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दो अवैध क्लीनिक सील कर झोलाछाप डॉक्टरों पर बढ़ाई सख्ती, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में शिक्षक से दवाइयां जब्त

गरियाबंद. जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त टीम ने बुधवार को फिंगेश्वर ब्लॉक के कई गांवों छापेमार कार्यवाही कर दो अवैध क्लीनिक को सील किया है साथ ही दो संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। छापामारी के दौरान ये सभी क्लिनिक नियम विरुद्ध संचालित पाए गए। इस दौरान टीम ने यहां से बड़ी मात्रा में दर्द के इंजेक्शन, एक्सपायरी दवाइयां, प्रेगनेंसी कीट, अबॉर्शन कीट, एंटीबायोटिक भी बरामद किए है। जिसे जप्त कर लिया गया। इसके अलावा मौके पर कई ऐसी दवाइयां भी मिली है जो विशेषज्ञ डॉक्टर के सलाह के बिना नहीं दी जा सकती। कार्यवाही के बाद झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों से पता चला की कार्यवाही की भनक लगते ही कई झोलाछाप डॉक्टर पहले ही अपनी दुकान बनकर भाग निकले थे। उल्लेखनीय है कि विगत कुछ वर्षों से जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आ गई है। गांव-गांव में झोला छाप डॉक्टरों का जाल बिछा हुआ है। ये झोला छाप डॉक्टर ग्रामीण अंचल में अवैध रूप से निजी क्लीनिक संचालित कर स्वास्थ्य सेवा देने के नाम पर मरीजों की जेब काट रहे हैं साथ ही मरीजों की जान से खिलवाड़ भी कर रहे है। लगातर इसकी शिकायत मिलनें के बाद बुधवार को जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ गार्गी यदुपाल के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम ने फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम लचकेरा, रजनकट्टी, कोसमबुढ़ा और भेंद्री में औचक छापेमार कार्यवाही की। कार्यवाही के दौरान ग्राम लचकेरा में राजूराम साहू अपने घर में, रजनकट्टी में रविशंकर साहू, कोसमबुढ़ा में वीरेंद्र महलदार और ग्राम भेंद्री में जागेश्वर साहू अपने घर में अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन करते पाए गए। इनके घर से बड़ी संख्या में एक्सपाइरी दवाइयां, इंजेक्शन, प्रेगनेंसी कीट सहित कई प्रकार के दवाइयां बरामद हुई है। बताया जाता है इसमें भेंद्री निवासी जागेश्वर साहू पेशे से सरकारी शिक्षक है। इसके बाद भी अवैध गतिविधियों में सलिप्त पाए गए। संयुक्त टीम में दो क्लिनिक को सील करते हुए उनसे दोबारा अवैध क्लिनिक संचालित नहीं करने का शपथ पत्र भी लिया। इसके अलावा दो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस दौरान संयुक्त टीम में शिशू रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंकुश वर्मा, डीएचओ डॉक्टर लक्ष्मीकांत जांगड़े, डॉक्टर सुनील रेड्डी के साथ ही फिंगेश्वर थाना से एएसआई सोमेश्वर ठाकुर भी शामिल थे। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के भोलेभाले लोग दलालों के चक्कर में आकर कुकुरमुत्ते की तरह गांव गांव में चल रहे अवैध क्लीनिक का ही सहारा लेते है और अपनी जेब ढीली कर कई बार अपनी जान भी जोखिम लगा बैठते है। छापेमारी के दौरान टीम ने डेका डोबिन इंजेक्शन 500, प्रेगनेंसी कीट, बीपी मशीन, थर्मामीटर, डिक्लोफेनाक इंजेक्शन, ऑप्टिनेयरोन इंजेक्शन, जेंटामाइसिन इंजेक्शन, डेक्सामेथासोन इंजेक्शन सहित दर्द, बुखार, संक्रमण की भी कई प्रकार की दवाई और इंजेक्शन जप्त किए है। इधर, जिले में अवैध क्लिनिक के साथ ही धड़ल्ले से अवैध नर्सिंग होम भी संचालित किए जाने की शिकायत है। नियम विरुद्ध संचालित अवैध नर्सिंग होम में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। मालूम हो कि कुछ माह पहले ही अवैध नर्सिंग होम में एक महिला को डॉक्टर के लापरवाही और समुचित इलाज नहीं करने के चलते मौत हो गई थी। बाद में मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अवैध नर्सिंग को सील कर दिया था। इसके कुछ दिन बाद फिर छुरा ब्लॉक के एक हॉस्पिटल में गर्भवती महिला के पेट में ही बच्चे की मौत होने का मामला सामने आया था। विभाग के कार्यवाही के बाद अब अवैध नर्सिंग होम और हॉस्पिटल चलाने वालों को भी कार्यवाही की चिंता सताने लगी है। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गार्गी पाल यदु से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि लंबे समय से अवैध क्लिनिक संचालन की सूचना मिली थी। टीम बनाकर छापेमार कार्यवाही की गई, जिसमें चार क्लिनिक अवैध रूप से संचालित पाए गए। दो को सील किया गया है। क्लिनिक में एक ही इंजेक्शन का उपयोग कई मरीजों कर किया जा रहा था। कई एक्सपाइरी दवाइयां भी जप्त की है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 63

खनिज अमले ने टार्च की रोशनी से ढूंढे दो चेन माउंटेन, छत्तीसगढ़-गरियाबंद के रेत घाट में माफिया पर शिकंजा

गरियाबंद। गरियाबंद में सक्रिय रेत माफिया पर आखिरकार प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद खनिज अमले ने टार्च की रोशनी से बोरिद और विरोडा घाट में छिपाए दो चेन माउंटेन को ढूंढ निकाला. राजनीतिक रसूख के चलते राजिम तहसील के सूखा नदी के विरोडा और बोरिद घाट पर राजधानी के रेत माफिया अवैध रेत खदान का संचालन कर नाक में दम कर दिया था, लेकिन बीती रात कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने राजनीतिक रसूखदारों के खदानों पर कार्रवाई करवा ही दी. जिला माइनिंग अधिकारी फागूलाल नागेश के निर्देश पर माइनिंग की टीम बीती आधी रात को बोरिद और विरोडा घाट रेत खदान पर छापेमारी की. बोरिद खदान राजधानी के राजनीतिक रसूख वाले रेत माफिया संचालन कर रहे थे. टीम की आने की भनक लगी तो ठेकदार अपने पार्टनर के साथ खदान पर पहुंचकर चेन माउंटेन को दूर झाड़ियों में छिपा दिया था. यह नहीं कार्रवाई के दौरान माफिया रौब दिखाते रहे, यहां तक मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को भी देख लेने की धमकी देते रहे. लेकिन खनिज अमले ने टॉर्च की रोशनी में दोनों खदान में छिपाए चेन माउंटेन को ढूंढकर सील कर दिया. इसके साथ ही अवैध परिवहन में लगे तीन हाइवा को भी जब्त किया. परसदा जोशी की तरह हो कार्रवाई बताया जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में माफिया ने दोनों खदान से 8 हजार से भी ज्यादा घन मीटर रेत की चोरी कर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा दिया है. लोगों को मानना है कि जिस तरह परसाद जोशी में अवैध खनन की माप कर 80 हजार घन मीटर की चोरी की एवज में जिम्मेदारों से 4 करोड़ की वसूली की जा रही है, वैसी ही कार्रवाई इन खदानों में हो. मौन सहमति देने वाले पंचायत और खनन माफियाओं पर पेनाल्टी ठोका गया तो खनन माफियाओं का हौसला पस्त हो जाएगा. सत्ता बदली पर माफिया वही बोरिद के खदान में कार्यवाही के दरम्यान अपनी ऊंची पहुंच का धौंस दिखा रहे दोनों माफिया राजधानी के हैं, जो पिछले पांच साल से इलाके के खदानों को लीज में ले रहे हैं. बताया जाता है कि सत्ता किसी की भी हो ये माफिया जिले में दखल रखने वाले राजनेताओं को मोटी रकम कमीशन के तौर पर देकर सेट कर लेते है, फिर उन्हीं का धौंस देकर प्रशासन से सीना जोरी, अफसरों को धमकी और मीडिया कर्मियों को भी देख लेने की धमकी देते हैं. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 35

वन विभाग ने किया अलर्ट, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में तेंदुआ दिखने से फैली दहशत

गरियाबंद. गरियाबंद मुख्यालय में एक बार फिर तेंदुए की आमद ने लोगों की नींद हराम कर दी है. बीती रात तेंदुआ गरियाबंद नगर पालिका के वार्ड नंबर 1 में घूमता रहा और स्थानीय आवारा पशुओं का शिकार करता रहा. तेंदुए की मौजूदगी सीसी कैमरे में भी कैद हो गई है, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है. वन विभाग ने लोगों से तेंदुए को लेकर सतर्क रहने की अपील की है. खासकर बच्चों और बढ़ों को अकेले में ना घूमने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही तेंदुआ दिखने पर तुरंत विभाग को सूचना देने के लिए कहा है. वन विभाग को इन नंबरों पर करें सूचित — 0- वन परिक्षेत्र अधिकारी, गरियाबंद- 8871 850 621, 0- सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी, गरियाबंद-7803 919831 0- बीट फॉरेस्ट ऑफिसर गरियाबंद- 7354 212601. सूत्रों के अनुसार, तेंदुआ हाइवे किनारे स्थित पहाड़ के खोह में पिछले कई महीनों से डेरा जमाए हुए है. हालांकि, वन विभाग ने तेंदुए की उपस्थिति को दर्शाने वाले चेतावनी बोर्ड लगाकर अपनी जिम्मेदारी निभाने का प्रयास किया है, लेकिन स्थानीय लोगों में दहशत है. वहीं स्थानीय पार्षद संदीप सरकार ने भी इस स्थिति पर चिंता जताते हुए प्रशासन से आम लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन से तेंदुए को पकड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की मांग की है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 39

जिला प्रशासन ने खड़े किए थे हाथ, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में सड़क की मरम्मत करवा रहे ओडिशा के क्रेशर संचालक

गरियाबंद। उसरी पानी में पीएमजीएसवाय की जर्जर सड़क की मरम्मत ओडिशा के क्रेसर संचालक करवा रहे हैं. यह तब हो रहा है, जब भारी वाहनों की आवाजाही से जर्जर हुई सड़क की मरम्मत की मांग करते थक चुके ग्रामीणों ने हाइवा को रोककर प्रदर्शन किया था, वहीं दूसरी ओर फंड का अभाव बताकर प्रशासन ने मरम्मत से हाथ खड़े कर दिए थे. वर्ष 2015 मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत पीएमजीएसवाय विभाग द्वारा उसरीपानी से कालाहांडी पाइकपड़ा तक 2 किमी लंबी सड़क बनाई गई थी. भारी वाहन गुजरने के कारण सड़क में गढ्ढे हो गए थे, जिसकी ओडिशा के क्रेशर संचालक मरम्मत करवा रहे हैं. मिक्स डस्ट और गिट्टी डालकर पहले फोकलेन से गढ्ढे भरे जा रहे है, फिर उसे बराबर कर आवाजाही लायक बनाया जा रहा है. दिन भर में एक किमी सड़क की मरम्मत की गई है. पूरी सड़क की मरम्मत में 2 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च का अनुमान है. हाथ पर हाथ धरे बैठी रही प्रशासन उसरी पानी के उपसरपंच नारायण मांझी और पंच ललित नागेश ने बताया कि उक्त सड़क पर पहले तो भारी वाहन की आवाजाही रोकने प्रशासन के पास बार गुहार लगाते रहे. एसडीएम से लेकर अन्य अफसरों से बार-बार निवेदन करते रहे. प्रशासन के अफसर वाहन रोकने के बजाए सीधे सेट हो गए, मरम्मत के जवाब में फंड का रोना रोते रहे, इसलिए हम सभी ग्रामीणों को एकजुट होकर इसके समाधान के लिए सड़क पर उतरना पड़ा था. तब जाकर माने क्रेशर संचालक ग्रामीणों ने कहा कि 3 अक्टूबर को 6 हाइवा को रोक दिए थे, तब भी कार्रवाई के लिए कोई जिम्मेदार अफसर नहीं आए. 3 घंटे जाम के बाद हम लोगों ने वाहन मालिक व क्रेशर संचालक से सीधी बात कर सड़क मरम्मत पर वाहन छोड़ने की शर्त रखी थी. क्रेशर संचालक अपने वायदे के मुताबिक, अब सड़क मरम्मत करा रहे. दोनों राज्य के लिए अहम है सड़क कालाहांडी में पाइक पड़ा है, जहां से नवरंगपुर जिले के बड़े व्यापारिक सेंटर जाने के लिए उसरीपानी के रास्ते से प्रवेश करना पड़ता है. ओडिशा के दो जिलों के जोड़ने का यह शॉर्टकट है. कमर्शियल वाहन के अलावा बड़े शहरों को जाने वाली 5 से ज्यादा यात्री बस इसी रास्ते से गुजरती है. उसरी पानी के ग्रामीणों को उपचार के लिए नवरंगपुर हो या धर्मगढ़ जाने के लिए आसानी होती है. आलम यह है कि सड़क जर्जर होने के कारण यात्री बसें बंद हो गई थी. नवनीकरण का भेजा है प्रस्ताव मामले में पीएमजीएसवाय के एसडीओ कमलेश चंद्राकर ने कहा कि कार्य में 2018 तक संधारण अवधि खत्म हो गयी थी. सड़क के नवीनीकरण कार्य के लिए अप्रैल 2024 में सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. मंजूरी मिलते ही नवीनीकरण किया जाएगा. आपसी सहमति व सुविधा के लिए अस्थाई मरम्मत अगर ग्रामीण करवा रहे हैं, तो वो उनके आपस का मसला है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 61

अगले दिन पहुंचे रेंजर ने सामान्य मौत का दिया गैरजिम्मेदाराना बयान, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में हिरण का तीर से शिकार

गरियाबंद। जंगल पर मनुष्यों के बढ़ते अतिक्रमण के बीच वैसे ही वन्य जीव असहाय हैं. ऐसे में वन विभाग के जिम्मेदारों की वन्य जीवों के प्रति असंवेदनशीलता ज्यादा कष्टकारक हो जाती है. ऐसा ही एक मामला पांडुका वन परिक्षेत्र में देखने को मिला, जहां तीर लगने से मृत हिरण तक पहुंचने में रेंज अफसर को 24 घंटे लग गए. जब तक वे मौके पर पहुंचते तब तक कुत्ते नोचकर खा गए थे, यहां तक शव पोस्टमार्टम के भी लायक नहीं बचा था. पांडुका वन परिक्षेत्र के ग्राम विरोडार पहुंच मार्ग से केवल 100 मीटर दूर हिरण का शव दिखने की जानकारी सोमवार सुबह चरवाहों ने स्थानीय लोगों को दिया. झाडियों में मृत मिले हिरण को तीर लगा हुआ था, और उसे कुछ लोग मौके पर जलाने का प्रयास भी करते दिखे. ग्रामीणों को आते देख जारकिन छोड़ कर शिकारी भाग खड़े हुए. जिसकी सूचना तत्काल पांडुका वन परिक्षेत्राधिकारी संतोष चौहान देते हुए मोबाइल पर उन्हें फोटो भी भेजा गया. उन्होंने तत्काल मौके पर टीम भेजने की बात तो कही, लेकिन उन्होंने 24 घंटे बाद मौके पर पहुंचे. ग्रामीण वन विभाग के अधिकारी और पशु चिकित्सक के साथ मौके पर पहुंचे, तब तक हिरण के आधे से ज्यादा हिस्से को कुत्ते नोच कर खा चुके थे. रही-सही हड्डियां आस-पास बिखरी पड़ी थी. पशु चिकित्सा अधिकारी केपी शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम करने के लायक शव की स्थिति नहीं है. शव के आधे से ज्यादा अंग गायब हैं. शव में तीर चुभा हुआ था, जिसे वन अमले को सौंप दिया गया है. वन अमले ने आनन-फानन में पंचनामे की कार्रवाई कर बचे-खुचे शव का अंतिम संस्कार मौके पर कर दिया. रेंजर की लेट-लतीफी को लेकर ग्रामीणों में रोष दिखा. इसकी वजह जब रेंजर से पूछी गई तो उन्होंने इसे सामान्य बात कहकर टाल दिया. वहीं, इस बात की जानकारी जब डीएफओ लक्ष्मण सिंह को दी गई, तो उन्होंने मामले को गंभीर बताते हुए फोटो भेजने को कहा, जिससे वे जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकें. डीएफओ को फोटो तो भेज दिया, लेकिन अब देखना है कि लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कब कार्रवाई होती है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 43

बाल-बाल बचे चिकित्सा अधिकारी, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में गहरी खाई में गिरी कार

गरियाबंद। सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ डॉ. सुनील रेड्डी कार दुर्घटना में बाल-बाल बचे. नेशनल हाइवे 130 सी पर बारूका और कचना धुरवा के बीच में कार गहरे खाई में जा गिरी थी. जानकारी के अनुसार, हादसे के वक्त डॉक्टर रेड्डी अपनी कार खुद चला रहा थे. इस हादसे में उन्हें सामान्य खरोच भर आईं है. हादसा साइड देते वक्त अचानक मोड़ में कार के अनियंत्रित होने से हुआ है. हादसे के बाद कुछ देर के लिए डॉ. रेड्डी घटना स्थल पर बेहोश हो गए थे. होश में आने के बाद उन्होंने खुद जिला अस्पताल में सहयोगी को संपर्क कर मदद के लिए बुलाया. प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 35

छात्रों ने भजन गाकर गांधीगिरी से चलाया हस्ताक्षर अभियान, छत्तीसगढ़-गरियाबंद में महाविद्यालय की मांग

गरियाबंद. अमलीपदर हायर सेकेंडरी के छात्रों ने कॉलेज की मांग को लेकर ‘गांधी गिरी’ शुरू कर दी है. छात्रों का एक समूह ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाते हुए समर्थन जुटा रहा है. अब तक 700 लोगों से हस्ताक्षर करवा कर समर्थन प्राप्त कर चुके हैं, और उनका लक्ष्य 1,000 हस्ताक्षर जुटाने का है. एक हजार हस्ताक्षर पूरे होते ही छात्र कोलेक्टोरेट जाकर अपनी मांग को लेकर ज्ञापन देंगे. छात्रों ने बताया कि वे तब तक अभियान जारी रखेंगे जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती. अभियान का नेतृत्व कर रहे छात्र अतुल ताम्रकार, शाहिल मिर्जा, और विशाल मिश्रा ने कहा कि स्थानीय क्षेत्र में प्रति वर्ष 300 से अधिक छात्र कॉलेज की पढ़ाई के लिए निकलते हैं, लेकिन महाविद्यालय की अनुपस्थिति के कारण उन्हें आगे की पढ़ाई में कठिनाई का सामना करना पड़ता है. लंबे समय से हो रही है महाविद्यालय की मांग – अमलीपदर में महाविद्यालय की मांग को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण, बारिश के दौरान 50 गांव अक्सर टापू में तब्दील हो जाते हैं. भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने अपने-अपने कार्यकाल में केवल आश्वासन दिए हैं, लेकिन महाविद्यालय की स्थापना अन्यत्र की गई है. जब स्थानीय जनप्रतिनिधियों की आवाज को अनसुना किया गया, तो छात्रों ने अब मोर्चा खोल दिया है. 16 अगस्त को छात्रों ने एक विशाल रैली निकालकर तहसीलदार योगेश सिंह ठाकुर को ज्ञापन सौंपा था. सुनवाई न होने पर उन्होंने गांधी गिरी की राह अपनाई. पूर्व छात्रों का दर्द — अमलीपदर निवासी त्रिभुवन ताम्रकार, मुकेश मांझी और बहरापारा निवासी रुकमन यादव ने 2021 के बाद 12वीं पास की, लेकिन दूरी के कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सके. 10 साल पहले 12वीं पास करने वाले अविनाश भोसले ने बताया कि उनकी उच्च शिक्षा की इच्छा थी, लेकिन कॉलेज की दूरी के कारण उन्हें प्राइवेट पढ़ाई करनी पड़ी. पूर्व छात्र और कांग्रेस नेता अनुराग वाघे ने छात्रों की गांधी गिरी का समर्थन करते हुए कहा कि महाविद्यालय की मांग को लेकर पूर्व में किए गए प्रयासों का कोई परिणाम नहीं निकला. तहसीलदार योगेश सिंह राजपूत ने बताया कि ज्ञापन को उच्च कार्यालय भेज दिया गया है. मांग के संबंध में जैसे ही कोई पत्राचार होगा, ज्ञापन दाताओं को सूचित किया जाएगा. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 35