MY SECRET NEWS

पंजाब-महाराष्ट्र नहीं यह राज्य है ड्रग्स मामलों में पहले पायदान पर! सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

नई दिल्ली लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में केरल में ड्रग्स की समस्या पर बात की. रेडियो जॉकी जोसेफ अन्नमकुट्टी जोस, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट आदित्य रविद्रन और होम्योपैथिक चिकित्सक फातिमा असला के साथ राहुल गांधी की चर्चा के दौरान, मादक पदार्थों की आसान उपलब्धता को एक कारक के रूप में पहचाना गया. राहुल गांधी ने यह भी पूछा कि क्या बेरोजगारी की भी इसमें भूमिका है? उन्होंने इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तुलना नशे की लत से की और नशीली दवाओं के दुरुपयोग को अपराध से जोड़ा. चर्चा में शामिल सदस्यों ने बताया कि चाकू से की जाने वाली हत्याएं नशीली दवाओं के इस्तेमाल से जुड़े सबसे आम अपराधों में से एक हैं. केरल के तिरुवनंतपुरम में हाल ही में एक मामले में यह देखा गया, जब 25 फरवरी को एक 23 वर्षीय व्यक्ति पुलिस स्टेशन में गया और दावा किया कि उसने अपनी मां, भाई और प्रेमिका सहित छह लोगों की हत्या कर दी है. पुलिस ने बताया कि वह नशे का आदी था और नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त से बढ़ते कर्ज ने उसे अपराध की ओर धकेल दिया. ड्रग्स के मामलों में केरल नंबर वन 12 मार्च को लोकसभा ने ड्रग तस्करी के मामलों पर तीन साल के आंकड़े जारी किए, जिसमें केरल 85,000 से ज्यादा दर्ज मामलों के साथ सूची में सबसे ऊपर है. महाराष्ट्र 35,000 से ज्यादा मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है, उसके बाद पंजाब है, जो ड्रग से जुड़े मामलों के लिए जाना जाता है. लेकिन क्या केरल में नशीली दवाओं से जुड़े मामलों में यह वृद्धि कोई हालिया ट्रेंड है? आंकड़े बताते हैं कि राज्य में नशीली दवाओं की तस्करी हमेशा से एक बड़ा मुद्दा नहीं था. 2016 में केवल छह हजार मामले दर्ज किए गए थे, जो 2017 में बढ़कर 9,244 हो गए. अगले दो वर्षों तक यह संख्या 9,000 के आसपास रही और 2020 में घटकर लगभग 5,000 हो गई. ऐसा लगता है कि पिछले तीन सालों में यह समस्या और भी बढ़ गई है. 2022 में केरल में ड्रग तस्करी के मामले बढ़कर 26,918 हो गए, जो कि 373 प्रतिशत की भारी वृद्धि है. 2023 में यह संख्या बढ़ती रही और 30,715 तक पहुंच गई, जो 2024 में थोड़ी कम होकर 27,701 हो गई. केरल में कौन से ड्रग्स प्रचलन में हैं? लोकसभा ने केरल में एटीएस और एमडीएमए सहित सिंथेटिक ड्रग्स की जब्ती के आंकड़े भी जारी किए. 2021 में केवल 5.42 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किया गया, जो 2022 में बढ़कर 9.6 किलोग्राम हो गया. हालांकि, 2023 में जब्ती बढ़कर 2,543.22 किलोग्राम हो गई, जिसमें एटीएस की हिस्सेदारी सबसे बड़ी थी. 2024 में यह मात्रा काफी कम होकर 25.85 किलोग्राम हो गई. लेकिन भारत के बारे में क्या? लोकसभा के आंकड़ों के अनुसार, भारत में ड्रग लॉ एंफोर्समेंट एजेंसियों ने सबसे अधिक मात्रा में मारिजुआना जब्त किया, जो कुल 18.8 लाख किलोग्राम था. एलएसडी 45,814 ब्लॉट्स के साथ दूसरे नंबर पर सबसे अधिक जब्त किया गया ड्रग्स रहा, उसके बाद सीबीसीएस 41,450 लीटर के साथ दूसरे नंबर पर रहा. अफीम 20,970 किलोग्राम जब्त की गई, जो चौथे नंबर पर रही. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

दिल्ली सरकार की शिक्षा योजना पर सवाल: 50% बजट खर्च करने में ‘फेल’ रहा शिक्षा विभाग

नई दिल्ली दिल्ली की पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने शिक्षा पर अपने कुल वार्षिक बजट का 25 फीसदी खर्च करने का दावा किया था लेकिन शिक्षा निदेशालय पिछले वर्ष सामान्य शिक्षा के लिए आवंटित बजट का 50 फीसदी पैसा भी खर्च कर पाने में नाकाम रहा। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दायर एक आवेदन में यह जानकारी सामने आई है। शिक्षा निदेशालय मुख्यत: तीन मदों -सामान्य शिक्षा, दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाले विद्यालयों और खेलों पर खर्च करता है। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने 2024-25 में शिक्षा निदेशालय के लिए अनुमानित बजट के रूप में कुल 4335.08 करोड़ रुपये आवंटित किये थे, जिसे बढ़ाकर 4836.41 करोड़ रुपये कर दिया गया लेकिन विभाग इसमें से सिर्फ 2818.23 करोड़ रूपये ही खर्च कर पाया। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिक्षा निदेशालय को 2024-25 में सामान्य शिक्षा के लिए 2703.12 करोड़ रुपये का बजट प्राप्त हुआ लेकिन इसमें से वह सिर्फ 1267.87 करोड़ रुपये ही खर्च कर सका जो 50 फीसदी से भी कम है। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के विद्यालयों के लिए प्राप्त 2085.01 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन में से शिक्षा विभाग ने जरूर 1523.33 करोड़ रुपये खर्च किये। स्कूली विद्यार्थियों को खेल के लिए संसाधन मुहैया कराने वाले बजट का भी विभाग पूरा इस्तेमाल करने में विफल साबित हुआ। शिक्षा निदेशालय को खेल के लिए 48.28 करोड़ रुपये आवंटित किये गए थे लेकिन खर्च सिर्फ 18.02 करोड़ रुपये किये गये। शिक्षा निदेशक से जब इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर मिलने से इनकार कर दिया। ‘ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन' के अध्यक्ष एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक अग्रवाल ने कहा कि सामान्य शिक्षा पर बजट का 50 फीसदी पैसा खर्च न कर पाना शिक्षा विभाग के ‘निक्कमेपन' को दर्शाता है। उन्होंने बताया, “दिल्ली के सरकारी विद्यालयों में करीबन 17 लाख बच्चे पढ़ते हैं और ज्यादातर बच्चे गरीब तबके से आते हैं। सामान्य शिक्षा पर बजट का आधा पैसा भी खर्च न कर पाना कहीं न कहीं इन स्कूली बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है।” गैर सरकारी संगठन ‘लोकतान्त्रिक अध्यापक मंच' की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष कृष्ण कुमार फौगाट ने कहा, “ज्यादातर चीजें हवा हवाई ही रहीं और धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 2014 से 2019 तक दिल्ली सरकार ने शिक्षा निदेशालय को 13,425.64 करोड़ रुपये आवंटित किये, जिसमें से विभाग ने 11892.23 करोड़ रुपये खर्च किये थे। इसी प्रकार दिल्ली सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में 2019 से 2024 तक शिक्षा निदेशालय को 24,349.18 करोड़ रुपये आवंटित किये और विभाग 20,762.39 करोड़ रुपये खर्च करने में सफल रहा। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शिक्षा निदेशालय शहर के सरकारी विद्यालयों में मुफ्त पुस्तकों से लेकर स्कूल की वर्दी, कंप्यूटर लैब, शिक्षकों को पुरस्कार, विद्यालयों में पुस्तकालय के लिए पुस्तकें खरीदने जैसी 79 मदों पर पैसा खर्च करता है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

सैमसन ने कप्तान के तौर पर 32वीं जीत दर्ज की करते हुए दिग्गज शेन वॉर्न की 31 जीत को पीछे छोड़ा

नई दिल्ली पंजाब किंग्स पर 50 रन की शानदार जीत के बाद राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन फ्रेंचाइजी के सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। मुल्लानपुर के महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में सैमसन ने कप्तान के तौर पर 32वीं जीत दर्ज की करते हुए दिग्गज शेन वॉर्न की 31 जीत को पीछे छोड़ दिया। आईपीएल के पहले सीजन 2008 में राजस्थान को खिताब दिलाने वाले वॉर्न ने 55 मैचों में 31 जीत दर्ज की थीं। सैमसन ने अब 62 मैचों में 32 जीत दर्ज की हैं जिससे रॉयल्स के सबसे सफल कप्तान के तौर पर उनकी विरासत मजबूत हुई है।   राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के तौर पर IPL में सबसे ज़्यादा जीत 32 – संजू सैमसन (62 मैच) 31 – शेन वॉर्न (55 मैच) 18 – राहुल द्रविड़ (34 मैच) 15 – स्टीवन स्मिथ (27 मैच) 9 – अजिंक्य रहाणे (24 मैच) IPL कप्तान के तौर पर सबसे ज़्यादा लगातार जीत 10 – गौतम गंभीर (2014-15) 8 – शेन वॉर्न (2008) 8 – श्रेयस अय्यर (2024-25) 7 – एमएस धोनी (2013) मैच की बात करें तो घरेलू मैदान पर पहला मुकाबला खेलने उतरी पंजाब किंग्स को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शर्मनाक हार (50 रन) झेलनी पड़ी है। मुल्लांपुर के स्टेडियम में पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। राजस्थान ने जायसवाल के अर्धशतक और रियान पराग के महत्वपूर्ण रनों की बदौलत पहले खेलते हुए 4 विकट खोकर 205 रन बना लिए। जवाब में खेलने उतरी पंजाब टीम ने 43 रन पर ही 4 विकेट गंवा दिए। नेहल वडेहरा और मैक्सवेल ने कुछ रन बनाए लेकिन यह जीत (155-9 रन) के लिए काफी नहीं थे। पंजाब की यह सीजन में पहली हार भी है। इससे पहले खेले गए दो मुकाबलों में उन्होंने गुजरात टाइटंस को 11 रन से तो लखनऊ सुपर जायंट्स को 8 विकेट से हरा दिया था। वहीं, राजस्थान की चार मैचों में दूसरी जीत है। उन्होंने हैदराबाद और कोलकाता के खिलाफ पहले दो मुकाबले गंवा दिए थे। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

भाजपा स्थापना दिवस: एमसीबी जिला कार्यालय जिलाध्यक्षा चम्पा देवी ने किया ध्वजारोहन

एमसीबी आज भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस एमसीबी जिला कार्यालय अटल कुंज मे एमसीबी भाजपा की जिलाध्यक्षा चम्पा देवी पावले जी के द्वारा सर्वप्रथम ध्वजारोहन किया गया तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, भारत माता एवं  पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के छाया चित्र मे पुष्पाजलि अर्पित कर धुप, दीप प्रज्वलन किया गया  इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष लखन लाल श्रीवास्तव, संजय गुप्ता, उजीत नारायण सिंह, रोहित वर्मा, आलोक जैसवाल, प्रदीप वर्मा, रामचरित दुवेदी,रमेश यादव, दिलीप नायर, आदित्य राज डेवित, जे पी बुनकर, जनार्दन केवट, जयनाथ शर्मा, प्रमोद बंसल, अखिलेश मिश्रा, उमेश कुमार, शोभन दास, भूपत सिंग,सागर आदि लोग उपस्थित थे।     आज के स्थापना दिवस पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्षा ने पार्टी के कार्यकर्ताओ को बताया कि भारत की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी यानी BJP दुनिया भर के पॉलिटिक्स के स्टूडेंट्स के लिए स्टडी का विषय है। आज पार्टी का 46 वां स्थापना दिवस है और चार दशकों में पार्टी ने लोकसभा में 2 सीटों से 303 सीटों का लंबा सफर तय किया है।           वहीं अटल-आडवाणी जी की जोड़ी से मोदी-शाह की जोड़ी तक पार्टी ने हर दशक में नई उपलब्धि हासिल की। इसमें राम जन्मभूमि आंदोलन ने भी उसकी मदद की, जिसका परिणाम पिछले साल अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर के भूमिपूजन के तौर पर सामने आया।      भले ही BJP की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई, लेकिन इसका इतिहास भारतीय जनसंघ से जुड़ा है। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचार पर भारत के चुप रहने पर जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया और 21 अक्टूबर 1951 को भारतीय जनसंघ की स्थापना की। डॉ. मुखर्जी के नेतृत्व में जनसंघ ने कश्मीर को विशेषाधिकार देने का विरोध किया। उन्हें जेल में डाल दिया गया, जहां उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।      वर्ष 1967 में भारतीय जनसंघ एवं दीनदयाल उपाध्याय के नेतृत्व में कई राज्यों में कांग्रेस का एकाधिकार टूटा और कांग्रेस को राज्यों में हार मिलनी शुरू हुई। 1977 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल खत्म कर चुनाव कराने का फैसला किया तो जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर सभी कांग्रेस-विरोधी दल एकजुट हुए और ‘जनता पार्टी’ बनाई। भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय 1 मई 1977 को हुआ।    जनता पार्टी का प्रयोग ज्यादा दिन नहीं चला। आपसी प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई। कहा गया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध रखने वाले जनता पार्टी में नहीं रहेंगे। तब 6 अप्रैल 1980 को नए संगठन के तौर पर BJP बनी। अटल बिहारी वाजपेयी पहले अध्यक्ष बने। तथा 1984 के लोकसभा चुनावों में इंदिरा गांधी की हत्या की वजह से कांग्रेस के पक्ष में सहानुभूति लहर थी और भाजपा सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल कर सकी।    1989 में बोफोर्स और अन्य मुद्दों के चलते भाजपा आगे बढ़ी और तब उसके पास 85 सीटें थीं। और पार्टी ने राम जन्मभूमि आंदोलन को समर्थन दिया। लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से राम रथयात्रा शुरू की। इसके बाद तो पार्टी को मिलने वाला समर्थन बढ़ता ही गया। उस समय के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के आदेश पर आडवाणी को बिहार में गिरफ्तार कर लिया गया। आंदोलन ने जोर पकड़ा तो 1991 में पार्टी की सीटें बढ़कर 120 हो गईं। 1993 में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल और मध्य प्रदेश में भी भाजपा के वोट बढ़े। 1995 में आंध्र, कर्नाटक, बिहार, ओडिशा, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी कमल खिला।    1996 में BJP ने 161 सीटें जीतीं और लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, पर बहुमत नहीं होने से 13 दिन में ही सरकार गिर गई। 1998 के मध्यावधि चुनावों में BJP ने सहयोगी दलों के साथ NDA बनाया और सत्ता में आई। 1999 में अन्नाद्रमुक ने समर्थन वापस ले लिया और सरकार गिर गई। अक्टूबर-1999 में NDA ने 303 सीटें जीतीं और स्पष्ट बहुमत हासिल किया। BJP 183 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी।    2004 में वाजपेयी के नेतृत्व में इंडिया शाइनिंग का नारा दिया गया, पर चला नहीं और कांग्रेस के 222 की तुलना में उसे 186 सीटें ही मिलीं। 2009 में भाजपा की सीटें घटकर 116 रह गईं। 2014 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 282 सीटें जीतीं और 543 में से NDA ने 336 सीटों पर जीत हासिल की। मोदी 26 मई 2014 को देश के 15वें प्रधानमंत्री बने। 1984 के बाद पहली बार किसी पार्टी को लोकसभा में बहुमत मिला था। इसके बाद BJP ने 2019 में 303 सीटों पर जीत हासिल की और इतिहास रच दिया। तथा वर्तमान मे भारतीय जनता पार्टी कि वर्तमान केंद्र व प्रदेश कि सरकार के द्वारा कई जनकल्याणकारी कार्य कर रही कि। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

दिल्ली के वाहन चालक को लगा झटका, CNG की कीमतों में बढ़ोतरी, अब गाड़ी चलाना होगा महंगा

नई दिल्ली दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी हो गई है, जिससे राजधानी में वाहन चालकों के लिए सफर करना महंगा हो सकता है। अब सीएनजी की कीमत 76.09 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है, जो पिछले मुकाबले में 1 रुपये की बढ़ोतरी का संकेत देती है। इस बढ़ोतरी के पीछे सरकार के द्वारा एमपीएम गैस की कीमतों में चार प्रतिशत का इजाफा किया जाना मुख्य कारण है। सीएनजी कीमतों में वृद्धि का कारण सीएनजी की कीमत में यह वृद्धि, प्रशासनिक मूल्य प्रणाली (APM) के तहत उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है। दो साल बाद एपीएम गैस की कीमतों में यह वृद्धि की गई है, जो सीएनजी के दामों पर सीधा असर डाल रही है। इससे पहले, अप्रैल 2023 में भी एमपीएम गैस के दाम बढ़ाए गए थे। कैसे चेक करें नए रेट्स? दिल्ली के वाहन चालक अब घर बैठे सीएनजी के ताजे रेट्स जान सकते हैं। हर दिन सुबह 6 बजे, तेल कंपनियां सीएनजी की कीमतों में संशोधन करती हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि इस दिन सीएनजी की कीमत क्या है, तो आप तेल कंपनी के आधिकारिक नंबर पर एसएमएस भेजकर इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। क्या इसका असर आम आदमी पर होगा? सीएनजी की बढ़ी हुई कीमतें दिल्लीवासियों के लिए निश्चित तौर पर महंगाई का कारण बन सकती हैं, खासकर उन परिवारों के लिए जो गाड़ियों का उपयोग करते हैं। इस बढ़ोतरी से लोगों की जेब पर असर पड़ेगा, जबकि राजधानी में महंगाई पर राहत की उम्मीदें भी अब कम हो सकती हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 4

मनेंद्रगढ़ में फिटनेस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

एमसीबी/मनेन्द्रगढ़ एमसीबी मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में आज फिट इंडिया मूवमेंट के तहत एक विशेष फिटनेस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। फिट इंडिया मूवमेंट कार्यक्रम की शुरूआत पीडब्लूडी तिराहा से एमसीबी जिले के पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में एमसीबी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी शिरकत की जिसमें अतरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक बड़ेगांवकर, एस.डी.ओपी मनेंद्रगढ़ एलेक्स टोप्पो एवं मनेंद्रगढ़ सिटी कोतवाली प्रभारी सुनील तिवारी सहित पुलिस विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे। फिट इंडिया मूवमेंट कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों में फिटनेस के प्रति जागरूकता फैलाना और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना रहा। इस आयोजन में जिले के पुलिसकर्मियों के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रतिभागियों ने शारीरिक व्यायाम, दौड़ और योग जैसी गतिविधियों में हिस्सा लेकर स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

सुंदरजा आम की विशेषता है कि इसे मधुमेह के मरीज भी खा सकते, मौसम के फेर में लेकिन इस बार नहीं मिल रहे खरीदार

रीवा देश-विदेश में अपनी महक और स्वाद से लोगों को दीवाना बनाने वाला सुंदरजा आम इस बार खुद मौसम के फेर में उलझ गया है। कम उत्पादन और थोड़े-थोड़े अंतराल में वर्षा के क्रम ने आम के बगीचे वालों को चिंता में डाल दिया है। बीते वर्ष तक जनवरी या फरवरी के बीच आम के बगीचे व्यापारी बोली लगाकर खरीद लेते थे। इस बार अप्रैल के पांच दिन निकल जाने के बावजूद बगीचों के संचालक व्यापारियों की राह तक रहे हैं। यही कारण है कुठलिया आम बगीचे की नीलामी महज 12 लाख 12 हजार रुपये तक होने की उम्मीद है। गोविंदगढ़ बगीचे की नीलामी तकरीबन 32 लाख रुपये में की जा चुकी है। किसान रामबहोर तिवारी ने बताया कि इस बार उनके बगीचे के आम के खरीदार नहीं आए हैं। पिछले वर्षों तक फरवरी माह में ही व्यापारी आकर उन्हें रुपये दे देते थे और पूरा बगीचा ले लेते थे। इस बार वर्षा अंतराल होने के कारण वैसे ही बौर आमों पर कम आए हैं। उस पर भी मौसम खराब होने से स्थिति बिगड़ गई है। बिना रेशे वाला आम मधुमेह रोगी को भी प्रिय सुंदरजा आम की विशेषता है कि यह बिना रेशों वाला होता है और इसे मधुमेह के मरीज भी खा सकते हैं। यह आम पकने के बाद भी 15 दिन तक रखा जा सकता है। दुनिया में रीवा सफेद बाघ के साथ ही फलों के राजा आम 'सुंदरजा' के लिए भी विख्यात है। इस आम की देश-विदेश में खासी मांग है। बीते वर्ष सुंदरजा आम की करीब 19 टन पैदावार हुई थी, लेकिन इस साल 12 टन तक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गोविंदगढ़ में होता है उत्पादन पहले सुंदरजा आम केवल गोविंदगढ़ किले के बगीचों में होता था, लेकिन अब कुठुलिया फल अनुसंधान केंद्र में भी इसकी खेती की जा रही है। इस आम को जीआइ टैग भी प्राप्त है। गोविंदगढ़ का सुंदरजा आम हल्का सफेद रंग का होता है, जबकि कुठुलिया फल अनुसंधान केंद्र में हल्का हरा होता है। सुंदरजा आम ऐसे बना खास गोविंदगढ़ की मिट्टी में उगने वाले पेड़ों के आम का स्वाद लाजवाब है। महक इतनी जबरदस्त है कि आंख बंद करके भी पहचान सकते हैं। 1968 में सुंदरजा आम के नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था। दिल्ली, मुंबई, छत्तीसगढ़, गुजरात सहित कई शहर व राज्यों के लोग एडवांस ऑर्डर देकर मंगवाते हैं। फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका, जर्मनी, कनाडा व अरब देशों में इसकी काफी मांग है। सुंदरजा आम को एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल किया गया है। महाराजा गुलाब सिंह ने लगवाया था बगीचा फल एवं अनुसंधान केंद्र कुठुलिया का आम का बगीचा रीवा राज्य के तत्कालीन महाराजा गुलाब सिंह जूदेव के समय में लगवाया गया था। रियासत काल में यह राजे-राजवाड़ों की पसंद हुआ करता था। इसे बाद में कृषि विभाग को सौंप दिया गया। बगीचे में देवी-देवताओं के नाम से विष्णु भोग, हनुमान भोग, कृष्ण भोग, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के नाम से आम के पेड़ लगे हैं। कृषि वैज्ञानिक आरपी जोशी ने बताया कि 132 एकड़ में फैले फल अनुसंधान केंद्र कुठुलिया में लगभग ढाई हजार आम के पेड़ों का बगीचा है। यहां सुंदरजा, मलिका, आम्रपाली, महमूद बहार, चौसा, स्वर्ण रेखा, प्रभा शंकर विष्णु भोग, कृष्ण भोग, गोपाल भोग, फजली, दशहरी व लंगड़ा आम के पेड़ हैं। आम की कीमत प्रति किलो रुपये में मध्य प्रदेश – 160 से 190, महाराष्ट्र – 200 से 250,  दिल्ली – 160 से 220   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6