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CM धामी ने प्रदेश में बारिश से बिगड़े हालात की समीक्षा, प्रदेशवासियों और बाहर से आए यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता

देहरादून  भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग प्रशासन ने यात्रियों से बृहस्पतिवार को अपनी केदारनाथ यात्रा स्थगित करने को कहा है। वहीं, उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर  वर्षा संबंधी घटनाओं में आठ व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी और करीब छह अन्य लोग घायल हो गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में बारिश से बिगड़े हालात की समीक्षा की तथा कहा कि प्रदेशवासियों और राज्य के बाहर से आए यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित स्थानों पर बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रायपुर क्षेत्र की एक नहर में बुधवार रात दो व्यक्ति डूब गए। उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं जिनकी पहचान सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा के रूप में हुई है। हरिद्वार जिले में रूड़की क्षेत्र के भारपुर गांव में भारी बारिश से एक मकान ढह गया जिससे उसके मलबे के नीचे दबने से तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा करीब छह लोग घायल हो गए। टिहरी जिले के घनसाली के जखनयाली गांव में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गयी। टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि मलबे से भानु प्रसाद (50) और उनकी पत्नी नीलम देवी (45) के शव बरामद हुए जबकि उनके पुत्र विपिन (28) को घायल अवस्था में निकाला गया। उन्होंने बताया कि देर रात करीब दो बजे सांस लेने में शिकायत के कारण विपिन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश ले जाया जा रहा था लेकिन देर रात उसने दम तोड़ दिया। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ दर्शन के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एक परामर्श जारी किया गया है जिसमें उनसे कहा गया है कि वे फिलहाल जहां भी हैं, सुरक्षित रूके रहें और अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें। परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है। मार्ग सही होने व यात्रा के सुचारू होने की सूचना अलग से दी जाएगी। बीती रात भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया तथा पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं। प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस दौरान वहां फंस गए करीब 200 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया । इसके अलावा, सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल चेतावनी स्तर के आसपास होने के कारण पार्किंग क्षेत्र को खाली करा लिया गया है। मौसम विभाग से मिली सूचना के अनुसार, देहरादून में ही पिछले 24 घंटों में 172 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है। राज्य में अतिवृष्टि की स्वयं निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी और राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में धामी ने कहा कि प्रदेश में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जनजीवन प्रभावित होने की सूचना मिली तथा बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उन्होंने कहा, ‘‘रामबाड़ा, भीमबली, जखनयाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात कर वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूं। प्रशासन को नुकसान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।’’     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 133

नई वंदे भारत एर्नाकुलम जंक्शन से केएसआर बेंगलुरु सिटी जंक्शन तक यात्रा हुई शुरू, यात्रिओं के लिए खुशखबरी

नई दिल्ली लंबे वक्त के इंतजार के बाद आखिर वह घड़ी आ ही गई जब एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही है। जी हां, एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत की काफी वक्त से डिमांड की जा रही थी। दक्षिण रेलवे ने गुरुवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के जरिए एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन की पहली यात्रा की तस्वीर शेयर की। तस्वीर शेयर करते हुए दक्षिण रेलवे ने लिखा है, "शानदार नई वंदे भारत एर्नाकुलम जंक्शन से केएसआर बेंगलुरु सिटी जंक्शन तक अपनी पहली यात्रा पर है।" इस दिन चलेगी एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत उल्लेखनीय है कि लंबे इंतजार के बाद रेलवे ने बुधवार को एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच स्पेशल वंदे भारत ट्रेन सेवा शुरू की। यह सेवा 25 अगस्त तक सप्ताह में तीन दिन चलेगी। यह ट्रेन एर्नाकुलम से बुधवार, शुक्रवार और रविवार को तथा बेंगलुरु से गुरुवार, शनिवार और सोमवार को रवाना होगी। एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत का टाइम टेबल एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन के टाइम टेबल की बात करें तो ट्रेन दोपहर 12:50 बजे एर्नाकुलम से रवाना होगी और रात 10:00 बजे बेंगलुरु कैंटोनमेंट स्टेशन पर पहुंचेगी। वापसी की यात्रा में ट्रेन अगले दिन सुबह 5:30 बजे बेंगलुरु कैंटोनमेंट से रवाना होगी और दोपहर 2:20 बजे एर्नाकुलम पहुंचेगी। इस मार्ग में दस स्टेशनों पर ठहराव शामिल है। एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर थी वंदे भारत की डिमांड बेंगलुरु-एर्नाकुलम मार्ग पर यात्रियों की भारी डिमांड के मद्देनजर इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत इस रूट के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। हालांकि, कुछ यात्रियों ने दिन के समय के टाइम टेबल को लेकर चिंता व्यक्त की है। हालांकि, दक्षिण रेलवे ने आश्वासन दिया है कि वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर की शुरुआत के साथ इन मुद्दों का भी समाधान किया जाएगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 146

बाबा बर्फानी के 33 दिनों में 4.76 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

श्रीनगर अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। पिछले 33 दिनों में 4.76 लाख से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीर्थयात्रा सुचारू रूप से चल रही है। अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी। यह 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया, कल यानी बुधवार को 5 हजार से ज्यादा लोगों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। 1,295 यात्रियों का एक नया जत्था गुरुवार सुबह 3:32 बजे दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।     33 दिनों में 4.76 लाख श्रद्धालुओं ने किये बाबा बर्फानी के दर्शन     अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी     19 अगस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी 1,295 यात्रियों का एक नया जत्था हुआ रवाना 15 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला 349 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि 33 वाहनों का दूसरा काफिला 946 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। पवित्र छड़ी के संरक्षक स्वामी दीपेंद्र गिरि ने बताया कि 9 अगस्त को भगवान शिव की छड़ी श्रीनगर शहर के श्री अमरेश्वर दशनामी अखाड़ा मंदिर में अपने स्थान से आगे बढ़ेगी। 14 अगस्त को पहलगाम से पवित्र गुफा मंदिर के लिए रवाना होगी। सुरक्षा, सामुदायिक लंगर, पारगमन और बेस कैंपों की व्यवस्था तथा जम्मू से कश्मीर तक राजमार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती ने इस साल सुरक्षित, सुचारू और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित की है। गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3.888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। जानें, गुफा मार्ग से बाबा बर्फानी तक पहुंचने में कितने दिन लगते हैं पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं। बता दें कि उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाड़ी में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 132

हिमाचल के मंडी में बादल फटने से तबाही, 50 लोग लापता, 1 की मौत, PM मोदी खुद कर रहे मॉनिटरिंग

मंडी हिमाचल प्रदेश में आज सुबह 3 जिलों में बादल फटने से भीषण तबाही मची। आज सुबह शिमला के रामपुर, कुल्लू के निरमंड और मंडी में बादल फटने से पानी के साथ मलबा आया। 50 से ज्यादा लोग लापता है और 3 लोगों की लाशें मिल चुकी हैं। NDRF-SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के रामपुर में बचाव अभियान का जायजा लेने पहुंचे और बैठक करके अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हिमाचल में बादल फटने के बाद आई प्राकृतिक आपदा का खुद जायजा ले रहे हैं। हिमाचल में हो रही भारी बारिश से मनाली कुल्लू लेह हाईवे ब्लॉक हो गया है। पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मलाणा में पावर प्रोजेक्ट-एक का डैम टूट गया है। मंडी जिले में सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कुल्लू में भी कलेक्टर तोरुल एस रवीश ने सभी शिक्षण संस्थानों में आज और कल की छुट्टी घोषित कर दी है। लोगों को सतर्क रहने के आदेश भी दिए हैं। आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ ने मचाया कोहराम बता दें, प्रदेश की राजधानी शिमला जिला के रामपुर उपमण्डल के झाकड़ी इलाके में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ ने कोहराम मचाया और 19 लोग लापता हो गए। इसी तरह मंडी जिला की चोहर घाटी के टिक्कन थलटू कोड में भारी बारिश के बाद आये सैलाब ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया और बचने के लिए जंगल की ओर भागे लोगों में से करीब तीन लापता बताए जा रहे हैं। मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव कार्यों के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। शिमला के रामपुर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बीती रात समेज खड्ड में आये सैलाब ने आसपास के गांवों में तबाही का मंजर ला दिया। गुरुवार तड़के बादल फटने की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी रवाना हो गए है। एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही है। प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। सड़क कई जगह बंद होने के कारण उन्हें दो किलोमीटर पैदल ही उपकरणों के साथ रास्ता तय करना पड़ा। अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया। श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब, कुल्लू जिला में भी मची तबाही शिमला के रामपुर इलाके में जहां बाढ़ से तबाही हुई, वो क्षेत्र कुल्लू जिला से सटा है। जानकारी अनुसार श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पण,समेज और गानवी खड्ड में आई भयंकर बाढ़ ने तबाही का मंजर लाया। करीब 2 दर्जन मकान एवं कई गाड़ियों के भी बहने की सूचना है। जानकारी अनुसार स्कूल भवन और औषधालय भी बाढ़ में बहे। शिमला जिला के गानवी और कुल्लू जिला के बागीपुल बाजार में साथ में बहती खड्ड ने भी तबाही मचाई और कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए। श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से तीन खड़ों यानी छोटी नदियों में पानी का बहाव बढ़ा जिस से नीचे आकर बाढ़ का रूप धारण किया। सैलाब से मलाणा प्रोजेक्ट डैम दो को भी नुकसान पहुंचा है।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से ज़्यादा लोग लापता हैं. पीएम मोदी ने प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश और बादल फटने के बाद स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने शीर्ष अधिकारियों से प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा है। राहत कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं।   5 अगस्त तक भारी वर्षा का अलर्ट वहीं दूसरी ओर मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे भी राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। पांच अगस्त तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून के दस्तक देने से लेकर अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर व कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश व भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है। इसमें सड़क हादसों में 66 लोगों की जान गई। जबकि 65 मौतें उंचाई से फिसलने, डूबने, बहने, करंट व सर्पदंश से हुई हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक … Read more

एससी/एसटी श्रेणियों को सब-कैटेगरी में दिया जा सकता है आरक्षण- सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के मुद्दे पर बड़ा फैसला सुनाया है। इस फैसले के मुताबिक अनुसूचित जाति और जनजातियों में सब-केटेगरी बनाई जा सकती है। फैसला सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने 6/1 के मत से सुनाया है। यह सुनवाई CJI डीवाई चंद्रचूड़ कर रहे थे। उनके साथ 6 जजों ने इस पर सहमति जताई जबकि जस्टिस बेला त्रिवेदी इससे सहमत नहीं थीं। कोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए 2004 में दिए गए 5 जजों के फैसले को पलट दिया है। यह सुनवाई चीफ जस्टिस के साथ जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ,जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा कर रहे थे। कोर्ट ने 2004 के फैसले को पलटा सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने 2004 में ईवी चिन्नैया मामले में पांच जजों के उस फैसले को पलट दिया है, जिसमें संविधान पीठ ने कहा कि केवल राष्ट्रपति ही यह अधिसूचित कर सकते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार कौन से समुदाय आरक्षण का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, और राज्यों को इससे छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है। अब सुप्रीम कोर्ट इस बात की समीक्षा कर रहा था कि क्या राज्य कोटा के अंदर कोटा देने के लिए अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों को उप-वर्गीकृत कर सकते हैं?  सुप्रीम कोर्ट ने अब समीक्षा के बाद यह फैसला सुना दिया है। क्या है पूरा मामला…. दरअसल, 1975 में पंजाब सरकार ने आरक्षित सीटों को दो श्रेणियों में विभाजित करके अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण नीति पेश की थी. एक बाल्मीकि और मजहबी सिखों के लिए और दूसरी बाकी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए. 30 साल तक ये नियम लागू रहा. उसके बाद 2006 में ये मामला पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट पहुंचा और ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के 2004 के फैसले का हवाला दिया गया. पंजाब सरकार को झटका लगा और इस नीति को रद्द कर दिया गया. चिन्नैया फैसले में कहा गया था कि एससी श्रेणी के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति नहीं है. क्योंकि यह समानता के अधिकार का उल्लंघन है. बाद में पंजाब सरकार ने 2006 में बाल्मीकि और मजहबी सिखों को फिर से कोटा दिए जाने को लेकर एक नया कानून बनाया, जिसे 2010 में फिर से हाई कोर्ट में चुनौती दी गई. हाई कोर्ट ने इस नीति को भी रद्द कर दिया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ में सुप्रीम कोर्ट के 1992 के फैसले के तहत यह स्वीकार्य था, जिसने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति दी थी. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि अनुसूचित जाति के भीतर भी इसकी अनुमति दी जानी चाहिए. 2020 में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने पाया कि ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य के फैसले पर एक बड़ी बेंच द्वारा फिर से विचार किया जाना चाहिए, जिसमें कहा गया था कि एससी श्रेणी के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति नहीं है. उसके बाद सीजेआई के नेतृत्व में सात जजों की बेंच का गठन किया गया, जिसने जनवरी 2024 में तीन दिनों तक मामले में दलीलें सुनीं और उसके बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. संविधान में क्या प्रावधान है? संविधान ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को विशेष दर्जा देते समय जाति का वर्णन नहीं किया है कि कौन सी जातियां इसमें आएंगी. ये अधिकार केंद्र के पास है. अनुच्छेद 341 के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा अधिसूचित जातियों को एससी और एसटी कहा जाता है. एक राज्य में SC के रूप में अधिसूचित जाति दूसरे राज्य में SC नहीं भी हो सकती है. देश में कितनी अनुसूचित जाति? एक रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2018-19 में देश में 1,263 एससी जातियां थीं. अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान और निकोबार एवं लक्षद्वीप में कोई समुदाय अनुसूचित जाति के रूप में चिह्नित नहीं किया गया. सिर्फ राष्ट्रपति को अधिकार 2005 में ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य केस में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अनुसूचित जाति की सूची में जातियों को हटाने और जोड़ने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति को है. संविधान सभी अनुसूचित जातियों को एकल सजातीय समूह मानता है. अगर सभी अनुसूचित जातियों को एक ग्रुप माना गया है तो उप वर्गीकरण कैसे हो सकता है. सामाजिक असमानता के आधार पर अनुसूचित जातियों को विशेष सुरक्षा प्रदान की गई है, क्योंकि इन जातियों के खिलाफ छुआछूत की भावना थी. आरक्षण का लाभ आरक्षित जातियों के जरूरतमंद यानी सबसे कमजोर तबके तक पहुंचे, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने क्रीमी लेयर की अवधारणा को लागू किया. इसे 2018 में जरनैल सिंह बनाम लक्ष्मी नारायण गुप्ता केस के फैसले में लागू किया गया था. क्रीमी लेयर का नियम ओबीसी (अदर बैकवर्ड क्लास) में लागू होता है. जबकि यह अनुसूचित जाति पर 2018 में प्रमोशन के केस में लागू किया गया. केंद्र सरकार ने 2018 के इस फैसले पर रिव्यू करने की गुहार लगाई और इस पर फैसला अभी आना बाकी है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. 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Hamas चीफ की हत्या के बाद Iran के सुप्रीम लीडर ने दिया हमले का आदेश, Israel ने भी जवाब दिया है!

तेहरान हमास चीफ इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh) की मौत दुनियाभर में चर्चा में बनी हुई है. इजरायल ने सात अक्तूबर 2023 के हमले का बदला लेते हुए बुधवार को हानिया को मार गिराया था. जिस समय हानिया को निशाना बनाकर हमला किया गया, वह ईरान की राजधानी तेहरान में थे. ऐसे में अब ईरान ने इजरायल पर हमले का आदेश दे दिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में ईरान के तीन अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई ने ईरानी सेना को इजरायल पर हमला करने का आदेश दिया है. ईरान के सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग के बाद खामेनेई ने इस हमले का आदेश दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह हमला किस तरह का होगा और ईरान कितनी ताकत से इजरायल पर हमला करेगा. लेकिन इतना तय है कि जिस तरह का हमला ईरान ने बीते अप्रैल में तेल अवीव और हाइफा में इजरायली सैन्य ठिकानों पर किया था. इस बार भी ईरान इसी तरह का ड्रोन और मिसाइल हमला कर सकता है. इसके साथ ही ईरान अपने सहयोगी देशों की मदद से भी हमला कर सकता है.  ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने हानिया की मौत की पुष्टि होने के बाद संकेत दिए थे कि ईरान इसका बदला लेते हुए सीधे तौर पर इजरायल पर हमला करेगा. खामेनेई ने कहा था कि हम उनके (हानिया) खून का बदला लेंगे क्योंकि यह हमारे क्षेत्र में हुआ है. ईरान और हमास ने हानिया की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है. लेकिन इजरायल ने अभी तक ना तो इस हमले को स्वीकार किया है और ना ही इसे खारिज किया है. भारी कीमत चुकानी होगी! इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अगर उनके देश पर किसी भी तरह का कोई हमला होता है तो उसकी भारी कीमत चुकानी होगी. तेहरान में हवाई हमले में इस्माइल हनिया के मारे जाने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक बयान है. इजरायल का अपने दुश्मनों का खात्मा करने का लंबा इतिहास रहा है. ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों से लेकर सैन्य कमांडरों तक वह विदेश में अपने कई दुश्मनों का खात्मा कर चुका है. हानिया भी ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ईरान गए थे, जहां उन्हें निशाना बनाकर हमला किया गया. दोहा में रहता था हमास चीफ हानिया फिलिस्तीनी संगठन हमास की कई इकाइयां हैं, जो राजनीतिक, फौजी या सामाजिक कामकाज संभालती हैं. हमास की नीतियां एक कंसल्टेटिव बॉडी तय करती है. इसका मुख्यालय गाजा पट्टी इलाके में ही है. अब तक हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में थी, जो इसका चेयरमैन था. उसने 2017 से खालिद मेशाल के उत्तराधिकारी के तौर पर ये काम संभाला था. वो कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का काम-काज देखता था. दरअसल, मिस्र ने उसके गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा था कि इजरायल ने ईरान में हानिया को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया था. इससे पहले अप्रैल में  इजरायली सुरक्षाबलों ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था. इजरायल ने गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक कर हानिया के तीन बेटों को मारा था. इजरायली सेना IDF ने बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए.  ईरान के सर्वोच्‍च नेता अयातुल्‍ला अली खामनेई ने इजरायल से सीधे बदला लेने का आदेश दे दिया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि ईरान खुद और अपने प्रॉक्‍सी संगठन हमास, हूती और हिज्‍बुल्‍ला की मदद से इजरायल पर बड़ा मिसाइल हमला कर सकता है। इन सब आशंकाओं के बीच ईरान ने अमेरिका पर बड़ा हमला बोला है। ईरान की सरकार ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने बिना अमेरिका की अनुमति और खुफिया मदद के यह हमला नहीं किया है। वहीं अमेरिका ने एक बार फिर से कहा है कि हमास नेता के ऊपर हुए हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। वहीं अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर इजरायल पर हमला किया गया तो वह तेलअवीव की पूरी ताकत से रक्षा करेगा। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में ईरानी प्रतिनिधि ने कहा, 'यह अमेरिका की जिम्‍मेदारी है कि वह अपने रणनीतिक सहयोगी और क्षेत्र में इजरायली सरकार की मुख्‍य समर्थक उसके खौफनाक अपराधों को अनदेखा नहीं करे।' उन्‍होंने कहा कि इजरायल इस हमले के जरिए राजनीतिक लक्ष्‍य का पीछा कर रहा है। उसका ईरान की नई सरकार को नाकाम करने का इरादा था।' ईरान के इस बयान के बाद विश्‍लेषकों की ओर से आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका के साथ उसका तनाव भड़क सकता है। अब तक ईरान के प्रॉक्‍सी संगठन हूती और इराकी मिलिश‍िया के लोग अमेरिका के युद्धपोतों और ठिकानों को निशाना बनाते रहे हैं। 7 अक्टूबर को क्या हुआ था? बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर 2023 से जारी है. तब हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे. हमास ने 250 नागरिकों को बंधक भी बना लिया था. दावा है कि अब भी 150 बंधक हमास के कब्जे में है. वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र … Read more

रेवाड़ी में रेप पीड़िता की बेरहमी से हत्या, सूट-सलवार पहनकर घर में घुसा आरोपी

रेवाड़ी  हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां रात एक बजे सूट-सलवार पहनकर घर में घुसे युवक ने एक विवाहिता की निर्ममता से हत्या कर दी। उसने उसके हाथ, पैरों और प्राइवेट पार्ट्स पर ईंट-पत्थरों से वार किया। हत्या के वक्त घर पर कोई नहीं था। मृतका के साथ इसी युवक ने कुछ दिन पहले बलात्कार किया था और इसका केस अदालत में लंबित था। वह गिरफ्तारी से बचा हुआ था। आरोपी लगातार पीड़िता को जान से मारने की धमकियां दे रहा था। यह मामला खंड खोल के एक गांव का है। इस गांव की 35 वर्षीय महिला के साथ गांव के युवक सुधीर ने 16 जुलाई को दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म का केस थाना खोल में दर्ज कराए जाने के बाद मामला अदालत में लंबित था। बुधवार को इस केस की अदालत में तारीख भी थी। पीड़िता के भाई सोनू ने कहा कि इस केस को लेकर आरोपी सुधीर लगातार बहन व परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहा था। इसकी लिखित शिकायत भी संबंधित थाने में देकर सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। उसने कहा कि उसका बहनोई एक पेट्रोल पम्प पर काम करता है और वह नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर गया हुआ था। वह और उसकी बहन अलग-अलग कमरों में सोए हुए थे। सूट-सलवार पहनकर घर में घुसा इस दौरान आरोपी सुधीर सूट-सलवार पहनकर मंगलवार रात एक बजे रसोई की चिमनी में लगे लोहे के जाल को उखाड़ घर के अंदर घुस गया। उसने सबसे पहले जिस कमरे में वह सोया हुआ था, उसकी कुंडी बाहर से बंद कर दी। इसके बाद उसने बहन पर ईंट और एक अन्य धारदार पत्थर से हाथ व पैरों पर वार करना शुरू कर दिया। हाथ-पैर तोड़ने के बाद उसने प्राइवेट पार्ट्स पर भी चोट मारी। बहन की चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गई। उसने बाहर निकलने की कोशिश भी की, लेकिन कुंडी बाहर से बंद होने की वजह से वह कुछ नहीं कर सका। जब उसने कमरे की खिड़की को खोलकर देखा तो आरोपी सुधीर उस पर हमला कर रहा था और दुपट्टे से उसका गला घोंट रहा था। उसने कहा कि उसकी आंखों के सामने उसकी बहन की हत्या कर आरोपी फरार हो गया। उसके शोर मचाने पर पड़ोसियों ने उसके कमरे की कुंडी खोली। शव को कब्जे में लिया सूचना पाकर खोल थाना प्रभारी लक्ष्मीनायण टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। इस हत्याकांड से ग्रामीणों में भारी रोष दिखाई दिया। थाना प्रभारी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि आरोपी सुधीर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 149