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एमेजॉन की सैटेलाइट इंटरनेट एंट्री, 27 सैटेलाइट इंटरनेट का पहला बैच अंतरिक्ष में पहुंचाया

नई दिल्ली सैटेलाइट इंटरनेट की दुनिया में अबतक हमने सिर्फ एलन मस्‍क की इंटरनेट कंपनी स्‍टारलिंक का नाम सुना है या कहें ज्‍यादा सुना है। स्‍टारलिंक, भारत में भी अपनी सेवाएं शुरू करना चाहती है और उसने जियो व एयरटेल के साथ पार्टनरशिप की है। कई और कंपनियां जैसे- वनवेब भी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस दुनिया तक पहुंचा रही हैं। अब इस क्षेत्र में एमेजॉन ने एंट्री कर ली है। एमेजॉन बरसों से अपने प्रोजेक्‍ट कुइपर (Project kuiper) को पूरा करने का ख्‍वाब देख रही थी। वह एक-दो नहीं, बल्कि 3 हजार से ज्‍यादा सैटेलाइट्स को पृथ्‍वी की निचली कक्षा में पहुंचाएगी। इसकी शुरुआत सोमवार को हो गई, जब कंपनी ने 27 सैटेलाइट इंटरनेट का पहला बैच अंतरिक्ष में पहुंचाया। 2019 में ऐलान, अब फ्लोरिडा से लॉन्‍च रिपोर्टों के अनुसार, एमेजॉन ने साल 2019 में प्रोजेक्‍ट कुइपर का ऐलान किया था। साेमवार को कंपनी ने इसकी शुरुआत की। 27 इंटरनेट टर्मिनल्‍स को लो-अर्थ ऑर्बिट में पहुंचा दिया। एमेजॉन का यह प्रोजेक्‍ट करीब 10 अरब डॉलर का है। कंपनी कुल 3236 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में पहुंचाने का लक्ष्‍य रखती है। इस क्षेत्र में उसका सीधा मुकाबला एलन मस्‍क की कंपनी स्‍टारलिंक से होगा। प्रोजेक्‍ट कुइपर का मकसद क्‍या है जिस तरह से स्‍टारलिंक दुनियाभर में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं उपलब्‍ध कराती है। उसी तरह से एमेजॉन भी कुइपर प्रोजेक्‍ट के जरिए यह काम करेगी। रिपोर्टों के अनुसार, वह उन इलाकों तक सैटेलाइट इंटरनेट पहुंचाएगी, जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है। सोमवार को हुए लॉन्‍च के दौरान कंपनी ने स्‍टारलिंक से कोई मदद नहीं ली। उसने अपने सैटेलाइट को बोइंग और लॉकहीड मार्टिन की कंपनी यूनाइटेड लॉन्च एलायंस (ULA) की मदद से अंतरिक्ष में भेजा। एटलस रॉकेट के जरिए सैटेलाइट को अंतरिक्ष में पहुंचाया गया। देरी से लॉन्‍च हुआ है प्रोजेक्‍ट एमेजॉन अपने प्रोजेक्‍ट कुइपर को पिछले साल ही लॉन्‍च कर देना चाहती थी, लेकिन इसमें देरी होती गई। अमेरिका के फेडरल कम्‍युनिकेशंस कमीशन ने कंपनी से कहा है कि वह तेजी से काम करे। अगले साल जून तक कम से कम आधे सैटेलाइट लॉन्‍च कर दे। यानी कंपनी को 15 सौ से ज्‍यादा सैटेलाइट लॉन्‍च करने होंगे। स्‍टारलिंक से मुकाबले के लिए यह जरूरी भी है। अगर कंपनी और देर करती है तो वह एलन मस्‍क की कंपनी से पिछड़ सकती है। मस्‍क की स्‍टारलिंक अब अमेरिका से बाहर निकलकर अफ्रीकी देशों, एशियाई देशों में अपनी सर्विस पहुंचा रही है। एमेजॉन को अमेरिका से शुरुआत करनी होगी और सिर्फ 27 सैटेलाइटों के दम पर यह नहीं हो पाएगा। ज्‍यादा से ज्‍यादा टर्मिनल्‍स को समय रहते स्‍पेस में पहुंचाना होगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 14

फिजिकल हेल्थ: गर्मी और दिल की बीमारियां – क्यों बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा और कैसे करें बचाव

Physical Health: Heat and heart diseases – why the risk of heart attack is increasing and how to prevent it हेल्थ डेस्क: Physical Health of heart attack जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, दिल की बीमारियों का खतरा भी उसी रफ्तार से बढ़ रहा है। हीटवेव और पॉल्यूशन अब सिर्फ पर्यावरण की समस्या नहीं, बल्कि दिल की सेहत के लिए सीधा खतरा बन गए हैं। खासकर बुजुर्ग, हृदय रोगी और खुले में काम करने वाले लोग इस खतरे के दायरे में सबसे पहले आते हैं। गर्मी में क्यों बढ़ता है हार्ट अटैक का रिस्क? Physical Health of heart attack गर्मी के मौसम में शरीर खुद को ठंडा बनाए रखने के लिए लगातार पसीना बहाता है। इस प्रक्रिया में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाना पड़ता है, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। डिहाइड्रेशन, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव भी दिल को कमजोर बना सकते हैं। Read more: आंगनबाड़ियों में मशीन के सामने चेहरा दिखाने पर ही उपस्थिति मान्य होगी, पोषण आहार का वितरण किया जाएगा सबसे ज्यादा खतरे में कौन? हार्ट अटैक से बचाव के आसान उपाय: Declaration : बढ़ती गर्मी ने दिल की सेहत को नई चुनौती दी है। ऐसे में सही जानकारी और सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों का पालन करें, क्योंकि मौसम अब सिर्फ बाहरी नहीं, आंतरिक स्वास्थ्य का भी मामला बन चुका है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 59

हार्ट अटैक से बचने के उपाय

दिल की सेहत पर ही निर्भर करती है, हमारे शरीर की सेहत। और दिल को सेहतमंद रखने के लिए बहुत जरूरी है कि हम संतुलित जीवनशैली अपनाएं और नियमित व्याहयाम करें। पर्याप्त नींद हार्वर्ड के 70,000 महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, नींद हमारे दिल को सेहमतमंद रखने में काफी मदद करती है। इस अध्य यन में पाया गया कि जो लोग रात को एक घंटा अधिक सोते हैं, उन्हेंु दिल की बीमारी अन्यव लोगों की तुलना में कम होती है। वहीं सात घंटे से कम सोने वाले लोगों को दिल की बीमारी होने की आशंका अधिक होती हैद्य कोलेस्ट्रॉल कम करें रक्त में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल धमनियों की भीतरी दीवारों पर जम जाता है। इससे धमनियां सिकुड़ जाती हैं और परिणामस्वॉरूप दिल तक कम मात्रा में खून पहुंचता है। इसलिए आपको चाहिए कि अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखें और इसकी नियमित जांच भी करवाते रहें। उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल, कोरोनरी हृदय रोग विकसित होने की संभावना को बढ़ा देता है। नियमित रूप से व्यायाम करें नियमित रूप से व्यायाम स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है। इससे मधुमेह होने की आशंका भी कम हो जाती है। मधुमेह रोगियों के बीच हार्ट अटैक का खतरा ज्याकदा होता है। गैर इंसुलिन निर्भर मधुमेह के रोगियों में सभी मौतों में से लगभग आधी दिल की बीमारी के कारण होती हैं। फैट से बचें भोजन में तेल का प्रयोग कम कर ताजी हरी सब्जियों और फल की मात्रा बढ़ाएं। ये रेशेदार और एंटी ऑक्सीडेंट्स के स्रोत हैं जो खून की वाहिकाओं में खराब कोलेस्ट्रोल के असर को कम करती हैं। इनके प्रतिदिन प्रयोग से दिल की बीमारी से बचा जा सकता है। साथ ही जंक फूड का सेवन कम से कम करें। भोजन समय पर करें। धूम्रपान न करें सिगरेट पीना महिलाओं में दिल की बीमारी का सबसे प्रमुख कारण है। मध्य म वर्ग की महिलाओं में तंबाकू के कारण लगभग 50 प्रतिशत हार्ट अटैक के मामलें देखने को मिलते हैं। वैज्ञानिकों द्वारा यह बात सिद्ध की जा चुकी है कि धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में दिल का दौरा या आकस्मिक हृदय रोग से मृत्यु होने का खतरा आम व्यक्तियों की तुलना में दोगुनी होता है। धूम्रपान छोड़ देने के 10 वर्षो के अंदर इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। वजन को नियंत्रित करें यदि आपका वजन अधिक है तो आपके हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। उसे तेजी से धड़कना पड़ता है। अधिक वजन का कारण असंतुलित भोजन और व्यायाम की कमी है, जिससे कई अन्य रोग भी जन्म लेते हैं। इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है, रेशे वाले अनाजों तथा उच्च किस्म के सलादों का सेवन। साथ ही नियमित रूप से आधे घंटे टहलना। यह आपके अच्छे कोलेस्ट्रोल यानी एचडीएल कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है। तनाव में कमी मनोवैज्ञानिक तनाव को हार्ट अटैक की मुख्य वजह मानते हैं। तनाव के प्रभाव को कम करने के और दैनिक आधार पर सामना करने वाले तनाव का प्रबंधन के लिए स्वस्थ तरीके खोजें। इसके अलावा, पौष्टिक आहार योजना और नियमित रूप से व्यायाम आपके स्वापस्य्नी  पर पड़ने वाले तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। शराब का सेवन कम अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, शराब का अत्यधिक सेवन हाई बीपी ओर दिल की बीमारियों का नेतृत्व कर सकता हैं। हालांकि, कुछ अध्ययनों से पता चला है कि कम मात्रा में शराब के सेवन से कोलेस्ट्रॉल सही रहता है और इसलिए यह दिल के लिए फायदेमंद है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 14

जानिए प्रेगनेंसी के दौरान कौन से मेडिकल टेस्ट है जरूरी

गर्भधारण के दौरान समय-समय पर कई तरह की जांच की जाती हैं। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी मिलती है। साथ ही कोई कंप्लीकेशन ना हो इसकी जानकारी भी चिकित्सक को मिल जाती है। यदि कोई कंप्लीकेशन होती भी है तो चिकित्सक समय रहते उसका इलाज कर बच्चे और मां को किसी भी परेशानी से बचाया जा सकता है। आइये जानते हैं कि गर्भधारण के दौरान डिलिवरी तक कौन-कौन सी चिकित्सा जांच की जाती हैं सीबीसी यानी कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट डॉक्टर आपका सीबीसी टेस्ट आपके गर्भवती होने के बाद करेगा। इससे आपके रक्त में लाल और सफेद कोशिकाओ का पता लगाया जाता है । इसके साथ ही हीमोग्लोबिन, हेमैटक्रीट और प्लेटलेट्स कणों को भी काउंट किया जाता है। हीमोग्लोबिन रक्त में मौजूद प्रोटीन होता है जो कि सेल्स को ऑक्सीजन देता है और हेमैटक्रीट शरीर में लाल रक्त कणों को जांचने का माप है। दोनों में से किसी के भी कम होने पर एनीमिया कहा जाता है। प्लेटलेट्स रक्त में थक्का जमने में सहायता करती हैं। महिला नार्मल डिलिवरी के दौरान तकरीबन आधा लीटर रक्त खो देती है। ऐसे में रक्त की कमी होने पर बच्चे और मां दोनों के लिए स्थिति खतरनाक हो सकती है। आरएच फैक्टर टेस्ट आरएच फैक्टर टेस्ट में लाल रक्त कणों के सरफेस में प्रोटीन की मात्रा देखने को किया जाता है। अगर प्रोटीन होता है तो इसे आरएच पॉजिटिव कहा जाता है अन्यथा नेगेटिव। यह टेस्ट लगभग 85 प्रतिशत महिलाओं में पॉजिटिव ही आता है। यूरिन टेस्ट डॉक्टर यूरिन टेस्ट से ही गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की सही जानकारी लगा पाते हैं। इसमें मुख्यत शुगर की जांच की जाती है। इसके साथ ही किडनी के इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए यूरिन में प्रोटीन की मात्रा, जांच की जाती है। इस टेस्ट के माध्यम से बैक्टीरिया की जांच की जाती है जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का पता चल पता  है। केटोन्स की भी जांच होती है जिससे यह पता लगता  है कि शरीर कार्बोहाइड्रेट की जगह वसा का  इस्तेमाल ऊर्जा के लिए तो नहीं कर रहा है। रक्तचाप की जांच गर्भवती महिला के रक्तचाप की जांच की जाती है ताकि रक्तचाप ज्यादा या कम दोनों ही होने की स्तिथी में महिला को किसी भी प्रकार की हानि से बचाया जा सके। भ्रूण का अल्ट्रासाउंड भ्रूण के शारीरिक विकास को देखने के लिए समय समय पर अल्ट्रासाउंड किया जाता है। इसमें प्लेसेंटा की स्थिति और बच्चे के शरीर का हर माप देखा जाता है। बच्चे की मूवमेंट और अन्य क्रियाओं का भी पता अल्ट्रासाउंड से ही चलता है। मल्टीपल मार्कर स्क्रीनिंग यह दो तरह का होता है। ट्रिपल स्क्रीन टेस्ट और क्वाड स्क्रीन टेस्ट। यह आहार नाल न्यूरल टयूब में किसी भी तरह के डिफेक्ट को देखने के लिए किया जाता है। भ्रूण की हृदय गति मापना हर महीने भ्रूण की हृदय गति में बदलाव आता है। जन्म के समय भी यह बदल जाती है। डॉक्टर समय-समय पर जांच कर यह चेक करते हैं की हार्ट बीट सामान्य है या नहीं। यदि ह्रदय गति कम आये तो माना जाता है कि बच्चे को ऑक्सीजन कम मिल रही है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

सरकार ने Sarvam नाम की कंपनी को भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल तैयार करने के लिए चुना

नई दिल्ली इंडिया AI मिशन में एक बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने Sarvam नाम की कंपनी को भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल तैयार करने के लिए चुना है। यह कंपनी देश का पहला LLM यानी कि लार्ज लेंग्वेज मॉडल बनाएगी। यह अपने आप में एक ऐसा AI मॉडल बनाने की पहली कोशिश होगी जो भारतीय भाषाओं को समझने में माहिर हो, रीजनिंग कर सकता हो और जिसे भारत जितने बड़े देश की जनसंख्या के लिए ऑप्टिमाइज किया गया हो। बता दें कि इसकी घोषणा खुद आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की और उन्होंने AI मॉडल तैयार करने के लिए आए 67 प्रपोजल में से Sarvam को चुना। देश का पहला AI मॉडल इस बारे में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश का पहला AI फाउंडेशनल मॉडल तैयार करने के लिए Sarvam AI नाम के स्टार्टअप को चुना गया है, आने वाले समय में दो से तीन और स्टार्टअप इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बन सकते हैं। बता दें कि Sarvam AI नाम का यह स्टार्टअप पहले ही मेटा के LLAMA2-7B पर आधारित हिंदी भाषा में काम करने वाला भाषा मॉडल तैयार किया था। इतना ही नहीं यह मॉडल हिंदी, इंग्लिश और हिंग्लिश में माहिर है और यह ChatGPT 3.5 जितनी परफॉर्मेंस दे सकता है। सरकार का समर्थन सरकार Sarvam AI को करीब 200 करोड़ के GPU उपलब्ध कराएगी ताकि वह अपने प्रोजेक्ट को पूरा कर सकें। इससे AI की ट्रेनिंग में इस्तेमाल होने वाले डेटा को भारत में रखने में भी मदद मिलेगी और यह भारत के AI सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगा। Sarvam AI नाम का यह स्टार्टअप विवेक राघवन और प्रतीयुष कुमार ने साल 2023 में शुरू किया था और इसी साल अपनी सीरीज ए फंडिंग राउंड में 41 मिलियन डॉलर जुटाने में कामियाब रहे थे। विवेक राघवन और प्रतीयुष कुमार इंफोसिस के सह संस्थापक नंदन निलेकणी के AI4Bharat में भी काम कर चुके हैं। विवेक राघवन ने इस मौके पर बताया कि “Sarvam AI भारतीय उद्यमों के डेटा का इस्तेमाल करेंगा और खास डोमेन वाले AI मॉडल तैयार करेगा।” ये है लक्ष्य Sarvam AI का लक्ष्य है कि वह भारतीय भाषाएं समझने वाला AI मॉडल तैयार करे। यह स्वास्थय, शिक्षा और कृषि जैसी जगहों में मददगार साबित होगा। इस तरह से देखा जाए, तो Sarvam देश के AI सेक्टर की वह पहली सीढ़ी साबित होगा, जो आगे जाकर भारत को इस क्षेत्र के विश्व गुरू के तौर पर स्थापिक कर सके। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 13

इन आसान तरीको से बचाये व्हाट्सऐप का खोया हुआ डाटा

नई दिल्ली व्हाट्सऐप पर हम कई किस्म की बातें करते हैं। आम चैट से लेकर दफ्तर की जरूरी बातें। कई चीजें इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि आप उन्हें बाद में भी आकर खोजते रहते हैं। अगर आपने अपना फोन खो दिया या फिर उसे किसी कारण से फॉर्मेट करना पड़ा तो आपको व्हाट्सऐप फिर से इंस्टॉल करना पड़ेगा। ऐसे में आपके पुराने चैट गायब जाएंगे। लेकिन आप व्हाट्सऐप का बैकअप बनाना जानते हैं तो इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। एंड्रॉयड पर व्हाट्सऐप का बैकअप गूगल ड्राइव पर बनाया जा सकता है। आइए हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं ताकि आपके सारे चैट, फोटो और वीडियो सुरक्षित स्टोर रहें। और जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर से रीस्टोर किया जा सके। अगर आपने अब तक इस फीचर को इस्तेमाल नहीं किया है तो पहली बार जब आप व्हाट्सऐप इंस्टॉल करेंगे तो आपसे इस फीचर को स्विच ऑन करने के बारे में पूछा जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो मेन्यू में जाकर इसे सेटअप कर सकते हैं। आपको ऐप के मुख्य इंटरफेस पर दायीं तरफ टॉप में तीन बिन्दु नजर आ आएंगे। उन पर टैप करें। इसके बाद सेटिंग्स में जाएं, फिर चैट्स एंड कॉल्स में। इसके बाद चैट बैकअप पर टैप करें। यहां आपको गूगल ड्राइव सेटअप करने का विकल्प मिलेगा।   आपको बता दें कि यहां पर इंटरनल बैकअप भी बनता है। आप पहले बैकअप पर टैप करके फोन की इंटरनल स्टोरेज में बैकअप रख सकते हैं। लेकिन फोन का डेटा डिलीट होते ही यह बैकअप भी डिलीट हो जाएगा। इसी पेज पर निचले हिस्से में गूगल ड्राइव सेटिंग्स नजर आएगा। सबसे पहले बैकअप टू गूगल ड्राइव पर टैप करें। यहां पर बैकअप का समय निर्धारित कर सकते हैं। आपको कभी नहीं, दैनिक, साप्ताहिक और मासिक जैसे विकल्प मिलेंगे। हमारा सुझाव होगा कि आप दैनिक चुनें। इसके बाद चूज एन अकाउंट पर टैप करें। यहां पर आप तय कर सकते हैं कि किस जीमेल आईडी पर व्हाट्सऐप का बैकअप बने। आपको पहला विकल्प उस मेल आईडी का मिलेगा जिसका इस्तेमाल एंड्रॉयड डिवाइस को इंस्टॉल करने के लिए किया गया है। अगर आपने चाहते हैं तो किसी और ईमेल आईडी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको एड अकाउंट पर टैप करना होगा। और आ दिए गए निर्देशों का पालन भी करना होगा।   अब आप यह तय कर सकते हैं कि आप बैकअप किस किस्म के इंटरनेट पर बनाना चाहेंगे। सिर्फ वाई-फाई पर, या वाई-फाई प्लस सेल्युलर पर। बैकअप सेटिंग्स में आपको वीडियो का भी बैकअप बनाने का विकल्प मिलता है। आप इन्क्लुड वीडियो पर क्लिक करके व्हाट्सऐप पर आने वाले वीडियो का भी बैकअप बना सकते हैं। ध्यान रहे कि यहां पर बैकअप किया गया डेटा आपके गूगल ड्राइव अकाउंट में स्टोर होता रहता है। उसे ड्राइव क्लाइंट के तौर पर ब्राउज करके नहीं पढ़ा जा सकता। आईफोन पर बैकअप:- आईफोन पर व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने वाले यूजर भी कुछ इस अंदाज में ही बैकअप बना सकते हैं। आईओएस पर व्हाट्सऐप खोलें। फिर सेटिंग्स में जाकर चैट सेटिंग्स में जाएं। यहां पर चैट बैकअप का विकल्प मिलेगा। यहां पर दिए गए विकल्पों में अपनी सुविधा अनुसार चुनाव कर लें। आईओएस में बैकअप बनाने की सुविधा आईक्लाउड पर होती है। ऐसे करें रीस्टोर:- आप जैसे ही नए व्हाट्सऐप को इंस्टॉल करते हैं तो आपको रीस्टोर करने के बारे में पूछा जाएगा। ध्यान रहे कि आपको अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर उसी गूगल अकाउंट से साइन इन करना होगा जिस पर आपने व्हाट्स ऐप  का बैकअप बनाया था।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 12

60% भारतीयों को नहीं है AI की जानकारी

नई दिल्ली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर भले ही सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा हो रही हो, लेकिन एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में इसकी पहुंच अब भी शुरुआती दौर में है. Google और मार्केट रिसर्च कंपनी Kantar India की एक संयुक्त स्टडी के मुताबिक, भारत में 60% से ज्यादा लोग अभी भी AI से अनजान हैं, और सिर्फ 31% लोगों ने ही कभी कोई जनरेटिव AI टूल इस्तेमाल किया है. यह रिपोर्ट 18 से 44 वर्ष के बीच के 8,000 लोगों पर आधारित है, जिन्हें टियर-1 और टियर-2 शहरों से चुना गया. इसका खुलासा Google के पहले “Gemini Day India” इवेंट में किया गया, जहां कंपनी ने अपने लेटेस्ट AI टूल्स जैसे Veo 2 (टेक्स्ट-टू-वीडियो जनरेटर), Gemini Live with Video, Gemini Canvas, Deep Research और Audio Overviews का लाइव डेमो भी दिया. 100 भारतीय भाषाओं की समझ के साथ आगे बढ़ रहा Gemini AI Google DeepMind के सीनियर डायरेक्टर मनीष गुप्ता ने इवेंट के दौरान बताया कि Gemini Live फिलहाल 9 भारतीय भाषाओं में काम करता है, और उनकी टीम इसे 100 से ज्यादा भाषाओं तक ले जाने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने बताया कि Gemini 2.5 मॉडल की लंबी कंटेंट प्रोसेसिंग क्षमता इसकी एक बड़ी ताकत है. “यह मॉडल न केवल पूरी नॉवेल सीरीज़ या दो घंटे की वीडियो समझ सकता है, बल्कि कोड की बड़ी लाइब्रेरी को भी डिटेल में ट्रैक कर सकता है.” AI अपनाने की भारत में अब भी बड़ी संभावना Google इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) शेखर खोसला ने कहा— “हमारा लक्ष्य है कि हम Google की तकनीकी ताकत का इस्तेमाल कर हर व्यक्ति के लिए एक पर्सनल, हेल्पफुल AI असिस्टेंट बनाएं.” Google-Kantar स्टडी को दो चरणों में किया गया:     पहले फेज में 5,133 लोगों से AI टूल्स की जागरूकता और उपयोग के बारे में जानकारी ली गई.     दूसरे फेज में 3,415 लोगों पर Gemini के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया. Gemini यूजर्स को मिला जबरदस्त फायदा रिपोर्ट में सामने आया कि Gemini यूजर्स को काफी सकारात्मक अनुभव हुए:     93% यूजर्स ने प्रोडक्टिविटी में इजाफा बताया     95% ने कहा कि इससे उनकी क्रिएटिविटी को प्रेरणा मिली     80% को कॉम्प्लेक्स डिसीजन मेकिंग में मदद मिली     69% ने स्किल डेवेलपमेंट में इसे फायदेमंद बताया     77% ने किसी नई क्रिएटिव या प्रोफेशनल दिशा में कदम बढ़ाया दुनियाभर में 35 करोड़ यूजर्स, लेकिन ChatGPT से पीछे हालांकि भारत में Gemini के यूजर्स की संख्या रिपोर्ट में नहीं बताई गई, लेकिन हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनियाभर में Gemini के यूजर्स की संख्या 350 मिलियन (35 करोड़) को पार कर गई है. फिर भी यह OpenAI के ChatGPT से पीछे है, जिसके 600 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स (MAUs) हैं. वहीं Meta AI के भी लगभग 500 मिलियन MAUs हैं. रिपोर्ट से यह साफ है कि भारत में AI को लेकर अभी बड़ी संभावनाएं और अवसर मौजूद हैं. लेकिन इसके लिए जागरूकता बढ़ाने और भाषाई पहुंच को मजबूत करने की जरूरत है—जिस दिशा में Google का Gemini बड़ा कदम साबित हो सकता है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 13