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हनीमून के नए अंदाज और नई जगहें

अक्सर नवविवाहित जोड़े चाहते हैं कि उन्हें अकेले में वक्त बिताने का समय मिले और हनीमून के लिए भी जगह ऐसी हो जहां भीड़ न हो, शहर के शोर से कहीं दूर और बस वो दोनों और प्यार ही प्यार हो। गोवा, पेरिस, स्विट्जरलैंड, डिज्नी वल्र्ड ये सब पुराने हनीमून ट्रिप हो गए लेकिन अपने पार्टनर के साथ पहली ट्रिप के लिए आप अलग सी जगहें जा सकते हैं। कोस्टा रिका व बेलिज इन्हें दुनिया में सबसे तेजी से उभरते हनीमून स्थलों के रूप में बताया जा रहा है। चूंकि नए जोड़े अब बीच पर मस्ती के अलावा भी कुछ तलाश रहे हैं इसलिए मध्य अमेरिका में स्थित कोस्टा रिका व बेलिज तमाम तरह की गुंजाइश उपलब्ध कराते हैं। चाहे वह घने जंगल में पेड़ की सबसे ऊंची डाल पर मचान से नीचे लटकने का आनंद हो या फिर झरने में नहाने का या माया सभ्यता के अवशेषों को देखने का। बीच तो खैर यहां एक से बढ़कर एक हैं ही। यहां आपको चार सौ डॉलर रोजाना की दर में हनीमून कॉटेज मिल सकती है। ट र्क्स एंड काइकोस अमेरिका में मियामी से एक छोटी सी उड़ान आपको यहां ले जाती है। सैलानियों के लिए यह जगह अपेक्षाकृत नई है। यहां के सफेद महीन रेत वाले बीच आपको ज्यादा सुकूनभरे लगेंगे। यहां के पानी के भीतर की कोरल रीफ भी आपको ज्यादा छेड़छाड़-मुक्त मिलेगी। यहां का पैरट के रिसॉर्ट तमाम सेलेब्रिटीज की पसंद है। यहां आपको 315 डॉलर प्रतिदिन की दर से कमरे मिल जाएंगे। यहां शैम्पेन की मस्ती के बीच गुलाब की पंखुड़ियां पर आप हनीमून मना सकते हैं। यह जगह सुकून से कुछ दिन बिताने के लिए उपयुक्त है। क्रोएशिया इसे हमेशा से यूरोप के सबसे खूबसूरत इलाकों में माना जाता रहा है। नब्बे के दशक में युद्ध ने इसे उजाड़ बना दिया था। लेकिन अब सैलानी फिर से एड्रियाटिक तट पर स्थित इस देश का रुख कर रहे हैं। इसका लंबा तट ही इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है। यहां आपको साइक्लिंग, गोल्फ, कैंपिंग, घुड़सवारी, क्लाइंबिंग, डाइविंग, फिशिंग, राफ्टिंग, कयाकिंग, एडवेंचर रेसिंग, गुब्बारे में उड़ान, आदि के लिए पूरा अवसर मिलेगा। धार्मिक पर्यटन और हेल्थ पर्यटन के भी यहां बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। सेंट लूसिया कैरेबियाई समुद्र के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक। पिछले कुछ समय से यह पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में रहा है लेकिन सैलानियों की संख्या अभी इतनी नहीं हुई है कि यहां की शक्लो-सूरत बदल दे। दरअसल अब भी यहां केले का व्यवसाय पर्यटन से बड़ा माना जाता है। यहां लोग सिर्फ और सिर्फ सुकून के लिए आते हैं। आपको ऐसे रिसॉर्ट मिल जाएंगे जिनमें न फोन है, न रेडियो और न ही टीवी। जेड माउंटेन रिसॉर्ट के कमरों में तो केवल तीन दीवारें हैं और चैथी दिशा में कमरा आपके निजी अंतहीन पूल में खुलता है जो आपको बेरोकटोक नजारा देता है। ऐसे कमरे आपको कई अन्य रिसॉर्ट में भी मिल जाएंगे। बोरा बोरा प्रशांत महासागर में स्थित फ्रांसीसी आधिपत्य वाला यह द्वीप कई दशकों से एक पसंदीदा हनीमून डेस्टिनेशन रहा है। इसे सबसे लोकप्रिय द्वीप के तौर पर भी माना जाता है। यहां आने पर जन्नत का सा अहसास होता है। लैगून में पानी के बीच में बने बंगले बोरा-बोरा के ज्यादातर रिसॉर्ट की खासियत हैं। यहां से मिलने वाला नजारा और यहां की प्राइवेसी, दोनों ही दुर्लभ हैं। इस द्वीप की कुल आबादी नौ हजार से भी कम है। जाहिर है कि यहां के तमाम रिसॉर्ट में हनीमून पर आए जोड़ों को सहूलियतें देने की होड़ सी रहती है। कोई नाव से मुफ्त में लाने-ले जाने की सुविधा देता है तो कोई शैम्पेन के साथ कैंडललाइट डिनर। कोई क्रूज का आकर्षण पेश करता है तो कोई जोड़े के लिए बॉडी ट्रीटमेंट का। लेकिन सुविधाओं की कीमत भी है। आपकी सारी चीजें चाहिए तो तीन रात का पैकेज चार हजार डॉलर तक आपकी जेब हल्की कर सकता है। थाईलैंड यूं तो थाईलैंड अपने तटों के लिए दुनियाभर में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। खास तौर पर फुकेट द्वीप में सैलानी उमड़े पड़े रहते हैं। लेकिन जो लोग समुद्र तट से उकता चुके हों, उनके लिए भी थाईलैंड में काफी कुछ हैं। जैसे कि गोल्डन ट्राइएंगल इलाका जहां थाईलैंड, बर्मा व लाओस मिलते हैं। यहां बीच भले ही न हो लेकिन जोड़े यहां नाव पर बैठकर नदी के रास्ते रिसॉर्ट में पहुंचते हैं, पूल व स्पा का मजा ले सकते हैं, मेकोंग नदी में क्रूज कर सकते हैं, पिकनिक मना सकते हैं या हाथियों के साथ खेल सकते हैं। रात में नदी किनारे कैम्पफायर करते-करते डिनर कर सकते हैं। यहां पुराने शहर हैं, प्राचीन मंदिर हैं, शॉपिंग के लिए बर्मा जाया जा सकता है। यहां के कई रिसॉर्ट में टेंटनुमा स्यूट का किराया प्रतिदिन हजार डॉलर से शुरू होता है। न्यूजीलैंड न्यूजीलैंड आकार-प्रकार में ब्रिटेन व जापान सरीखा भले ही हो लेकिन इसकी आबादी महज चालीस लाख है। इस लिहाज से इसे दुनिया के सबसे कम भीड़-भाड़ वाले देशों में माना जा सकता है। लेकिन प्रकृति व संस्कृति के मामले में यह अपार है। ऐसी जगह, जहां आप साल में कभी-भी मौज-मस्ती के लिए जा सकते हैं, आपको चाहे सुकून भरे पल चाहिए हों या फिर रोमांचकारी रोमांस। यहां कई द्वीप ऐसे हैं जो आपको ऐसी प्राइवेसी देते हैं जो आपको शायद कहीं न मिले। बानगी देखिए कि बे ऑफ आईलैंड्स में एक रिसॉर्ट में केवल चार विला हैं और हर विला अपने आपमें एक मिनी होटल सरीखा है जहां किसी और को आने-जाने की इजाजत नहीं है। रोजाना 650 डॉलर में आपको अपना अलग पूल, जैक्वेजी, और चारों तरफ कांच लगा स्नानघर मिलेगा। स्कॉटलैंड अगर आप ठेठ अंदाज और महलों-किलों के शौकीन है तो आपके हनीमून के लिए स्कॉटलैंड से बेहतर जगह कुछ नहीं.. खास तौर पर यदि आपको वहां के कुछ चुनिंदा कैसल यानी पुराने महलों में टिकने की जगह मिल जाए जो अब होटलों में तब्दील हो चुके हैं। इनके किराये प्रति रात 600 डालर से शुरू होते हैं। स्कॉटिश हाईलैंड्स में स्कीबो कैसल में तो मैडोना व गाय रिची ने शादी रचाई थी। यह कैसल इतना खास है कि इसमें महज 21 बेडरूम हैं और कोई मेहमान इनमें से किसी एक बेडरूम में जीवनकाल में … Read more

10 फ्री एंड्रॉएड एप्प जो बच्चों के साथ बड़ों को भी आएंगी पसंद

वो कहते हैं न बड़े मियां तो बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्ला आजकल के बच्चों को देखकर कभी-कभी हैरानी होती है। बड़ों की देखा देखी अब बच्चे खिलौनों की जगह गैजेटों से खेलना ज्यादा पसंद करते हैं। फिर वो भले ही आपका स्मार्टफोन हो या फिर टैबलेट, ज्यादातर लोग अब एंड्रॉएड स्मार्टफोन की ओर अपना रुख कर रहंे है, अगर आप अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं या फिर खुद कभी बच्चा बनने का मन करता है तो अपने फोन में कुछ मजेदार एप्प डाउनलोड कर सकते हैं, वैसे तो ये एप्लीकेशन खासकर बच्चों के लिए हैं लेकिन आप भी इन एंड्रॉएड एप्लीकेशन को फुल इंज्वाय कर सकते हैं। पंचतंत्र: बचपन में हम सभी ने पंचतंत्र की कहानियां सुनी होंगी। पंचतंत्र की कहानियों में कुछ न कुछ सीख जरूर दी जाती है जो आपके बच्चों के लिए काफी जरूरी है गूगल प्ले स्टोर में पंचतंत्र कई वॉल्यूूम में फ्री डाउनलोडिंग के लिए उपलब्ध है जैसे द विनिंग ऑफ फ्रेंड क्रोज एंड आउल लॉस ऑफ गेन। किड्स नंबर और मैथ लाइट: ये एक फ्री एप्लीकेशन है जो प्री स्कूल में जाने वाले बच्चों की मैक स्किल को डेवल करने में काफी मदद करती है। एप्लीकेशन में कई नंबर और इंग्लिश के शब्द दिए गए हैं इसके साथ स्पेनिश, रशियन जर्मन जैसी भाषाओं की जानकारी भी एप्लीकेशन में मौजूद है। मैथ विद भीम: छोटा भीम भारत में बच्चों के सबसे पॉपुलर शो में से एक है, मैथ विद भीम एप्लीकेशन में छोटा भीम अपने दोस्तों के साथ कई तरह की चीजें बताता है तो 1 साल से लेकर 5 साल तक के बच्चों को पसंद आएंगी। एप्लीकेशन में हिन्दी और इंग्लिश दोनों तरह के लेंग्वेज ऑप्शन मौजूद है। हिन्दी फ्लैश कार्ड: हिन्दी वॉल फ्लैशकार्ड में आपका बच्चा कई तरह के शेप और साउंड के साथ साथ नई वॉक्यूबलरी सीख सकता है। एप्प में कई तरह के एनिमेशन भी दिए गए हैं तो बच्चों के ज्ञान को बढ़ाने में मदद करते हैं। नर्सरी राइम: नर्सरी राइमस एप्प में कई तरह की रिंगटोन दी गईं है जो बच्चों को पसंद आएगी। इसके अलावा कई शब्दों की रिकार्डिंग भी मौजूद है जो बच्चों के विकास में काफी मदद करेंगे। नर्सरी राइमंस (हिन्दी): पिछली एप्लीकेशन की तरह इसमें में आप कई तरह की राइमस डाउनलोड कर सकते हैं लेकिन पिछली एप्पलीकेशन में अंग्रेजी भाषा का ऑप्शन था जबकि इसमें आप हिन्दी में राइमस डाउनलोड कर सकते हैं। किड्स स्टोरी थ्रस्टी क्रो: बचपन में क्रो की स्टोरी तो आप सबने सुनी होगी जिसमें कोवा पानी पीने के लिए घड़े में कंकड़ डालता है और पानी ऊपर आ जाता है। इसी तरह कई और स्टोर को आप किड्स स्टोरी थ्रस्टी क्रो एप्प की मदद से अपने फोन में डाउनलोड कर सकते हैं वो भी बिल्कुल फ्री। अर्थमेटिक फॉर किड: अर्थमेटिक का नाम का सुनकर भले ही हम सब के पसीने छूट जाते हो लेकिन अगर आप अपने बच्चों को अर्थमेटिक के कुछ तरीके फन के साथ सिखाना चाहते हैं तो अर्थमेटिक फॉर किड आपके बच्चों को पसंद आएगी, एप्प में कई तरह की बेसिक मैथ स्किसल दी गईं हैं। किड्स शेप प्री स्कूल: किड्स शेप प्री स्कूमल एप्लीकेशन में आपके बच्चे कई तरह के अलग-अलग शेप डिजाइन कर सकते हैं। फ्रूट शेप कलर वेज फॉर किड: फ्रूट शेप कलर वेज फॉर किड एक एजुकेशनल एप्लीकेशन है जिसमें फलों के रंग उनके आकार से जुड़ी सारी जानकारियां दी गई हैं एप्लीकेशन में कई सीरीज भी दी गई हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 96

फ्लू या हर्पीस इंफेक्शन का शिकार हुए हैं तो सालों बाद आप डिमेंशिया के रिस्क की गिरफ्त में आ सकते हैं: शोध

फ्लू (flu)ऐसा सीजनल इंफेक्शन है जो ज्यादातर लोगों को हो जाता है. लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि फ्लू, हर्पीस (herpes) संक्रमण या रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट जैसे संक्रमण डिमेंशिया (dementia)के रिस्क को बढ़ा सकते हैं. जी हां, हाल ही में पब्लिश एक स्टडी में कहा गया है कि फ्लू और हर्पीस जैसे संक्रमण ब्रेन अट्रॉफी और डिमेंशिया से जुड़े हैं और अगर संक्रमण लगातार बने रहें तो डिमेंशिया के रिस्क बढ़ जाते हैं. इस स्टडी में उन जैविक कारकों का भी संकेत दिए गया जो न्यूरोडीजेनेरेटिव डिजीज में योगदान करते हैं. नेचर एजिंग में छपी इस स्टडी में अल्जाइमर बीमारी और डिमेंशिया के बारे में एक उपयोगी डेटा प्रदान किया गया है. फ्लू और हर्पीस इन्फेक्शन से बढ़ सकता है डिमेंशिया अन्य स्टडी में पता चला है कि फ्लू के शॉट्स और शिंगल्स वैक्सीन के जरिए डिमेंशिया के रिस्क को कम किया जा सकता है. फ्लू और हर्पीस जैसे संक्रमण आगे जाकर स्ट्रोक और दिल के दौरे के भी कारण बन सकते हैं. स्टडी में कहा गया है कि कुछ गंभीर संक्रमण जैसे फ्लू, हर्पीस और सांस की नली का इन्फेक्शन मेंटल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. यहां तक कि छोटे मोटे इंफेक्शन भी दिमाग की सोचने और समझने की प्रोसेस को इफेक्ट कर सकते हैं. इससे दिमाग के व्यवहार करने का तरीका भी बदल सकता है. जबकि गंभीर संक्रमण दिमाग की क्षमता और इम्यून रिस्पांस के लिए कतई अच्छा नहीं है. स्टडी में कहा गया है कि ये सोचा जाना कि कोई संक्रमण न्यूरोडीजेनेरेटिव डिजीज में बड़ी भूमिका निभा सकता है, फिलहाल संभव नहीं है लेकिन कोरोना महामारी के बाद इस बारे में सोचा जाने लगा है. वैस्कुलर डिमेंशिया का रिस्क बढ़ता है इस स्टडी में जिन संक्रमणों की जांच की गई, इनमें फ्लू, हर्पीस, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और स्किन इंफेक्शन शामिल हैं. ये सभी ब्रेन लॉस यानी ब्रेन अट्रॉफी से जुड़े पाए गए हैं. स्टडी में कहा गया है कि ये संक्रमण तुरंत डिमेंशिया के खतरे को नहीं बढ़ाते हैं. इनके होने के सालों बाद डिमेंशिया और अल्जाइमर के जोखिम बढ़ जाते हैं. ये बढ़ा हुआ रिस्क वैस्कुलर डिमेंशिया से जुड़ा है. वैस्कुलर डिमेंशिया अल्जाइमर के बाद दूसरे सबसे बड़े मनोभ्रंश के रूप में पहचाना जाता है क्योंकि ये दिमाग में खून के रुकने से होता है.  Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

शाकाहारी भोजन से कैंसर से बचाव

यदि आपकी शरीर की रोग निरोधक शक्ति ठीक और मजबूत है तो आप बीमारी से लड़ने की क्षमता रखते हैं। यह बात कैंसर के मरीजों के लिए खास महत्व रखती है। यदि आप अपनी खुराक में सावधानी बरतें तो आप कैंसर का आपरेशन भी झेल सकते हैं। कैंसर एक दिन अचानक या थोड़े ही समय में होने वाली बीमारी नहीं है। शरीर में ट्यूमर धीरे-धीरे ही बनते हैं और यदि आप अपनी सेहत के प्रति चैकन्ने रहें, अपने आहार में सावधानी बरतें तो इससे लड़ने की क्षमता बढ़ा सकते हैं। आजकल के नये खाने के तौर-तरीकों जैसे बर्गर, पिज्जा आदि जंक फूड खाने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यदि हम ताजे फल, सब्जियां और शाकाहारी भोजन खाना न थोड़ें तो हमारी सेहत निश्चित अच्छी रहेगी। एक बात और ध्यान में रखनी बहुत जरूरी है। कैंसर के कारण शरीर में प्रोटीन की मात्रा बहुत कम हो जाती है, इसलिए प्रोटीनयुक्त भोजन लेना चाहिए। इन्हें चपाती की जगह परांठा भी दे सकते हैं और बेसन और सूजी के लड्डू आदि भी अच्छे हैं। कैंसर के मरीजों के आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। देखें कि किस प्रकार का कैंसर होने पर कौन-सा खाना हानिकारक है। -मुंह में कैंसर हो जाने पर शराब व पान न लें। -पेट में कैंसर हो जाने पर नमक की मात्रा कम करें और तला हुआ खान आदि कम करें। -बड़ी आंत का कैंसर हो जाने से शराब व मांस-मछली न लें। -इस तरह आप खाने पीने के तरीकों को बदलकर और थोड़ी सावधानी बरत कर कैंसर से भी अपने आपको बचा सकते हैं। -सबसे बड़ी बात यह है कि शाकाहारी भोजन लेने से आप स्वस्थ रह सकते हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 34

कुंडली में ऐसे बनता है महालक्ष्मी योग, यह जातक को बनाता है धनवान

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व होता है। ग्रहों की चाल और कुंडली में इनकी स्थिति से ही जातक के भाग्य का फैसला होता है। ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, जिसके चलते शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। ग्रहों की किसी एक राशि में युति होने से इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों के ऊपर पड़ता है। ग्रहों की युति से बनने वाला एक शुभ महालक्ष्मी योग भी है। यह योग बहुत ही दुर्लभ और कम लोगों की कुंडली में ही बनता है। इस योग के बनने पर जातक के जीवन में धन की कोई कमी नहीं होती है। ऐसे लोगों को धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता है। यह योग बनने से जातक को अपने संपूर्ण जीवन में मान-सम्मान और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कैसे और कब यह महालक्ष्मी योग बनता है। कुंडली में महालक्ष्मी योग महालक्ष्मी योग जैसा कि नाम से स्पष्ट हो रहा है कि यह एक बहुत ही सुंदर और शुभ योग है। जब किसी की लग्न कुंडली में मंगल और चंद्रमा दोनों ही ग्रह एक साथ कुंडली के किसी भी भाव में एक साथ होकर युति करते हैं तो इसे महालक्ष्मी योग कहते हैं। मंगल-चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब मंगल-चंद्रमा की युति कुंडली के कुछ विशेष भावों में होती है तो ऐसा जातक अपने जीवन में असीम सफलताओं को प्राप्त करता है। महालक्ष्मी योग का सबसे ज्यादा फायदा तब मिलता है जब मंगल-चंद्रमा कुंडली दूसरे, नवम, दशम और एकादश भाव में होता है। इस योग के बनने से अगर किसी जातक का जन्म गरीब या मध्यम वर्ग में हुआ हो तो जातक खूब धनवान और मान-सम्मान को प्राप्त करने वाला होता है।   कुंडली में महालक्ष्मी योग बनने से व्यक्ति अपने थोड़े से ही प्रयासों में बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए ढ़ेर सारा धन एकत्रित करता है। इस तरह के लोग बहुत ही मेहनती, महत्वाकांक्षी तो होते ही हैं, साथ-साथ ये क्रोधी स्वभाव भी होते हैं। जब किसी की कुंडली में यह योग बनता है तो व्यक्ति को कभी भी कोई पैसों से जुड़ी परेशानियां नहीं आती है। लेकिन दूसरी तरफ अगर यही महालक्ष्मी योग अगर कुंडली के खराब भावों में बने तो तो व्यक्ति का चरित्र अच्छा नहीं होता है। महालक्ष्मी योग को महाभाग्य योग के नाम से भी जाना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनता है उसके ऊपर हमेशा ही मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। नौकरी-व्यापार में ऐसे लोग बहुत ही सफल होते हैं। ऐसे लोगों को समाज में हमेशा मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

सर्दियों में रहें खिली-खिली

मौसमी बदलाव न सिर्फ शरीर पर गहरा असर डालता है, त्वचा को भी प्रभावित करता है। गर्मी से सर्दी की शुरुआत हो या सर्दी के बाद गर्मी आना, त्वचा को परेशानी दोनों ही हालत में होती है। सर्दी अपने शबाब पर है। ऐसे में आप अपनी त्वचा को कोमल बनाए रखने के लिए कैसी देखभाल करें…. सर्दियों का मतलब है, बर्फीली हवाओं का आना-जाना, जो हमारी त्वचा की नमी छीन कर इसे रूखा बना देती है। हमारे होंठ और पैर फटने लगते हैं। तैलीय त्वचा की समस्या से सीधा हम रूखी त्वचा की दिक्कतों से दो-चार होने लगते हैं। कुछ लोगों को तो त्वचा में रूखेपन की वजह से स्किन एलर्जी या दाग-धब्बे भी उभर आते हैं। इस तरह के मौसमी बदलाव हमारे शरीर की देखभाल के नियमित उपायों में कोल्ड क्रीम को भी अहम हिस्सा बना देते हैं। ऐसे में जब हम अपने वॉर्डरोब को ठिठुराने वाली ठंड के लिए तैयार कर रहे हों, तब अपनी त्वचा को नर्म-मुलायम बनाए रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। अपनाएं ये तरीके…. क्रीम बेस्ड उत्पादों का करें इस्तेमाल सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हमें अपनी त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों में भी बदलाव की जरूरत पड़ती है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है क्रीम-बेस्ड गाढ़े मॉयश्चराइजर का इस्तेमाल। तो अब अपने हल्के वॉटर-बेस्ड उत्पादों की जगह ले आएं गाढ़े उत्पाद। इसी तरह अब आपको अपनी त्वचा से मॉयस्चर हटाने के लिए पहले से हल्के और जेंटल फेसवॉश की जरूरत होगी, ताकि इससे त्वचा की प्राकृतिक नमी न खोए। सनस्क्रीन भी ऐसा लगाएं जिसमें मॉयस्चराइजर भी हो। जब चेहरे से मेकअप हटा रहे हों, तब भी मॉस्चराइजर युक्त क्लींज र ही इस्तेमाल करें। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है और रूखी है तो हड्ढलके और मॉयस्चराइिजंग साबुन का इस्तेमाल करें। तेल की मालिश है बेस्ट तेल से मसाज करने के लिए बोलने का मतलब यह नहीं कि आपको लंबे समय तक की जाने वाली परंपरागत मसाज की सलाह दी जा रही है। इसके लिए जब आप सोकर उठें तब सिर्फ15 मिनट का समय निकालें। तेल गुनगुना करें और पूरे शरीर पर इसे लगाएं। इसे चेहरे और सिर पर भी लगाएं। एक घंटा लगे रहने दें। इस बीच अपनी अन्य दिनचर्या जैसे कि अखबार पढना, नाश्ता बनाना या करना आदि काम निबटा लें। अब नहाकर पूरे दिन के लिए तैयार हो जाएं। अगर आप हफ्ते में दो दिन भी इस प्रक्रिया को करें तो त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी। इसका असर सिर्फ सर्दियों तक ही नहीं, इसके बाद भी आपको दिखेगा। मालिश के लिए नारियल का तेल सबसे बेहतर और आसानी से उपलब्ध है, जो त्वचा और शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। एक्सफोलिएट करें चूंकि हम सर्दियों में रूखेपन से बचाव के लिए अपनी त्वचा पर ज्यादा क्रीम और तेल लगाते हैं, इसके चलते कई बार त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। इससे त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए हर दस दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें। त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाने और इसे साफ करने के लिए कोई मृदु स्क्रब लें और हाथों को गोल-गोल घुमाते हुए लगाएं। महीने में एक बार भाप यानी स्टीम थेरेपी भी लें। इससे त्वचा मुलायम होगी, रोमछिद्र खुलेंगे, व्हाइट हेड्स और मुंहासे हट जाएंगे। ऐसी कोई भी प्रक्रिया जिससे त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और मृत कोशिकाएं हटती हैं, त्वचा को पोषण देती है और नमी बनाए रखने में मददगार होती है। पानी से करें प्यार अकसर ठंडे, बर्फीले मौसम में हम पानी कम मात्रा में पीते हैं। इस वजह से भी हमारी त्वचा में डीहाइड्रेशन बढ़ जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है। चूंकि हमें सर्दियों में पसीना नहीं आता है, प्यास लगने का एहसास भी नहीं होता है। लेकिन यह याद रखें कि प्यास नहीं महसूस होने का यह मतलब कतई नहीं होता है कि आपको पानी की जरूरत कम है। अगर आपको ठंडा पानी पीना अच्छा नहीं लगता है तो इसे गुनगुना करके इस्तेमाल करें। पानी एक बार गर्म करके थर्मस में रख सकती हैं। त्वचा की नमी बरकरार रखने और होठों को फटने से बचाने के लिए पानी बराबर पीते रहें। करें सनस्क्रीन का इस्तेमाल सर्दी के मौसम में ज्यादा तीखी धूप नहीं निकल रही, इस कारण सनस्क्रीन का इस्तेमाल बंद न करें। सच तो यह है कि सर्दियों में हम धूप के संपर्क में ज्यादा देर तक रहना चाहते हैं, ऐसे में त्वचा को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाने की ज्यादा जरूरत होती है। तेज धूप हो या हलकी, दोनों ही मामलों में यूवी किरणें खतरनाक साबित होती हैं। यहां तक कि ठंड के दिनों में भी। पैरों की देखभाल अकसर ठंड का सबसे निष्ठुर असर पैरों पर देखा जाता है। फटी एडियां, दुखते तलवे और सूजे व खुजलाते पैर, इस मौसम की कुछ आम परेशानियों में शामिल हैं। अकसर हम अपने चेहरे की देखभाल के लिए हर संभव कोशिश करते हैं, लेकिन पैर आमतौर पर अनदेखी का शिकार हो जाते हैं। हर रोज रात में सोने से पहले पैरों पर कोल्ड क्रीम या मॉयस्चराइजर लगाएं। एडियों से रूखी और सख्त त्वचा को हटाने के लिए महीने में दो बार इसे एक्सफोलिएट करें। सर्दियों में ऊनी जुराबें पहनें। हालांकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिन्हें पैरों में बहुत ही ज्यादा पसीना आने की समस्या होती है। यह एक तरह की बीमारी है, जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। ऐसे लोगों को सर्दियों में भी पसीना आता रहता है। ऐसे में बोटॉक्स ट्रीटमेंट फायदेमंद होता है। यह पैरों में पसीना आना कम करके इसे सूखा रखने के लिए जादुई उपचार की तरह काम करता है। संतुलित आहार है जरूरी आप अगर अंदर से स्वस्थ महसूस करेंगी तो बाहर से भी स्वस्थ दिखेंगे। यह कभी न भूलें कि अच्छी सेहत एक सेहतमंद शरीर से ही संभव है। सर्दियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रखने के लिए ऐसा आहार लें, जिसमें भरपूर मात्रा में विटमिन और खनिज तत्व शामिल हों। पर्याप्त फल और सब्िजयां खाएं। अपनी त्वचा और शरीर को भरपूर पोषण देने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त आहार लें, जैसे कि मछली। बालों की देखभाल सर्दियां और सूखी हवाएं बालों की … Read more

अगर आपका Gmail बार-बार भर जाता है, तो ये टिप्स अपनाएं और खाली करें अपना Gmail अकाउंट

  क्या आपका Gmail भी भर गया है? क्या आपको बार-बार इसके लिए नोटिफिकेशन्स आ रहे हैं? क्या आपको भी Gmail स्टोरेज खरीदने के लिए सुझाव दिये जा रहे हैं। घबराएं नहीं!आपकी परेशानी का वन स्टॉप है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Gmail स्टोरेज फुल होने पर उसे रीस्टोर या खाली करने के कई उपाय हैं। इसलिए "Gmail स्टोरेज फुल" के संदेश से परेशान ना हो।   आज के डिजिटल युग में ई-मेल या ईलेट्रॉनिक माध्यम से भेजा गया संदेश, कम्युनिकेशन के लिए एक अनिवार्य उपकरण बन गया है। Gmail, सबसे लोकप्रिय ईमेल सेवाओं में से एक है। इसका उपयोग दुनिया भर में लाखों लोग करते हैं। हालांकि कई उपयोगकर्ताओं को अपने Gmail स्टोरेज के बार-बार भर जाने की आम समस्या का सामना करना पड़ता है।   Gmail स्टोरेज फुल होने के कारण आपकी ईमेल सेवा के परिचालन में बाधा उत्पन्न हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका Gmail इनबॉक्स लगातार भरा हुआ है, तो चिंता न करें। यहां हम आपके Gmail स्टोरेज को खाली और सुचारू संचालन के तरीके के बारे में बता रहे हैं। लेकिन इससे पहले आइए समझ लेते हैं कि Gmail स्टोरेज क्या है, और ये कैसे काम करता है।   Gmail स्टोरेज क्या है? गूगल 15 GB निःशुल्क स्टोरेज प्रदान करता है। इसे Google Drive, Gmail और Google Photos में बांटा गया है। समय के साथ आपके Gmail में बड़े अटैचमेंट फाइल्स, स्पैम और अनावश्यक फ़ाइलों वाले बहुत सारे ईमेल जमा हो जाते हैं, जिसे कई बार व्यस्तता के कारण आप डिलीट करना भूल जाते है। इससे निःशुल्क दिया गया 15 GB स्टोरेज धीरे-धीरे भर जाने की समस्या हो सकती है।   आखिर Gmail स्टोरेज क्यों भर जाता है? Gmail अकाउंट एक्सेस करते ही यदि Gmail आउट-ऑफ-स्टोरेज एरर पॉप अप होता रहता है, तो संभवतः आपने अपनी Gmail स्टोरेज सीमा पार कर ली है। सभी मुफ़्त Google अकाउंट में Gmail, Google Drive और Google Photos पर शेयर की गई 15 GB की मुफ़्त स्टोरेज शामिल है। नीचे दिये गये कारणों से आपकी Gmail स्टोरेज जल्दी भरने की संभावना होती है:    बड़ी अटैचमेंट वाली फाइल्स या ईमेल के कारण  पुराने ईमेल्स  फ़ोटो, वीडियो और अन्य अटैचमेंट  शेयर की गई फ़ाइलें   Gmail स्टोरेज खाली करने के लिए चरण   यहां अपने Gmail अकाउंट को खाली करने के कुछ प्रभावी तरीके दिए गए हैं। A. अनावश्यक ईमेल और अटैचमेंट फाइल्स डिलीट करें   अनावश्यक ईमेल और अटैचमेंट फाइल्स डिलीट करने के लिए दो उपाय हैं। पहला Gmail अकाउंट और दूसरा Google Drive के माध्यम से।   1. Gmail अकाउंट के माध्यम से   यदि आप अपने Gmail अकाउंट के माध्यम से अटैचमेंट फाइल्स डिलीट करना चाहते हैं तो बड़े अटैचमेंट फाइल्स वाले ईमेल खोजने के लिए has:attachment bigger:10M सर्च क्वेरी का उपयोग करें। जिन अटैचमेंट फाइल्स की आपको आवश्यकता नहीं है उन्हें हटा दें।   2. Google Drive के माध्यम से   चरण 1: Google Drive पर जाएं चरण 2: फ़ाइलों को आकार के अनुसार क्रमबद्ध करें। चरण 3: उन सबसे बड़ी फ़ाइलों को हटा दें जिनकी आपको अब आवश्यकता नहीं है। चरण 4: Permanently Delete ऑप्शन का चयन करें   B. Gmail पर स्पैम और ट्रैश खाली करें नियमित रूप से अपने स्पैम फ़ोल्डर की जाँच करें और उसे खाली करें। स्पैम में मौजूद ईमेल काफ़ी जगह ले सकते हैं। हटाए गए ईमेल ट्रैश में चले जाते हैं और स्थायी रूप से हटाए जाने से पहले 30 दिनों तक वहाँ रहते हैं। जगह खाली करने के लिए अपने ट्रैश फ़ोल्डर को खाली करें।   स्पैम ईमेल के लिए:   चरण 1: Gmail खोलें और लॉग इन करें। चरण 2: स्क्रीन के बाईं ओर स्पैम पर क्लिक करें। चरण 3: सबसे ऊपर ऑल स्पैम ईमेल डिलीट बटन पर क्लिक करें।   ट्रैश ईमेल के लिए:   चरण 1: जीमेल खोलें और लॉग इन करें। चरण 2: स्क्रीन के बाईं ओर ट्रैश पर क्लिक करें। चरण 3: सबसे ऊपर ट्रैश खाली करें बटन पर क्लिक करें।   C. Google स्टोरेज मैनेजमेंट का उपयोग करें   गूगल स्टोरेज का उचित और प्रभावी ढंग से कैसे उपयोग किया जा सकता है, ये जान लेना आवश्यक होता है। इसका व्यापक दृश्य प्राप्त करने के लिए Google One स्टोरेज प्रबंधक पर जाएं। यह उन फ़ाइलों और ईमेल पर सुझाव प्रदान करता है जिन्हें आप हटा सकते हैं।   D. पुराने और अनावश्यक ईमेल नियमित रूप से डिलीट करें   एक वर्ष से पुराने ईमेल खोजने के लिए older_than:1y सर्च क्वेरी का उपयोग करें। अनावश्यक पुराने ईमेल की समीक्षा करें और उन्हें हटा दें। ईमेल को वर्गीकृत करने के लिए लेबल लागू करें। यह एक विशिष्ट श्रेणी के अंतर्गत आने वाले ईमेल को बल्क में हटाने में मदद करता है।   जीमेल फ़िल्टरिंग के ज़रिए पुराने ईमेल हटाने के चरण   चरण 1: जीमेल के सर्च बार में, "older_than:1y" टाइप करें। यह एक साल से पुराने ईमेल दिखायेगा; ज़रूरत के हिसाब से समय-सीमा समायोजित करें (जैसे, "older_than:2y")। चरण 2: सभी दिखने वाले ईमेल चुनने के लिए मुख्य चेकबॉक्स पर क्लिक करें। चरण 3: इस सर्च से अकाउंट में सभी conversations चुनें पर क्लिक करें। चरण 4: हटाने के लिए ट्रैश कैन आइकन पर क्लिक करें।   E. अनावश्यक न्यूज़लैटर से सदस्यता समाप्त करें   अनचाहे न्यूज़लैटर खोलें और सदस्यता समाप्त करने के लिंक पर क्लिक करें। इससे अनावश्यक ईमेल की आमद कम हो जायेगी। बल्क ईमेल को रोकने और सदस्यता समाप्त करने के लिए उस ईमेल के नीचे लिखे Unroll.Me या Unsubscribe बटन को प्रेस करें।   F. प्रचार मेल या Promotional Mail डिलीट करें   कभी-कभी आपके स्टोरेज का एक बड़ा हिस्सा Promotional Mail या प्रचार ईमेल से भरा होता है। Gmail Promotional Mail हटाने के लिए नीचे दिये गये चरणों का पालन करें:   चरण 1: कंप्यूटर पर अपने Gmail खाते में लॉग इन करें (यह डेस्कटॉप पर सबसे अच्छा काम करता है)। चरण 2: Promotional Mail टैब पर क्लिक करें। चरण 3: सभी ईमेल चुनने के लिए मुख्य चेकबॉक्स (ऊपर बाईं ओर) पर क्लिक करें। चरण 4: उन्हें हटाने के लिए ट्रैश कैन आइकन पर क्लिक करें।   G. Google Drive का बुद्धिमानी से उपयोग करें   यदि आप अपने गूगल स्टोरेज की समस्या … Read more