दिशपुर।
असम के दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में फंसे एक और मजदूर का शव शनिवार को बचाव अभियान के दौरान खदान से बरामद किया गया। अब तक दो मजदूरों के शव बरामद हो चुके हैं। पहला शव बुधवार को खदान से निकाला गया था।
जिन मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं, वे उन नौ मजदूरों में शामिल थे, जो सोमवार को उमरंगसू में खदान में अचानक पानी भर जाने के चलते फंस गए थे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर इसकी जानकारी दी।
अब तक दो मजदूरों के शव हुए बरामद
एक अधिकारी ने बताया कि खदान में फंसे हुए खनिकों की तलाश में बचाव अभियान सुबह फिर से शुरू हुआ। तलाश के छठे दिन एक और मजदूर का शव बरामद किया गया है। मृतक की पहचान दीमा हसाओ को कलामाटी के गांव नंबर एक के निवासी 27 वर्षीय लिजेन मगर के रूप में हुई है। नेपाल के रहने वाले एक मजदूर का शव पहले ही बरामद किया जा चुका है। खदान में अचानक पानी भरने से नौ मजदूर खदान में फंस गए थे। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा, 'उमरंगसू में बचाव कार्य निरंतर जारी है। दुखद रूप से, आज सुबह एक और शव बरामद किया गया। हम इस कठिन समय में आशा और शक्ति के साथ शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।' बचाव कार्य में जुटे एक अधिकारी ने बताया कि 340 फीट गहरी खदान से पानी निकालने का काम जारी है और अब इस काम में ओएनजीसी और कोल इंडिया द्वारा लाई गई मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अभी भी सात मजदूर अवैध कोयला खदान में फंसे हुए हैं। हालांकि उनके बचने की उम्मीद बेहद कम है। इस बीच पुलिस ने अवैध खदान में फंसे मजदूरों के सरदार को गिरफ्तार कर लिया है। सरदार हादसे के बाद से फरार था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
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