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सहारनपुर रेलवे स्टेशन के पास यात्री ट्रेन के पहिये पटरी से उतरे, मौके पर पहुंचे रेलवे अधिकारी

 सहारनपुर सहारनपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक अंबाला की तरफ शारदा नगर पुल के नीचे एक यात्री ट्रेन के पहिये पटरी से उतर गए। घटना का पता लगते ही रेलवे अधिकारियों में खलबली मच गई। मौके पर अफसर पहुंचे और तकनीकी टीम को बुलाकर पहियों को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। वहीं सांसद इमरान मसूद भी मौके पर पहुंचे। ट्रेन नंबर 01619 दिल्ली सहारनपुर एक्सप्रेस रविवार सुबह स्टेशन पर करीब 11 बजे पहुंची। इसके बाद ट्रेन को वाशिंग लाइन ले जाया जा रहा था। शारदा नगर पुल के नीचे लाइन पर ट्रेन को शंटिंग किया गया। इससे ट्रेन के एक कोच के दो से तीन पहिये पटरी से उतर गए। चालक की जानकारी कंट्रोल रूम में दी गई तो अधिकारियों में खलबली मच गई। अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। मौके पर तकनीकी टीम भी दौड़ी। टीम पहियों को पटरी पर लाने में जुट गई। सांसद इमरान मसूद ने भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। पहिये पटरी उतरने से ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं हुआ है। कब और कैसे हुआ हादसा? पटरी से उतरने की घटना तब हुई जब ट्रेन एक पॉइंट पर जा रही थी, जो ट्रैक का एक गतिशील खंड है जिसका उपयोग विभिन्न रेल लाइनों के बीच ट्रेनों को बदलने के लिए किया जाता है। सौभाग्य से, उस समय ट्रेन खाली थी, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। अंबाला डिवीजन में वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) कार्यालय ने घटना की पुष्टि की, यह देखते हुए कि यार्ड को खाली करने और सामान्य परिचालन बहाल करने के प्रयास चल रहे हैं। ट्रेन डेढ़ घंटे से अधिक देरी से दोपहर 12:26 बजे सहारनपुर जंक्शन पर पहुंची थी। रेलवे कर्मचारी फिलहाल पटरी से उतरे दोनों डिब्बों को वापस पटरी पर लाने का काम कर रहे हैं। यह घटना पिछले 18 दिनों के भीतर देश में ट्रेन के पटरी से उतरने की 10वीं घटना है। विशाखापट्टनम रेल हादसा दूसरी तरफ, आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर रविवार को एक ट्रेन में आग लगने की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, कोरबा से विशाखापट्टनम होते हुए तिरुमाला जा रही ट्रेन विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर खड़ी थी। इस दौरान एसी बोगी एम1, बी7, बी6 बोगियों में अचानक आग लग गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि बी7 बोगी के शौचालय में हुए शॉर्ट सर्किट से आग भड़की। ट्रेन के एसी बोगी की एम1, बी7, बी6 बोगियों में आग लगने की जानकारी मिलते ही रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। ट्रेन धू-धू कर जलती दिखी। मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। हादसे के वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि ट्रेन के कोच से बड़ी-बड़ी लपटें निकल रही है। इस दौरान पूरे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 69

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर इटावा के पास बस और कार की टक्कर, मां-बेटे समेत 7 की मौत, 40 घायल

 आगरा उत्तर प्रदेश के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर एक फिर सड़क हादसा हुआ। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर थाना ऊसराहार क्षेत्र में किमी 129 के पास बेकाबू कार दूसरी ओर की रोड पर जाकर रायबरेली से आ रही स्लीपर बस से जा टकराई। दोनों वाहन रोड से 20 फुट नीचे खाई में जा गिरे जिसमें सात लोगों की मौत हो गई, 40 लोग घायल हुए।  पुलिस फोर्स ने मानव चेन बनाकर घायलों को निकाला।  नागालैंड नंबर की स्लीपर बस रायबरेली से 60 यात्री लेकर दिल्ली जा रही थी, दूसरी ओर आगरा से लखनऊ की ओर जा रही कार उक्त स्थान पर अचानक बेकाबू होकर डिवाइडर पार करके इस रोड पर आ गई। अचानक सामने आई कार को बचाने में बस ड्राइवर किनारे लेकिन कार टकराने से दोनों वाहन तेज धमाके के साथ सड़क किनारे करीब 20 फुट नीचे खाई में जा गिरे जिससे चीख पुकार मच गई। दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। सूचना पर एसएसपी संजय वर्मा, एएसपी सत्यपाल सिंह, एसडीएम सदर राघव विक्रम,  सीओ सैफई शैलेंद्र प्रताप गौतम व अन्य कई अधिकारी तथा आसपास के थानों का फोर्स मौके पर आ गया। फोर्स ने मानव चेन बनाकर कड़ी मशक्कत करके घायलों को निकाला, एम्बुलेंसों से सैफई मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर भिजवाया। कार में सवार कन्नौज में थाना तालग्राम क्षेत्र में गांव गद्दाइया उसर के मोनू तथा उसकी मां, इसी थाना क्षेत्र में गांव  रिसौली के सचिन की मौत हो गई, तीन अन्य घायल हो गए। बस में सवार लखीमपुर खीरी में भड़सरिया के ओमप्रकाश, अमेठी में जायस के शानू शाह तथा दो अज्ञात लोगों को डाक्टरों ने चेकअप करके मृत घोषित कर दिया। बस के अन्य 40 घायलों को भर्ती किया गया। इनमें ज्यादातर अमेठी, रायबरेली, लखनऊ के हैं। एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि कार दूसरी ओर की रोड पर जाने से भीषण हादसा हुआ है, घटना की जांच की जा रही है। कार और बस में सवार सात लोगों की जान चली गई है, 40 यात्रियों का इलाज किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी उनकी देखरेख कर रहे हैं, इनमें कई आशिंक रूप से घायल व्यवस्था किए जाने पर लखनऊ और दिल्ली की ओर चले गए।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 45

अयोध्या रेपकांड पर फिर बोले अखिलेश’राजनीतिकरण का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए’

अयोध्या अयोध्या रेप कांड को लेकर यूपी की सियासत गरमा गई है. एक ओर समाजवादी पार्टी बीजेपी सरकार पर हमलावर है. वहीं बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि इस घटना का आरोपी अयोध्या के सपा सांसद का करीबी है. जहां सपा की ओर से पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग की गई, वहीं डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने इसको लेकर 'सैफई परिवार' पर निशाना साधा. अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है, "बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए. बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है. माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं. बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए." अखिलेश ने की थी DNA टेस्ट की मांग इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि इस मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है. शिवपाल बोले- केशव मौर्य का भी हो नार्को टेस्ट इससे पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने भी पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन किया था. शिवपाल ने कहा था, "मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं. उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है." केशव मौर्य ने क्या कहा था? इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा था कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फ़ितरत है. अगर बलात्कारी मुसलमान हो तब पूरा का पूरा सैफई परिवार उसे बचाने के लिए खूंटा गाड़ देता है. उन्होंने आगे लिखा था- सपा होगी सफा. सपा महासचिव ने केशव मौर्य के इसी बयान का पलटवार किया था.   क्या है अयोध्या की पूरी घटना? रेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई. आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी. तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने उससे कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है. आरोप है कि मोईद ने उसका बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया. फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे.बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला. पुलिस ने दबाव के बाद लिया एक्शन इस मामले में पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन आरोप है कि शुरू में इसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया. पीड़िता की मां ने बताया कि जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दारोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए. फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया. हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए. पीड़िता की मां ने सीएम योगी से की मुलाकात पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने बीते शुक्रवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद अब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी एक्शन हुआ है और आरोपी की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पीड़िता, आरोपी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.   शिवपाल ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य का नार्को टेस्ट कराने की मांग करते हुए लिखा, "मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं. उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है." दरअसल इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा था कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फ़ितरत है. अगर बलात्कारी मुसलमान हो तब पूरा का पूरा सैफई परिवार उसे बचाने के लिए खूंटा गाड़ देता है. उन्होंने आगे लिखा था- सपा होगी सफा. सपा महासचिव ने केशव मौर्य के इसी बयान का पलटवार किया था.   पवन पांडेय ने क्या मांग की थी? अयोध्या से पूर्व सपा विधायक और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने आरोपी मोईद खान के साथ पीड़िता की मां का भी नार्को टेस्ट करने की मांग की थी. उसके बाद दोनों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग भी की थी. शिवपाल यादव ने पवन पांडेय की इसी मांग का समर्थन किया है. क्या है अयोध्या का पूरा मामला? रेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे … Read more

अनजाने में जातिसूचक शब्द के प्रयोग से नहीं चल सकता एससी-एसटी एक्ट का केस :इलाहाबाद हाई कोर्ट

प्रयागराज  इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा है कि यदि आरोपित नहीं जानता कि शिकायतकर्ता अनुसूचित जाति का है तो विवाद होने पर एससी-एसटी एक्ट लागू नहीं होगा। कोर्ट ने जालौन जिले में टवेरा कार की सामने से आल्टो कार में टक्कर मारना और गाली-गलौच, मार-पीट करने पर आईपीसी सहित एससी-एसटी एक्ट में दर्ज आपराधिक केस कार्यवाही रद्द कर दी है। कोर्ट ने कहा कि विवेचना अधिकारी ने सतही तौर पर विवेचना की। किसी चश्मदीद गवाह का बयान नहीं लिया और यह पता करने की कोशिश नहीं की कि क्या घटना पर एससी-एसटी एक्ट का अपराध बनता भी है या नहीं और चार्जशीट दाखिल कर दी। किसी के चोटिल होने की रिपोर्ट नहीं है और पहचान परेड भी नहीं कराई गई। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के हवाले से कहा कि जब आरोपित को मालूम ही नहीं था कि शिकायतकर्ता अनुसूचित जाति का है और अनजाने में अपमानित किया गया है तो एससी-एसटी एक्ट लागू नहीं होगा। यह आदेश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने नसीम खान, फहीम व पांच अन्य की याचिका को स्वीकार करते हुए दिया है। कोर्ट ने 27 जून 19 को दाखिल चार्जशीट, संज्ञान आदेश व सम्मन रद्द कर दिया है। मालूम हो कि शिकायतकर्ता आल्टो कार चला रहा था। याची व अन्य आरोपित टवेरा कार चला रहे थे। पेट्रोल पम्प पर याची ने अपनी कार से ऑल्टो में टक्कर मारी और मार-पीट की। जिस पर एफआईआर दर्ज की गई थी। ST/SC Act का दुरुपयोग चिंतनीय: इलाहाबाद हाई कोर्ट देश में एससी-एसटी ऐक्ट के दुरुपयोग को लेकर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। ये सवाल यूँ ही नहीं उठाए जाते हैं, इसके ऐसे कई उदाहरण हैं कि फर्जी SC-ST के कारण कई लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए तबाह हो गई। कई लोगों के जीवन के अनमोल वर्ष जेल में बीते और बाद में पता चला कि केस झूठा था। ऐसे ही एक मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है और कठोर टिप्पणी की है। एक मामले की सुनवाई करने के दौरान इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (SC/ST Act) के दुरुपयोग को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उच्च न्यायालय ने हाल ही में एक सरकारी कर्मचारी के इशारे पर एक पति-पत्नी के खिलाफ दर्ज एफआईआर और पूरी आपराधिक कार्यवाही को रद्द कर दिया। जस्टिस प्रशांत कुमार ने कहा, “अगर उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की गतिविधियों की अनुमति किसी और के द्वारा नहीं, बल्कि सरकारी कर्मचारी के द्वारा दी जाती है तो यह न्यायालय अपने कर्तव्य में असफल होगा। यहाँ भू-माफियाओं, राजस्व अधिकारियों और तत्कालीन एसएचओ की मिलीभगत है, जिसमें एक जोड़े को गलत तरीके से आपराधिक कार्यवाही में फंसाया गया है और उन्हें दर-दर भटकने के लिए मजबूर किया गया।” याचिकाकर्ता अलका सेठी और उनके पति ध्रुव सेठी द्वारा दायर याचिका पर FIR रद्द करने का आदेश कोर्ट ने दे दिया। याचिकाकर्ताओं पर आरोप था कि सतपुड़ा में सड़क के खसरा नंबरों का लेखपाल निरीक्षण कर रहा था। इस दौरान अलका और उनके पति से लेखपाल का सामना हुआ। याचिका के अनुसार दोनों दंपत्ति ने लेखपाल को जातिसूचक गालियाँ दीं। कथित तौर पर ध्रुव सेठी ने कहा कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वह उसकी पत्नी के साथ बदतमीजी और भ्रष्टाचार के मुकदमे में फँसा देगा। आरोप है कि याचिकर्ता ने लेखपाल को बंधक बना लिया था और बिहारीगढ़ एसएचओ के हस्तक्षेप के बाद लेखपाल को रिहा कराया जा सका। इसके बाद लेखपाल ने SC/ST ऐक्ट सहित विभिन्न धाराओं में पति-पत्नी के खिलाफ FIR दर्ज करा दी। इसके बाद पूरे आपराधिक कार्यवाही के साथ-साथ विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी अधिनियम), सहारनपुर द्वारा पारित समन एवं आरोप पत्र को चुनौती देते हुए पति-पत्नी ने अदालत का रुख किया। इस पर तर्क दिया गया कि ध्रुव सेठी ने जमीन का एक टुकड़ा खरीदा था और म्युटेशन के बाद सीमांकन के लिए आवेदन किया था। सीमांकन के आदेश के बावजूद राजस्व अधिकारियों ने इसे पूरा नहीं किया। अधिकारी सीमांकन नहीं कर रहे थे और इसके लिए आवेदकों को इधर-उधर दौड़ा रहे थे। जब उन पर दबाव डाला गया तो उन्होंने आश्वासन दिया कि सीमांकन पक्षों के सामने कराया जाएगा, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उन्होंने आवेदकों की अनुपस्थिति में सीमांकन करना शुरू कर दिया। जब इसका विरोध किया गया तो हाथापाई शुरू हो गयी। दंपति ने कोर्ट को बताया कि स्थानीय भू-माफिया, जिनका उस क्षेत्र में और राजस्व पर भी प्रभाव था, और स्थानीय पुलिस अधिकारी ने एक साजिश रची। वे उनकी जमीन हड़पना चाहते थे। इसी वजह से उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी। इसके साथ ही दंपति ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि लेखपाल की जाति क्या है और ना ही जाति से संबंधित उन्होंने कोई बात कही। इस पर न्यायालय ने कहा कि चौंकाने वाली बात है कि ST/SC ऐक्ट के प्रावधानों का कुछ लोगों द्वारा व्यक्तिगत प्रतिशोध, व्यक्तिगत हितों या खुद को बचाने के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। न्यायालय ने कहा कि यह कानून की प्रक्रिया का स्पष्ट दुरुपयोग है, क्योंकि याचिकाकर्ताओं के खिलाफ एक भी सबूत नहीं था कि उन्हें लेखपात की जाति के बारे में पता था। कोर्ट ने कहा कि यह विश्वास करना कठिन है कि आवेदकों ने लेखपाल के खिलाफ जाति-संबंधी शब्दों का इस्तेमाल किया था। राजस्व अधिकारी को बाँधने की घटना को भी कोर्ट ने अविश्वसनीय बताया और कहा कि एक महिला एवं एक पुरुष इतने लोगों कैसे हावी हो सकते हैं और एक व्यक्ति को बाँध सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि FIR पढ़ने से कोई मामला नहीं बनता। इसलिए इसे रद्द किया जाता है। SC/ST Act के दुरुपयोग को लेकर कई कोर्ट सख्त यह कोई पहली बार नहीं है कि किसी कोर्ट ने ST/SC ऐक्ट के गलत इस्तेमाल पर इस तरह की कठोर टिप्पणी की है। इससे पहले इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। फरवरी 2021 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक ऐसे ही व्यक्ति को निर्दोष करार दिया था, जो पिछले 20 वर्षों से जेल में कैद था। व्यक्ति को बलात्कार के आरोप और SC/ST एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। हाईकोर्ट ने आरोपित की रिहाई की बात कहते हुए मामले पर तल्ख़ टिप्पणी भी … Read more

मुस्लिम कारीगर तैयार कर रहे पीढि़यों से लड्डू गोपाल की पोशाक

अलीगढ़ मेराज, आबिद नईम, इमरान और जावेद इन दिनों दिन-रात राधा कृष्ण की पोशाक तैयार करने में लगे हैं। वैसे तो इनका पोशाक बनाने का काम साल भर चलता है लेकिन जन्माष्टमी के करीब आते ही ऑर्डर पूरा करने के लिए अतिरिक्त कारीगर लगाने पड़ते हैं। पोशाक तैयार करने में दो से तीन दिन लग जाते हैं। इन मुस्लिम कारीगरों की बारीक कलाकारी कौमी एकता के धागे को मजबूती के साथ पिरोने का भी काम कर रही है। महावीरगंज निवासी इमरान तीन पीढि़यों से लड्डू गोपाल की पोशाक तैयार करते आ रहे हैं। पूरे आनंद और उत्साह के साथ नई नई डिजाइन में पोशाक बनाते हैं। सर्दियों की अलग रहती है और गर्मियों की अलग। भगवान कृष्ण के मुकुट, बांसुरी, चूड़ी, कुंडल से लेकर उनकी साज सज्जा की सभी चीजें तैयार कर रहे हैं। इसी इलाके के रहने वाले आबिद नईम का कहना है कि हमारे खानदान में तो पचास साल से भी अधिक समय से राधा-कृष्ण की पोशाक तैयार करने का काम किया जा रहा है। हमारे दादा भी बनाते थे। जन्माष्टमी के करीब आते ही काम बढ़ जाता है। ऊपरकोट निवासी मेराज का कहना है कि अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, बुलंदशहर तक उनके यहां से दुकानदारों को पोशाक भेजी जाती है। महावीरगंज के जावेद के अनुसार, पिछले करीब दो दशक से जिले भर के प्रमुख मंदिरों के अलावा मथुरा-वृंदावन, हाथरस, एटा, कासगंज, आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बुलंदशहर, बदायूं आदि जनपदों के प्रमुख मंदिरों में देवी-देवताओं की आदमकद मूर्तियों की पोशाक बनाने का काम कर रहे हैं। जन्माष्टमी को लेकर इस बार भी काफी संख्या में आर्डर मिल चुके हैं। काम इतना अधिक है कि अब आर्डर लेना बंद कर दिया है। जन्माष्टमी से पहले तक काम पूरा करके देना भी है। यहां से मिले हैं ऑर्डर आगरा, बुलंदशहर, हाथरस, मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश के कई जिले हैं। कान्हा की पोशाक एवं शृंगार सामग्री के रेट कान्हा व राधा की सबसे छोटी पोशाक की न्यूनतम कीमत 30 रुपये की है, जबकि पांच हजार रुपये तक की पोशाक बेची जा रही हैं। कान्हा का मुकुट, पटका, राधा रानी का लहंगा, ओढ़नी, कुंडल, बेल्ट, चूड़ी, बांसुरी भी 20 रुपये से लेकर तीन हजार रुपये तक में हैं। इसमें कारीगरों की मजदूरी, लागत आदि शामिल हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 63

ताजमहल के अंदर दो युवक ने चढ़ाया गंगाजल, वीडियो वायरल

आगरा उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित ताजमहल के अंदर दो युवकों ने गंगाजल चढ़ाया है। सावन में शनिवार को दो युवक ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने पहुंचे। दोनों युवकों ने मुख्य मकबरे में स्थित तहखाने के दरवाजे पर गंगाजल चढ़ाया। युवकों का वीडियो भी सामने आया है।  अखिल भारत हिन्दू महासभा ने दावा किया है कि तेजोमहालय शिव मंदिर पर गंगाजल चढ़ाया है। गंगाजल चढ़ाते हुए वीडियो बनाकर भी वायरल कर दिया। वहीं इस मामले में पुलिस उपायुक्त सूरज राय ने बताया कि ताजमहल घूमने आए दो युवकों द्वारा बोतल से ताजमहल के अन्दर जल गिराया गया। ये करतूत देखकर सीआईएसएफ द्वारा युवकों को हिरासत में लिया गया। मामले में थाना ताजगंज में दी गई है। तहरीर के आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने कहा कि महासभा के दो बब्बर शेर विनेश चौधरी और श्याम ने तेजा महालय में गंगाजल चढ़ाया है। ये हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। ताजमहल नहीं ये तेजा महालय है, जहां आगे भी कांवड़ ले जाकर गंगाजल से शिवजी का अभिषेक करते रहेंगे। युवकों ने किया गंगाजल चढ़ाने का दावा हिंदू युवकों ने ताजमहल को तेजोमहालय मानते हुए मुख्य मकबरे के तहखाने के दरवाजे पर गंगाजल चढ़ाने का दावा किया है. दोनों युवकों को पानी की बोतल के साथ पकड़ लिया गया है. एक युवक पानी की बोतल लेकर ताजमहल के मुख्य मकबरे तक पहुंच गया और तहखाने के दरवाजे पर बोतल को उड़ेल दिया. सीआईएसफ कर्मियों ने युवक को देख लिया, उसे बोतल के साथ पकड़ा है. घटना के कुछ देर बाद ही वीडियो वायरल हो गए. सीआईएसएफ द्वारा ​पकड़े गए युवक मथुरा के रहने वाले बताए जा रहे हैं. मथुरा से कांवड़ लेकर पहुंचे आगरा इनके नाम वीनेश और श्याम बताए गए हैं. ये हिंदू महासभा से जुड़े बताए जा रहे हैं. दोनों कांवड़ लेकर मथुरा से सुबह आगरा स्थित ताजमहल पहुंच गए. हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी सावन के महीने में कांवड और जल चढ़ाने के लिए ताजमहल पर जा रहे हैं. पिछले दिनों महिला कांवड लेकर ताजमहल के पश्चिमी गेट पर पहुंच गईं थी. सुरक्षा कर्मियों ने उसे रोक दिया था. अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा दोनों युवकों ने अंदर गंगाजल चढ़ाने का दावा किया जा रहा है. महासभा का दावा है कि तेजोमहालय शिव मंदिर पर गंगाजल चढ़ाया है. मथुरा से आगरा आए गंगाजल लेकर : दरअसल, ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद लंबे समय से चल रहा है. सावन माह के चलते बीते सोमवार यानी 29 जुलाई 2024 को अखिल भारत हिंदू महासभा की आगरा जिलाध्यक्ष मीना राठौर भी कांवड़ लेकर ताजमहल के पश्चिमी गेट पर पहुंची थीं. इस दौरान ताज सुरक्षा पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. इसके बाद समझाकर मीना राठौर से गंगाजल राजेश्वर महादेव मंदिर में अर्पण कराया था. मगर, अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने ऐलान किया था कि सावन माह में तेजोमहालय ताजमहल में गंगाजल चढ़ाएंगे. गंगाजल चढ़ाते ही सीआईएसएफ ने पुलिस को सौंपा : छाया गौतम का कहना है कि 31 जुलाई को अपने साथियों के साथ सोरों से डाक कांवड़ लेकर चली थीं. दो अगस्त की रात वह मथुरा पहुंची लेकिन उसके पहले ही प्रशासन ने रात 12 बजे निज निवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया था. हालांकि पदाधिकारी ने पुलिस को चकमा दे दिया. शनिवार सुबह 7 बजे वे ताजमहल पहुंच गए. अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता व्यापार सभा के अध्यक्ष श्याम, जिला कार्यालय मंत्री वीनेश कुंतल ने ताजमहल में कांवड़ का गंगाजल चढ़ाया. गंगाजल चढ़ाते समय ही सीआईएसएफ ने श्याम और वीनेश को ताजमहल के अंदर ही हिरासत में ले लिया. इसके बाद दोनों को सीआईएसएफ ने ताजगंज पुलिस के हवाले कर दिया है. जलाभिषेक व दुष्धाभिषेक के मामले में सुनवाई 13 अगस्त को : हिंदुवादी नेताओं का दावा है कि, ताजमहल मकबरा नहीं है. ये शिव मंदिर है. इसका नाम तेजोमहालय है. इसलिए, लंबे समय से ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद बना हुआ है. बीते दिनों कोर्ट में योगी यूथ ब्रिगेड की ओर से वाद दायर करके सावन माह में तेजोमहालय में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की मांग की गई है. ताजमहल के सर्वे और कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति का प्रार्थना पत्र भी दिया था. इसकी सुनवाई 13 अगस्त को होनी है. वहीं ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने का मामला सुर्खियों में है. इस पूरे मामले में डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि दो युवकों ने बोतल में गंगाजल ले जाकर ताजमहल में चढ़ाने की बात कही है. अभी ये पुष्टि नहीं हुई है कि बोतल में गंगाजल था या पानी. पुलिस मामले की जांच की जा रही है. सीआईएसएफ से मांगी गई रिपोर्ट : एएसआई के पुरातत्वविद अधीक्षण डॉ. राजकुमार चाहर ने बताया कि ताजमहल में कुछ लोग नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे. इस पर सीआईएसएफ और एएसआई के कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. इस मामले की पूरी रिपोर्ट सीआईएसएफ से मांगी है. ताजमहल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का काम सीआईएसएफ के जिम्मे है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी. एसीपी ताज सुरक्षा सैय्यद अरीब अहमद ने बताया कि सीआईएसएफ ने 2 युवक सौंपे हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है. सीआईएसएफ या एएसआई की ओर से जो तहरीर मिलेगी. उसके आधार पर ही आरोपी युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. 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जौहर यूनिवर्सिटी पर बड़ी कार्रवाई, दो भवनों को प्रशासन ने किया सील

रामपुर सपा नेता आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति पर बने दो भवनों को खाली करने की मोहलत पूरी होने के बाद प्रशासन ने शनिवार को सीलिंग कार्रवाई की है। शत्रु संपत्ति से जुडे अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के साथ परिसर पहुंचकर कार्रवाई की।   सपा नेता आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में 13.08 हेक्टेयर जमीन शत्रु संपत्ति है। शत्रु संपत्ति विभाग की ओर से जौहर यूनिवर्सिटी में स्थित जमीन का सीमांकन करने के साथ ही उस पर कब्जा लेने के आदेश प्रशासन को दिए गए थे। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने चार दिन तक जौहर यूनिवर्सिटी में जमीन की पैमाइश की और इसे कब्जे में लेने की कार्रवाई की थी। कार्रवाई के दौरान शत्रु संपत्ति के दायरे में जौहर यूनिवर्सिटी के दो भवन भी आ गए थे। इनको खाली कराने के लिए प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया था।  जिसे भवनों पर भी चस्पा किया गया था। नोटिस में सात दिन की मोहलत दी गई थी। 25 जुलाई को जारी किए गए नोटिस की अवधि बृहस्पतिवार को पूरी हो गई। नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद अब प्रशासन इन दोनों भवनों को भी सीलिंग की कार्रवाई की। एसडीएम सदर मोनिका सिंह ने बताया कि जौहर विवि में स्थित शत्रु संपत्ति को कब्जे में लेने के आदेश दिए गए थे। इस आदेश के बाद जमीन को कब्जे में लिया गया है, लेकिन जो दो भवन दायरे में आए थे उनको खाली कराने का नोटिस दिया गया था। उसकी अवधि पूरी हो गई है। शनिवार को इस पर भी कब्जा लेकर इन दोनों भवनों की सीलिंग की कार्रवाई की है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41