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मंत्री प्रहलाद पटेल के गढ़ का बीजेपी नेता 20 हजार रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ाया, पुलिस ने की कार्रवाई

मंत्री प्रहलाद पटेल के गढ़ का बीजेपी नेता 20 हजार रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ाया, पुलिस ने की कार्रवाई

A BJP leader from Minister Prahlad Patel’s stronghold was caught red-handed accepting Rs 20,000; police took action. नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी के साथ अब भाजपा नेता भी झूठे मामले सुलझाने के लिए पैसों की डिमांड करने लगे हैं। ऐसा ही मामला नरसिंहपुर से सामने आया है। जहां भाजपा नेता दुष्कर्म के झूठे मामले से बचाने की एवज में 20 हजार रुपए मांग रहा था। स्टेशनगंज पुलिस ने फर्जी दुष्कर्म के मामले में फंसाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। रुपए लेने वाला भाजपा का नेता बताया जा रहा है। जो कि पार्टी के टिकट पर शहर के मुशरान वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गया था। दरअसल, शिकायतकर्ता राजेश जैन निवासी धनारे कॉलोनी गली नंबर 3 ने बताया कि उसे छुट्टू उर्फ बृजेंद्र महाराज ने फोन कर अपने ट्रेवल्स ऑफिस बुलाया था। जिसके बाद वह पत्नी के साथ गुरुवार की दोपहर ट्रेवल्स के आफिस पहुंचे तो छुट्टू महाराज ने धमकाते हुए कहा कि महिला थाने में तुम्हारे खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज है। यदि बचना है तो पैसों का इंतजाम करो। इसी दौरान एक महिला पूना बाई पति महेंद्र चौधरी भी वहां आई जिसने खुद को शिकायतकर्ता बताया। साथ ही संदीप राजपूत भी मौके पर पहुंचा और दोनों ने मिलकर राजेश जैन से कहा कि केस से बचना है तो दो लाख रुपए देने होंगे, अन्यथा जेल जाना पड़ेगा। इस मामले की जानकारी राजेश और उसकी पत्नी ने पुलिस और अधिवक्ता संघ को दी। आरोपी को पकड़ने के लिए एसपी ने एसडीओपी के निर्देशन में एक टीम बनाई। रात को जब पीड़ित राजेश नया बस स्टैंड पहुंचे तो उन्होंने छुट्टू महाराज को पांच-पांच सौ के नोट के रूप में 20 हजार रुपए दिए। इसके बाद आरोपी ने किसी को फोन पर इसकी जानकारी दी। कहा कि बाकी रुपए कल देगा। इसी दौरान जब आरोपी ने रुपए गिनने शुरू किए तो आगे-पीछे से आए पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। पुलिस को देखते हुए आरोपी का कहना था कि वह तो नोट गिनने में मदद कर रहा था। हालांकि, पुलिस ने एक न सुनी और उसे थाने लाया गया, पूरे घटनाक्रम का पुलिस ने वीडियो भी बनाया है। इधर, भाजपा नेता को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद थाने से छोड़ दिया गया। पीड़ित को आरोपी घर जाकर शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहा है। जिसको लेकर पीड़ित ने एसपी को शिकायती आवेदन दिया है। कांग्रेस ने ली चुटकीमध्यप्रदेश कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर लिखा कि मध्यप्रदेश में भाजपाई जो ना करें, वही कम है। हर गोरखधंधे में कहीं ना कहीं कोई भाजपाई सामने आ जाता है। नरसिंहपुर में भाजपा नेता छुट्टू महाराज को पुलिस ने रेप केस में फंसाने के नाम पर वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है। हर तरह के अपराध में भाजपाइयों की संलिप्तता यह बताती है कि सत्ता के संरक्षण में नेताओं ने वसूली को हथियार बना लिया है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 28

किसानों के लिये जरूरी है, कमलनाथ का कर्ज माफी मॉडल

किसानों के लिये जरूरी है, कमलनाथ का कर्ज माफी मॉडल

Kamal Nath for farmers loan waiver model is essential for farmers. भोपाल। Kamal Nath for farmers loan मध्य प्रदेश आज भी एक कृषि प्रधान राज्य है, वहां करीब 70 फीसदी आबादी खेती पर निर्भर है। इसके बावजूद प्रदेश में किसानों को चुनौतियां बढ़ती जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सत्ताधारी पाजपा ने किसानों से जो भी यादे किये वे निभाए नहीं। न तो वादे के मुताबिक 2022 में किसानों की आमदनी पुगनी हुई उऔर न ही 2023 के विधानसभा चुनाव में गेहूं और धान का यह न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया गया, जिसका वादा भाजपा ने किया चा। सवकि इस दौरान कृषि लागत लगातार बढ़ती गई है। ऐसे में जरूरी है कि पलटकर देखा जाए कि प्रदेश के किसानों के हित के लिए अत्तील में कौन से बढ़िया काम हुए थे और क्या उन्हें दुहराया जा सकता है। Kamal Nath for farmers loan पाठकों को याद होगा कि दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री बनते ही कमलनाथ ने सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी के आदेश पर दस्तखत किये थे। कर्ज में फंसे किसानों का पूरा अध्ययन करने के बाद कमलनाथ सरकार ने वर्ष 2019 में किसानों का कर्म माफ कर दिया था। प्रदेश के इतिहास में यह सबसे बाते कर्न माफी योजना थी। कमलनाथ सरकार ने दो चरणों में करीब 27 लाख डिसानों का कर्ज माफ किया था, जो प्रदेश के लिये अपने आप में एक रिकॉर्ड है इस योजना के पहले चरण में 20 लाख 23 हजार 136 किसानों का कर्ज माफ किया था और दूसरे चरण में 6 लाख 72 हमार 245 किसानों का कर्ज माफ किया गया। इस तरह करीब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया। कमलनाथ अगले चरण में और भी किसानों का कर्ज माफ करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इस बीए उनकी सरकार गिरा की गई। Kamal Nath for farmers loan इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि कमलनाथ ने किसानों का कर्ज तो साफ किया लेकिन राजकोष पर इसका बोझ नहीं पड़ने दिया। कर्जमाफी के पाले चरण में 7108.96 करोड़ रूपये और दूम चरण में 4538,03 करोड़ रूपये यानी कुरा मिलाकर 11,646.96 करोड़ रूपये के किसान कर्ज माफ किये गए। देवास, खरगोन, मंदसौर, सीहोर और विदिशा जिलों में तो एक-एक लाख से अधिक किसानों का कर्ज माफ किया गया। छिंदवाड़ा में करीब 75 हजार किसानों का कर्ज माफ किया गया। मध्य प्रदेश जैसे राज्य के लिये यह काफी बड़ी संख्या है और खासकर कमलनाथ सरकार की जिस तरह का खाली खजाना मिला था, उसमें तो यह और बड़ी चुनौती थी। लेकिन इस चुनौती से निपटने में कमलनाथ का अनुभव काम आया था। छिंदवाड़ा से 40 साल तक सांसद रहने के कारण ये किसानों की जरूरतों को बखूयी जानते थे, तो दूसरी तरफ देश के वाणिज्य मंत्री के रूप में उनका अनुभव बैंकों पर नकेल कसने में काम आया। कमलनाथ ने बैंकों से कहा कि वे उसी तरह किसानों का कर्ज माफ करें जिस तरह के कोपटि का कि संपूर्ण बकाया राशि की जगह बैंक एका कर्ज माफ करते हैं। इसका मतलब यह या ऐसी राशि पर समझौता करें तो बैंक और राज्य सरकार दोनों को मंजूर हो। कमालनाय बारीक ज्ञान के सामने बैंकों की दलीलें नहीं के बैंकिंग, मौद्रिक नीति और अर्थशास्त्र के टिकी और 11,646.96 करोड़ का कर्ज किसानों के सिर से उतर गया। अब जरा आज की तस्वीर पर गौर करें। Kamal Nath for farmers loan आज स्थिति यह कि किसान पिछले एक महीने में यूरिया में मिल पाने के कारण प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन कर रहे है। नकली खाद और बीज किसानों के लिये दूसरा बड़ा संकट हैं। तीसरी समस्या यह आ गई है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों से खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार और किसानों ने मिलकर खरीब 2024 में करीब 1792 करोड़ रूपये फसल बीमा का प्रीमियम दिया। उसके बाद राज्य सरकार के अधिकारियों ने माना कि सोयाबीन की फसल को 50 से 70 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। लेकिन बीमा कंपनी ने सैटेलाइट सर्व का बहाना बनाकर इसे खारिज कर दिया और किसानों को बीमा क्लेम के नाम पर 100-200 रुपये पकड़ा दिये। Kamal Nath for farmers loan 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने के बाद से किसानों के साथ लगातार यही हो रहा है। ऐसे में जरूरत इस बात की है किसानों को आर्थिक संकट से उबारने के लिये मौजूदा सरकार सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी करे और इसके लिगे कमलनाथ मॉडल को अपनाए। इसी तरह बीमा कंपनियों पर भी कमलनाथ के अनुभव का लाभ लेते हुए लगाम कसे। सरकार को यह समझना होगा कि जम किसान का कर्ज माफ किया जाएगा तो किसान के पास कुछ पैसा बचेगा। इसी पैसे को किसान बाजार में खर्च करेगा और इससे आर्थिक गतिविधि का पहिया घूमेगा। आर्थिक गतिविधि के लिये पूंजी का गतिमान होना बहुत जरूरी है। अगर एक 10 का नोट एक व्यक्तिकी जेब में है तो वह सिर्फ 10 रूपये है। लेकिन अगर किसान ने 10 रूपये ऑटो वाले को दिये, ऑटो बाले ने परचून वाले को दिये, परचून वाले बच्चे की स्कूल फीस में दिवे, स्कूल वालों ने ऐसे स्टेशनरी चाले को दिये और स्टेशनरी वाले किसान से गेहूं खरीदा तो पांच हाथों से गुजरकर यह 10 रूपये 50 रूपये की आर्थिक गतिविधि कर देते हैं। इसी को वेलोसिटी ऑफ रूपो कहते हैं। Read more: करोड़ो सम्पत्ति के मालिक हैं शिवराज सिंह के चाहते सीहोर विधायक सुदेश राय का साम्राज्य इसलिये बेहतर होगा कि मध्य प्रदेश सरकार हर महीने 5000 करोड़ रूपये का कर्ज लेने के बजाय किसानों का कर्ज माफ करे और किसानों की जेब में पैसा पहुंचाकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तेज करे। मुझे लगता है कि सरकार अगर इस संबंध में कमलनाथ से कोई सलाह मांगेगी तो वे प्रदेश हित में जरूर सलाह देंगे। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की … Read more