स्वर्ग नहीं, मोक्ष हो काम्य
जब भी किसी पुण्यात्मा की मृत्यु होती है तो हमारे मुख से निकलता है कि इसको जरूर स्वर्ग की प्राप्ति हुई होगी। इस विषय में महर्षि व्यास द्वारा बोले और प्रथम पूज्य गणेश जी द्वारा लिखी गई महाभारत में इसका विस्तार से वर्णन है। कुरूक्षेत्र में रहने वाले मुद्गल ऋषि की दुर्वासा मुनि द्वारा जब … Read more