MY SECRET NEWS

Women’s T20 WC की मेजबानी नहीं खोना चाहता बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड, सेना से मांगी मदद

ढाका पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाए जाने के बाद बांग्लादेश में बनी राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने देश के सेवा प्रमुख से तीन से 20 अक्टूबर के बीच होने वाले महिला टी20 विश्व कप के आयोजन के लिए सुरक्षा का आश्वासन मांगा है। महिला टी20 विश्व कप बांग्लादेश के दो शहरों सिलहट और मीरपुर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट के अभ्यास मैच 27 सितंबर से शुरू हो जाएंगे। क्रिकबज के अनुसार, बीसीबी ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर उज़ ज़मान को पत्र लिखकर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सुरक्षा आश्वासन मांगा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भी बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखे हुए है जहां सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और शेख हसीना को अपना पद छोड़ना पड़ा। आईसीसी समान समय क्षेत्र में इस टूर्नामेंट का आयोजन कर सकता है तथा ऐसे में उसके पास भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका विकल्प होंगे। बीसीबी अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद मिठू ने कहा,‘‘हम टूर्नामेंट की मेजबानी करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने आईसीसी महिला टी20 विश्व कप की सुरक्षा को लेकर आश्वासन मांगने के संबंध में गुरुवार को सेना प्रमुख को एक पत्र भेजा है क्योंकि हमारे पास अब केवल दो महीने का समय बचा है।’’ किन शहरों में खेला जाएगा टूर्नामेंट? महिला टी20 विश्व कप बांग्लादेश के सिलहट और मीरपुर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट के अभ्यास मैच 27 सितंबर से शुरू हो जाएंगे। क्रिकबज के अनुसार, बीसीबी ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर उज जमान को पत्र लिखकर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सुरक्षा आश्वासन मांगा है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भी बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखे हुए है। इन देशों को मिल सकती है मेजबानी माना जा रहा है कि आईसीसी किसी इस टूर्नामेंट का आयोजन समान समय क्षेत्र के भीतर किसी अन्य स्थान पर टूर्नामेंट का आयोजन करा सकता है। इस स्थिति में भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका को मेजबानी का मौका मिल सकता है। बीसीबी ने मांगी सेना प्रमुख से मदद बीसीबी अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद मिठू ने कहा, "हम टूर्नामेंट की मेजबानी करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने महिला टी20 विश्व कप की सुरक्षा को लेकर आश्वासन मांगने के संबंध में गुरुवार को सेना प्रमुख को एक पत्र भेजा है क्योंकि हमारे पास अब केवल दो महीने का समय बचा है।"     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

5वीं पीढ़ी के स्वदेशी फाइटर जेट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी, 2026 में पहली उड़ान

नई दिल्ली LCA MK-2 यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क 2 को लेकर हाल ही में डीआरडीओ प्रमुख, भारतीय वायुसेना के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ, डीआरडीओ लेबोरेटरी, डिफेंस पीएसयू, CEMILAC, NFTC के अधिकारियों की मीटिंग हुई. यह एक उच्च स्तरीय रिव्यू मीटिंग थी. जिसमें एलसीए के डेवलपमेंट पर बातचीत की गई. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मीटिंग में यह पता चला है कि अगले दो महीनों में LCA MK-2 का पहला प्रोटोटाइप बन जाएगा. साल 2025 से यानी अगले साल से इसका रोल आउट शुरू हो जाएगा. पूरी संभावना है कि 2026 में इस फाइटर जेट की पहली उड़ान पूरी होगी. यह एक मीडियम वेट फाइटर जेट  (MWF) होगा. यह फाइटर जेट वर्तमान LCA यानी तेजस से अपग्रेड होगा. इसमें बेहतर मैन्यूवरेबिलिटी, शानदार एवियोनिक सुईट्स, सेंसर और ज्यादा ताकतवर इंजन होगा. यह नई पीढ़ी का फाइटर जेट होगा. इसके वायुसेना में शामिल होने के बाद वायुसेना अपने SEPECAT Jaguar, मिराज 2000, मिकोयान MiG-29 एयरक्राफ्ट्स को हटा देगी.    LCA MK-2 की स्पीड और रेंज होगी और बेहतर यह स्वदेशी मल्टीरोल सुपरसोनिक फाइटर जेट होगा. इसमें एक या दो क्रू बैठ सकेंगे. लंबाई 47.11 फीट होगी. विंगस्पैन 27.11 फीट और ऊंचाई 15.11 फीट होगी. अधिकतम टेकऑफ वजन 17,500 kg होगा. यह अपने साथ 6500 kg वजन के हथियार लेकर उड़ सकेगा. एलसीए मार्क-2 फाइटर जेट की सबसे बड़ी ताकत होगी उसकी गति. यह अधिकतम 2385 km/घंटा की स्पीड से उड़ेगा. यानी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फाइटर जेट्स की गति को टक्कर देगा. इसकी रेंज कुल 2500 km होगी.  कॉम्बैट रेंज 1500 km होगी. यह अधिकतम 56,758 फीट की ऊंचाई तक जा सकेगा.   13 तरह के हथियार या उनका मिश्रण लगा सकते हैं इसमें 13 हार्ड प्वाइंट्स होंगे यानी 13 अलग-अलग प्रकार के हथियार या फिर उनका मिश्रण लगाया जा सकता है. हवा से हवा में मार करने वाली MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, हवा से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस-NG ALCM, LRLACM, स्टॉर्म शैडो, क्रिस्टल मेज लगाने की योजना है. एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम 1/2/3 लगाया जाएगा. इसमें प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन यानी बम भी लगाए जाएंगे.इन प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन में शामिल हैं स्पाइस, HSLD-100/250/450/500, DRDO Glide Bombs, DRDO SAAW. लेजर गाइडेड बमों में सुदर्शन बम लगाया जाएगा. कई तरह के गाइडेड बम, आत्मघाती ड्रोन लगा सकेंगे इसके अलावा क्लस्टर म्यूनिशन, लॉयटरिंग म्यूनिशन कैट्स अल्फा और अनगाइडेड बम लगाए जा सकते हैं. LCA Mark 2 फाइटर जेट में जो एवियोनिक्स लगे हैं वो उसे दुश्मन का पता लगाने. हमलों से बचने में मदद करेंगे. इसमें LRDE Uttam AESA Radar, DARE Unified Electronic Warfare Suite (UEWS), DARE Dual Colour Missile Approach Warning System (DCMAWS) और DARE Targeting pod लगे होंगे.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 78

राजधानी में 33 हजार वाहनों से 14 अगस्त को निकलेगी 30 किमी लंबी तिरंगा यात्रा, सीएम होंगे शामिल

 भोपाल भोपाल की हुजूर विधानसभा के विधायक रामेश्वर शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत 14 अगस्त को भारतवर्ष की विशाल तिरंगा यात्रा आयोजित करने जा रहे हैं। यह तिरंगा यात्रा ‘कर्मश्री’ संस्था के तत्वाधान में आयोजित की जाएगी जिसमें भोपाल सहित क्षेत्र के 65 से 70 हजार देशभक्त नागरिकों के शामिल होने की संभावना है। अखंड भारत स्मृति दिवस पर भारत की अखंडता के संकल्प के साथ रामेश्वर शर्मा द्वारा आयोजित इस यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सम्मिलित होंगे। यात्रा कोलार के मदर टेरेसा स्कूल से प्रारंभ होकर बैरागढ़ के दीनदयाल उपाध्याय मंडी भैंसाखेड़ी तक जाएगी। 30 किमी के इस रूट पर सैकड़ों मंचों के माध्यम से भोपाल की जनता द्वारा तिरंगा थामे राष्ट्रप्रेमियों का पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया जाएगा।  अब तक 33 हजार वाहनों का पंजियन हुआ भारत की विशाल तिरंगा यात्रा में शामिल होने के आयोजक संस्था कर्मश्री द्वारा वाहनों का पंजीयन किया गया है। संस्था अध्यक्ष विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि अब तक 33 हजार से अधिक दोपहिया वाहनों का यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीयन किया जा चुका है। पंजीयन अभी भी जारी है और प्रतिदिन पंजीयन कराने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। एक दोपहिया पर दो लोग सवार होंगे इस तरह से दोपहिया वाहनों मे सवार लगभग 65 से 70 हजार लोगों के इस तिरंगा यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है।  500 स्वागत मंच सजेंगे, समाज का हर वर्ग करेगा स्वागत कर्मश्री की तिरंगा यात्रा मुख्यमंत्री मोहन यादव की मुख्य उपस्थिति में कोलार के मदर टेरेसा स्कूल से प्रस्थान कर बैरागढ़ तक जाएगी। 30 किलोमीटर के इस मार्ग में 500 से अधिक स्वागत मंच बनाए जा रहे हैं। इन स्वागत मंचों पर समाज का हर वर्ग यात्रा के स्वागत के लिए उपस्थित होगा। आम नागरिक, व्यापारी, नौकरीपेषा, युवा, बुजुर्ग, महिला, चिकित्सक, वकील, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी और स्टॉफ, विभिन्न जनसंगठन, कर्मचारी संगठन, सामाजिक संगठन आदि तिरंगा यात्रा के स्वागत के लिए विभिन्न स्थानों पर मौजूद रहेंगे। फूलों के बजाए तिरंगा हाथों में लेकर स्वागत करें आयोजक संस्था द्वारा स्वागत करने वालें नागरिकों और संगठनों से अनूठी अपील की गई है। संस्था अध्यक्ष विधायक रामेष्वर शर्मा ने बताया कि सभी से अपील की गई है कि तिरंगा यात्रा का स्वागत फूलों से करने के बजाए हाथो में तिरंगा लेकर, तिरंगा लहराते हुए करें। इससे तिरंगा यात्रा के वाहन सवारों के साथ साथ पूरे यात्रा मार्ग में लाखों हाथों में तिरंगा लहराएगा। इससे तिरंगे की शान भी बढ़ेगी और नई पीढ़ी के मन में राष्ट्रभक्ति का सागर भी हिलोंरे मारेगा। तिरंगा यात्रा में महापुरुषों की जीवंत झांकियां भी निकलेंगी। शहीदों और क्रांतिकारियों के वेश में सजे युवा आकर्षण का केंद्र रहेंगे।  हर मन में देषभक्ति जगाना है, अखंड भारत बनाना है ःविधायक रामेश्वर इस विशाल तिरंगा यात्रा के आयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आजादी के 70 सालों के बाद आज देश को एक ऐसा प्रधानसेवक मिला है जिसके एक आह्वान पर पूरा देश एकजुट हो जाता है और वह जो आग्रह करते हैं उसे पूरा करने में जुट जाता है। उन्होने हर घर तिरंगा अभियान का आहवान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में देश को ऐसा जनसेवक मिला है जिससे देश की करोड़ों-करोड़ जनता का हर अरमान पूरा हो रहा है। देश में द्रुत गति से विकास हो रहा है, नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, भारत मां का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान बढ़ रहा है और देश के युवा, महिला, किसान, गरीब का सम्मान बढ़ रहा है। देश हर मोर्चे पर विश्व गगन पर छा रहा है। हर नागरिक खुश है, संतुष्ट है। बस एक टीस करोड़ों भारतीयों के मन में हैं और वह है भारत विभाजन की टीस। उन्होंने आगे कहा कि – जब देश विभाजित हुआ तो न केवल जमीन बटी, बल्कि भारत मां का आंचल भी बट गया था। भारती के कितने लाल काल के गाल में समा गए थे। वह दुःख कभी भूलने वाला नहीं है। उसी दुःख और पीड़ा की स्मृति 14 अगस्त बार-बार कराता है। हर 14 अगस्त को अखंड भारत का वह सपना हमारी स्मृतियों में कौंधता है जिसे हम अपने सीने में दबाएं हैं। और इंतजार कर रहे हैं कि एक दिन वह अवसर जरूर आएगा जब भगत सिंह और हेमू कालानी की जन्मभूमि पर तिरंगा लहराएगा। इसी संकल्प के साथ हम हर साल तिरंगा यात्रा निकालते हैं। यात्रा का उद्देष्य है कि हर नागरिक के मन में देषभक्ति जगाना है और एक अखंड भारत बनाने का संकल्प है ।  पुलिस बैंड के लिए पत्र लिखकर आग्रह किया  शर्मा ने बताया कि तिरंगा यात्रा राष्ट्रीय आयोजन है। इसमें 14 अगस्त को भोपाल का हर नागरिक प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होगा। ऐसी देषभक्तिपूर्ण यात्रा का स्वागत भोपाल का हर नागरिक, हर वर्ग करेगा। अतः इसमे पुलिस बैंड के शामिल होता है तो यह एक अच्छा कदम होगा। इसके लिए पुलिस महानिदेषक को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 46

शहीद सैनिक की पेंशन, लाभ पत्नी और माता- पिता में बराबर बँटे, सरकार बना रही योजना

नई दिल्ली रक्षा मंत्रालय ने  संसद को बताया कि वह सेना में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जवानों की फैमिली पेंशन को पत्नी और माता-पिता के बीच बांटने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि पत्नी और माता-पिता के बीच फैमिली पेंशन बांटने का प्रस्ताव मिला है, जिस पर विचार किया जा रहा है। अभी प्रावधान क्या है? कांग्रेस सदस्य इमरान मसूद के सवाल का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि शहीद सैनिकों के माता-पिता ने आर्थिक मदद के लिए कानून में संशोधन की मांग की है। पता चला है कि सेना ने भी इस मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल, सामान्य फैमिली पेंशन केवल उस सैनिक, वायु सैनिक या नाविक की पत्नी को दी जाती है जो सेवा के दौरान शहीद हो जाता है। केवल अविवाहित जवानों के मामले में ही यह उनके माता-पिता को दिया जाता है। किन मामलों के बाद सरकर उठा रही कदम वहीं, ग्रेच्युटी, बीमा, प्रॉविडेंट फंड और एक्स ग्रेशिया की रकम शहीद जवान के नॉमिनेशन या वसीयत के हिसाब से दी जाती है। वह अपनी इच्छा के अनुसार इसे अपनी पत्नी, माता-पिता, बच्चों या अन्य लोगों में बांट सकता है। पेंशन बंटवारे का मुद्दा एक बार फिर उस समय सामने आया है, जब पिछले कुछ दिनों में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सैनिकों के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बहुओं को सारी आर्थिक मदद मिल गई। ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां विधवाओं को उनके घरों से निकाल दिया गया या परिवार के किसी दूसरे व्यक्ति से शादी करने के लिए मजबूर किया गया।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 34

MP देश में प्रधानमंत्री आदिवासी जनमन महाभियान में जनजातीय परिवारों के लिये पक्का आवास बनाने में सबसे आगे

देश में मप्र और मप्र में शिवपुरी आगे देश की पहली पीएम जनमन कॉलोनी शिवपुरी में वर्षों कच्चे मकानों में रहने वाले जनजातीय सहरिया परिवारों को मिली पक्के घर की खुशियां पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने हितग्राही सहरिया परिवारों को नए घर की दी बधाई भोपाल मध्यप्रदेश देश में प्रधानमंत्री आदिवासी जनमन महाभियान में विशेष रूप से पिछड़े जनजातीय परिवारों के लिये पक्का आवास बनाने में सबसे आगे है। मध्यप्रदेश में कुल 1 लाख 13 हजार 433 जनमन आवास स्वीकृत हुए थे। इनमें से 22 हजार 619 आवास बनाकर मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है। उडीसा 1620 आवासों के साथ दूसरे, छत्तीसगढ़ 526 आवास बनाकर तीसरे और राजस्थान 87 आवास बनाकर चौथे स्थान पर है। प्रदेश में शिवपुरी में सबसे ज्यादा 4 हजार 443 आवास बने हैं। उमरिया 3 हजार 264 आवास बनाकर दूसरे और शहडोल 3 हजार 164 आवासों के साथ तीसरे, मंडला 2 हजार 112 आवासों के साथ चौथे और अनूपपुर 1 हजार 891 के साथ पांचवे स्थान पर है। इसके साथ ही देश की पहली प्रधानमंत्री जनमन कालोनी शिवपुरी में बनाकर मध्यप्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल शिवपुरी जनपद पंचायत की हातौद, कोटा और डबिया ग्राम पंचायतों में बनी देश की पहली पीएम जनमन कॉलोनी का निरीक्षण किया। उन्होने नए पीएम जनमन आवास के सहरिया जनजाति के हितग्राही परिवारों से चर्चा की और नया घर मिलने की बधाई दी। सहरिया परिवार की बहनों ने उन्हें राखी बांधी। पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से भी हितग्राही परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं दी। पंचायत मंत्री ने कहा कि देश में सबसे पहला जनमन आवास बनाने वाला जिला शिवपुरी है और सबसे पहले जनमन कॉलोनी बनाने का रेकार्ड बनाने वाला जिला भी शिवपुरी है। इस उपलब्धि के लिए सभी अधिकारियों की टीम को उन्होने बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा प्रधानमंत्री आदिवासी न्याय महाअभियान शुरू होने के 23 दिन के भीतर ही शिवपुरी में पहला आवास बन गया था और 29 दिनों में छिंदवाड़ा में दूसरा आवास बना| उन्होंने हितग्राही सहरिया परिवारों से आग्रह किया कि पक्का घर मिलने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर और ज्यादा ध्यान दें। पढ़ाई और बचपन पर बच्चों का अधिकार है। इस अधिकार से उन्हे दूर नहीं करें। मिलकर सामाजिक कुरीतियों से लड़े और उनका त्याग करें। नशे की प्रवृत्ति को कभी भी पनपने नहीं दें। उन्होंने कहा की आवास के साथ बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य की सुविधा एक साथ मिलना भी सहरिया परिवारों के लिए सबसे बड़ी सहूलियत हैं। इमरत हातौद गांव का रहने वाला है, ने अपने पिता कनई और माता हसमत, अपनी धर्मपत्नी और चार साल की बेटी महक के साथ नये घर में रह रहा है। महक आंगनवाड़ी में जाती है। बचपन से झोपड़ी में रहने वाला इमरत अब पक्का घर पाकर बेहद खुश है और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहता है कि इस जन्म में पक्का घर मिल गया यही हमारे लिए बड़ी बात है। तीस वर्षीय सिया एक महीने से अपने नए घर में रह रही हैं। हातौद गांव दो मजरों में बंटा है। एक मजरे में 210 और दूसरे में करीब 220 लोग रहते हैं। सिया खेतिहर मजदूर है। धान के खेतों में मजदूरी करके 300 रोजाना कमा लेती है। उनके दो बच्चे अमित और परमवीर हैं। अमित कक्षा दो में है और परमवीर आंगनवाड़ी में जाता है। नए मकान की सबसे ज्यादा खुशी बच्चों को है। वे बताती हैं कि जनवरी से ही मकान बनना शुरू हो गए थे। पहले 50 हज़ार मिले। इसके बाद दूसरी और तीसरी बार में 75 हज़ार मिले। घरों में कोई कमी नहीं है। पानी, बाथरूम, लाइट सब सुविधा के साथ साफ सुथरा भी हैं। हम बरसों तक झोपड़ी में रहे। कभी भी सोचा नहीं था कि पक्के मकान में हम रह पाएंगे। कच्चे घरों में पूरी बरसात पानी टपकता रहता था। हमें विश्वास है कि आगे का जीवन हमारा बहुत अच्छा रहेगा। वे कहती हैं कि यदि घरों के ऊपर सोलर लाइट लग जाए तो बिजली का खर्चा भी बच जाएगा। सीमा सहरिया अपने पांच बच्चों के साथ घर में रहते हुए बहुत खुश है। वे कहती हैं कि हमें हमेशा के लिए कच्चे घर से छुट्टी मिली। कच्चे घर में हमेशा टूट-फूट होती रहती थी। आधा समय घर ठीक करने में ही चला जाता था। मजदूरी पर भी घर की चिंता सताती रहती थी। अब प्रधानमंत्री ने सबकी चिंता ही दूर कर दी। इसी गांव के 67 वर्षीय धनवंती आदिवासी कहते हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका खुद का पक्का मकान होगा, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के कारण हमारे सभी भाई बंधुओं को पक्के घर मिल गये हैं। ग्राम पंचायत हातौद में जनमन कालोनी का नाम शहीद तिल्खा मांझी आदिवासी कॉलोनी रखा गया है। यहां 18 सहरिया परिवारों के 75 लोग रह रहे हैं। डबिया ग्राम पंचायत में जनमन कालोनी का नाम श्रीराम बिहार कोलोनी है। यहां 28 सहरिया परिवारों के 99 लोग रह रहे हैं जबकि कोटा ग्राम पंचायत देश की तीसरी जनमत कॉलोनी है। इसका नाम जौहर कॉलोनी रखा गया है। यहां 18 सहरिया परिवारों के 90 लोग रह रहे हैं। पीएम जनमन में एक लाख से अधिक आवासों में पहली किश्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगल क्लिक से दी थी। कॉलोनी के साथ-साथ रोड, पानी, बिजली, सामुदायिक भवन, चौपाल की सुविधाएँ भी दी जा रही हैं। बड़ी संख्या में आवास बनाने वाली पंचायतों पर फोकस कर कॉलोनी के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना को अमल में लाते हुए-हतौद, कोटा, डबिया के अलावा कांकर,चंदनपुरा, बूरड़ा, भैंसरावन और पिछोर में जनमन कॉलोनी बन रही है। जनमन कॉलोनी में रहने वाले सभी परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओ का लाभ भी मिल रहा है।  उपलब्धियां देश में सबसे पहले पीएम जनमन आवास शिवपुरी ब्लॉक की कलोथरा पंचायत के भागचंद्र आदिवासी को मिला था। देश में सबसे पहले 500 पीएम जनमन आवास भी शिवपुरी ब्लॉक में पूरे हुये और अब देश की पहली पीएम जनमन कॉलोनी भी शिवपुरी ब्लॉक ने पूरी कर ली है। सहरिया हितग्राहियो के बेहद आकर्षक एवं गुणवत्तापूर्ण आवास बन गये हैं। सहरिया परिवार अति पिछड़ी … Read more

ईरान की मदद के लिए रूस और पाकिस्तान आगे आए , पुतिन ने दिया S-400 एयर डिफेंस सिस्टम

नई दिल्ली हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माल हानिया की हत्या के बाद ईरान इस बात की तैयारी में है कि वो इजरायल पर हमला करे. इजरायल की मदद के लिए अमेरिका ने मिडिल-ईस्ट में कई जगहों पर अपने डिफेंस सिस्टम तैनात कर रखे हैं. एयरक्राफ्ट कैरियर्स, सैनिक, मिसाइलें तैनात कर दी हैं. इजरायल भी जंग के लिए तैयार है. लेकिन… ईरान की मदद के लिए रूस और पाकिस्तान आगे आए हैं. रूस ने ईरान को कई S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दिए हैं. रूस ने ये काम 15 साल बाद किया है. एस-400 दुनिया का सबसे एडवांस एंटी-एयर डिफेंस सिस्टम है. वहीं, पाकिस्तान अपनी सबसे ताकतवर न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 ईरान को देने की योजना बना रहा है. आइए जानते हैं पहले पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल की ताकत… पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल… शाहीन-3 (Shaheen-3): ये पाकिस्तान की सबसे खतरनाक मिसाइल है. 19.3 मीटर लंबी इस मिसाइल की रेंज 2750 km है. यानी इजरायल क्या उसके आसपास का बहुत बड़ा इलाका इसकी रेंज में आ जाएगा. यह निर्भर करता है कि वह ईरान इस मिसाइल को अपने किस इलाके से दागता है. यह एक मल्टी स्टेज सॉलिड-फ्यूल रॉकेट पर चलती है. इसकी गति या फिर मारक क्षमता के बारे में किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया गया है. पाकिस्तान ने इसका आखिरी परीक्षण 9 अप्रैल 2022 को किया गया था. रूस का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम…   S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम आसमान से घात लगाकर आते हमलावर को पलभर में राख कर देता है. S-400 से ईरान आसपास के बड़े इलाके पर नजर रख पाएगा. जैसे ही इजरायल के विमान या मिसाइलें उसके आसमानी क्षेत्र में आएंगे. या आने वाले होंगे. इस सिस्टम का राडार अलर्ट कर देगा. मिसाइल दाग देगा. S-400 की सबसे खास बात ये है कि इसे कहीं भी मूव करना आसान है. इसलिए इसे आसानी से डिटेक्ट नहीं कर सकते. इसे 8X8 के ट्रक पर माउंट करते हैं. S-400 को नाटो द्वारा SA-21 Growler लॉन्ग रेंज डिफेंस मिसाइल सिस्टम कहा जाता है. माइनस 70 डिग्री तक तापमान में काम करने में सक्षम है. S-400 मिसाइल सिस्टम में चार तरह की मिसाइलें होती हैं जिनकी रेंज 40, 100, 200 और 400 km तक होती है. यह सिस्टम 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को पहचान कर नष्ट कर सकता है. इसका रडार 600 km तक की रेंज में करीब 300 टारगेट ट्रैक कर सकता है. यह सिस्टम मिसाइल, एयरक्राफ्ट या फिर ड्रोन से हुए किसी भी तरह के हवाई हमले से निपटने में सक्षम है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 96