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29 करोड़ साल पुराने समुद्री जीवाश्मों का अनोखा संग्रह, जुरासिक रॉक गार्डन का मंत्री जयसवाल ने किया उद्घाटन

मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़ अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां एक ऐसा स्थान भी है जो करोड़ों साल पहले के पृथ्वी के इतिहास को दर्शाता है। यह स्थान है गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क, जो मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में स्थित है। आज स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने इस अनूठे फॉसिल पार्क में जुरासिक रॉक गार्डन का उद्घाटन किया। यह पार्क छत्तीसगढ़ का पहला जुरासिक रॉक गार्डन है और एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा समुद्री जीवाश्म पार्क है। गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क जिस स्थान पर है वहां करीब 29 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म मिले हैं। भारत में ऐसे जीवाश्म केवल चार अन्य स्थानों – सुबांसुरी (अरुणाचल प्रदेश), राजहरा (झारखंड), दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) और खेमगांव (सिक्किम) में पाए जाते हैं। गोंडवाना फॉसिल पार्क इन सभी में सबसे बड़ा और पुराना है। हसदेव नदी के किनारे लगभग 1 किमी के क्षेत्र में जीवों के जीवाश्म फैले हुए हैं। इसे राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक स्मारक का दर्जा भी प्राप्त है। इस स्थान की खोज 1954 में भूवैज्ञानिक एसके घोष ने कोयला खनन के दौरान की थी। गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क से द्विपटली (बायवेल्व) जीव, गैस्ट्रोपॉड, ब्रैकियोपॉड, क्रिनॉइड और ब्रायोजोआ जैसे प्राचीन समुद्री जीवों के जीवाश्म मिले हैं। इसके चलते यह देशभर के शोधार्थी और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुका है। इसकी पुष्टि 2015 में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलेंटोलॉजी, लखनऊ द्वारा की गई है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह क्षेत्र पर्मियन युग के समय समुद्र में डूबा हुआ था, और बाद में समुद्र का जलस्तर घटने से जीवाश्मों के रूप में परिवर्तित हो गए। 5 साल पहले वन विभाग ने की संरक्षण की पहल गौरतलब है कि 5 साल पहले तक यह क्षेत्र बिना संरक्षण के खाली पड़ा हुआ था। वन विभाग ने इसके संरक्षण की पहल की। मनेंद्रगढ़ डीएफओ मनीष कश्यप (आईएफएस 2015 बैच) ने इस क्षेत्र को पर्यटन के दृष्टिकोण से विशेष रूप से विकसित किया है। यह क्षेत्र गुजरात और झारखंड के डायनासोर फॉसिल पार्क की तर्ज पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। हसदेव नदी के किनारे प्राकृतिक हार्ड ग्रेनाइट रॉक्स को काटकर प्राचीन जीवजंतुओं की कला कृतियाँ बनाई गई हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क में बनाई गई है 35 प्राचीन जानवरों की मूर्तियाँ इस पार्क में अब तक 35 प्राचीन जानवरों की मूर्तियाँ बनाई जा चुकी हैं, जो यह दर्शाती हैं कि पृथ्वी में पहले किस तरह के विशालकाय जानवर रहते थे। इसके अलावा, एक इंटरप्रिटेशन सेंटर भी बनाया गया है, जहाँ पर्यटक फॉसिल की प्रक्रिया और पृथ्वी के 450 करोड़ साल के बदलावों को जान सकते हैं। पार्क में कैक्टस गार्डन, बम्बू सेट और बम्बू राफ्टिंग जैसी सुविधाएँ भी विकसित की जा रही हैं। वन विभाग की यह अभिनव पहल गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क को छत्तीसगढ़ के बड़े पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने वन विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले समय में यह पार्क छत्तीसगढ़ का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल होगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

शिक्षा निदेशालय आगजनी पर अखिलेश ने उठाए सवाल, बोले – आग तकनीकी कारणों से लगी, या जानबूझकर लगाई गई?

लखनऊ अखिलेश यादव ने प्रयागराज स्थित शिक्षा निदेशालय में आगजनी की घटना को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए पूछा है कि “क्या यह आग तकनीकी कारणों से लगी, या जानबूझकर लगाई गई? अखिलेश यादव ने इस घटना की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि इस मामले की असली वजह सामने आ सके. अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘प्रयागराज में शिक्षा निदेशालय में आग लगी है या लगाई गई है, ये तकनीकी कारणों से घटित हादसा है या वजह कुछ और है, शंका समाधान के लिए उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो’. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रयागराज शिक्षा निदेशालय में लगी आग अब महज हादसा नहीं लग रही. क्या एडेड स्कूल की भर्तियों के रिकॉर्ड को जलाने की साजिश हुई ? अब तक विभाग ने स्थिति साफ नहीं की. अखिलेश ने बड़े अफसरों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि रविवार सुबह शिक्षा निदेशालय में आग लग गई. फायर ब्रिगेड टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर जैसे तैसे काबू पाया. लेकिन इससे पहले ही यहां के दो कमरों में रखी महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो चुकी थी. इसके अलावा डिग्री कॉलेज से संबंधित आने वाले चिट्ठी-पत्र के जलने की बात सामने आई है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

जाने कब है अक्षय तृतीया, 29 या 30 अप्रैल को

हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व माना जाता है, जिसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है यानी अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने के लिए किसी शुभ मुहूर्त को देखने जरूरत नहीं होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अक्षय तृतीया के मौके पर सभी कार्यों को करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. अक्षय तृतीया के दिन सोना और चांदी खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन कुछ खास चीजों का दान करने से धन लाभ के योग बनते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस बार अक्षय तृतीया की तिथि दो दिन पड़ रही है, जिससे लोगों में कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है कि आखिर अक्षय तृतीया 29 अप्रैल को मनाई जाएगी या फिर 30 अप्रैल को. ऐसे में चलिए आपका यह कंफ्यूजन दूर करते हुए बताते हैं कि इस साल 2025 में अक्षय तृतीया कब है. 2025 में अक्षय तृतीया कब है? पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अप्रैल को शाम 5:31 मिनट से शुरू होकर 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:12 मिनट तक रहेगी. हिंदू धर्म में उदया का महत्व है, इसलिए उदयातिथि के अनुसार, इस साल 2025 में अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी. अक्षय तृतीया 2025 शुभ मुहूर्त वैदिक पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त 30 अप्रैल को सुबह 5:41 मिनट से लेकर दोपहर 12:18 मिनट तक है. ऐसे में आप इस दौरान किसी भी समय पूजा-अर्चना कर सकते हैं.     ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4:15 मिनट से 4:58 मिनट तक.     अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं है.     विजय मुहूर्त – दोपहर 2:31 मिनट से 3:24 मिनट तक.     सर्वार्थ सिद्धि योग – पूरे दिन रहेगा.     गोधूलि मुहूर्त – शाम 6:55 मिनट से 7:16 मिनट तक. अक्षय तृतीया का महत्व अक्षय तृतीया के अवसर पर दान करने का विशेष महत्व माना गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन दान करने से सुख-समृद्धि का आगमन होता है और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. पौराणिक कथा के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी अक्षय तृतीया से ही सतयुग की शुरुआत हुई थी. ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन से वेद व्यास जी ने महाभारत लिखने की शुरुआत की थी. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

विजय देवरकोंडा ने कहा- पाहलगाम हमले पर नाराजगी, उन्होंने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की

इंदौर तमिल सिनेमा के सुपरस्टार सूर्या की रोमांटिक एक्शन ड्रामा फिल्म 'रेट्रो' के प्री-रिलीज इवेंट में तेलुगु अभिनेता विजय देवरकोंडा ने मुख्य अतिथि बनकर आए। शनिवार रात हैदराबाद में आयोजित इस भव्य समारोह में फिल्म की स्टारकास्ट और क्रू के साथ विजय ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। इस दौरान उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले पर नाराजगी जताई। उन्होंने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की। पाहलगाम आतंकी हमले पर विजय का बयान विजय देवरकोंडा ने पाहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। बाइसारन वैली (मिनी स्विट्जरलैंड) में 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। यह हमला धार्मिक आधार पर हुआ। ईसाई और हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया गया। विजय ने कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा है। कश्मीरी हमारे अपने हैं। धर्म के नाम पर लोगों को भटकने से रोकने की जरूरत है। वे ऐसा करके क्या हासिल करेंगे? उन्होंने तेलुगु और अंग्रेजी में अपनी बात रखते हुए कहा कि दो साल पहले मैंने कश्मीर में 'खुशी' की शूटिंग की थी। वहां के लोगों के साथ मेरी बहुत अच्छी यादें हैं। कश्मीर को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। यह भारत का हिस्सा है। पाकिस्तान पर साधा निशाना विजय ने पाकिस्तान की स्थिति पर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने देश में बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं तक मुहैया नहीं कर पा रहा है। वे यहां क्या करने आएंगे? भारत को पाकिस्तान पर हमला करने की जरूरत ही नहीं है, क्योंकि वहां के लोग अपनी सरकार से त्रस्त हैं। वह खुद ही अपनी सरकार के खिलाफ खड़े हो जाएंगे। उन्होंने आतंकवादियों के तौर-तरीकों को 500 साल पुराने जनजातीय व्यवहार से जोड़ते हुए कहा कि भारत को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। शिक्षा और एकता पर जोर विजय ने शिक्षा को आतंकवाद का जवाब बताते हुए कहा कि हमें अपने लोगों को शिक्षित करना होगा, जिससे वे गलत रास्ते पर न जाएं। एकजुटता और प्यार ही हमें आगे ले जाएगा। हमें अपने माता-पिता को खुश रखना चाहिए। खुशी के साथ प्रगति करनी चाहिए। सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया     विजय के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने फिल्मी इवेंट में राजनीतिक मुद्दे उठाने के लिए उनकी आलोचना की। कई यूजर्स ने उनके साहस की सराहना की है।     एक यूजर ने लिखा कि विजय ने सच कहा है। कश्मीर भारत का है। हमें एकजुट रहना होगा। उनके इस बयान को सलाम। विजय और 'रेट्रो' का काम     विजय देवरकोंडा हाल ही में मृणाल ठाकुर के साथ 'द फैमिली स्टार' (2024) में नजर आए थे। उन्होंने प्रभास की 'कल्कि 2898 एडी' में अर्जुन के रूप में कैमियो भी किया।     उनकी अगली फिल्म राहुल संकृत्यायन और गौतम तिन्नानूरी की 'किंगडम' है, जिसका शीर्षक अभी तय नहीं हुआ है। दूसरी ओर कार्तिक सुब्बराज के निर्देशन में बनी 'रेट्रो' 1 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

जेनेटिक इंजीनियरिंग में करियर

        जेनेटिक इंजीनियरिंग विज्ञान का एक अत्याधुनिक ब्रांच है। जिसमें सजीव प्राणियों के डीएनए कोड में मौजूद जेनेटिक को अत्याधुनिक तकनीक केजरिए परिवर्तित किया जाता है। यह क्षेत्र बायोटेक्नोलॉजी के अंतर्गत ही आता है। जेनेटिक इंजीनियरिंग का कमाल कुछ वर्ष पहले ही दुनिया देख चुकी है, जब इयान विल्मुट और उनके सहयोगी रोसलिन ने जेनेटिक तरीके से भेड़ का बच्चा तैयार किया, जिसे डोली दिया था। यह हुबहु भेड़ का जेनेटिक कॉपी था। इन दिनों जेनेटिक इंजीनियर की डिमांड इंडिया के साथ-साथ विदेश में तेजी से बढ़ रहा है। क्या है जेनेटिक इंजीनियरिंग जेनेटिक तकनीक के जरिए जींस की सहायता से पेड़-पौधे, जानवर और इंसानों में अच्छे गुणों को विकसित किया जाता है। जेनेटिक तकनीक के द्वारा ही रोग प्रतिरोधक फसलें और सूखे में पैदा हो सकने वाली फसलों का उत्पादन किया जाता है। इसके जरिए पेड़-पौधे और जनवरों में ऐसे गुण विकसित किए जाते हैं, जिसकी मदद से इनके अंदर बीमारियों से लडने की प्रतिरोधिक क्षमता विकसित की जाती है। इस तरह के पेड़-पौधे जीएम यानी जेनेटिकली मोडिफाइड फूड के रूप में जाने-जाते हैं। बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जेनेटिक इंजीनियरिंग का इस्तेमाल बृहत पैमाने पर होता है, क्योंकि यह इंडस्ट्री फॉमास्युटिकल प्रोडक्ट जैसे कि इंश्युलीन और दूसरे दवाइयों के लिए एक हद तक जेनेटिक पर ही निर्भर रहती है। योग्यता और कोर्स योग्य जेनेटिक इंजीनियर उसे ही माना जा सकता है, जिनके पास जेनेटिक और इससे संबंधित फील्ड में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री हो, जैसे कि बायोटेक्नोलॉजी, मोलिक्युलर बायोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री। इस कोर्स में एंट्री के लिए 12वीं बायोलॉजी, केमिस्ट्री और मैथ से पास होना जरूरी है। इस समय अधिकतर यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट में जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए अलग से कोर्स ऑफर नहीं किया जाता है, लेकिन इसकी पढ़ाई बायोटेक्नोजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री में सहायक विषय के रूप में होती है। बायोटेक्नोलॉजी के अडंर ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट में जेनेटिक इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। गेेजुटए कोर्स, बीईध्बीटेक में एंट्री प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। एमएससी इन जेनेटिक इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी हर साल 120 सीटों के लिए संयुक्त परीक्षा का आयोजन करती है। तकरीबन 20 हजार छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं। उगा अंको के आधार पर 20 छात्र को जेएनयू परिसर, नई दिल्ली में एडमिशन दे दिया जाता है। जेनेटिक डिग्री कोर्स के लिए भी यहां कुछ सीटें निश्चित हैं। इसके लिए भी एंटे्रस टेस्ट में बैठना जरूरी है। रोजगार के अवसर जान-मानी करियर एक्सपर्ट परवीन मलहोत्रा कहती हैं कि जेनेटिक इंजीनियर के लिए भारत के साथ-साथ विदेश में भी जॉब के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। इनके लिए मुख्यत रोजगार के अवसर मेडिकल व फार्मास्युटिकल कंपनी, एग्रीकल्चर सेक्टर, प्राइवेट और सरकारी रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर में होते हैं। टीचिंग को भी करियर ऑप्शन के रूप में आजमा जा सकता है। इसके अलावा, इनके लिए रोजगार के कई और भी रास्ते हैं। बायोटेक लेबोरेटरी में रिसर्च, एनर्जी और एंवायरनमेंट से संबंधित इंडस्ट्री, एनिमल हसबैंड्री, डेयरी फार्मिंग, मेडिसन आदि में भी रोजगार के खूब मौके हैं। कुछ ऐसे संस्थान भी हैं, जो जेनेटिक इंजीनियर को हायर करती है, जैसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी, नई दिल्ली, सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंट ऐंड डाइग्नोस्टिक, हैदराबाद, बायोकेमिकल इंजीनियरिंग रिसर्च ऐंड प्रोसेस डेवलॅपमेंट सेंटर, चंडीगढ़, द इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक ऐंड इंटेग्रेटिव बायोलॉजी, दिल्ली आदि। सैलॅरी पैकेज जेनेटिक इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स को शुरुआती दौर में आठ से 12 हजार रुपये प्रति माह सैलॅरी मिलने लगती है। यदि आपके पास डॉक्ट्रोरल डिग्री है, तो सैलॅरी 15-25 हजार रुपये शुरुआती महीनों में हो सकती है। इंस्टीट्यूट वॉच… -इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास, खडगपुर -आईआईटी गुवाहाटी -आईआईटी, दिल्ली -दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली -उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद -पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना -राजेंद्र एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, समस्तीपुर, बिहार -जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली -बनारस हिंदु यूनिवर्सिटी, वाराणसी -ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नई दिल्ली     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

तेज रफ्तार चार पहिया वाहन की टक्कर से एक 3 वर्षीय मासूम की मौत, मोहल्ले में मातम का माहौल

सतना मैहर शहर की बोस कॉलोनी में शनिवार की शाम एक तेज रफ्तार चार पहिया वाहन की टक्कर से एक 3 वर्षीय मासूम की मौत हो गई है। मासूम की मौत के बाद पूरे मोहल्ले में मातम का माहौल रहा। उधर, बच्चे की मां ने अपने जिगर के टुकड़ें का शव लेकर मैहर थाना पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दरअसल, मैहर के बॉस कॉलोनी में रहने वाले अमित सिंह चौहान का 3 वर्षीय बेटा शिवांश सिंह चौहान घर के ही सामने अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इस दौरान कॉलोनी से निकलते हुए एक तेज रफ्तार चार पहिया वाहन बच्चे को जोरदार ठोकर मारते हुए निकल गया। चार पहिया वाहन की ठोकर से शिवांश गंभीर रुप से घायल हो गया, जिसे आनन-फानन में सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान शिवांश ने दम तोड़ दिया। शव को गोद में लेकर मां पहुंची थाना इलाज के दौरान मासूम शिवांश की मौत के बाद बच्चें की मां शव को गोद में लिए मैहर थाने पहुंच गईं। मां ने आरोपितों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की। हालंकि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार जब्त कर ली है। वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने व हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। ड्राइविंग सीखने के दौरान हुई घटना घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपित विनोद सेन (55) कार से कार ड्राइविंग सीख रहा था। इसी दौरान अचानक कार की रफ्तार बढ़ गई। बच्चे को टक्कर लग गई। घटना के बाद आरोपी विनोद सेन ने ही कार से मासूम को अस्पताल पहुंचाया। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

जानिए प्रेगनेंसी के दौरान कौन से मेडिकल टेस्ट है जरूरी

गर्भधारण के दौरान समय-समय पर कई तरह की जांच की जाती हैं। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी मिलती है। साथ ही कोई कंप्लीकेशन ना हो इसकी जानकारी भी चिकित्सक को मिल जाती है। यदि कोई कंप्लीकेशन होती भी है तो चिकित्सक समय रहते उसका इलाज कर बच्चे और मां को किसी भी परेशानी से बचाया जा सकता है। आइये जानते हैं कि गर्भधारण के दौरान डिलिवरी तक कौन-कौन सी चिकित्सा जांच की जाती हैं सीबीसी यानी कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट डॉक्टर आपका सीबीसी टेस्ट आपके गर्भवती होने के बाद करेगा। इससे आपके रक्त में लाल और सफेद कोशिकाओ का पता लगाया जाता है । इसके साथ ही हीमोग्लोबिन, हेमैटक्रीट और प्लेटलेट्स कणों को भी काउंट किया जाता है। हीमोग्लोबिन रक्त में मौजूद प्रोटीन होता है जो कि सेल्स को ऑक्सीजन देता है और हेमैटक्रीट शरीर में लाल रक्त कणों को जांचने का माप है। दोनों में से किसी के भी कम होने पर एनीमिया कहा जाता है। प्लेटलेट्स रक्त में थक्का जमने में सहायता करती हैं। महिला नार्मल डिलिवरी के दौरान तकरीबन आधा लीटर रक्त खो देती है। ऐसे में रक्त की कमी होने पर बच्चे और मां दोनों के लिए स्थिति खतरनाक हो सकती है। आरएच फैक्टर टेस्ट आरएच फैक्टर टेस्ट में लाल रक्त कणों के सरफेस में प्रोटीन की मात्रा देखने को किया जाता है। अगर प्रोटीन होता है तो इसे आरएच पॉजिटिव कहा जाता है अन्यथा नेगेटिव। यह टेस्ट लगभग 85 प्रतिशत महिलाओं में पॉजिटिव ही आता है। यूरिन टेस्ट डॉक्टर यूरिन टेस्ट से ही गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की सही जानकारी लगा पाते हैं। इसमें मुख्यत शुगर की जांच की जाती है। इसके साथ ही किडनी के इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए यूरिन में प्रोटीन की मात्रा, जांच की जाती है। इस टेस्ट के माध्यम से बैक्टीरिया की जांच की जाती है जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का पता चल पता  है। केटोन्स की भी जांच होती है जिससे यह पता लगता  है कि शरीर कार्बोहाइड्रेट की जगह वसा का  इस्तेमाल ऊर्जा के लिए तो नहीं कर रहा है। रक्तचाप की जांच गर्भवती महिला के रक्तचाप की जांच की जाती है ताकि रक्तचाप ज्यादा या कम दोनों ही होने की स्तिथी में महिला को किसी भी प्रकार की हानि से बचाया जा सके। भ्रूण का अल्ट्रासाउंड भ्रूण के शारीरिक विकास को देखने के लिए समय समय पर अल्ट्रासाउंड किया जाता है। इसमें प्लेसेंटा की स्थिति और बच्चे के शरीर का हर माप देखा जाता है। बच्चे की मूवमेंट और अन्य क्रियाओं का भी पता अल्ट्रासाउंड से ही चलता है। मल्टीपल मार्कर स्क्रीनिंग यह दो तरह का होता है। ट्रिपल स्क्रीन टेस्ट और क्वाड स्क्रीन टेस्ट। यह आहार नाल न्यूरल टयूब में किसी भी तरह के डिफेक्ट को देखने के लिए किया जाता है। भ्रूण की हृदय गति मापना हर महीने भ्रूण की हृदय गति में बदलाव आता है। जन्म के समय भी यह बदल जाती है। डॉक्टर समय-समय पर जांच कर यह चेक करते हैं की हार्ट बीट सामान्य है या नहीं। यदि ह्रदय गति कम आये तो माना जाता है कि बच्चे को ऑक्सीजन कम मिल रही है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 4