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Google Pixel 9 Series के जानें फीचर्स से लेकर कीमत तक की पूरी डिटेल्स

गूगल 13 अगस्त को Made by Google 2024 इवेंट आयोजित करेगा. इस इवेंट में गूगल अपने लेटेस्ट Pixel 9 सीरीज को लॉन्च करने वाला है.   भारतीय यूजर्स बेसब्री से लॉन्च का इंतजार कर रहे हैं. हर कोई यही जानना चाहते हैं कि कंपनी Pixel 9 सीरीज में कौन-से नए एडवांस फीचर्स देने वाली है. गूगल अपने इस इवेंट में Google Pixel 9, Pixel 9 Pro, Pixel 9 pro XL और  Pixel 9 pro Fold को लॉन्च कर सकता है. वहीं, सोशल मीडिया पर आए दिन Pixel 9 सीरीज से जुड़ी जानकारियां लीक हो रही हैं. भारत में लॉन्च होगा Pixel 9 Pro Fold कंपनी पहली बार पिक्सल फोल्ड यानी गूगल का फोल्डेबल फोन भारत में लॉन्च करने जा रही है. इसके अलावा Pixel 9 सीरीज के सभी मॉडल्स को भारत में लॉन्च किया जाएगा. इससे पहले आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गूगल पिक्सल 9 प्रो फोल्ड फोन Samsung Galaxy Z Fold 6 से भी पतला होगा. इसके अलावा  Pixel 9 Pro Fold में 6.3-इंच का बाहरी डिस्प्ले और अनफोल्ड होने पर 8-इंच की बड़ी मुख्य स्क्रीन होने का अनुमान है AI फीचर्स से लैस होगी Pixel 9 सीरीज रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अपनी लेटेस्ट सीरीज के सभी मॉडल्स को Gemini एआई से लेस करेगी. इसके अलावा गूगल पिछले साल एआई के साथ स्मार्टफोन लॉन्च करा था. इस बार यूजर्स को Pixel 9 सीरीज से ज्यादा उम्मीदें हैं. प्रो मॉडल्स की बात करें तो 8 सीरीज के मुकाबलें में नए प्रो मॉडल्स में अधिक कॉम्पैक्ट डिजाइन दिया हुआ है. इसमें 6.3 इंच का डिस्पले दिया गया है. वहीं Pixel 9  प्रो XL में 6.5 और 6.9 इंच के बीच बड़ी स्क्रीन मिल सकती है. वहीं अगर हम कैमरे की बात करें तो सीरीज में 48एमपी टेलीफोटो लेंस और 42एमपी का फ्रंट फेसिंग कैमरा दिया जा सकता है. Pixel 9 सीरीज की कीमत लीक हुई जानकारी से सामने आया है कि pixel 9 Pro XL की  संभावित कीमत 1099 डॉलर (लगभग 92,000 रुपये) हो सकती है. इसके अलावा बाकी अन्य मॉडल्स की कीमत को लेकर कोई भी खुलासा नही हुआ है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 47

लगातार सांस फूलने का क्या है सच, कहीं आने वाला तो नहीं हार्ट अटैक

खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से हार्ट की बीमारियां दुनियाभर में बढ़ रही हैं. युवाओं में भी हार्ट अटैक का रिस्क है. कम फिजिकल एक्टिविटीज और जंक फूड्स-स्मोकिंग हार्ट अटैक को ट्रिगर कर सकती हैं. हार्ट अटैक आने से पहले कई तरह के संकेत दिखने लगते हैं. अगर इन्हें समय पर पहचान लिया जाए तो इसके खतरे से बचा जा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हार्ट अटैक को लेकर अवेयरनेस कम होने के चलते इसे लेकर कई तरह के कंफ्यूजन भी है. बहुत से लोग सवाल करते हैं कि क्या लगातार सांस फूलना हार्ट अटैक का संकेत है. लगातार सांस फूल रही है तो क्या आने वाला है हार्ट अटैक? हाल ही में हुए एक रिसर्च के अनुसार, हार्ट अटैक के 76% मरीज सांस लेने में तकलीफ, डिस्पेनिया या थकान जैसे लक्षण महसूस करते हैं. उनमें जीवन की संभावना उन लोगों से ज्यादा होती है, जिनमें हार्ट अटैक का मुख्य लक्षण सीने में दर्द रहता है. ESC एक्यूट कार्डियोवैस्कुलर केयर 2022 में पब्लिश इस शोध में बताया गया कि महिलाओं, बुजुर्गों, हार्ट ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी और लंग्स डिजीज जैसी समस्याओं से लोगों में हार्ट अटैक का सामान्य लक्षण सांस की तकलीफ और बहुत ज्यादा थकान था. सांस लेने में समस्या आए तो हार्ट अटैक से सावधान हो जाना चाहिए? हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सांस की समस्या के कई कारण हो सकते हैं. इसमें मुख्य तौर पर हार्ट और लंग्स हैं. दोनों शरीर के बेहद महत्वपूर्ण अंग हैं, इसलिए इस तकलीफ को नजरअंदाज करने से बचा चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सांस फूलने का कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऑक्सीजन मिल रही है, उससे ज्यादा की जरूरत है. दरअसल, फेफड़ों में ऑक्सीजन वाली हवा बढ़ाने के लिए बहुत से लोग तेजी से सांस लेते हैं. लंग्स से ऑक्सीजन ब्लड में पहुंचती है और फिर हार्ट उसे पंप करके पूरे शरीर में सप्लाई करता है. क्या हार्ट अटैक से पहले सांस अचानक से फूल सकती है? डॉक्टर्स के मुताबिक, सांस फूलना धीरे-धीरे बढ़ने वाली समस्या है. अक्सर पहली बार शारीरिक मेहनत के दौरान देखी जाती है. जैसे चलते समय, सीढ़ियां चढ़ते समय हल्की-हल्की सांस फूलती है. इसके कई कारण हो सकते हैं. इसमें मोटापा, फिटनेस खराब होना, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और एनीमिया शामिल हैं. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 59

लहसुन करेगा बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल, जानिए खाने का सही तरीका

लहसुन में पाए जाने वाले तत्व ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी ज्यादा अच्छा होता है. हेल्थ को इम्प्रूव करने के लिए खाली पेट लहसुन आप आराम से खा सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं लहसुन खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है? अगर आपके शरीर में हद से ज्यादा बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो आप अपनी डाइट में लहसुन को जरूर शामिल करें. क्योंकि बैड कोलेस्ट्रॉल हार्थ हेल्थ को बुरी तरह से डैमेज कर सकती है. हार्ट हेल्थ के लिए लहसुन है फायदेमंद लहसुन, हार्ट हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. लहसुन खाने से हार्ट हेल्थ अच्छा रहता है. आयुर्वेद के मुताबिक लबसुन और गुड़ बहुत अच्छा कॉम्बिनेशन होता है. दिल से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी से छुटकारा चाहिए तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. कैसे खाएं लहसुन? बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखना है तो आप कटोरी में लहसुन छीलकर रख दें. अब इसमें में एक चम्मच गुड़ पाउडर मिला दें. इन दोनों को अच्छे से मिला लें. लहसुन और गुड़ से बनी यह चटनी हार्ट हेल्थ के लिए अच्छी होती है. इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है. खाली पेट खाएं चटनी हर रोज सुबह खाली पेट लहसुन और गुड़ की चटनी बनाएं और इसे खा लें. इसके बाद आप पानी पी लें. दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी और और जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए चटनी का इस्तेमाल करें.लहसुन और गुड़ दोनों में औषधीय गुण होते हैं. इसे खाने से गट हेल्थ इम्प्रूव होता है. साथ ही साथ पेट से जुड़ी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है. दोनों चीजों का कॉम्बिनेशन बहुत अच्छा होता है. यह स्किन हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखेगा डाइट आपको रोजाना सुबह ओट्स का सेवन करना चाहिए, इसकी मदद से आप कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं. इसके अलावा हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी, धनिया, पुदीना आदि. इन चीजों का सेवन कर आप खुद को तंदुरुस्त रख सकते हैं. कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए नट्स और बीज जैसे बादाम, अखरोट आदि का सेवन आप कर सकते हैं.इसके अलावा कुछ फल का सेवन करना बेहद जरूरी और फायदेमंद माना जाता है. आप रोजाना व्यायाम भी कर सकते हैं. इन सब चीजों को करने के बाद भी अगर आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर कम नहीं होता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण कौन सी बीमारी हो सकती है? हाई कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो दिल, किडनी, स्ट्रोक और अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ा सकती है. इससे बचने के लिए आपको अपने आहार में बदलाव करने होंगे. सबसे पहले आपको कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए आप अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आप अंडे का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप मछली और चिकन का सेवन भी कर सकते हैं इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 56

वजन कम करना आसान और उसे मेनटेन रखना आसान काम नहीं, बिना सर्जरी-दवा डॉक्टर ने किया कायापलट

नई दिल्ली वजन कम करना आसान और उसे मेनटेन रखना आसान काम नहीं। यह बात हम 2024 ओलिम्पिक्स में रेसलर विनेश फोगाट के साथ हुई घटना से सीख चुके हैं। एथलीट्स के अलावा हर इंसान को अपने आपको फिट रखना जरूरी है। हमारे आसपास ऐसे कई ऐसे लोग हैं जिनकी वेट लॉस जर्नी हैरतंगेज होने के साथ प्रेरणा देने वाली है। ऐसी ही इंस्पायरिंग जर्नी है एक एनीस्थियोलॉजिस्ट डॉक्टर की। ट्विटर पर उन्होंने कई पोस्ट डाले हैं जिसमें गजब का ट्रांसफॉर्मेशन दिख रहा है। उन्होंने बताया है कि कैसे अपना 120 किलो वजन कम किया। इससे उनकी काया पलट गई। हैरानी की बात है कि उनकी रंगत में भी निखार है। डॉक्टर ने बताया है कि ऐसा क्यों और कैसे हुआ। बीमार और मोटी थीं डॉक्टर जब वेट लॉस की बात होती है तो कई लोगों को ये काम असंभव लगता है। जब हमें आसपास कोई उदाहरण मिल जाता है तो इच्छाशक्ति को थोड़ा बल मिलता है। ट्विटर पर Dr_Vee नाम से हैंडल है जिस पर वेट लॉस से जुड़े कई हैरान करने वाले पोस्ट हैं। एक पोस्ट में उन्होंने पहले और बाद की तस्वीर लगाकर लिखा है, एक डॉक्टर और इतने बीमार रहने वाले मोटे इंसान के तौर पर मैं इतना कह सकती हूं कि कभी-कभी वजन कम करना ही अकेला सॉल्यूशन होता है। सारी बीमारियां हुईं दूर डॉक्टर अपनी जर्नी के बारे में लिखती हैं, जब भी मैं अपनी डॉक्टर के पास हड्डी, स्किन या पीरियड की समस्या को लेकर जाती तो मुझसे हमेशा कहा जाता कि वजन नम करो। एक बार मैंने ऐसा कर लिया तो तबसे शरीर में दर्द से लेकर डार्क स्किन और इररेग्युलर पीरियड्स तक सब ठीक हो गया। मोटापे और पीसीओएस का कनेक्शन यह सिर्फ कॉमन सेंस नहीं बल्कि अगर PCOS जैसी चीजों की तरफ देखा जाए तो फिजियोलॉजी यही है कि एस्ट्रोजन फैट सेल्स से निकलता है इसलिए सिर्फ वजन कम करना ही आखिरी उपाय है। वजन की वजह से ही जोड़ों में प्रेशर पड़ता है। गले के आसपास की स्किन का काला होना एकेन्थोसिस नाइग्रेकेन्स (acanthosis nigricans) है जो कि इंसुलिन रेजिस्टेंस की वजह से होता है। ये सारी चीजें इशारा करती हैं कि शरीर की हेल्थ ठीक नहीं है। कितने समय में कम किया वजन अपनी तस्वीरों के बारे में डॉक्टर ने लिखा है, हां ये दोनों तस्वीरों में मैं हूं और ये अनएडिटेड हैं। कोई बैरियाटिक सर्जरी या फैट लॉस गोली नहीं खाई है। वजन कम करने में 1 साल लगा और टोन्ड बॉडी पाने और इसको मेनटेन करने में कई महीने। 6-7 साल से इतना वजन मेनटेन कर रखा है। कैसे हुआ वेट लॉस कॉन्सेप्ट सिंपल है, आप जितनी कैलोरी खा रहे हैं उससे ज्यादा बर्न करनी है। डायट और एक्सरसाइज दोनों जरूरी हैं। डायट सबसे अहम है और एक ही फॉर्म्युला सबको सूट नहीं कर सकता। मेरी स्किन का कलर कैसे बदला? मैं जेनेटिकली डार्क रंग की नहीं हूं। जब 3 साल की उम्मर में मेरा वजन बढ़ना शुरू हुआ तो चेहरा और गर्दन डार्क होने लगे। मैंने खान-पान की आदतें बदलीं और एक्सरसाइज की तो ये रिवर्स हो गया। हॉरमोनल बैलेंस भी ठीक हो गया। कैसी है डायट डॉक्टर ने बताया है कि उन्होंने चावल खाने पूरी तरह से बंद कर दिए। सिर्फ मिलेट्स खाती हैं। डायट से शुगर और फ्राइड फूड्स हटा दिए और जल्दी खाने की सलाह दी। डॉक्टर ने बताया वह होल फूड्स, हाई फाइबर और प्रोटीन रिच डायट लेती हैं। बाहर के खाने में साउथ इंडियन खाती हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 44

सबसे शक्तिशाली भारतीय सब्जी कांतोलाः स्वास्थ्य लाभ

कंटोला की सब्जी खाने के फायदे कांटोल (Kantola) जिसे कई स्थानों पर ककोड़ा, मीठा करेला या कर्कोटका भी कहा जाता है, एक पौष्टिक सब्जी है जो अपने अद्वितीय स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के लिए जानी जाती है। पाचन में सुधार कांटोल में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। डायबिटीज करे कंट्रोल कांटोल का नियमित सेवन ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में शुगर के स्तर को संतुलित रखते हैं। कांटोल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे यह शुगर के रोगियों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। वजन घटाने में सहायक कांटोल में कैलोरी की मात्रा कम होती है, जो वजन घटाने की प्रक्रिया में सहायक होती है। इसमें वसा की मात्रा भी बहुत कम होती है, जिससे यह वजन घटाने के लिए एक आदर्श सब्जी बन जाती है। इम्यून सिस्टम को करती है मजबूत कांटोल में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है और शरीर को संक्रमणों से बचाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। कोलेस्ट्रॉल करती है कम कांटोल का नियमित सेवन रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है। ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल इसमें पोटैशियम की मात्रा होती है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक होती है। कांटोल को सब्जी के रूप में पकाया जा सकता है। इसे तला हुआ, भुना हुआ या करी के रूप में बनाया जा सकता है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 73

चमकती और उज्ज्वल त्वचा के लिए प्राचीन महिलाओं के सौंदर्य रहस्य

महिलाओं की खूबसूरती पर तो हर कोई दिवाना हुआ जाता है और ये कोई आज की बात नहीं है बल्कि प्राचीन काल में भी औरतें अपनी खूबसूरती से राजा-महाराजाओं के दिलों पर राज करती थीं। दिखने में अप्सरा सी ये महिलाएं आखिर लगाती क्या थीं कि उनकी त्वचा एकदम बेदाग और निखरी हुई नजर आती थी? उनकी खूबसूरती का ये राज छिपा है आपके किचन में, जिसपर शायद आपकी दिन में कई दफा नजर पड़ती है। हम किसकी बात कर रहे है? हम बात कर रहे हैं कच्चे दूध, हल्दी, चंदन, और शहद की। जिन्हें को अलग-अलग तरीकों से अपने चेहरे और शरीर पर लगाती थीं और सूरज सी चमकदार त्वचा पाती थीं। अगर आप भी वैसा ही निखार पाना चाहती हैं तो इन चीजों को हमारे बताए तरीकों से इस्तेमाल कर सकती हैं। प्राचीन काल की महिलाओं की सुंदरता का राज बता दें कि पहले के जमाने में जहां साबुन नहीं हुआ करता था, तब भी महिलाएं अपने शरीर को साफ रखती थीं। जैसा कि हमने बताया कि इसके लिए वो कच्चे दूध, हल्दी, चंदन, और शहद का इस्तेमाल करती थी। लेकिन प्राचीन काल की महिलाएं इन्हें एक नहीं बल्कि अलग-अलग तरीकों से मिक्स करके लगाया करती थीं। कैसे? आइए आपको बताते हैं। इन दो चीजों से पाती थीं चेहरे पर निखार प्राचीन काल की महिलाएं खूबसूरत दिखने के लिए रोज सुबह उठकर कच्चे दूध में हल्दी भिगोकर लगाती थीं। बता दें कि आज भी कई मांएं अपनी बेटियों को इस नुस्खे के बारे में बताती हैं। कच्चे दूध को चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे कम होते हैं और गंदगी साफ होती है। साथ ही हल्दी में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कील-मुंहासों को कम करने, सूजन, जलन और रेडनेस के साथ-साथ डेड स्किन सेल्स को भी कम करने में फायदेमंद होता है। नहाने के लिए करती थीं इस लेप का इस्तेमाल चेहरे की चमक तो हर कोई ले आता है लेकिन शरीर को भी उसी तरह साफ करना अलग बात होती है, जिसके लिए प्राचीन काल की महिलाएं चंदन, पानी और शहद से बने लेप का इस्तेमाल करती थी। जिसे वो नहाने के लिए उपयोग करती थीं। ये लेप बॉडी स्क्रब का भी काम करता है इसलिए आप भी इसका इस्तेमाल करके अपने शरीर की गंदगी को साफ कर सकते हैं। रात को लगाती थीं चंदन का फेस पैक प्राचीन काल में महिलाएं राज को सोने से पहले अपने चेहरे पर चंदन का फेस पैक लगाया करती थीं, जिसमें कच्चा दूध, और शहद भी मिलाया जाता था। इससे दिनभर चेहरे पर जमी गंदगी तो साफ होती ही थी, साथ ही सुबह उन्हें चमकदार त्वचा मिलती थी। आप भी इस फेस पैक को रात को सोने से पहले लगा सकती हैं और सोने से पहले फेस वॉश करके निखार पा सकती हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 76

बारिश में स्मार्टफोन को बचाने के लिए इन सरल चरणों का घर पर पालन करें

स्मार्टफोन बारिशों के मौसम में खराब हो सकता है। इसलिए आपको कुछ करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आप कुछ गैजेट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये ऐसे तरीके हैं जो किसी के लिए भी बहुत जरूरी होने वाले हैं। आप इन्हें अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं क्योंकि मॉनसून के मौसम में बहुत तेज बारिश होती है और ये आपको बचाने के लिए काफी काम आते हैं। इसमें कुछ ऐसे बैग्स के बारे में भी आपको बताएंगे जो काफी काम आने वाले हैं- वाटरप्रूफ केस का उपयोग करें स्मार्टफोन को बारिश से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप वाटरप्रूफ केस का उपयोग करें। यह केस आपके फोन को पूरी तरह से सील कर देता है और पानी को अंदर जाने से रोकता है। बाजार में विभिन्न प्रकार के वाटरप्रूफ केस उपलब्ध हैं जो आपके फोन के मॉडल के अनुसार फिट होते हैं। जिपलॉक बैग का इस्तेमाल करें अगर आपके पास वाटरप्रूफ केस नहीं है, तो आप अपने फोन को जिपलॉक बैग में रख सकते हैं। यह अस्थायी समाधान है लेकिन फोन को पानी से बचाने में काफी प्रभावी होता है। सुनिश्चित करें कि बैग अच्छी तरह से बंद हो ताकि पानी अंदर न जा सके। सिलिकॉन प्लग का उपयोग करें सिलिकॉन प्लग का उपयोग करके आप अपने फोन के चार्जिंग पोर्ट, हेडफोन जैक और अन्य खुले हिस्सों को सील कर सकते हैं। ये प्लग आसानी से उपलब्ध होते हैं और फोन के खुले हिस्सों को पानी से सुरक्षित रखते हैं। फोन को सूखा रखें जब भी आप बारिश में बाहर हों, अपने फोन को बैग या पॉकेट में रखें। फोन को सीधे बारिश के संपर्क में न आने दें। अगर संभव हो तो फोन का उपयोग कम करें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकालें। हैंड्स-फ्री डिवाइस का उपयोग करें बारिश में फोन का उपयोग करने के बजाय हैंड्स-फ्री डिवाइस का उपयोग करें। इससे आपका फोन सुरक्षित रहेगा और आप बिना फोन को बाहर निकाले कॉल्स और अन्य कार्य कर सकेंगे। नियमित सफाई करें बारिश में फोन का उपयोग करने के बाद उसे सूखे कपड़े से अच्छी तरह पोंछें। चार्जिंग पोर्ट और हेडफोन जैक को भी साफ करें ताकि उनमें नमी न रह जाए। बीमा का विकल्प चुनें अगर आप बहुत ज्यादा यात्रा करते हैं या बारिश वाले इलाके में रहते हैं, तो अपने स्मार्टफोन के लिए बीमा का विकल्प चुनें। इससे आपके फोन को पानी से नुकसान होने पर आपको आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। इन आसान और प्रभावी तरीकों को अपनाकर आप अपने स्मार्टफोन को बारिश से सुरक्षित रख सकते हैं। बारिश के मौसम में अपने फोन की सुरक्षा का ध्यान रखें और उसे नमी और पानी से बचाएं ताकि वह लंबे समय तक सही तरीके से काम करता रहे। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 40