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पंचग्रही योग में मनाई जाएगी श्री हनुमान जयंती, 57 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग, करें ये खास उपाय

चैत्र शुक्ल पूर्णिमा (12 अप्रैल) को भगवान शिव के 11वें अवतार, परम भक्त श्री हनुमान जी महराज का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. इस बार हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2025) पर पंचग्रही योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है. जो कि बहुत शुभ होने वाला है. हनुमान जयंती पर देशभर में जबरदस्त उत्साह रहता है. जगह-जगह पर भजन-कीर्तन, पूजा-पाठ और भंडारे का आयोजन होता है. आचार्य के अनुसार इस वर्ष हनुमान जयंती विशेष रूप से शुभ मानी जा रही है. क्योंकि यह 12 अप्रैल 2025 को पंचग्रही योग में मनाई जाएगी. जो कि पूरे 57 वर्षों बाद का एक अद्भुत ज्योतिषीय संयोग है. इस दुर्लभ अवसर पर हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को हनुमान चालीसा, हनुमान वडवानल स्तोत्र और पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए. ढैय्या-साढ़ेसाती से बचने के लिए करें ये उपाय     ज्योतिषियों के मुताबिक हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर आप हनुमान जी को पान का बीड़ा चढ़ाएं। इसके बाद कुछ कागजी बादाम लेकर उसे काले रंग के कपड़े में बांध लें। फिर इसे आप घर की दक्षिण दिशा में किसी गुप्त स्थान पर रख दें। अगले दिन शनि मंदिर में जाकर इसे रख दें। इससे साढ़ेसाती से मिलने वाले नकारात्मक परिणामों से मुक्ति प्राप्त होती हैं।     हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर आप उपवास रखें। फिर बजरंगबली को सिंदूर व चमेली का तेल चढ़ाएं। अब बरगद के कम से कम 8 पत्तों पर सिंदूर से राम-नाम लिखें। इसकी एक माला बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें। कहते हैं कि इस उपाय को करने से शनि साढ़ेसाती व ढैय्या के प्रभाव में कमी आती है।     ज्योतिषियों के मुताबिक आप सरसों के तेल में सिंदूर मिलाकर घर के सभी दरवाजों पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन आप हनुमान जी की पूजा करें। इसके बाद आप एकांत में भगवान राम के नाम का जप करें। मान्यता है कि ऐसा करने पर हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। हनुमान जन्मोत्स के दिन हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं। इस दौरान प्रभु को गुड़ का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से करियर में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ग्वालियर-चंबल के दौरे पर आ रहे, सेफ हाउस और पीएमओ यूनिट बनाई

 ग्वालियर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ग्वालियर-चंबल के दौरे पर आ रहे हैं। पीएम मोदी आज शुक्रवार 11 अप्रैल को अशोकनगर जिले की ईसागढ़ तहसील स्थित आनंदपुर धाम में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान उनका ट्रांजिट स्टे ग्वालियर में रहेगा, जहां वे आने और जाने में दोनों बार सिर्फ 5-5 मिनट के लिए रुकेंगे। पीएम मोदी दोपहर 2 बजे ग्वालियर एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचेंगे और यहां से सेना के हेलिकॉप्टर से अशोकनगर के लिए रवाना होंगे। कार्यक्रम के बाद वे शाम करीब 6 बजे वापस ग्वालियर लौटेंगे और यहां से दिल्ली रवाना होंगे।   12 से शुरू होगा बैसाखी मेला दरअसल, ईसागढ़ तहसील स्थित आनंदपुर धाम में 12 अप्रैल से वार्षिक बैसाखी मेले का आयोजन शुरू हो रहा है। जिसमें देश-विदेश के श्रद्धालु शामिल होंगे और आनंद सरोवर में स्नान कर गुरु महाराज के समक्ष मत्था टेकेंगे। बैसाखी मेले की शुरुआत से पहले  आज 11 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी आनंदपुर धाम पहुंचेंगे और श्रद्धा निवेदन करेंगे। मेले की तैयारियों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा पहले ही निरीक्षण कर चुके हैं। आनंदपुर धाम को दुल्हन की तरह सजाया गया प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए आनंदपुर धाम को विशेष रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर को फूलों, झालरों और रोशनी से सजाया गया है। चारों तरफ उत्सव का माहौल है, लेकिन आमजन के लिए प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है। ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि केवल कुछ चुनिंदा जिला स्तरीय पदाधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को ही कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी गई है। 2700 पुलिसकर्मियों की तैनाती पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। सेना के हेलीकॉप्टरों ने बुधवार को दो बार रिहर्सल की। पीएम के मंदिर तक पहुंचने की संपूर्ण प्रक्रिया का परीक्षण किया गया। एसपीजी के वाहन पहले ही आनंदपुर पहुंच चुके हैं। भोपाल से चलकर सुरक्षा से लैस वाहन ईसागढ़ होते हुए स्थल पर पहुंचे, जिनका वीडियो दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा। मीडिया और आमजन को कार्यक्रम से बाहर रखा गया इस कार्यक्रम में स्थानीय मीडिया और आमजन को बाहर रखा गया है, जिससे नाराजगी भी देखी जा रही है। जिले के मीडियाकर्मियों का कहना है कि वे शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाते हैं और स्थानीय नेताओं के कार्यक्रमों की नियमित कवरेज करते हैं, लेकिन इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से उन्हें बाहर रखा जाना उनके अधिकारों का हनन है। अधिकारियों की छुट्टियां रद्द जिले के कलेक्टर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें मोबाइल चालू रखने के निर्देश दिए हैं। अन्य जिलों से भी पुलिसबल मंगवाया गया है। कुल मिलाकर आनंदपुर धाम को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है, जहां हर कोना सुरक्षा की निगरानी में है। पीएम का स्वागत तैयारियों की कसौटी पर पीएम मोदी का यह दौरा प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती और जिम्मेदारी दोनों है। तैयारियों में कोई कमी न रहे, इसके लिए जिला प्रशासन दिन-रात एक किए हुए है। अब सभी की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत और आनंदपुर धाम में उनके प्रवास पर टिकी हैं। नो-फ्लाइंग जोन रहेगा प्रधानमंत्री मोदी की ट्रांजिट विजिट को लेकर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। ट्रांजिट विजिट के दौरान ग्वालियर में नो-फ्लाइंग जोन रहेगा। एयरफोर्स स्टेशन से तीन किलोमीटर के दायरे में किसी भी तरह की हवाई गतिविधि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके लिए जिला प्रशासन, पुलिस और एयरफोर्स के बीच बैठके भी हुई है। सेफ हाउस और पीएमओ यूनिट बनाई जा रही पीएम मोदी के लिए ग्वालियर एयरफोर्स स्टेशन पर ग्रीन रूम, सेफ हाउस और पीएमओ यूनिट तैयार की जा रही है। इन व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारिया सौंप दी गई हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार, पीएम मोदी हेलिकॉप्टर से अशोकनगर जाएंगे। लेकिन, खराब मौसम होने की स्थिति में उनके लिए सड़क मार्ग का भी विकल्प तैयार किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने रूट का निरीक्षण भी किया है, जिससे आपात हालात में सड़क मार्ग का इस्तेमाल किया जा सके। पुलिस कर रही होटलों की जांच पीएम की ट्रांजिट विजिट को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है। पुलिस की टीमों ने शहर के होटलों की चेकिंग, एंट्री रजिस्टरों की जांच और बाहर से आए मेहमानों की डिटेल्स खंगालनी शुरू कर दी हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और शहर के प्रवेश द्वारों पर नाकाबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।  Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 11

प्रदेश में चार लाख अधिकारियों-कर्मचारियों को मिलेगा प्रमोशन, नीचे की दो लाख पोस्ट होंगी खाली

भोपाल  मध्य प्रदेश में आठ साल बाद शासकीय सेवाओं में पदोन्नति की घोषणा हो गई है। चार लाख से अधिक कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सकता है। अधिकारियों-कर्मचारियों के पदोन्नत होने से नीचे के पद रिक्त होंगे। इससे लगभग दो लाख पद भर्ती के लिए उपलब्ध होंगे। सरकार इन्हें आगामी तीन वर्षों में भरेगी। इसकी तैयारी भी पदोन्नति प्रक्रिया के समानांतर चलेगी। इसकी निगरानी मुख्य सचिव अनुराग जैन और अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन संजय दुबे के स्तर से हो रही है। तैयार कराई गई है रिक्त पदों की रिपोर्ट प्रदेश में लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई थी। नई भर्तियां नहीं होने के कारण विभागों में सभी स्तर पर पद रिक्त हो गए। इससे काम पर पड़ रहे असर को देखते हुए संविदा पर नियुक्तियां की गईं और आउटसोर्स से कर्मचारियों की व्यवस्था करने का रास्ता अपनाया गया। उधर, वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी के मुद्दे को देखते हुए तत्कालीन शिवराज सरकार ने एक लाख सरकारी रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आरंभ की। 70 हजार से अधिक भर्तियां हो भी गईं। मोहन सरकार ने भी इस क्रम को जारी रखा और तीन वर्षों में ढाई लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की। इसके आधार पर सामान्य प्रशासन और वित्त विभाग ने सभी विभागों से रिक्त पदों की रिपोर्ट तैयार करवाई है। सूत्रों का कहना है कि रिक्त होने वाले पदों की गणना में पदोन्नति से उपलब्ध होने वाले पद भी शामिल हैं। चरणबद्ध होंगी भर्तियां सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी पदोन्नति के लिए पात्र अधिकारियों-कर्मचारियों को उच्च पदों का प्रभार दिया गया है। इन्हें विधिवत पदोन्नति मिलने से पद रिक्त घोषित होंगे और फिर भर्ती प्रक्रिया होगी। चूंकि, इससे सरकार का स्थापना व्यय (वेतन-भत्ते और पेंशन) बढ़ेगा, जो अभी कुल बजट का लगभग 27 प्रतिशत है, वह भी बढ़ जाएगा। स्थापना व्यय वित्तीय वर्ष 2025-26 में डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। यही कारण है कि चरणबद्ध भर्तियां की जाएंगी। वर्ष 2026-27 और वर्ष 2027-28 में लगभग एक-एक लाख पदों पर भर्तियां होंगी। वित्त विभाग ने भी इसी हिसाब से विभागों को तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। भर्तियां राज्य लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन मंडल के माध्यम से कराई जाएंगी। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 11

MPIDC के अफसर भू-स्वामियों के घर-घर जाकर इकोनॉमिक कॉरिडोर योजना के बारे में बता रहे, 2410 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत

 इंदौर मुख्यमंत्री के महत्वांकाक्षी प्रोजेक्ट पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर में जमीन अधिग्रहण के लिए मप्र औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) द्वारा जमीन मालिकों के साथ बैठक की जा रही है। अब एमपीआईडीसी के अफसर भू-स्वामियों के घर-घर जाकर उन्हें योजना के बारे में बता रहे हैं। अफसरों की मुहिम भी रंग ला रही है। अब तक 250 बीघा से अधिक जमीन पर सहमति मिल चुकी है। वहीं, 700 से अधिक आपत्तियों का निराकरण भी हो चुका है। कॉरिडोर के लिए एमपीआईडीसी द्वारा जमीन मालिकों की जमीन के लिए सहमति पत्र लिया जा रहा है। बुधवार तक 800 से अधिक भू-स्वामी आपत्ति लगा चुके हैं, जिसमें से अधिकांश ने जमीन देने के लिए सहमति दे दी है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौड़ ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जहां कार्यालय में मेला और सुनवाई आयोजित की जा चुकी है। वहीं, विभाग के अफसर-कर्मचारी भू-स्वामियों के निवास पर जा रहे हैं। यहां उन्हें मुआवजा पॉलिसी, अलाटमेंट, प्रक्रिया आदि के बारे में बताया जा रहा है। इस दौरान जमीन मालिकों की शंकाओं को भी हल किया जा रहा है। अब तक सिंदोड़ा, सिंदोड़ी, नावदापंथ, बिसनावदा और रिजलाय गांव के भू-स्वामियों से मिल चुके हैं, जिनमें से अधिकांश ने समझाइश के बाद सहमति दे दी है। 36 प्रतिशत विकसित जमीन मिलेगी एमपीआईडीसी भूमि अधिग्रहण पालिसी के लिए भू-स्वामी को 60 प्रतिशत जमीन विकसित करके देगा, लेकिन जमीन का यह हिस्सा भू-स्वामी द्वारा दी गई जमीन का 36 प्रतिशत ही होगा। क्योंकि प्रोजेक्ट में 40 प्रतिशत जमीन तो विकास में ही उपयोग हो जाएगी। यह पूरा प्रोजेक्ट पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर 19.6 किमी लंबी और 75 मीटर चौड़ी सड़क के दोनों ओर 300-300 मीटर के बफर जोन में विकसित किया जाएगा। इसमें 17 गांव की कुल 1331 हेक्टेयर जमीन शामिल है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2410 करोड़ रुपये है और इसे तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

देश के बटवारे के वक्त पाकिस्तान से आए सिंधी लोगों को अब तक भारत की नागरिकता नहीं मिली, भोपाल-इंदौर में सबसे ज्यादा

भोपाल  देश बंटवारे के बाद पाकिस्तान से मध्यप्रदेश आए सैकड़ों सिंधी परिवारों को अब तक भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। वे कलेक्टर कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष मधु चंदवानी के अनुसार मप्र में करीब 3000 हजार सिंधी परिवार को नागरिकता का मामला लंबित है। इनमें भोपाल और इंदौर में संख्या ज्यादा है। नागरिकता की आस रखने वालों में सात से लेकर 25 वर्ष साल पहले भारत आए सिंधियों के मामले शामिल हैं। यह स्थिति तब है जब केंद्र सरकार ने भोपाल और इंदौर कलेक्टर को सिंधियों को नागरिकता देने का अधिकार दिया है। भोपाल के ईदगाह हिल्स, बैरागढ़ (संत हिरदाराम नगर) और टीला जमालपुरा में 500 से अधिक सिंधी, सिख समुदाय के लोग लॉन्ग टर्म वीजा पर टेंपरेरी तौर पर रह रहे हैं। ये यहां निवास तो कर रहे हैं लेकिन सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं, जिनका परमानेंट पता सिंध प्रांत है। नहीं मिलता स्पष्ट जवाब पूज्य सिंधी पंचायत के महासचिव नंद ददलानी का कहना है कि नागरिकता संबंधी मामलों में विलंब होने पर कलेक्टर कार्यालय से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलता। यही बताया जाता है कि प्रक्रिया जारी है। कई सालों से समाज के लोग नागरिकता(Citizenship) के इंतजार में हैं। सीएए के बाद भी प्रक्रिया में नहीं आई तेजी 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू होने के बाद सिंधियों को जल्द नागरिकता मिलने की उम्मीद बंधी थी। लेकिन अब तक संघर्ष जारी है। विदिशा के बासौदा के 65 वर्षीय नानिकराम माधवानी पिछले 35 वर्षों से नागरिकता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे दर्जनों सिंधी हैं, जबकि सीएए के अनुसार जो सिंधी सात साल से भारत में रह रहा है वह नागरिकता का हकदार है। हाल के वर्षों तक आने का सिलसिला जारीः देश बंटवारे के बाद बैरागढ़ में बड़ी संख्या में सिंधी आए। राज्य के गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार भोपाल में लगभग 150 ऐसे सिंधी परिवार हैं, जिन्हें भारत आए अभी सात साल भी पूरे नहीं हुए हैं। हर दो साल में देना पड़ता है हलफनामा पाकिस्तान से आए सिंधी परिवारों को भारतीय नागरिकता(Citizenship) देने के लिए केंद्र सरकार ने 2016 में गुजरात, राजस्थान सहित मप्र सरकार को अधिकार दिया था। बावजूद इसके वर्ष 1997-98 से 2016 तक के 118 मामले अब भी लंबित हैं। इन्हें प्रत्येक दो साल में एसपी कार्यालय में हलफनामा देना पड़ता है। कलेक्टरों का ढुलमुल रवैया मप्र विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव और सिंधी समुदाय के पूर्व अध्यक्ष भगवान देव इसरानी का कहना है कि नौ साल पहले नागरिकता कानून में संशोधन होने पर राज्य सरकार ने सिंधियों को नागरिकता देने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को आदेश दिया था। लेकिन प्रक्रिया में कोई तेजी नहीं आई। 1997 से 2018 तक ऐसे 118 मामले लंबित हैं। इसमें इंदौर और भोपाल के मामले शामिल नहीं हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

ओलंप‍िक में क्रिकेट की 128 साल बाद ऐत‍िहास‍िक वापसी, 1900 के बाद पहली बार क्रिकेट ओलंपिक में शामिलहोगा

मुंबई ओलंप‍िक में क्रिकेट की 128 साल बाद ऐत‍िहास‍िक वापसी (कमबैक) होने जा रही है. क्रिकेट का खेल लॉस एंजेल‍िस 2028 ओलंपिक खेलों में शामिल होगा. वहीं 1900 के पेरिस ओलंपिक के बाद यह पहली बार होगा जब क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाह रहा है. तब यहां केवल एक ही मैच खेला गया था. इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने पुष्टि की है कि क्रिकेट 128 वर्षों में पहली बार ओलंपिक खेलों में वापसी करेगा, जिसमें पुरुष और महिला दोनों वर्गों में छह टीमें ह‍िस्सा लेंगे. इवेंट में कुल 90 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. क्रिकेट उन पांच नए खेलों में से एक है जिन्हें लॉस एंजेल‍िस ओलंपिक में शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही इसमें स्क्वैश, फ्लैग फुटबॉल, बेसबॉल/सॉफ्टबॉल और लैक्रोस भी शामिल हैं. ओलंपिक में क्रिकेट के लिए क्वाल‍िफ‍िकेशन क्राइटेर‍िया अभी तक फाइनल नहीं हुआ है.   टेस्ट और वनडे फॉर्मेट के विपरीत, टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट लगभग 100 देशों द्वारा खेला जाता है, जिससे क्वाल‍िफ‍िकेशन प्रोसेस काफी चैलेंज‍िंग होगी. वहीं खास बात यह है कि मेजबान के रूप में अमेरिका  को टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश मिल सकता है. लॉस एंजेलिस ओलंपिक के लिए इवेंट प्रोग्राम को आईओसी एग्जीक्यूट‍िव बोर्ड ने बुधवार (9 अप्रैल) को मंजूरी दी. 2028 के ओलंप‍िक में कुल 351 मेडल इवेंट होंगे. जो पेरिस ओलंपिक से 22 ज्यादा हैं. आईओसी ने घोषणा की कि कोर एथलीट कोटा 10,500 पर बना रहेगा, साथ ही पांच नए खेलों में 698 अतिरिक्त एथलीट आवंट‍ित होंगे. क्रिकेट ने हाल ही में मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट में फिर से वापसी की है. बर्मिंघम में 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को पहली बार शामिल किया गया. जहां ऑस्ट्रेलिया ने गोल्ड और भारत ने स‍िल्वर मेडल जीता. हांगझोऊ में आयोजित 2023 एश‍ियन गेम्स में 14 पुरुष टीमों और 9 महिला टीमों ने भाग लिया, जिसमें भारत ने दोनों कैटगरी में गोल्ड मेडल जीता था. 2021 में शुरू हुआ था प्रोसेस लॉस एंजिल्स खेलों में क्रिकेट को शामिल करने का प्रोसेस  अगस्त 2021 में शुरू हुआ.  तब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंस‍िल (ICC) ने औपचारिक रूप से इसे शामिल करने के लिए कैंपेन चलाया था. इसके परिणामस्वरूप ICC और LA28 ऑर्गनाइज‍िंग कमेटी के बीच एक कोलैबरेशन एफर्ट हुआ, जो अक्टूबर 2023 में खत्म हुआ. तब क्रिकेट को आधिकारिक तौर पर पांच नए खेलों में से एक के रूप में प्रस्तावित किया गया था. आईसीसी के चेयरमैन जय शाह पहले से ही ब्रिस्बेन 2032 सहित भविष्य के ओलंपिक गेम्स में क्रिकेट की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक रणनीति पर काम कर रहे हैं. पूर्व बीसीसीआई सच‍िव ने 2028 में क्रिकेट को ओलंपिक मंच पर लाने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कब हुआ था ओलंप‍िक में क्रिकेट केवल एक बार 1900 के पेरिस ओलंपिक में शामिल हुआ था. तब ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस की टीमों ने इसमें हिस्सा लिया था. ग्रेट ब्रिटेन गोल्ड और फ्रांस स‍िल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहा थी. तब ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच उस ओलंपिक में क्रिकेट का सिर्फ एक मैच खेला गया था और इसी को फाइनल का र‍िजल्ट घोष‍ित किया गया था.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7