चेन्नई
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने गुरुवार को स्वदेश लौटने पर कहा कि मैं अपने फैसले से संतुष्ट हूं और यह मेरे दिमाग में बहुत समय से चल रहा था। अश्विन आज सुबह चेन्नई वापस आ गए और परिवार और मित्रों ने बहुत धूमधाम से उनका स्वागत किया। अश्विन ने अपने आवास के पास एकत्रित भीड़ से कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतने सारे लोग यहां आएंगे। मैं बस एक शांत प्रवेश चाहता था और घर पर आराम करने के लिए उत्सुक था। लेकिन आपने मेरा दिन बना दिया। उन्होंने कहा मैंने इतने सालों तक टेस्ट क्रिकेट खेला है, लेकिन आखिरी बार मैंने ऐसा कुछ वर्ष 2011 विश्वकप के बाद देखा था।”
उन्होंने कहा, “यह बहुत से लोगों के लिए भावनात्मक है और हो सकता है कि यह कुछ समय में समझ में आ जाए, लेकिन मेरे लिए, व्यक्तिगत रूप से, यह राहत और संतुष्टि की एक बड़ी भावना है। अश्विन ने संन्यास लेने के अपने फैसले के बारे में कहा कि यह बहुत सहज था और यह कुछ समय से मेरे दिमाग में चल रहा था। मैंने इसे चौथे दिन महसूस किया और मैंने इसे दिन का अंत मान लिया।”
उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हम सभी अपने करियर में बहुत कुछ सहन करते हैं, केवल क्रिकेटरों के लिए ही नहीं बल्कि आम तौर पर भी। सामान्यत: जब मैं सोने जाता हूं तो मुझे विकेट लेना, रन बनाना जैसी कई चीजें याद आती हैं, लेकिन पिछले दो सालों में वे यादें नहीं हैं। इसलिए यह एक स्पष्ट संकेत था कि हमें अब एक अलग रास्ता अपनाने की आवश्यकता है। मैंने कोई नया लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है, क्योंकि मैं अब बस आराम करना चाहता हूं। दरअसल, मेरे लिए निष्क्रिय रहना मुश्किल है, लेकिन मैं अब ऐसा करने का प्रयास करना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे लिए वह हिस्सा अभी भी उज्ज्वल है। मैं चेन्नई सुपर किंग (सीएसके) के लिए खेलने जा रहा हूं और अगर मैं जितना हो सके उतना लंबे समय तक खेलने की इच्छा रखता हूं तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अश्विन क्रिकेटर का खेल खत्म हो गया है, केवल भारतीय क्रिकेटर अश्विन का खेल समाप्त हुआ है। बस इतना ही।”

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