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कई बीमारियों से बचाए तुलसी

आज कल लोगों को इतनी सारी बीमारियां हो रही हैं कि उनके पैसे डॉक्टार और दवाइयों में ही खर्च हो रहे हैं। पर यदि आपके घर में तुलसी का पौधा लगा हुआ है तो आपको चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है। तुलसी केवल हमारी आस्था का प्रतीक भर नहीं है। इस पौधे में पाए जाने वाले औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में भी तुलसी को महत्वपूर्ण माना गया है। तुलसी जुकाम, खांसी, बुखार, सूखा रोग, पसलियों का चलना, निमोनिया, कब्ज् और अतिसार सभी रोगों में चमत्कालरी रूप से अपना असर दिखाती है। तुलसी पत्र मिला हुआ पानी पीने से कई रोग दूर हो जाते हैं। इसीलिए चरणामृत में तुलसी का पत्ता डाला जाता है। आइये जानते हैं कि किस तरह से तुलसी बीमारियां को दूर भगाती है। 1. लिवर संबंधी समस्या तुलसी की 10-12 पत्तियों को गर्म पानी से धोकर रोज सुबह खाएं। लिवर की समस्याओं में यह बहुत फायदेमंद है। 2. पेट दर्द एक चम्मच तुलसी की पिसी हुई पत्तियों को पानी के साथ मिलाकर गाढा पेस्ट बना लें। पेट दर्द होने पर इस लेप को नाभि और पेट के आस-पास लगाने से आराम मिलता है। 3. डिगेशन संबंधी समस्या  एक ग्लास पानी में 10-15 तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें और काढा बना लें। इसमें चुटकी भर सेंधा नमक डालकर पीएं। इससे पाचन संबंधी समस्याओं जैसे दस्त लगना, पेट में गैस बनना आदि दूर होती है। 4. बुखार बुखार आने पर दो कप पानी में एक चम्मच तुलसी की पत्तियों का पाउडर और एक चम्मच इलायची पाउडर मिलाकर उबालें और काढा बना लें। दिन में दो से तीन बार यह काढा पीएं। स्वाद के लिए चाहें तो इसमें दूध और चीनी भी मिला सकते हैं। तुलसी का अर्क तेज बुखार को कम करने में भी कारगर साबित होता है। 5. खांसी-जुकाम तुलसी की पत्तियां कफ साफ करने में मदद करती हैं। सभी तरह के कफ सीरप बनाने में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी की कोमल पत्तियों को थोडी-थोडी देर पर अदरक के साथ चबाने से खांसी-जुकाम से राहत मिलती है। चाय की पत्तियों को उबालकर पीने से गले की खराश दूर हो जाती है। 6. सर्दी से बचाव सर्दी जुकाम होने पर तुलसी की पत्तियों को चाय में उबालकर पीने से राहत मिलती है। बारिश या ठंड के मौसम में सर्दी से बचाव के लिए तुलसी की लगभग 10-12 पत्तियों को एक कप दूध में उबालकर पीएं। सर्दी की दवा के साथ-साथ यह एक न्यूट्रिटिव ड्रिंक के रूप में भी काम करता है। 7. ब्रीथिंग प्रोब्लेम्स श्वास संबंधी समस्याओं का उपचार करने में तुलसी खासी उपयोगी साबित होती है। शहद, अदरक और तुलसी को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से ब्रोंकाइटिस, दमा, कफ और सर्दी में राहत मिलती है। नमक, लौंग और तुलसी के पत्तों से बनाया गया काढ़ा इंफ्लुएंजा (एक तरह का बुखार) में फौरन राहत देता है। 8.  गुर्दे की पथरी यदि किसी के गुर्दे में पथरी हो गई हो तो उसे शहद में मिलाकर तुलसी के अर्क का नियमित सेवन करना चाहिए। तुलसी गुर्दे को मजबूत बनाती है। 9. हार्ट डिजीज तुलसी खून में कोलेस्ट्राल के स्तर को घटाती है। ऐसे में हृदय रोगियों के लिए यह खासी कारगर साबित होती है। 10. टेंशन तनाव को खुद से दूर रखने के लिए कोई भी व्यक्ति तुलसी के 12 पत्तों का रोज दो बार सेवन कर सकता है। तुलसी की पत्तियों में तनाव रोधीगुण भी पाए जाते हैं। 11. माउथ इन्फेक्शन अल्सर और मुंह के अन्य इन्फेक्शंस में तुलसी की पत्तियां फायदेमंद साबित होती हैं। रोजाना तुलसी की कुछ पत्तियों को चबाने से माउथ इन्फेक्शन दूर हो जाता है। 12. स्किन डिजीज नैचुरोपैथों द्वारा ल्यूकोडर्मा का इलाज करने में तुलसी के पत्तों को सफलता पूर्वक इस्तेमाल किया गया है। इससे इंफेक्शन ज्यादा नहीं फैल पाता। दाद, खुजली और त्वचा की अन्य समस्याओं में तुलसी के अर्क को प्रभावित जगह पर लगाने से कुछ ही दिनों में रोग दूर हो जाता है। 13. सांसों की दुर्गध पायरिया जैसी समस्या में भी यह कारगर साबित होती है। तुलसी की सूखी पत्तियों को सरसों के तेल में मिलाकर दांत साफ करने से सांसों की दुर्गध चली जाती है।   14. सिर का दर्द सिर के दर्द में तुलसी एक बढ़िया दवा के तौर पर काम करती है। तुलसी का काढ़ा पीने से सिर के दर्द में आराम मिलता है। 15. आंखों की समस्या रात में रोजाना श्यामा तुलसी के अर्क को दो बूंद आंखों में डालना चाहिए। आंखों की जलन में तुलसी का अर्क बहुत फायदेमंद साबित होता है। 16. कान में दर्द तुलसी के पत्तों को सरसों के तेल में भून लें और लहसुन का रस मिलाकर कान में डाल लें। दर्द में आराम मिलेगा। 17. पाइल्स तुलसी के बीज का चूर्ण दही के साथ लेने से खूनी बवासीर यानि पाइल्स में खून आना बंद हो जाता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 60

ऐसे सुधारे बच्चों के जिद्दी स्वभाव को

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चों को संभालना बहुत मुश्किल काम हैं खासतौर पर वर्किंग पेरेंट्स के लिए। ऐसे पेरेंट्स को बच्चे की परवरिश करनें में बहुत मुश्किल आती है। वह सारा दिन काम पर रहते है, जिसकी वजह से बच्चो पर ध्यान कम जाता है। आज की जनरेशन आपने आप को अपने माता-पिता से ज्यादा समझदार समझते हैं। बच्चों में गुस्सा इतना बढ़ गया हैं कि पेरेंट्स के लिए उन्हें संभाल पाना बहुत मुश्किल हो जाता हैं। पेरेंट्स को बड़ी समझदारी के साथ अपने बच्चों को संभालना चाहिए। जाने बच्चों को संभालने के कुछ तरीके….   -अगर आपके बच्चे को ज्यादा गुस्सा आता हैं तो आप उनको थोड़ा समय दें और अपनी दिनभर की थकान खत्म करने के बाद ही उससे बात करें। अगर आप उसी समय बच्चों से बात करेंगे तो बच्चा अपनी हर बात मनवाने के लिए जिद्द करेगा और इससे उसमें चिड़चिड़ापन पैदा हो जाएंगा। -बच्चे को सुधारने के लिए उसके ऊपर कभी भी हाथ उठाने की गलती ना करें, जिससे वो ओर भी अधिक गुस्सा हो जाएं और आपकी कोई भी बात न मानें जिससे आपकी परेशानी खत्म होने की बजाय ओर बढ़ जाएंगी। -बच्चों का मन इतना चंचल होता हैं कि बचपन में उन्हें जैसे समझाएगे वह जल्दी ही उस बात को समझ जाएंगे और बच्चों को दूसरों से अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि बच्चा सिर्फ घर में ही नहीं ब्लकि सभी के साथ अच्छा व्यवहार करें। -बच्चों की हर बात बड़े ही प्यार से समझानी चाहिए ताकि उनके गुस्से पर काबू पाया जा सके। बच्चों को हर बात इस तरह समझाएं कि गुस्सा आने पर शांत रहें। -बच्चों से हर बात शेयर करे ताकि उसे जब भी गुस्सा आए तो वो अपनी बात शेयर करने के लिए आपके पास ही आए। -बच्चों की किसी भी मांग पर हां या ना कहने में बहुत ज्यादा सावधानी रखें, क्योंकि ये दो छोटे से शब्द भविष्य निर्माण की नींव हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 40

ब्लैकहेड्स वाले चेहरे पर ऐसे करें मेकअप

ब्लैकहेड्स की समस्याएं इन दिनों बहुत आम है, हर कोई चाहता है कि उसका चेहरा साफ और सुंदर दिखे। अगर आपको अपने दोस्ती की पार्टी में जाना है पर चेहरे पर ब्लैकहेड्स हैं और आप वहां जाने से हिचकिचा रहीं हैं तो आज हम आुपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिससे आप मेकअप के जरिए अपने ब्लैकहेड्स को सिर्फ छिपा ही नहीं सकती बल्कि पा सकती हैं ग्लोइंग और आकर्षक रूप। चेहरे को साफ करे अगर आप ब्लैकहेड्स वाले चेहरे पर मेकअप करना चाहती हैं तो सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से फेसवॉश लगाकर साफ करें।   मॉश्चेराइज करे चेहरे को क्लीन करने के बाद चेहरे पर मॉश्चराइजर लगाएं। इससे आपके चेहरे का रूखापन दूर हो जाएगा और आपके चेहरे की त्वहचा को सुरक्षा भी मिलेगी, क्योंकि ऐसा करने से मेकअप लम्बेस समय तक टिका रहता है। फाउंडेशन मॉश्चराइजर लगाने के बाद अब फांउडेशन लगाएं। इससे आपके चेहरे पर अगर पैचेस होंगे तो वो नजर नहीं आएंगे और पूरे चेहरे की स्कीबन टोनिंग एक तरह की हो जाएगी। यह स्टेपप करते समय इस बात का ध्यान रखें कि फाउंडेशन को हल्कें हाथों से या ब्रश से लगाएं। ब्लेंडिंग फांउडेशन लगाने के बाद चेहरे पर ब्लेंड करना बहुत जरूरी होता है इससे चेहरे पर दाग-धब्बे नहीं दिखते हैं और न ही भद्दापन लगता है। आप इसके लिए कंसीलर ब्रश का इस्तेोमाल भी कर सकती हैं। कंसीलर कंसीलर को हल्केग हाथों से फाउंडेशन के बाद लगाएं। जिस जगह पर आपके ज्यादा ब्लैकहेड्स हों, वहां इसे हल्का ज्यादा लगाएं। इससे ब्लैकहेड्स नजर नहीं आएंगे। पाऊडर मेकअप सबसे अंत में चेहरे पर पाऊडर मेकअप करें। इससे आपका चेहरा एक बराबर सा लगेगा। इस तरह आपका चेहरा ब्लैकहेड्स फ्री दिखेगा और आप सुंदर भी लगेंगी।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

आहार और योग से मजबूत बनाए रखें अपनी हड्डियां

मजबूत हड्डियां हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मगर बाजार में मिलने वाले जंक फूड का सेवन जिस तरह हमारी हड्डियों को कमजोर बना रहा हैं, वह चिंता का विषय है। युवा पीढ़ी में हड्डियां संबंधित बीमारियां इसीलिए बढ़ रही हैं। लिहाजा बच्चों को जंक फूड से दूर रखना जरूरी है। ताकि युवावस्था में इनकी हड्डियां मजबूत रहें। 30 साल की उम्र के बाद हड्डियों में खनिज की सघनता कम होने लगती है जिसे नियंत्रित करने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी हैं। हड्डियों को क्रियाशील ऊतक माना जाता हैं, ऐसे में व्यायाम इनकी मजबूती बढ़ाता है। हड्डियां शरीर की सामान्य गतिविधि और व्यक्ति की स्वस्थ जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हड्डियां न सिर्फ शरीर को संतुलित रखती हैं, बल्कि हृदय, फेफड़े पसली को सुरक्षित रखने के अलावा शरीर के लिए आवश्यक खनिज संजय करना यह सब हड्डियों का ही काम है। उम्र बढ़ने के साथ हड्यिां भी कमजोर पड़ने लगती हैं। ऐसे में इनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों की कमजोरी शरीर की सक्रियता भी बाधित करती हैं। दरअसल, हड्डियां खनिज और कैल्शियम की संघटक होती हैं। मगर हड्डियों की मजबूती में कैल्शियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। 30 साल के बाद से इनके नुकसान की प्रक्रिया तेज हो जाती है। जब इनमें कैल्शियम और खनिज की मात्रा घटने लगती हैं, तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और हल्की सी चोट लगने पर भी यह टूट सकती हैं। इस स्थिति को आस्टियोपोरोसिस कहते हैं। ज्यादा उम्रदराज लोगों में यह समस्या आम है। हड्डियों की मजबूती के लिए जितना जरूरी स्वस्थ आहार है, उतना ही जरूरी योग व व्यायाम भी हैं। हड्डियों की मजबूती ऐसे लोगों में ज्यादा उम्र तक रहती है, जो व्यायाम करते है। इनमें सबसे फायदेमंद होता है वजन उठाने वाले व्यायाम। यह हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव देते हैं और इससे हड्डियों को मजबूती मिलती हैं। वजन उठाने वाले व्यायाम बीस साल की उम्र से ही शुरू कर देना चाहिए। डांस और एरोबिक्स आपको तनाव मुक्त रखते हैं और हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती भी देते हैं। अगर आपको नृत्य का शौक हैं तो इससे बेहतर व्यायाम हड्डियों के लिए नहीं हो सकता। जीवन भर अगर हड्डियों की मजबूती बनाएं रखना चाहते हैं तो सीढ़ियों का इस्तेमाल ज्यादा करें। रोजना तेज कदमों से कुछ घंटे चलना भी हड्डियों की उम्र बढ़ाता है। सबसे बेहतर व्यायाम है- दौड़ लगाना। इससे आपका वजन नियंत्रित रहेगा जिससे हड्डियों पर ज्यादा दबाब नहीं पड़ेगा। दौड़ लगाना दिल को स्वस्थ रखता हैं साथ ही हड्डियों और मांसपेशियों को भी दुरूस्त रखता हैं। एक बात का ध्यान जरूर रखें अगर आप किसी भी प्रकार का दर्द या चलने-फिरने में तकलीफ महसूस करें तो पहले डॉक्टर की सलाह ले लें। हड्डियों को मजबूती देने के लिए योग सबसे बेहतर व्यायाम हैं। इसके अलावा मुद्रा वाले व्यायाम उनके लिए फायदेमंद हैं जो घंटों बैठकर कम्प्यूटर के आगे काम करते हैं। लगातार बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी में तकलीफ बढ़ जाती है। मुद्रा वाले व्यायाम कंधों और पीठ दर्द से राहत देते हैं। हमेशा शरीर का सही संतुलन बनाकर रखें और स्वस्थ आहार जरूर लें।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 45

सेफ मोबाइल बैंकिंग के लिए अपनाएं ये 5 तरीके

आज ट्रांजेक्शन के लिए लगभग हर व्यक्ति मोबाइल बैंकिंग का यूज करता है,लेकिन यह बात परेशानी का कारण तब बन जाती है अगर आपका मोबाइल खो जाएं या चोरी हो जाएं। इसलिए थोड़ी सी लापरवाही आपके लिए खतरे का अलार्म लेकर आ सकती है और ऐसे में जरूरत पड़ती है कि आप सोच-समझकर मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करेंः प्राइवेट इंफॉर्मेंशन का रखें ख्याल: मोबाइल बैंकिंग का यूज करते समय प्राइवेट इंफॉर्मेशन जैसे- अकाउंट नंबर, डेट ऑफ बर्थ, पासवर्ड, डेबिटध्क्रेडिट कार्ड और पैन कार्ड जैसी निजी जानकारियां गोपनीय रखें अन्यथा हैकर्स आपका बैंक अकाउंट हैक करके आसानी से आपको नुकसान पहुंचा देंगे, इसलिए जरूरत है फोन को सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर से सुरक्षित किया जाएं। पब्लिक वाइ-फाइध्ब्लूटूथ से बचें: अगर मोबाइल बैंकिंग का यूज कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि गलती से भी पब्लिक वाइ-फाइ व मोबाइल ब्लूटूथ का उपयोग न करें, क्योंकि इनके द्वारा वायरस आपके मोबाइल पर अटैक कर सकता है। इस खतरे से बचने के लिए आप मोबाइल में एंटी वायरस फायरबॉल और सेफ्टी सॉफ्टवेयर टाइम-टाइम पर अपडेट करते रहें। ब्राउजिंग हिस्ट्री का रखें ध्यान: जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का यूज करते हैं तो तभी अपने स्मार्टफोन से ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट करते जाएं, इससे अगर फोन खो जाएं या हैक हो भी हो जाएं तो आपको नुकसान नहीं होगा। स्ट्रांग पासवर्ड लगाएं: जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं क्या उसमें ऑटोलॉक लगाकर रखते हैं? सेफ मोबाइल बैंकिंग के लिए अपने मोबाइल में ऑटोलॉक जरूर लगाएं। इसके लिए आप कैरेक्टर, न्यूमैरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स का 8 डिजीट वाला या उससे ज्यादा के कैरेक्टर का एक स्ट्रांग पासवर्ड चुनें। ट्रस्टेड साइट पर ब्राउजिंग करें: जब भी मोबाइल में ब्राउजिंग करें तो ध्यान रखें कि साइट विश्वसनीय हो, विशेषकर अगर आप गेम्स, एप्स, गाने और वीडियो डाउनलोड कर रहे हैं। बहुत बार देखा गया है कि किसी भी साइट से डाउनलोड करना महंगा साबित हो जाता है चूंकि डाउनलोडिंग के साथ-साथ वायरस अटैक का खतरा और बढ़ जाता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 47

ये 10 मोबाइल एप्लीकेशन आपकी सेहत का रखेंगी ख्याल

क्या आप अपनी सेहत को लेकर हमेशा चिंता में रहते तो इन मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से अपने खाने और सेहत से जुड़ी कई दूसरी जानकारी फ्री में पा सकते हैं। अगर आपको जिम में जाने का वक्त नहीं मिलता तो एप्लीकेशन में एक्स रसाइज करने की कई टिप्स दिए गए हैं।   गारमिन फिट इस एप्लीकेशन की मदद से आप अपने फोन में जीपीएस ट्रैकर की मदद से स्पीकड, दूरी और चलने के दौरान आप कितनी कैलोरी बर्न करते हैं साथ ही आपकी हाइट के हिसाब से आपका वजन कितना होना चाहिए, ये सभी जानकारी कभी भी देख सकते हैं। अगर आप सुबह सुबह जॉग करने जाते हैं तो एप्लीनकेशन में अपनी पसंद के गाने भी सुन सकते हैं। कीमत- आईओएस और एंड्रायड में उपलब्ध मॉयफिटनेसपल क्या आप अपना वेट कम करने की चिंता में रहते है तो इस एप्लीकेशन की मदद से आप दिनभर के अपने खाने पर नजर रख सकते हैं। एप्लीईकेशन में बारकोड स्कैरन दिया गया है जिसकी मदद से आप अपने खाने को स्कै न करके दिन भर की कैलोरी पर नजर रख सकते हैं। कीमत- फ्री स्ट्रानवा साइक्लिंग स्ट्रानवा साइक्लिंग में जीपीएस ट्रैकर तो दिया ही गया है साथ में आप अपने शहर के साइकिल रूट पर भी नजर रख सकते हैं। कीमत- फ्री नाइक ट्रेनिंग क्लक अगर आप फिट रहना चाहते हैं तो नाइक क्लब एप्प की मदद से अपने रोज के वर्कआउट पर नजर रख सकते हैं, एप्लीाकेशन में आप अपनी एक्स रसाइज के समय को सेट कर सकते हैं। कीमत- फ्री फिटोक्रेसी एप्लीकेशन की मदद से आप अपनी एक्सरसाइज के टाइम पर नजर रख सकते हैं। कीमत- फ्री जिमपैक्टस जिमपैक्टस में आप अपने जिम का टार्गेट सेट कर सकते हैं अगर आप टार्गेट पूरा करते हैं तो आपको इसके लिए पैसे मिलते हैं और अगर आप अपना टार्गेट पूरा नहीं कर पाते तो इसके लिए आपको फाइन भरना होगा। काउच टू 5के काउच टू 5के एप्लीैकेशन की मदद से आप एक एक स्टेप पार करके अपनी सेहत को फिट रख सकते हैं। एप्लीककेशन में एक हफ्ते में तीन ट्रैनिंग सेशन दिए गए हैं। पॉकेट योगा पॉकेट योगा एप्लीेकेशन में योगा क्लामस दी गई हैं जिन्हें आप कभी भी अपने फोन से ज्वानइन कर सकते हैं। एप्लीककेशन में ऑडियो और विजुअल दोनों तरह के ऑप्श न दिए गए हैं। कीमत- 196 रुपए आईओएस य 187 रुपए एंड्रायड वर्क ट्रेनर वर्क ट्रेनर एप्लीीकेश्ने की मदद से आप अपनी फिटनेस पर कंट्रोल रख सकते हैं इसमें तस्वी रों की मदद से आप अपनी बॉडी को फिट रखने की टिप्सद ले सकते हैं। कीमत- फ्री, आईओएस, एंड्रायड आईमसल्सड आईमसल्सड में अपनी बॉडी को टोन करने के लिए कई तरीके दिए गए है। साथ ही आप एप्प में वीडियो और पिक्च्र भी देख सकते हैं। कीमत- 295 रुपए, आईओएस   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 45

डिप्रैशन से बचने के लिए खाएं ये 11 चीजें

काम में तनाव, पैसे की परेशानी, चिंता की वजह से कई बार लोग डिप्रैशन के शिकार हो जाते हैं। इस बीमारी से कुछ लक्षण होते हैं जैसे अचानक वजन बढ़ना या वजन घटना अनिद्रा या ज्यादा नींद आना, सैक्स इच्छा में कमी, मन में बार-बार खुदकुशी का ख्याल आना और रोजाना के काम न कर पाना आदि। जिस शख्स के अंदर ये लक्षण होते हैं वह काफी दर्दनाक और बुरे समय से गुजर रहा होता है लेकिन ऐसे समय में घबराने की जरूरत नहीं है। सब्र से हर मुश्किल का हर निकलता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं जो डिप्रेशन से लड़ने में मदद करते हैं। पालकः पालक भी डिप्रैशन से लड़ने के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें आयरन और मैग्नीशियम होता है जो दिमाग को शांत और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिडः जब भी आपको लगे कि आपको अवसाद हो रहा है तो ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अपने खाने में बढ़ा दीजिए जैसे मछली और वोलनट्स। मछली में आप सलमन, हेरिंग, लेक ट्राउट, सार्डिन, मैकेरल या टूना खा सकते हैं। बादामः बादाम में काफी मात्रा में मैग्नीशियम का सबसे अच्छा स्त्रोत होता हैं। सिर्फ 100 ग्राम बादाम के पैक में 238 ग्राम मैग्नीशियम होता है, जो हमारी रोज की 67 प्रतिशत मैग्नीशियम की जरुरत को पूरा करता है। टमाटरः टमाटर खाने से आपका मूड बहुत अच्छा रहता है क्योंकि इसमें लइकोपीन नाम का एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो अवसाद से लड़ने में काफी मददगार साबित होता है। एक स्टडी में यह पाया गया है कि जो लोग सप्ताह में 2 से 6 बार टमाटर खाते हैं वे 46 प्रतिशत तक कम अवसादग्रस्त होते हैं। एवोकाडोः एवोकाडो में ओमेगा-3 और फोलेट पाया जाता है जो अवसाद से लड़ने में मदद करता है। यही नहीं इसमें पोटेशियम और मोनोअनसैचुरेटेड फैट भी पाया जाता है। जो भावनाओं को काबू करने में मदद करते हैं। ग्रीन टीः ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट और एमिनो एसिड पाया जाता है जो अवसाद से बचाती, इलाज करती और उसे बहार आने में भी मदद करती है इसलिए ग्रीन टी उन लोगों को जरूर पीनी चाहिए जो जल्दी मुसीबतों से घबराने लगते हैं। ब्लूबेरीः ब्लूबेरी में विटामिन सी पाया जाता है। 100 ग्राम ब्लूबेरी में 9.7 मिलीग्राम विटामिन सी होता है जो रोज का 15 प्रतिशत के बराबर है। साथ ही इसमें अधिक मात्रा में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर को अवसाद से दूर रखते हैं। साबुत अनाजः यह तो हम सभी जानते हैं कि साबुत अनाज हम सबके लिए कितने फायदेमंद होते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यह अवसाद में बहुत लाभदायक सिद्ध होते है। इनमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो मूड स्विंग्स की परेशानी को रोकता है। नारियलः नारियल में शक्तिशाली इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो अवसाद से लड़ने में मदद करते हैं। रोज एक गिलास ताजा नारियल का रस पीएं या इसके तेल में बना हुआ भोजन खाएं। अंडेः अगर आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हैं तो आपको थकान और काम करने की शक्ति कम हो जाती है। अंडे में प्रोटीन, विटामिन डी, विटामिन बी 12, विटामिन ए, कैल्शियम, विटामिन बी-6, पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है जो आपके एनर्जी के लेवल को बनाये रखता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 32