंग नीचे गिर जाएगा। फिर पौधों की निराई करें। इसके बाद फालतू खास-फूस आदि को हटा दें। खाद डालें और फिर पानी। पौधे लहलहा उठएंगे। हैंगिग पॉट्स में भी पौधे लगा सकते हैं। ये सुंदर लगते हैं। 8. इतना सब करने के बाद आप थक गए होंगे। और हां, इतनी मेहनत के बाद ट्रीट को बनती है। सो आप ममा से अपनी फेवरिट डिश की फरमाइश कर सकते हैं और आपकी मेहनत से खुश वह मना भी नहीं कर पाएंगी। जरा संभलकर… -कांच या टूटनेवाली चीजों से दूर रहें वरना नुकसान के साथ-साथ आपको चोट लगने के चांस होंगे। -जिस काम के लिए ममा ने मना किया है, उसे न करें, वरना तारीफ के बजाय डांट खाने के चांस होंगे। -पानी का ज्यादा यूज न करें। मौसम बदल रहा है इसलिए बीमार पड़ सकते हैं। इसी तरह गीले में दौड़ें नहीं, वरना गिर सकते हैं। -जोश में बहुत लंबे समय तक सफाई में जुटे न रहें। ज्यादा थकान सही नहीं है। अगर काम बच गया हो बीच में ब्रेक लेकर दोबारा शुरू करें। -किचन से दूर रहें तो बेहतर है। वहां ऐसी कई चीजें होती हैं, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 38

बेहतरीन फोटो एडिटिंग के लिए यूज करें ये ऐप्स

टेक्नॉलजी के इस युग में शानदार क्वालिटी कैमरे वाले स्मार्टफोन्स को आप मार्केट से खरीद सकते हैं लेकिन इन फोन्स के कैमरे से क्लिक करने के बाद अगर आप अपनी फोटोज से खुश नहीं होते हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको बता रहे हैं कुछ बेहतरीन फोटो एडिटिंग ऐप्स के बारे में जिनका यूज करके आप अपनी फोटो में मनचाहा बदलाव कर सकते हैं। फोटो एडिटर प्रो:- इसमें आपको कई बेहतरीन इफेक्ट्स और फिल्टर मिलेंगे जिनसे फोटो में बदलाव किया जा सकता है। फोटो को रोटेट और क्रोप करने के अलावा कलर बैलेंस और फन स्टीकर्स का उपयोग कर सकते हैं। इस ऐप में आकर्षक फोटो फ्रेम और खूबसूरत कोलाज उपलब्ध हैं जिनसे आप इमेज को और भी खूबसूरत बना सकते हैं। फोटो एडिटर प्रो के द्वारा फोटो में बदलाव करने के बाद उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट पर डायरेक्ट शेयर करने का ऑप्शन भी दिया गया है। ब्यूटीप्लस:- अपनी किसी भी इमेज को अब आप अपने अनुसार आसानी से सेट कर सकते हैं। ब्यूटीप्लस ऐप में सेल्फी को और भी बेहतर किया जा सकता है क्योंकि इसमें ऑटोमैटिकली इंहेंस का उपयोग किया गया है। यदि आप हाई क्वालिटी सेल्फी क्लिक करना चाहते हैं तो ब्यूटीप्लस आपके लिए एक बेस्ट ऐप साबित होगा। इस ऐप में इसमें हैंड-फ्री शॉट की फसिलटी भी दी गई है। इस ऐप का यूज करके आप अपने चेहरे से डार्क सर्कल भी हटा सकते हैं। इंस्टाब्यूटी सेल्फी एडिटर:- इस ऐप का यूज करके आप अपनी सेल्फी को फिल्टर कर सकते हैं। इस ऐप के द्वारा आप इमेज में मेकअप हटा या लगा भी सकते हैं। इंस्टाब्यूटी सेल्फी एडिटर में सेल्फी के लिए अनलिमिटेड ब्यूटी टूल्स भी दिए गए हैं। इस ऐप में मल्टिपल फोटो का कोलाज बनाने के अलावा इमेज पर स्टीकर का यूज भी कर कर सकते हैं। फोटो फ्रेम:- अगर आप अपनी इमेज को कोई बेहतरीन फ्रेम देना चाहते हैं तो यह ऐप आपकी मदद कर सकता है। इस ऐप का यूज करके आप अपनी तस्वीर को शानदार फ्रेम्स में कैद कर सकते हैं। साथ ही इस ऐप में कोलाज बनाने की सुविधा भी दी गई है। कैमरा:- यूजर्स के बीच फोटो एडिटिंग का ये खास ऐप बेहद लेकप्रिय है। इस ऐप का यूज करके आप अपनी इमेज में कई बदलाव कर सकते हैं। इस ऐप में मेकअप, क्रॉप, स्टीकर और बॉर्डर जैसे कई बेहतरीन फीचर्स दिए गए हैं। यह एक ऑफलाइन ऐप है। पिक्सआर्ट:- इस एक बेहतरीन फोटो एडिटिंग ऐप है। इस ऐप में क्लोन टूल, क्रॉप टूल, लेयर एडिटिंग, फोटो फिल्टर, कैमरा लेयर, मास्क और शेप मास्क जैसे शानदार फीचर्स दिए गए हैं। इन फीचर्स का यूज करके आप अपनी फोटो को बेहद आकर्षक बना सकते हैं। पिक्सआर्ट में आप फोटो एडिट करने के बाद उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, ड्रॉपबॉक्स और ईमेल के द्वारा शेयर भी कर सकते हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 76

सुबह जल्दी उठने से होते हैं ये लाभ

  सोना सभी को अच्छा लगता हैं। लेकिन जब बात सुबह सुबह उठने की होती हैं तो इसमें दो प्रकार के लोग शामिल होते हैं। पहले वो जो सूरज की किरणों के निकलने के पहले ही अपनी दिनचर्या शुरू कर देते हैं। और दूसरे वो जो सूरज की किरणों के मुंह पर पड़ने के बाद भी सोए रहते हैं। यदि आप दूसरे प्रकार की श्रेणी में आते हैं तो ये आर्टिकल पड़ने के बाद शायद आप सूरज निकलने के पहले उठना शुरू कर देंगे। और यदि आप पहली श्रेणी में आते हैं तो आप इसे पड़ अपनी इस अच्छी आदत को बरकरार रखेंगे। शांति ही शांति: सुबह का वातावरण दिन की तुलना में काफी शांत होता हैं। ना गाड़ी घोड़ो की आवाजें आती हैं ना किसी प्रकार की चिल्ला चोट और ना ही टीवी या लाऊड स्पीकरों का व्यर्थ शौर। सिर्फ मन को शांत और रिलैक्स रखने वाली मधुर शांति। खुशनुमा वातावरण: सुबह जल्दी उठकर जैसे ही आप घर से बाहर निकलेंगे आप पाएंगे कि वातावरण में एक अलग ही तरह का माहोल हैं। एक ऐसा माहोल जो आप के मन को खुश कर देगा। वो चिड़ियों का चहचहाना। वो ताजा ताजा हवा का चेहरे से होकर गुजरना। शानदार सूर्योदय का आनंद: जब सुबह सुबह सूरज अपनी नारंगी किरणे बादलों पर बिखेरता हैं तो ये नजारा देखते ही बनता हैं। जब एक बार आप जल्दी उठ कर इस नजारे को देख लेंगे तो उसे देखने का लालच रोज ही आप को जल्दी उठा देगा। इसके अतिरिक्त सुबह सुबह सूर्य नमस्कार करने और सूरज को जल चढ़ाने के भी अनेक फायदे हैं। समय की बचत: यदि आप सुबह जल्दी उठेंगे तो आपकी दिनचर्या के कार्य भी जल्दी जल्दी होना शुरू हो जायेंगे। बच्चों का टिफिन वक्क पर तैयार होगा। बच्चों की स्कूल बस नहीं छुटेंगी। आप ऑफिस समय पर पहुचेंगे और आप नास्ता भी शांति से और समय पर खा सकेंगे। जोगिंग और मिलना जुलना: यदि आप सुबह जल्दी उठेंगे तो आपके पास जोगिंग के लिए पर्याप्त समय रहेगा। सुबह सुबह जोगिंग करना ना सिर्फ आपको फिट रखेगा बल्कि रास्ते में अन्य लोगो से मिलने जुलने का अवसर भी प्रदान करेगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 52

ऐसे बचाएं अपना मोबाइल डेटा और कम करें मोबाइल का बिल

मोबाइल यूजर्स हमेशा अपने बिल से परेशान ही रहते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह होती है मोबाइल पर उपयोग किया जाने वाला इंटरनेट या मोबाइल डेटा। दरअसल, मोबाइल डेटा में इंटरनेट की खपत काफी ज्याहदा होती है, जिसका असर आपके मोबाइल बिल पर दिखता है। प्रीपेड यूजर्स को इसकी वजह से एक ही महीने में कई बार अपना डेटा पैक रिचार्ज करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप न केवल अपने मोबाइल डेटा की खपत को कम कर सकते हैं बल्कि 3जी या 4जी नेटवर्क के उपयोग पर बैटरी की बचत भी कर सकते हैं। वाई-फाई अपडेशन ऑन रखें सेलुलर डेटा या मोबाइल ऑपरेटर द्वारा प्रदत्तक इंटरनेट उपयोग करने पर मोबाइल काफी जल्दीप गर्म हो जाता है। इसका असर बैटरी पर पड़ता है और आपके उसे बार-बार रिचार्ज करना पड़ता है। यदि आप मोबाइल डेटा की खपत और बैटरी की खपत को नियंत्रित करना है तो ऐप अपडेशन सेटिंग में वाईफाई को सिलेक्टा करके रखें। यानी फोन के ऐप्सल और दूसरे अपडेशन तभी हों, जब आप वाईफाई नेटवर्क उपयोग कर रहे हों। वाईफाई असिस्ट फीचर को बंद रखें यदि आपके वाईफाई कनेक्शडन में सिगनल्सस कमजोर हों या फिर कनेक्टिविटी में समस्यास आती है तो फोन खुद ब खुद सेलुलर डेटा मोड में चला जाता है। इससे फोन का डेटा उपयोग होने लगता है। इसलिए आवश्योक है कि इस फीचर को बंद रखें। डेटा कंप्रेशन के साथ करें इंटरनेट ब्राउजिंग मोबाइल इंटरनेट या डेटा की बचत इस पर भी निर्भर है कि आप उसका उपयोग कैसे करते हैं। यदि आप डेटा कंप्रेशन के साथ इंटरनेट एक्सेीस करेंगे तो इससे आपके डेटा पैक में काफी बचत होगी। एंड्रॉयड डिवाइस में ओपेरा ब्राउजर उपयोग करने वाले यूजर्स इमेज की क्वातलिटी और वीडियो कंप्रेशन को सेटिंग टैब में जाकर एक्टिवेट कर सकते हैं। ओपेरा मैक्सप ब्राउजर उपयोग करें एंड्रॉयड यूजर्स के लिए ओपेरा का डेटा मैनेजमेंट ऐप मोबाइल और वाईफाई नेटवर्क पर वीडियो, फोटो और मीडिया फाइल को कंप्रेस करता है। इसकी मदद से यूजर बैकग्राउंड में चलने वाले ऐप पर वाईफाई और सेलुलर डाटा की बैंडविथ को नियंत्रित कर सकते हैं। ऑटो-डाउनलोड मीडिया फीचर वॉट्सऐप उपयोग करने वालों को ऑटो-डाउनलोड मीडिया फीचर को बंद रखना चाहिए। क्योंकि इससे डेटा की खपत बढ़ जाती है। यदि यह फीचर ऑन रहता है तो वॉट्सऐप पर आने वाले संदेशों के साथ वीडियो तथा तस्वीीरें ऑटोमैटिक तरीके से डाउनलोड हो जाती हैं। ऐसा न हो इसलिए इसे बंद रखना या फिर वाईफाई में डाउनलोड होने का विकल्पी ऑन रखना चाहिए। मैनुअल तरीके से करें ईमेल सिंक्रनाइजेशन यदि आपके ईमेल आईडी पर बड़ी फाइल्सउ वाली ईमेल्सच आती हैं तो इससे भी डेटा की खपत बढ़ती है। ऐसा न हो इसलिए आपको सिंक्रनाइजेशन को मैनुअल करना पड़ेगा। फेसबुक और ट्विटर का ऑटो-प्ले ऑफ कर दें अगर आप सोशल मीडिया वेबसाइट्स और ऐप्सप उपयोग करते हैं तो वीडियो के लिए ऑटो-प्ले का विकल्प बंद रखें, क्योंककि इससे डेटा की खपत बढ़ जाती है। ऑफलाइन गूगल मैप्से नेविगेशन के लिए उपयोग किए जाने वाले गूगल मैप ऐप को आप ऑफलाइन भी उपयोग कर सकते हैं। इस ऐप पर 120, 000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को देखा जा सकता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 44