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उम्र से पहले लग रही हैं बूढ़ी तो लेना शुरू करें ये चीज

अगर आप उम्र से पहले बूढ़ी नजर आ रही हैं तो अपने खान-पान में पर्याप्त विटामिन लेना शुरू कर दें। विटामिन की कमी से आपकी खूबसूरती धीरे-धीरे गायब होने लगती है। आंखों के नीचे काले घेरे और बालों का झड़ना भी विटामिन्स की कमी से होता है। विशेषज्ञों की मानें तो ब्यूटी क्रीम कभी वह असर नहीं दिखा सकती जो अच्छा खाने से शरीर के अंदर से आपको मिल सकता है। सिर्फ जरूरत है जो खाना आप खा रहे हैं उसमे कौन-कौन से जरूरी पोषक तत्व हैं, इस पर गौर करने की। आप जो खा रहे हैं वह केवल स्वाद के लिए नहीं हो बल्कि उससे शरीर के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल भी मिलना जरूरी है। अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए जानें किस खाद्य पदार्थ को लेने से आप कौन सा विटामिन मिलता है… 1. विटामिन ए से पाएं स्वस्थ त्वचा आमतौर पर महिलाएं झुरियों से परेशान रहती हैं, अगर आप अपनी त्वचा से झुर्रियां, महीन रेखाएं और बढ़ती उम्र के अन्य लक्षणों को कम करना चाहती हैं तो अपनी डाइट में विटामिन ए शामिल कर सकती है। विटामिन ए की कमी से चेहरा ड्राई और बेजान होने लगता है। मुहांसे होने की वजह भी विटामिन ए की कमी होती है। विशेषज्ञों की मानें तो विटामिन ए त्वचा के दोबारा निर्माण में सहायक होती है। घाव को जल्दी भरने, डैमेज स्किन को ट्रीट करने और दाग धब्बों से बचाने में भी सहायक है। स्किन डिजीज सोरायसिस होने पर भी रेटिनोइड्स अप्लाई करने की सलाह दी जाती है जो की विटामिन ए का स्त्रोत है। अंडा, दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, कद्दू आदि से विटामिन ए की पूर्ति होती है। 2. विटामिन ई करता है फ्री रेडिकल्स से त्वचा का बचाव स्वस्थ त्वचा के लिए विटामिन ई से बेहतर कोई नहीं है। यह एक प्रभावी एंटी ऑक्सीडेंट है जो कि फ्री रेडिकल्स से त्वचा का बचाव करता है। स्मोकिंग, पोलुशन और सन एक्सपोजर की वजह से फ्री रेडिकल होती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो विटामिन ई त्वचा को एजिंग से बचाव करता है। विटामिन ई को भोजन में शामिल करने से त्वचा के सेल्स मजबूत होते हैं, जिससे त्वचा पर प्रदूषण या सुन एक्सपोजर का प्रभाव कम पड़ता है। अपनी डाइट में ओलिव, सुंफ्लोवेर सीड, मूंगफली, बादाम, वीट जर्म और हरी पत्ते दार सब्जी शामिल कर सकते हैं। 3. विटामिन सी से पाएं चमकता चेहरा चमकता चेहरा पाना है तो विटामिन से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। विटामिन ई की तरह विटामिन सी भी एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। यह कोलेजन को उच्च मात्रा में प्रोड्यूस करता है जो त्वचा के सेल्स की मरम्मत का काम करता है। विटामिन सी से त्वचा में चमक आती है। विटामिन सी त्वचा को जवां और मुलायम बनाता है और त्वचा में कसाव लाता है। अधिकतर फ्रूट में विटामिन सी पाया जाता है। डाइट में खट्टे रसीले फल, ब्रॉकली, फूल गोभी, टमाटर और खीरा आदि फ्रूट को शामिल कर चेहरे की रंगत को बरकरार रख सकते हैं। 4. विटामिन बी काम्प्लेक्स से चेहरा बनेगा बेदाग चेहरे पर दाग होते ही टेंशन शुरू हो जाती है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विटामिन बी1 शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है। बी3 त्वचा में ऑक्सीजन के स्तर को बनाये रखता है। इससे त्वचा मुहांसोे और दाग धब्बों से बची रहती है। विटामिन बी काम्प्लेक्स त्वचा की चमक बढ़ाकर उसे प्रॉब्लम फ्री रखता है। त्वचा में नेचुरल ग्लो का कारण भी विटामिन बी काम्प्लेक्स को माना जाता है। रोजाना अंडे का पीला हिस्सा, नट और किशमिश, टमाटर, ओटमील, केला और चावल को डाइट में शामिल कर इसे पाया जा सकता है। 5. विटामिन के लिए खूब पीएं पानी आखों के नीचे काले घेरे होना आम समस्या होती जा रही है। विटामिन के आंखों के नीचे के काले घेरे दूर करने में सहायक है। इसके लिए पानी प्रचुर मात्रा में पीजिये। विशेषज्ञों की मानें तो पानी में प्राकर्तिक तौर पर त्वचा के लिए जरूरी मिनरल्स भी होते हैं। खूब पानी पीने से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे आप त्वचा को स्वस्थ बना सकती हैं। बस जरूरत है खूब पानी पीने की। एक्सपर्ट ओपिनियन… ब्यूटी एक्सपर्ट टीना का कहना है कि डाइट में तो विटामिन से युक्त खाद्य पदार्थ उपयोग में लेना ही चाहिए। साथ ही फ्रूट फेशियल से त्वचा को हैल्दी बनाया जा सकता है। डाइट एक्सपर्ट सुधा शर्मा की मानें तो अच्छी डाइट से व्यक्ति की पर्सनेलिटी शो होती है। रोजाना डाइट में विटामिनयुक्त भोजन लेने से शरीर को पूरा पोषण मिलता है और आपके चेहरे पर अलग ही ग्लो नजर आता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 12

खुद में करें ये सुधार नहीं टूटेगा रिश्ता

लव मैरिज के बाद जिंदगी शादी के पहले जैसी नहीं रहती. ऐसे में कई कपल्स रिश्ते को संभालने की बजाय झगड़े में पड़ जाते हैं. कई मामलों में रिश्ता टूटने की कगार तक पहुंच जाता है. ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखें. आज तमाम युवा लव मैरिज करते हैं लेकिन इस रिश्ते को आपको एक जिम्मेदारी के साथ निभाना भी पड़ता है. कई बार देखने को मिलता है कि प्रेम विवाह के वाद भी कपल्स के बीच लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं. लेकिन वो झगड़े कम होने बजाय बढ़ने लगें तो ये आपके रिलेशनशिप के लिए खतरे की घंटी हो सकती है. दरअसल, लव मैरिज के बाद भी रिश्ते को उतनी इज्जत देनी जरूरी है, जबकि ज्यादातर कपल लव मैरिज के बाद रिश्ते को सामान्य बना देते हैं. जब आप अपने पार्टनर को लेकर बहुत ही लापरवाह होने लगते हैं, तब रिश्ते में समस्या आने लगती है. असल जिंदगी को समझें कई लोग फिल्मों को देखकर प्यार तो कर बैठते हैं, लेकिन उसे निभाने के वक्त पर उस तरह से गंभीरता नहीं दिखा पाते. यही कारण है कि अपनी बचकानी हरकतों के कारण आप शादी के बाद इस प्यारभरे रिश्ते को संभाल पाने में असक्ष्म रह जाते हैं. ऐसे में आपको यह समझना होगा कि रियल लाइफ फिल्मी दुनिया से बेहद अलग होती है. असल जिंदगी से उसकी तुलना करना सही नहीं है. एक-दूसरे को समय देना भी है जरूरी शादी के पहले आप एक-दूसरे के साथ अक्सर क्वालिटी टाइम बिताते रहे होंगे, लेकिन मैरिज के बाद कपल्स ज्यादातर घर के कामों में इतने व्यस्त हो जाते है कि एक-दूसरे को वक्त देना भूल जाते हैं. ऐसे में उनके बीच दूरियां बढ़ने लगती है और हर छोटी बात पर नोक-झोक शुरू हो जाती है. इसलिए पार्टनर्स के बीच एक-दूसरे के साथ बिताए गए लम्हों की कमी नहीं होनी चाहिए, जो न सिर्फ उनके बीच प्यार को बरकरार रखता है बल्कि लड़ाई से ज्यादा प्यारभरे पल याद दिलाता है. एक-दूसरे से हमेशा सच बोलने की कोशिश करें हर एक रिश्ते की नींव सच्चाई पर टिकी होती है. ऐसे में अगर आप सोचते हैं कि अपने पार्टनर से झूठ बोलकर काम चला लेंगे, तो ऐसा मुमकिन नहीं है. एक न एक दिन आपका झूठ सामने आ ही जाएगा और आपका रिश्ता पूरी तरह से बिखर जाएगा. बेहतर यही है कि अगर आप अब तक अपने साथी से सच नहीं बोलते आए, तो अब शादी के बाद इसमें सुधार करें और सच के आधार पर अपने रिलेशनशिप को चलाएं. अपने पार्टनर का विश्वास जीतें और उनसे कुछ भी छिपाने का प्रयास न करें. एक-दूसरे का सम्मान करें अपने साथी का सम्मान करना कभी न छोड़ें भले ही आपके वीच कितनी भी वड़ी वहस क्यों न हो जाए. लड़ाई के दौरान हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि शब्दों की गरिमा कभी टूटने न पाएं, वरना आपके वोले गए शब्द तीर की तरह पार्टनर के दिल को चुभसकते हैं. साथ ही हमेशा के लिए आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है. बात चाहें कैसी भी हो, लेकिन कभी भी पब्लिक प्लेस या किसी के सामने अपने पार्टनर को उल्टा सीधा न तोलें. उनकी रिस्पेक्ट हमेशा करें. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

गूगल का नया अपडेट बदल देगा मोबाइल की दुनिया

नई दिल्ली Google I/O शुरू होने वाला हो और आने वाले नए फीचर्स की बात न हो भला ऐसे कैसे हो सकता है। दरअसल Google भी Samsung और Motorola की तरह एक बड़े ही काम का फीचर लेकर आने वाला है। इस फीचर की मदद से आपकी जेब में रखा स्मार्टफोन सिर्फ एक फोन नहीं रहेगा बल्कि पूरी तरह से कंप्यूटर बन जाएगा। बता दें कि हम बात कर रहे हैं डेस्कटॉप मोड की जो कि फिलहाल Samsung, डेक्स मोड के नाम से और Motorola Smart Connect के नाम से उपलब्ध कराती हैं। चलिए डिटेल में जानते हैं कि यह फीचर कैसे काम करेगा और कब आएगा। क्या है नया फीचर जैसा कि हमने पहले बताया यह नया फीचर Samsung के Dex और Motorola के Smart Connect फीचर के जैसा डेस्कटॉप मोड होगा। अगर आप dex और smart connect फीचर से परीचित नहीं हैं, तो बता दें कि यह एक ऐसा मोड है जिसमें आप अपने स्मार्टफोन को एक कंप्यूटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने फोन को एक बड़ी डिस्प्ले से कनेक्ट करना होता है और अलग से माउस और कीबोर्ड को भी कनेक्ट करना पड़ता है। इसके बाद डिस्प्ले पर आपको एक पीसी जैसा इंटरफेस इस्तेमाल करने के लिए मिलता है। इसे आप एक कंप्यूटर की ही तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि कुछ कंपनियां फोन को डिस्प्ले के साथ वायरलेस तरीके से कनेक्ट करने का ऑप्शन भी देते हैं। बशर्ते डिस्प्ले में वायरलेस कनेक्शन का ऑप्शन मौजूद हो। इसी तरह कुछ कंपनियों के डेक्सटॉप मोड में आप फोन की स्क्रीन को ही एक ट्रैक पैड की तरह इस्तेमाल करते हुए माउस का काम ले सकते हैं। कब आएगा डेस्कटॉप मोड फिलहाल Google I/O के चलते एंड्रॉयड 16 के चर्चे चारों तरफ हैं। ये नया एंड्रॉयड वर्जन अगले महीने से एलिजिबल यूजर्स के लिए उपलब्ध हो जाएगा। हालांकि Google के डेस्कटॉप मोड के आने की उम्मीज एंड्रॉयड 17 में है। जानकारों का मानना है कि गूगल अपनी नई पिक्सल लाइनअप के साथ पेश कर सकता है। बता दें कि Google के डेस्कटॉप मोड का खुलासा 2023 में एक सोर्स कोड के जरिए हुआ था। हालांकि अब लगने लगा है कि Google इसे जल्द लॉन्च करने के मूड में है। क्या खास होगा Google के फीचर में इस फीचर को लेकर जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक इस फीचर को Google ‘डेस्कटॉप मोड’ का नाम देगा। इसमें मल्टीटास्किंग फीचर्स के साथ साइज में छोटा बड़ा होने वाली विंडोज का फीचर भी मिलेगा। इसके अलावा इसके काफी हद तक क्रोम OS की तरह दिखने की भी उम्मीद है। बता दें कि क्रोम OS गूगल का अपना ही ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कि वह गूगल की क्रोमबुक्स में इस्तेमाल करता है। इसे मोबाइल के एंड्रॉयड और पीसी के विंडोज OS के बीच का माना जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मोड को इस्तेमाल करने के लिए फोन को एक तार के जरिए स्क्रीन से कनेक्ट करना होगा। वहीं कुछ रिपोर्ट्स कह रही हैं कि Google वायरलेस कनेक्शन का सपोर्ट भी इस फीचर के साथ दे सकता है। जानकारों का यह भी कहना है कि दूसरे एंड्रॉयड फोन्स पर आने से पहले ये फीचर गूगल अपने पिक्सल डिवाइसेज पर उपलब्ध करा सकता है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

Google स्टोरेज टेंशन खत्म!, Gmail लाया नया फीचर

नई दिल्ली Google आपको फ्री अकाउंट के साथ 15GB की स्टोरेज मुफ्त देता है। आज के डेटा वाले युग में यह 15GB कहां खप जाती है पता ही नहीं चलता। ऐसे में लोग Google को पैसे चुका कर अतिरिक्त स्टोरेज प्लान खरीदते हैं। बता दें कि Google द्वारा दी जाने वाली 15GB की फ्री स्टोरेज का एक बड़ा हिस्सा आपके ईमेल भी इस्तेमाल करते हैं। यहां बड़ी बात यह है कि इस फ्री स्टोरेज में से अधिक्तर हिस्सा ऐसी ईमेल खर्च कर देती हैं, जो कि आपके किसी काम की नहीं होतीं। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए, Google आपके लिए Gmail ऐप में एक बड़े ही काम का फीचर लेकर आया है। इसकी मदद से आप ऐसे ईमेल से एक क्लिक में छुटकारा पा सकेंगे जो कि बेकार में आपकी Gmail स्टोरेज को खर्च कर रहे हैं। साथ ही हो सकता है कि इसकी मदद से आप अपने Google अकाउंट में इतनी जगह खाली कर सकें कि आपको अतिरिक्त स्टोरेज के लिए कोई पैसा न खर्च करना पड़े। Manage Subscription फीचर क्या है? Google अपने Gmail ऐप में बहुत ही काम का फीचर लेकर आया है। इसकी मदद से आप उन ईमेल्स से छुटकारा पा सकेंगे जो कि रोजाना हजारों की तादाद में आपके इनबॉक्स को भरती हैं। अक्सर जब हम किसी वेबसाइट पर विजिट करते हैं या किसी वेबसाइट की कोई सर्विस इस्तेमाल करते हैं, तो अनजाने में उसके न्यूजलेटर या सर्विस से जुड़े अपडेट्स के ईमेल के लिए भी साइन अप कर देते हैं। कुछ वेबसाइट्स जान-बूझ कर इन ईमेल लेटर्स के लिए सब्सक्राइब करवाती हैं। इन ईमेल्स से छुटकारा दिलाने के लिए ही Google ने Gmail ऐप में Manage Subscription नाम का फीचर जोड़ा है। इसका इस्तेमाल करते हुए आप सभी फालतू के ईमेल अनसब्सक्राइब कर सकेंगे और अपनी Google स्टोरेज को भी बेकार की चीजों में खर्च होने से बचा सकेंगे। ऐसे करें इस्तेमाल इस फीचर को इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपने अपने Gmail ऐप को अपडेट कर लें। इसके बाद आपको अपने Gmail ऐप में टॉप लेफ्ट कॉर्नर में दिए हैमबर्गर मेन्यू में जाना है। वहां नीचे की ओर स्क्रॉल करने के बाद आपको Manage Subscription नाम का फीचर मिलेगा। इस पर टैप करने के बाद आपको उन सभी जगहों की एक लंबी लिस्ट मिलेगी जहां से आपको रोजाना ढेरों ईमेल्स भेजे जा रहे है। इनके नाम के आगे आपको अनसब्सक्राइब करने का आइकन दिखाई देगा। इन पर क्लिक करके आप आसानी से इस तरह के ईमेल्स को अनसब्सक्राइब कर पाएंगे। इससे आपकी Google स्टोरेज का एक बड़ा हिस्सा बच पाएगा। गौर करने वाली बात इस फीचर को Google धीरे-धीरे रोलआउट कर रहा है। खबर लिखने तक यह फीचर हमारे Android स्मार्टफोन पर उपलब्ध था लेकिन iPhone के लिए यह अभी नहीं आया था। ऐसे में अगर आपके लिए भी यह फीचर फिलहाल नहीं आया है, तो अपनी Gmail या Google ऐप को अपडेट रखें और चेक करते रहें। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 10

किसी को भी हो सकती है आंखों की बीमारी काला मोतिया

चालीस वर्षीय संतोष पिछले कुछ दिनों से इस बात से परेशान हैं कि बार-बार उनके चश्मे का नंबर बदल रहा है। साथ ही उन्हें अंधेरे में बहुत कम दिखाई देता है। उन्होंने तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क किया। विभिन्न परीक्षणों से इस बात की पुष्टि हुई कि उन्हें ग्लूकोमा है। डॉक्टर ने बताया चूंकि उनका रोग अभी पहले चरण में ही है इसलिए दवा से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।   ग्लूकोमा या काला मोतिया आंखों की एक ऐसी बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है। इस बीमारी के विषय में सबसे चिंताजनक बात यह है कि इससे ग्रस्त ज्यादातर लोग इस बात को नहीं जानते कि उन्हें ग्लूकोमा है क्योंकि इस बीमारी के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते इसलिए मरीज को तभी चल पाता है जबकि उसकी आंखों की दृष्टि क्षमता का ह्रास शुरू हो चुका होता है। इलाज शुरू होने के बाद भी नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती। सही इलाज के द्वारा केवल आगे होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है।   आक्वेयस हयमर एक तरल पदार्थ है जो हर वक्त हमारी आंखों में बहता रहता है। यह तरल पदार्थ हमारी आंखों के लैंस, आयरिस तथा कार्निया को पोषण देता है। इस तरल पदार्थ को प्रवाहित करने वाले नाजुक जाल में यदि कोई रुकावट आ जाती है या उसे सही जगह तक ले जाने वाली नस में कोई रुकावट उत्पन्न हो जाती है तो आईओपी अर्थात इंट्रा आक्सुलर प्रेशर (आंखों में दबाव) इतना बढ़ जाता है कि आप्टिक नर्व को रक्त पहुंचाने वाली रक्त वाहिनी को नुकसान पहुंचने लगता है। यदि इसका जल्द से जल्द इलाज न किया जाए तो आइओपी के कारण आप्टिक नर्व को बहुत नुकसान पहुंचता है जिस कारण दिमाग से आंखों का सम्पर्क खत्म हो जाता है और व्यक्ति पूरी तरह अंधा हो जाता है। आप्टिक नर्व में हुए नुकसान की पुनः भरपाई संभव नहीं होती।   ग्लूकोमा बहुत हद तक अनुवांशिक भी होता है। लघु दृष्टि दोष अर्थात् मायोपिया एवं मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को भी ग्लूकोमा होने की आशंका ज्यादा होती है। वे लोग जिनकी आंखों में आंतरिक दबाव असामान्य रूप से बहुत अधिक हों उन्हें भी यह बीमारी होने की पूरी-पूरी संभावना होती है। वे लोग जो लंबे समय से स्टीरायड या कोर्टिजोन का उपयोग कर रहे हों उन्हें भी ग्लूकोमा होने की संभावना होती है। आंखों में किसी प्रकार की चोट लगने के कारण भी यह रोग हो सकता है।   समय रहते ग्लूकोमा को पकड़ने के लिए जरूरी है कि साल में कम से कम एक बार आंख की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए। इसके कई ऐसे अप्रत्यक्ष लक्षण होते हैं जिन पर ध्यान दिया जाए तो ग्लूकोमा पर जल्दी नियंत्रण किया जा सकता है जैसे अंधेरे में कम दिखना, चश्मे का नबंर बार-बार बदलना या प्रकाश के चारों ओर इन्द्रधनुषी मंडल दिखना।   मरीज को ग्लूकोमा है यह जानने के बाद डॉक्टर कई प्रकार की जांचों के द्वारा ग्लूकोमा के प्रकार तथा उससे हुई दृष्टि क्षमता की क्षति का पता लगाते हैं। टोनोमेट्री टैस्ट आंखों में इंट्रा आक्युलर प्रेशर जांचने के लिए किया जाता है। आप्थल्मोस्कोपी टैस्ट आप्टिक नर्व में होने वाली हानि को जांचने के लिए किया जाता है। प्रत्येक आंख की दृष्टि क्षेत्र का परीक्षण करने के लिए पेरिमेट्री टैस्ट किया जाता है। एक अन्य टैस्ट गोनियोस्कोपी के द्वारा आंखों के ड्रेनेज एंगल का निरीक्षण किया जाता है।   ग्लूकोमा के इलाज के लिए दवाई, लेजर तथा सर्जरी का सहारा लिया जाता है। यदि प्रारंभिक अवस्था में ही इसका पता लग जाए तो दवाई द्वारा इसका उपचार किया जाता है। बाद में डॉक्टर ग्लूकोमा के प्रकार तथा उसके कारण हुई दृष्टिक्षमता की हानि को ध्यान में रखकर लेजर या सर्जरी की सलाह देते हैं।   ग्लूकोमा के सही इलाज के लिए जरूरी है कि किसी विशेषज्ञ से इसका इलाज करवाएं। सबसे जरूरी है कि दवा से संबंधित डॉक्टरी निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें। दवा की मात्रा को कभी खुद ही कम या ज्यादा नहीं करें। चूंकि इस रोग से पूर्ण मुक्ति संभव नहीं है इसलिए आंखों की नियमित जांच कराना बहुत जरूरी है इसमें लापरवाही आंखों के लिए घातक हो सकती है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

कंपनी ला रही भारत में तीन स्मार्टफोन्स, एक क्लिक में बदल जाएगी स्क्रीन

Alcatel भारतीय बाजार में रिएंट्री कर रहा है. कंपनी भारत में अपने नए स्मार्टफोन्स को लेकर आ रही है. कंपनी तीन नए स्मार्टफोन को लॉन्च करने वाला है, जो Alcatel V3 सीरीज का हिस्सा होंगे. ब्रांड के अपकमिंग स्मार्टफोन्स इस महीने के आखिरी में यानी 27 मई को लॉन्च होंगे. इन स्मार्टफोन्स को भारत में Nxtcell की टीम लॉन्च करेगी, जिसके साथ माधव सेठ भी जुड़े हुए हैं. Alcatel के स्मार्टफोन्स Flipkart पर बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे. कंपनी ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर माइक्रो साइट लाइव कर दी है, जिस पर कई सारी डिटेल्स मौजूद हैं. तीन फोन्स को लॉन्च करेगी कंपनी कंपनी 27 मई को होने वाले इवेंट में तीन नए स्मार्टफोन्स को लॉन्च करेगा. कंपनी Alcatel V3 Pro, Alcatel V3 Classic और Alcatel V3 Ultra को लॉन्च करेगी. ब्रांड का कहना है कि उनके स्मार्टफोन्स में गेम चेंजिंग डिस्प्ले टेक्नोलॉजी मिलेगी. हाल में कंपनी ने अपने अपकमिंग फोन्स के कुछ फीचर्स की जानकारी दी है. Alcatel के स्मार्टफोन में NXTPAPER प्लेटफॉर्म दिया जाएगा. इस प्लेटफॉर्म के साथ TCL के स्मार्टफोन्स यूरोपियन मार्केट में उपलब्ध हैं. इस डिस्प्ले टेक्नोलॉजी की वजह से यूजर्स एक क्लिक में स्मार्टफोन Ink Mode में चला जाएगा. क्या होगा फोन में खास? कंपनी ने अपने तमाम स्मार्टफोन्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है. हालांकि, ब्रांड अपने अल्ट्रा मॉडल को स्टायलस के साथ लॉन्च कर सकता है. इसके अलावा यूजर्स को एक एडिशनल बटन मिलेगा, जिसकी मदद से वे NXTPAPER मोड में एंट्री कर पाएंगे. इस मोड को ऑन करते ही स्मार्टफोन नॉर्मल और कलरफुल मोड से मोनोक्रोम मोड में चला जाएगा. रिपोर्ट्स की मानें, तो ब्रांड ग्लोबल मार्केट में मौजूद TCL 50 Pro NXTPAPER फोन को रिब्रांड करके भारत में लॉन्च कर सकता है. ये स्मार्टफोन MediaTek Dimensity 6300 प्रोसेसर, 32MP के फ्रंट कैमरा और 108MP के रियर कैमरा के साथ आ सकता है. फोन में 5010mAh की बैटरी दी जा सकती है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

गर्मियों में ऐसे रहे बीमारियों से दूर

गर्मी में दिल को त्वचा तक रक्त पहुंचाने के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है। ऐसे में तापमान के 42 डिग्री पर पहुंचने पर यह जरूरी हो जाता है कि हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, फ्लू, चिकन पॉक्स और डायरिया से बचने के लिए सावधानी बरती जाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मानद महासचिव डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, गर्मियों में उम्रदराज लोगों, बच्चों और दिल के रोगियों, डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीजों को समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बचाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्यास न भी लगे, तब भी पानी पीते रहना चाहिए। दिल के रोगियों को तीव्र गर्मी में घर के अंदर ही रहना चाहिए, क्योंकि गर्मी में दिल को त्वचा तक रक्त पहुंचाने के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है। ज्यादा मेहनत जानलेवा हो सकती है। जंक फूड और सड़क किनारे से कुछ खरीदकर न खाएं, क्योंकि गर्मी में खाना जल्दी खराब होता है। कुछ आम बीमारियां: हीट स्ट्रोक गर्मी में ज्यादा देर काम करने से शरीर के ओवरहीट होने से होता है। ऐसे व्यक्ति का इमरजेंसी इलाज करना चाहिए, नहीं तो उसके कई अंग काम करना बंद कर सकते हैं। लगातार तरल पदार्थ लेने, गर्मी से बचने, हवादार कपड़े पहनने से काफी राहत मिलती है। शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन होता है। ज्यादा व्ययाम, गंभीर डायरिया, उल्टी, बुखार या ज्यादा पसीना इसके आम कारण हैं। व्यायाम के वक्त पानी न पीना या गर्मी में वैसे भी डीहाइड्रेशन हो सकता है। छोटे बच्चों, उम्रदराज लोगों और पुरानी बीमारी वालों को ज्यादा खतरा है। इसलिए गर्मी में पानी पीते रहना जरूरी है। चिकनपॉक्स और मीजल्स भी गर्मी में होते हैं, क्योंकि तब इसके वायरस तेजी से फैलाते हैं। इसलिए सबको इसका वैक्सीनेशन लेना जरूरी है। मूत्र मार्ग में संक्रमण भी बच्चों और बड़ों की आम बीमारी है। औरतों को अक्सर पता नहीं चलता कि उनमें पानी की कमी हो रही है और पानी न पीने से संक्रमण होता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि गर्मी में भी पानी उबालकर पीना चाहिए, क्योंकिपानी की गुणवत्ता में कमी हो जाती है। पानी में अगर ऑर्सेनिक, जंग, कीटनाशक आदि मिला हो तो उसे पीने से डायरिया, हैजा, टायफायड वगैरह हो सकता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 10