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कौन सा वाई-फाई राउटर है आपके लिए बेहतर, इन टिप्स से करें सिलेक्ट

इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कई यूजर्स तो ऑफिस के बाद घर में भी इंटरनेट की मदद से काम करते हैं। इतना ही नहीं, लैपटॉप के साथ स्मार्टफोन पर भी इंटरनेट की जरूरत होती है। ऐसे में वाई-फाई नेटवर्क बेस्ट ऑप्शन होता है। वाई-फाई की मदद से यूजर्स कई डिवाइस एक साथ कनेक्ट कर सकता है। साथ ही, इससे बेहतर स्पीड भी मिलती है। वाई-फाई नेटवर्क के लिए राउटर की जरूरत होती है। ऐसे में यदि आप मार्केट से नया वाई-फाई राउटर लेने जा रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें। इन बातों की मदद से आप बेहतर वाई-फाई राउटर का चयन कर पाएंगे। टिप्स नंबर-1 आपके पास है कौन-सा कनेक्शन वाई-फाई राउटर लगाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपको पास कौन-सा कनेक्शन हैं। यानी क्या आप राउटर की सर्विस अपनी फोन लाइन के जरिए लेना चाहते हैं। भारत में कई यूजर्स जो फोन के जरिए वाई-फाई राउटर का इस्तेमाल करते हैं उनके घरों में एमटीएनएल या बीएसएनएल का कनेक्शन होता है। ऐसे में आपको ऐसे हार्डवेयर का इस्तेमाल करना है जो आपके कनेक्शन के साथ ठीक रहे। ऐसे में आपके लिए एडीएसएल राउटर ठीक रहेगा। हालांकि, इस तरह के राउटर से आपको किसी फिक्स जगह पर पीसी का इस्तेमाल करना होगा, लेकिन आपका राउटर वायरलैस है तो इसकी जरूरत नहीं होगी। एडीएसएल में कई एडवांस राउटर भी आते हैं, जिससे आप स्टोरेज और प्रिंटर भी कनेक्ट कर सकते हैं। टिप्स नंबर-2 स्टैंडर्ड कैसा हो? जो राउटर 802.11एसी स्टैंडर्ड को सपोर्ट करते हैं, वो बेहतर होते हैं। इनकी डाटा ट्रांसफर स्पीड 802.11एन से तीन गुना ज्यादा होती है। ये 5गीगा हटर्ज फ्रिक्वेंसी बैंड पर इस्तेमाल किए जाते हैं, जो रेग्युलर 2.4गीगा हटर्ज बैंड से कम होते हैं। हालांकि, इनका नेटवर्क परफॉर्मेंस बेहतर होता है। खासकर, स्ट्रीमिंग मीडिया कंटेंट के लिए ये बेस्ट हैं। इन राउटर का बेस्ट पार्ट है कि ये ‘एन’ स्टैंडर्ड के साथ कम्फर्टेबल हैं। यानी आपका पुराना डिवाइस भी बिना किसी प्रॉब्लम के बेहतर काम करेगा। इतना ही नहीं, आप इससे पैसे भी बचा सकते हैं। टिप्स नंबर-3 डुअल-बैंड आपको बता दें कि ‘एन’स्टैंडर्ड वाले राउटर 2.4गीगा हटर्ज फ्रिक्वेंसी बैंड पर काम करते हैं। इतना ही नहीं, माइक्रोवेव ओवन, कोर्डलैस फोन और ब्लूटूथ डिवाइस भी इसी स्पैक्ट्रम पर ऑपरेट किए जाते हैं। इसके चलते ये सिग्नल और पावर को कम करत सकते हैं। ऐसे केस में बेहतर होगा कि आप डुअल-बैंड राउटर का इस्तेमाल करें, जो 5गीगा हटर्ज बैंड को भी सपोर्ट करेगा। ऐसे में आप अपना स्मार्टफोन और लैपटॉप 5गीगा हटर्ज बैंड के साथ कनेक्ट कर पाएंगे, जो 2.4गीगा हटर्ज से ज्यादा स्पीड देगा। टिप्स नंबर-4 यूएसबी पोर्ट्स यूएसबी पोर्ट वाले राउटर में आप फ्लैश ड्राइव के साथ प्रिंटर भी नेटवर्क पर शेयर कर सकते हैं। ये किसी छोटे ऑफिस या जगह के लिए सबसे बेस्ट और कामयाब फंक्शन होता है। इनका इस्तेमाल वायरलेस नेटवर्क के तौर पर भी किया जा सकता है। इनमें कुछ राउटर 3जी डाटा डोंगल को सपोर्ट करते हैं, लेकिन ये स्पेशिफिक बैंड के होना चाहिए। ऐसे में राउटर खरीदने से पहले इस बात को जरूर चेक करें कि वो आपके डोंगल को सपोर्ट करेगा या नहीं। टिप्स नंबर-5 मल्टीपल एंटीना राउटर में मल्टीपल एंटीना लगाकर उसकी रेंज को बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसकी रेंज घर या ऑफिस की दीवारों और विंडो से भी बाहर हो जाती है। ऐसे में कोई आपके वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 44

सीधे बालों को कर्ल करने के आसान तरीके

लड़कियो कि असली खूबसूरती का राज उनके बाल होते हैं। अपने बालों को नया लुक देकर जब आप खुद को एक नये अंदाज में देखते हैं तो इस खुशी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल होने लगता है। लेकिन बाल जब एक ही तरह के दिखते हैं तब आप खुद में बोरियत पन का अहसास करने लगते हैं। और फिर बाल अगर सिल्की स्ट्रेट हो तब तो कोई भी स्टाइल बना पाना और भी मुश्किल हो जाता है। इससे ज्यादा बोरिंग और क्या होगा कि आप कहीं भी जाए बस एक ही हेयर स्टाइल हो। कई बार तो ऐसा भी होता है कि पार्टी में जाने के लिए बालों को एक नया लुक देने के लिए आप पार्लर में न जाने कितना पैसे खर्च करते हैं लेकिन जैसे ही आप सैलून से बाहर निकलती हैं ये लॉक्स फिर से फ्लैट हो जाते हैं। इसीलिए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स, जिन्हें फॉलो कर आप अपने घर पर ही इन कर्ल्स को ज्यादा टाइम तक टिका सकती हैं। सावधानियां:- बालों में ज्यादा कंडीशनर उन्हें और फिर सिल्की बनाता है और इससे बालों में कर्ल्स टिक नहीं पाते। इसीलिए कंडीशनर कम लगाएं। साथ ही हमेशा हेयर वॉश करने के अगले दिन ही बालों को कर्ल करें। क्योंकि ऐसे में बालों में नैचुरल ऑयल होगा, यदि आप बालों में कर्लिंग आयरन लगा रहे है तो ध्यान दे कि इससे पहले बालों में मूस लगा लें। एक बेसबॉल साइज जितना मूस लें और बालों की जड़ों से लेकर एंड्स तक लगाएं। ये आपके बालों के ऊपर एक कवच बनाएगा, जिससे कर्ल्स अच्छे से टीके रहेंगे। आप नारियल या आर्गन तेल भी लगा सकती हैं। बाल कर्ल बनाए रखने के तरीके… कर्ल और क्लिप-कुछ सेकेंड्स में कर्ली बाल पाने के लिए कई कर्लिंग रॉड्स और फ्लैट आइरन्स आती हैं। लेकिन कर्ल करने के बाद आपका अगला स्टेप होना चाहिए क्लिप। अगर आपके बाल बहुत कर्ल हैं तब तो ये बहुत जरूरी है। इसीलिए बालों को कर्ल करने के 5 सेकेंड बाद बालों से रॉड हटाएं और डकबिल क्लिप या बॉबी पिन लगा लें। 5 से 10 मिनट रूकें। अगर आप हीट डैमेज से बालों में होने वाले नुकसान के बारे में परेशान हैं तो रात भर सॉफ्ट स्पॉंज रोलर्स लगा कर सोएं। इससे आपको बिना बालों को डैमेज किए वही रिजल्ट मिलेगा। बालों से क्लिप खोलने के बाद बालों को उंगलियों से बिखेरें। आप कैसे भी कर्ल करें, हर बार उन्हें उंगलियों से ही बिखेरे, इससे कर्ल्स बालों में ज्यादा टाइम तक बने रहेंगे। आखिर में हेयर स्प्रे लगाएं, बस आप तैयार हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 71

किचन को रीडिजाइन कर देते हैं कैबिनेट्स

कौन-सी हाऊसवाइफ नही चाहेगी कि उसका किचन सबसे अच्छा दिखे। यदि आप अपनी किचन को अलग लुक देना चाहती हैं तो जरूरी है कि उस में लगाई जाने वाली सभी चीजों पर खास ध्यान दिया जाए। यदि बात किचन कैबिनेट्स की करी जाए तो वे न सिर्फ चीजों को स्टोर करने के लिए जगह देते हैं, बल्कि किचन को स्टाइलिश लुक भी देते हैं। आज मार्केट में किचन कैबिनेट्स की ढेरों वैराइटीज उपलब्ध हैं। फिर चाहे बात कलर्स की हो या साइज की, आप इन्हें अपनी किचन के अकौर्डिंग सैट करा सकती हैं।   स्टेनलैस स्टील कैबिनेट्स यदि आप लकड़ी के कैबिनेट्स नहीं लगाना चाहतीं, क्योंकि आप के घर में दीमक जल्दी लग जाती है, तो आप स्टेनलैस स्टील कैबिनेट्स लगवा सकती हैं। ये आजकल काफी ट्रैंड में हैं। इन में न तो दीमक लगने का डर रहता है और न ही ये जल्दी गलते हैं। साथ ही स्टाइलिश लुक भी देते हैं।   स्टोरेज कैबिनेट्स आप की किचन के साथ कोई स्टोर नहीं है और आप को किचन का सामान रखने में दिक्कत होती है, तो आप किचन के लिए स्टोरेज कैबिनेट्स खरीदें। इस में दराजें और अलमारियां काफी बनी होती हैं, जिन में आप आराम से सामान रख सकती हैं। आप महीने भर का सामान भी इन में स्टोर कर सकती हैं, बस इन्हें खरीदते समय यह देख लें कि ये आप की जरूरत के अकौर्डिंग हैं या नहीं। आप इन्हें अपनी जरूरत के अनुसार डिजाइन भी करवा सकती हैं।   ग्लास कैबिनेट्स यदि आप अपनी किचन को अलग लुक देना चाहती हैं तो ग्लास कैबिनेट्स अपनी किचन में शामिल करें। इन की खासीयत यह होती है कि इन में बनी अलमारियों के दरवाजे ग्लास के होते हैं, जिस से आप को उन में रखा सामान आसानी से नजर आ जाता है। साथ ही यदि आप की क्रौकरी काफी स्टाइलिश है तो आप अलमारी में उन्हें लगवा कर किचन को अट्रैक्टिव लुक दे सकती हैं। इन की आप को ढेरों वैराइटियां और डिजाइन मार्केट में मिल जाएंगे। ग्लासेज को स्टाइलिश लुक देने के लिए इन पर डिजाइनिंग भी की जाती है।   मौडर्न कैबिनेट्स आज जमाना मौडर्न किचन का है। किचन में लगी हर चीज मौडर्न लुक में मार्केट में मिल रही है। यदि आप चाहती हैं कि आप के लिविंग और बैडरूम की तरह किचन भी मौडर्न लुक दे तो इस के लिए मार्केट में कैबिनेट्स के ढेरों डिजाइन और कलर उपलब्ध हैं। कैबिनेट्स की डिजाइनिंग में अलमारियों की शेप्स व कलर्स का वर्क काफी मौडर्न तरीके से किया जाता है। कुछ शैल्फ सामने की तरफ बनाई जाती हैं, जिन में आप कुछ डैकोरेटिव आइटम्स भी सजा सकती हैं। साथ ही इन में दराजों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि आप कंफर्टेबल हो कर उन को यूज कर सकें। इन में लाइट भी कुछ अलग तरह की यूज की जाती है जिस से आप की किचन काफी अट्रैक्टिव नजर आती है। किचन के हर सामान के लिए प्रौपर अलमारियां और दराजें डिजाइन की जाती हैं।   सिंपल कैबिनेट्स आप को अपनी किचन सिंपल ऐंड सोबर पसंद है तो सिंपल ऐंड सोबर लुक देते कैबिनेट्स मार्केट में आराम से मिल जाएंगे। ये जगह भी कम घेरते हैं और साथ ही इन में दराजें और अलमारियां भी कम बनी होती हैं। इस से आप को सामान ढूंढ़ने की जरूरत नहीं पड़ती है। इन में ज्यादातर 1-2 कलर यूज किए जाते हैं ताकि किचन सिंपल नजर आए। इन के हैंडल भी बिलकुल सिंपल लुक में होते हैं।   खरीदते समय रखें ध्यान…. टाइप ऐंड स्टाइलः मार्केट में आप को कैबिनेट्स की ढेरों किस्में और स्टाइल मिल जाएंगे। लेकिन जरूरी है कि आप अपनी किचन के अकौर्डिंग कैबिनेट्स खरीदें। आप को सामान को रखने के लिए कितनी स्पेस चाहिए इस को ध्यान में रखते हुए भी आप इन्हें डिजाइन करवा सकती हैं। कैबिनेट्स फ्रेम्ड या फ्रेमलैस दोनों तरह के मिलते हैं। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के कैबिनेट्स लगवाना पसंद करती हैं।   मैटीरियलः किचन कैबिनेट्स में आप को कई तरह का मैटीरियल मार्केट में मिलेगा। यह देखना जरूरी है कि आप को किस मैटीरियल से अपनी किचन को अलग लुक देना है।अपने कंफर्ट और रेंज को देखते हुए आप इन्हें खरीद सकती हैं।   कलर्सः घर का कोई भी कोना हो, उस में कलर बहुत माने रखते हैं। किचन कैबिनेट्स आप अपनी किचन के कलर के अकौर्डिंग ले सकती हैं। कैबिनेट्स में कुछ कलर्स कौमन हैं जैसे व्हाइट, सिलवर, ब्राउन, ब्लैक जिन्हें आप बिना मैचिंग के भी लगवा सकती हैं। वैसे आजकल कलर कौंबिनेशन का भी काफी ट्रैंड है. 2 या 3 कलर का प्रयोग कर के कैबिनेट्स को अट्रैक्टिव बनाया जाता है।   टिकाऊः कैबिनेट्स खरीदते समय ध्यान रखें कि उन का मैटीरियल टिकाऊ हो। यदि लकड़ी का कैबिनेट है तो उस की लकड़ी अच्छी क्वालिटी की हो। यदि कैबिनेट स्टेनलैस स्टील का है तो वह भी बढ़िया क्वालिटी में हो। मार्केट में लाइट से ले कर हैवी सभी तरह की क्वालिटी आप को मिल जाएगी।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 54

सेफ मोबाइल बैंकिंग के लिए अपनाएं ये 5 तरीके

आज ट्रांजेक्शन के लिए लगभग हर व्यक्ति मोबाइल बैंकिंग का यूज करता है,लेकिन यह बात परेशानी का कारण तब बन जाती है अगर आपका मोबाइल खो जाएं या चोरी हो जाएं। इसलिए थोड़ी सी लापरवाही आपके लिए खतरे का अलार्म लेकर आ सकती है और ऐसे में जरूरत पड़ती है कि आप सोच-समझकर मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करेंः प्राइवेट इंफॉर्मेंशन का रखें ख्याल: मोबाइल बैंकिंग का यूज करते समय प्राइवेट इंफॉर्मेशन जैसे- अकाउंट नंबर, डेट ऑफ बर्थ, पासवर्ड, डेबिटध्क्रेडिट कार्ड और पैन कार्ड जैसी निजी जानकारियां गोपनीय रखें अन्यथा हैकर्स आपका बैंक अकाउंट हैक करके आसानी से आपको नुकसान पहुंचा देंगे, इसलिए जरूरत है फोन को सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर से सुरक्षित किया जाएं। पब्लिक वाइ-फाइध्ब्लूटूथ से बचें: अगर मोबाइल बैंकिंग का यूज कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि गलती से भी पब्लिक वाइ-फाइ व मोबाइल ब्लूटूथ का उपयोग न करें, क्योंकि इनके द्वारा वायरस आपके मोबाइल पर अटैक कर सकता है। इस खतरे से बचने के लिए आप मोबाइल में एंटी वायरस फायरबॉल और सेफ्टी सॉफ्टवेयर टाइम-टाइम पर अपडेट करते रहें। ब्राउजिंग हिस्ट्री का रखें ध्यान: जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का यूज करते हैं तो तभी अपने स्मार्टफोन से ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट करते जाएं, इससे अगर फोन खो जाएं या हैक हो भी हो जाएं तो आपको नुकसान नहीं होगा। स्ट्रांग पासवर्ड लगाएं: जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं क्या उसमें ऑटोलॉक लगाकर रखते हैं? सेफ मोबाइल बैंकिंग के लिए अपने मोबाइल में ऑटोलॉक जरूर लगाएं। इसके लिए आप कैरेक्टर, न्यूमैरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स का 8 डिजीट वाला या उससे ज्यादा के कैरेक्टर का एक स्ट्रांग पासवर्ड चुनें। ट्रस्टेड साइट पर ब्राउजिंग करें: जब भी मोबाइल में ब्राउजिंग करें तो ध्यान रखें कि साइट विश्वसनीय हो, विशेषकर अगर आप गेम्स, एप्स, गाने और वीडियो डाउनलोड कर रहे हैं। बहुत बार देखा गया है कि किसी भी साइट से डाउनलोड करना महंगा साबित हो जाता है चूंकि डाउनलोडिंग के साथ-साथ वायरस अटैक का खतरा और बढ़ जाता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 89

एसिडिटी में जरूर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

एसिडिटी एक बहुत ही आम समस्या है जो हर दिन किसी ना किसी को होती ही है। जब एसीडिटी होती है तब सीने और छाती में जलन होने लगती है। खाने का सही तरीके से पाचन नही होता है जिससे बाद में घबराहट, खट्टी डकारों के साथ गले में जलन सी महसूस होती है। अगर आपको एसिडिटी, पेट दर्द और गैस जैसी समस्या है तो जरूर आजमांए ये घरेलू नुस्खे और पाएं एसिडिटी से राहत। खाली पेट रोज सुबह नींबू पानी पियें। इससे आपके पेट में कभी भी एसिडिटी नहीं होगी। आप इसको पी कर अपना वजन भी घटा सकते हैं। ग्रीन टी चाय पीने की जगह पर ग्रीन टी पियें क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीटडेंट होता है जो इंफेक्शडन और एसिडिटी को जल्दग ठीक करता है। आप चाहें तो ग्रीन टी में नींबू का रस भी मिक्सह कर सकती हैं। एसिडिटी का पेट दर्द दूर करने के लिये फ्रिज में रखा ठंडा दूध बडे़ काम आ सकता है। अगर रात में एसिडिटी बनें तो ठंडा दूध पियें। एप्प ल साइडर वेनिगर एक गिलास ठंडे पानी में 1 छोटा चम्मठच एप्पबल साइडर वेनिगर मिक्सो करें और धीरे धीरे कर के पियें। इससे आपके पेट को राहत मिलेगी और इंफेक्शडन भी दूर होगा। छाछ या मठ्ठा छाछ में एक चुटकी नमक डाल कर पियें। आपको 5 मिनट में ही राहत मिल जाएगी। इसको बिना काली मिर्च डाले ही पियें। चावल का पानी चावल को खुले भगौने में पका कर उसका पानी निकाल कर उसमें नींबू का रस मिक्स। करें। इसे पियें और एसिडिटी से राहत पाएं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 42

सॉफ्टवेयर के बगैर पेन ड्राइव पर लगाएं पासवर्ड

स्मार्टफोन गुम होने या चोरी होने पर उसका डाटा एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर का इस्तेमाल कर रिमोट एक्सेस से डिलीट कर सकते हैं मगर पेन ड्राइव खो जाए तब क्या करेंगे। ऐसी समस्या से बचने के लिए आप सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर पेन ड्राइव पर पासवर्ड सेट कर देते हैं। मगर क्या आपको पता है कि पेन ड्राइव पर बिना सॉफ्टवेयर के भी पासवर्ड लगाया जा सकता है। वहीं स्मार्टफोन में भी बिना एप के अपने निजी फोल्डर ओर फोटो को छिपा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में… पेन ड्राइव पर पासवर्ड सेट करना बहुत ही आसान है। पासवर्ड सेट करने के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप में दिए गए ‘स्टार्ट’ पर क्लिक करें। इसके बाद  ‘कंप्यूटर पैनल’ में जाएं। यहां दाईं तरफ ऊपर की ओर ‘व्यू बाई’ लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करके  ‘लार्ज आइकन’ का चुनाव करें। इसके बाद बिटलाकर ड्राइव एनएन्क्रिप्सन पर क्लिक करें। नई स्क्रीन खुलने के बाद उसमें कंप्यूटर से जुड़ी हुई ड्राइव दिखाई देंगी। इसमें ‘पेन ड्राइव’ का विकल्प भी होगा जिसके सामने बिटलाकर लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करें। ऐसा करने से नई विंडो स्क्रीन खुलेगी, जिसमें पेन ड्राइव के लिए पासवर्ड टाइप करना होगा। इसके बाद उस स्क्रीन पर ‘नेक्स्ट’ का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक कर दें और आगे बढ़ें। अब स्क्रीन पर दो विकल्प आएंगे जिसमें से ऊपर की ओर सेव द पासवर्ड लिखा मिलेगा उसे चुनें। इस प्रक्रिया के बाद यूजर की पेन ड्राइव आसानी से सुरक्षित हो जाएगी। बिना सॉफ्टवेयर के छिपाएं फोन के फोल्डर स्मार्टफोन में जितने एप होते हैं, उनकी संख्या शायद ही किसी यूजर को पता हो। फोन हैंग होने की असली वजह ज्यादा एप होना भी है। अगर आपके फोन में भी ऐसा ही है तो अपने फोन में से एक एप्लीकेशन एप लॉकर या फोल्डर लॉकर  डिलीट कर दें क्योंकि यूजर बिना ‘एप लॉकर’ से भी निजी फोल्डर फोन में छिपा सकते हैं। इसके लिए फोन के एप मेन्यू में जाएं। वहां दिए गए ‘फाइल मैनेजर’ पर क्लिक करके उसके अंदर जाएं। यहां आप एसडी कार्ड और इंटरनल मेमोरी का भी चयन कर सकते हैं, जहां पर अपनी फाइलों को छिपाना चाहते हैं। मेमोरी का चयन करने के बाद फोल्डर बनाएं। फोल्डर बनाने के लिए ऊपर दाईं ओर दिए गए तीन बिन्दुओं वाले ‘सेटिंग’ के आइकन पर क्लिक करें। इसके बाद एक नई विंडो खुलेगी जिस पर ‘न्यू फोल्डर’ लिखा होगा उस पर क्लिक करते ही नया फोल्डर बन जाएगा और उस पर नाम देने का विकल्प आएगा। ध्यान रहे कि फोल्डर का नाम देने से पहले पहले डॉट (.) अवश्य लगा दें। इसके बाद ‘ओके’ का विकल्प दबाएं। फोल्डर बनाते ही वह छिप जाएगा। फोल्डर को दोबारा देखने के लिए फोल्डर बनाने वाली जगह पर जाएं और वहां ऊपर की तरफ दिए गए ‘सेटिंग’ में जाकर शो हिडन फाइल का चुनाव करें। काम होने के बाद फोल्डर को दोबारा छिपाने के लिए सेटिंग में दिए गए हाईड हिडेन फाइल पर क्लिक करना होगा।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

इस तरीकों से घर बैठे करें फोन के स्पीकर को आसानी से क्लीन

जब भी आप स्मार्टफोन खरीदने का सोचते हैं तो आपके दिल दिमाग में यह सवाल जरूर आता है कि, स्मार्टफोन की लाइफ कम ही होती है, बहुत से बहुत 2 साल के बाद आपको अपना फोन बदलना ही पड़ेगा, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आपका फोन नया ही रहता है बिल्कुल अच्छे से चल रहा होता है और फोन में छोटी-मोटी प्रॉब्लम आने लग जाती है, जो कि आपको काफी हद तक इरिटेट करने लग जाती है। इनमें से जो सबसे मेजर प्रॉब्लम देखने को मिलती है वह यह होती है कि फोन के सारे फंक्शन ठीक से काम कर रहे होते हैं, लेकिन फोन का वॉल्यूम आगे चलकर काम हो जाता है या आपके फोन से आवाज बहुत कम आती है। इसका नतीजा यह होता है कि किसी से फोन पर बात करने या फोन की स्पीकर में प्रॉब्लम होने से गाना सुनने में आपको बहुत समस्या देखने को मिलती है। कई बार लोग इस प्रॉब्लम को लेकर सर्विस सेंटर पहुंच जाते हैं और फोन को ठीक करने के चक्कर में काफी पैसा भी खर्च करते हैं, और कई बार ऐसा होता है कि एक प्रॉब्लम तो ठीक हो जाती है लेकिन जब सर्विस सेंटर से फोन वापस आता है तो कोई और प्रॉब्लम उसमें शुरू हो जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किस तरीके से फोन में आने स्पीकर सम्बंधित परेशानियों को आप घर बैठे और अपने आप से ही ठीक कर सकते हैं। फोन की करें प्रॉपर सफाई कई बार ऐसा होता है कि फोन के स्पीकर के पास बहुत ज्यादा गंदगी जमा हो जाने के कारण स्पीकर से आवाज कम आता है, तो ऐसे में अगर आप स्पीकर की सफाई कर देते हैं तो काफी हद तक आपको ही समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। इसको करने के लिए आपको कोई भी सूखा हुआ टूथब्रश इस्तेमाल करना है और आप टूथब्रश की सहायता से स्पीकर के अंदर धीरे-धीरे करके साफ करते हैं तो काफी हद तक आप देखेंगे की गंदगी बाहर निकल रही है और ऐसा आपको हल्के हाथों से करना चाहिए। टूथब्रश के अलावा आप देखेंगे कि कई बार डिवाइस को क्लीन करने के लिए भी एक ब्रश आता है जो की काफी सॉफ्ट होता है, उस ब्रश की सहायता से भी अगर आप बाहर से ही फोन के स्पीकर को क्लीन करते हैं तो भी काफी हद तक आपको कम आवाज आने की समस्या में राहत मिलेगी और आपका फोन का स्पीकर पहले की मुकाबला काफी बेहतर परफॉर्म करता हुआ नजर आएगा। इसके अलावा आप कॉटन के कपड़े का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल करने के लिए आप थिनर या पेट्रोल में हल्का सा डीप कर लें और इससे धीरे-धीरे अगर आप फोन के स्पीकर को क्लीन करते हैं तो आसानी से क्लीन हो जाएगा। आप चाहे तो कॉटन बड से भी सफाई कर सकते हैं और इसे भी बड़ी ही आसानी से फोन का स्पीकर क्लीन किया जा सकता है। यह भी फोन के स्पीकर के अंदर से धूल और डस्ट को खींच निकालता है, इसके अलावा आप फोन के कवर को भी हटाकर क्लीन करते हैं, तो काफी हद तक आपकी साउंड की प्रॉब्लम सॉल्व हो जाती है, क्योंकि फोन के कवर के अंदर भी काफी मात्रा में धूल मिट्टी इकट्ठा हुई रहती है। इन सब के बावजूद भी अगर आपका स्पीकर अभी भी बढ़िया परफॉर्म नहीं कर रहा है, तो आपको अपने फोन को एक बार रीस्टार्ट करके देख लेना चाहिए, इससे क्या होता है कि कई बार सेटिंग में कोई गड़बड़ी हुई रहती है तो फोन जब रीस्टार्ट होता है तो कई बार यह प्रॉब्लम अपने आप सही हो जाती है।   ध्यान रहे आपको किसी भी तरीके का कोई भी स्प्रे फोन के अंदर स्पीकर पर नहीं स्प्रे करना है। आपको ड्राई ब्रश से ही इसे क्लीन करना है अगर ज्यादा दिक्कत है तो ही आप सर्विस सेंटर जाएं और अपने फोन को सही कराएं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 63