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103 स्टेशनों का रीडेवलपमेंट, PM मोदी आज करेंगे शुभारंभ, MP के ये रेलवे स्टेशन शामिल

नर्मदापुरम भारतीय रेल (Indian Railways) को देश की जीवन रेखा माना जाता है और रेलवे स्टेशन किसी भी शहर की पहचान का केंद्र होते हैं. अधिकतर स्टेशन शहर के बीचोंबीच स्थित होते हैं, जहां आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियां दिखती रहती हैं. इसलिए स्टेशनों का विकास केवल यात्री सुविधाओं तक सीमित नहीं रहकर, उन्हें स्थानीय विरासत और पहचान से जोड़ना ज़रूरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में भारत ने 'अमृत काल' में तेज़ विकास की दिशा पकड़ी है. उनकी प्रेरणा से भारतीय रेलवे ने 1300 से अधिक स्टेशनों के कायाकल्प की शुरुआत की, और अब 103 स्टेशनों का उद्घाटन अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत होने जा रहा है. यह विकास की नई संस्कृति है, जिसमें शिलान्यास से उद्घाटन तक का सफर रिकॉर्ड समय में पूरा हो रहा है और इसके लिए भारतीय रेलवे सराहना की पात्र है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को देशभर के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे इसमें एमपी के दो स्टेशन शामिल हैं. अमृत भारत स्टेशन योजना से हो रहे ये काम अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किए जा रहे 1300 से अधिक स्टेशनों में जो 103 स्टेशन अभी बनकर तैयार हुए हैं, उनमें मध्य प्रदेश राज्य के छह स्टेशन – कटनी साउथ, श्रीधाम, नर्मदापुरम, शाजापुर, सिवनी और ओरछा शामिल हैं. 86 करोड़ से अधिक की लागत से विकसित इन स्टेशनों में सौंदर्य, सुविधा और संस्कृति तीनों का समन्वय है. इन स्टेशनों पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं. प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं. सभी सुविधाओं को  दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है. वहीं, हर स्टेशन पर मध्य प्रदेश की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिल रही है. नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन, जिसे अब आधुनिक सुविधाओं और सांस्कृतिक पहचान के साथ नया स्वरूप प्रदान किया गया है, ₹26 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकसित किया गया है. यह स्टेशन नर्मदा संस्कृति और स्थानीय लोककला पर आधारित थीम के तहत डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह केवल एक यात्री ठहराव का स्थान नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव बन गया है. पुनर्विकास कार्यों में स्टेशन भवन का नवनिर्माण, भव्य प्रवेश द्वार, विकसित प्रतीक्षालय, पर्याप्त टिकटिंग काउंटर, दिव्यांगजन अनुकूल शौचालय एवं रैम्प, 12 मीटर चौड़ा नया फुट ओवर ब्रिज और दोनों ओर के हाई लेवल प्लेटफॉर्म पर कवर शेड्स शामिल हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए 3100 वर्गमीटर क्षेत्र में सर्कुलेटिंग एरिया का सौंदर्यीकरण किया गया है और 1000 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में आधुनिक LED लाइटिंग की व्यवस्था की गई है. नर्मदापुरम स्टेशन अब सिर्फ एक रेलवे हब नहीं, बल्कि माँ नर्मदा की आध्यात्मिक धरा पर आधुनिक भारत की झलक प्रस्तुत करता है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस विकास से स्थानीय यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में पर्यटन, आर्थिक गतिविधियों और सांस्कृतिक समृद्धि को भी गति मिलेगी. शाजापुर रेलवे स्टेशन शाजापुर रेलवे स्टेशन अब आधुनिकता और परंपरा का संगम बन चुका है. 13 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकसित इस स्टेशन में यात्रियों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं. प्लेटफॉर्मों का उच्चीकरण, नया फुट ओवर ब्रिज, विस्तारित छायादार क्षेत्र, सौंदर्यीकृत सर्कुलेटिंग एरिया, नव निर्मित प्रवेश द्वार, सुव्यवस्थित टिकट काउंटर और आधुनिक प्रतीक्षालय अब इस स्टेशन की पहचान बन चुके हैं. स्टेशन भवन के फासाद को भी आकर्षक और सांस्कृतिक रूप में नया डिजाइन दिया गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए पुरुष एवं महिला शौचालयों के साथ-साथ दिव्यांगजन अनुकूल विशेष सुविधाएं, VIP प्रतीक्षालय, द्वितीय श्रेणी वेटिंग हॉल और पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था की गई है. इससे न केवल यात्रा अनुभव बेहतर होगा, बल्कि लोगों को स्टेशन पर समय बिताना भी सुखद अनुभव प्रदान करेगा. यात्रियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना है 140 वर्ग मीटर में फैला 'आर्ट एंड कल्चर ज़ोन', जो स्थानीय संस्कृति की झलक को जीवंत करता है. यह न केवल एक रेलवे स्टेशन का विकास है, बल्कि शाजापुर जिले की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक पहचान को नया आयाम देने वाला कदम भी है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

भारतीय रेलवे की कमाई बढ़ी, खर्चे में कमी आई, ऑपरेटिंग रेश्यो बेहतर हुआ, माल ढुलाई में बनाया रेकॉर्ड

नई दिल्ली भारतीय रेलवे ने अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर किया है। रेलवे ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपना ऑपरेटिंग रेश्यो (OR) सुधारा है। OR एक महत्वपूर्ण पैमाना है जिससे पता चलता है कि रेलवे का वित्तीय प्रदर्शन कैसा है। यह 98.32% रहा, जो कि 2023-24 में 98.43% था। इसका मतलब है कि 31 मार्च 2025 को समाप्त हुए साल में रेलवे बोर्ड ने 100 रुपये कमाने के लिए 98.32 रुपये खर्च किए। भारतीय रेलवे का कुल खर्च वित्त वर्ष 2024-25 में 2.63 लाख करोड़ रुपये रहा। यह 2023-24 में 2.52 लाख करोड़ रुपये था। कुल कमाई वित्त वर्ष 2024-25 में 2.65 लाख करोड़ रुपये रही। यह पिछले साल 2.56 लाख करोड़ रुपये थी। रेलवे की बिना किराये वाली कमाई भी 11,000 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गई है। यह कमाई टिकटों से नहीं, बल्कि दूसरी चीजों से हुई है, जैसे विज्ञापन और पार्सल सेवा। कई तरह से हुआ फायदा रेलवे को यात्री, माल आदि से फायदा हुआ है। यात्रियों से होने वाली कमाई पिछले साल से 6.4% ज्यादा रही, जो 75,239 करोड़ रुपये है। माल से होने वाली आय 1.7% बढ़कर 2024-25 में 1.71 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह 2023-24 में 1.68 लाख करोड़ रुपये थी। अन्य राजस्व में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है। यह 19.8% बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 11,562 करोड़ रुपये हो गया। यह कमाई बिना किराए के स्रोतों से होती है। माल ढुलाई में बनाया रेकॉर्ड रेलवे ने लगातार चौथे साल 2024-25 में माल ढुलाई और राजस्व के रेकॉर्ड तोड़े हैं। इस साल माल ढुलाई 1.61 अरब टन से ज्यादा हो गई। इससे भारत का रेलवे नेटवर्क सालाना माल ढुलाई के मामले में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया है। इसने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। अभी चीन ही एकमात्र ऐसा देश है जो रेलवे द्वारा माल ढुलाई के मामले में भारत से आगे है। कैसे होगा लक्ष्य पूरा? भारतीय रेलवे का अस्थायी शुद्ध राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2,342 करोड़ रुपये रहा। यह 2023-24 में 3,259.68 करोड़ रुपये था। बजट 2025-26 में आने वाले वित्त वर्ष के लिए 3,041.31 करोड़ रुपये के शुद्ध राजस्व का अनुमान है। यह यात्रियों से 92,800 करोड़ रुपये और माल ढुलाई से 1,88,000 करोड़ रुपये की कमाई से होगा। काम के तरीके में आया सुधार रेलवे का कहना है कि उन्होंने काम करने के तरीके में सुधार किया है। इससे खर्च कम हुआ है और कमाई बढ़ी है। रेलवे ने बताया, 'हमने लागत को कम करने और आय को बढ़ाने पर ध्यान दिया।' रेलवे अब और भी बेहतर करने की कोशिश कर रहा है ताकि लोगों को अच्छी सुविधा मिल सके और रेलवे का फायदा भी हो। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

भारतीय रेलवे का बड़ा प्‍लान, ट्रेनों में बढ़ेंगे 1000 कोच, यात्र‍ियों की होगी बल्‍ले-बल्‍ले

नईदिल्ली सरकार ने कहा है कि रेल सुविधा को सबके लिए उपलब्ध कराने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है, जिसके लिए जनरल बोगियों को बढ़ाया जा रहा है और इसके तहत इस साल के अंत तक 1000 अतिरिक्त कोच रेलों में लगाये जाएंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि कि देश के हर क्षेत्र में लोगों को बेहतर रेल सुविधा मिले, इसलिए सरकार जनरल डिब्बों को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है और इसका मकसद ऐसा कर हर नागरिक तक बेहतर रेल सुविधा उपलब्ध कराना है। वैष्णव ने कहा कि केरल में रेल नेटवर्क को विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए निधि आवंटित की गई है। उन्होंने स्थानीय सांसदों से राज्य सरकार को भूमि उपलब्ध कराने में मदद करने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सरकार पैसेंजर ट्रेन में यात्रा के लिए बड़ी सब्सिडी दे रही है और इस क्रम में 56993 करोड़ से ज्यादा की सब्सिडी पैसेंजर ट्रेन में दी गयी है। सरकार का फोकस जनरल कोच बढ़ाने पर है और दिसंबर के आखिर तक 1000 अतिरिक्त जनरल कोच बढ़ाने की योजना है। 100 रुपये के टिकट पर खुद कितने वसूलता है रेलवे, सरकार ने दिया पूरा हिसाब पत्रकारों को पहले मिलने वाली सब्सिडी की बहाली की संभावना के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा, 'भारत सरकार की ओर से यात्रियों को कुल सब्सिडी 56,993 करोड़ रुपये की दी जाती है। हर 100 रुपये की यात्रा सेवा की कीमत 54 रुपये ली जाती है। सभी श्रेणियों के यात्रियों को 46 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है।' वैष्णव ने एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में सड़कों से पूरे देश को जोड़ा गया था, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के छोटे और मझोले रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। जोन के अंदर और बाहर आने-जाने में सुव‍िधा होगी रेलवे की तरफ से उठाए गए कदम से जनरल कोच में सफर करने वाले करीब एक लाख यात्र‍ियों को राहत म‍िलेगी. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) की तरफ से इसमें अहम भूमिका निभाई जा रही है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के CPRO कपिनजल किशोर शर्मा ने बताया क‍ि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) ने पहले ही 36 ट्रेनों / 69 रैक को 276 जनरल कोच के साथ बढ़ा दिया है. इससे यात्री अपने जोन के अंदर और बाहर ज्‍यादा सुव‍िधाजनक तरीके से जा सकेंगे. करीब 370 ट्रेनों में 600 जनरल कोच जोड़े गए उन्होंने यह भी बताया क‍ि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे दिसंबर 2024 के अंत तक 16 जनरल कोच के साथ तीन अतिरिक्त ट्रेनों को बढ़ाने का प्‍लान कर रही है. ये प्रयास NFR की यात्री सेवाओं में सुधार और सभी वर्गों के लिए ट्रेन सफर को ज्‍यादा आरामदायक बनाने के मकसद से क‍िया जा रहा है. उन्‍होंने बताया क‍ि रेल यात्रा में लोगों की बढ़ती रुच‍ि को देखते हुए रेलवे अपने बेड़े का विस्तार करने के साथ ही मौजूदा ट्रेनों में भी जनरल कोच को जोड़ने पर काम कर रहा है. कपिनजल किशोर शर्मा ने बताया क‍ि जुलाई से अक्टूबर के बीच करीब 370 ट्रेनों में 600 जनरल कोच जोड़े गए. 10,000 से ज्‍यादा नॉन-एसी कोच शाम‍िल करने का प्‍लान इसके अलावा अगले दो साल में 10,000 से ज्‍यादा नॉन-एसी कोच शाम‍िल क‍िये जाने का प्‍लान है. इसमें 6,000 से ज्‍यादा जनरल कोच और स्लीपर-क्लास कोच शामिल हैं. रेलवे की तरफ से उठाए जाने वाले कदम से रोजाना करीब 8 लाख यात्रियों को सहूल‍ियत म‍िलेगी. रेलवे की तरफ से तैयार क‍िये जा रहे एलएचबी कोच (LHB) काफी आरामदायक और सुरक्ष‍ित हैं. उन्होंने बताया क‍ि LHB कोच हल्के और मजबूत होते हैं. दुर्घटना होने पर भी इनमें कम नुकसान होता है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

एक दिन में 3 करोड़ यात्रियों ने किया ट्रेन से सफर, देश के परिवहन इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि

नई दिल्ली भारत में रोजाना लाखों यात्री ट्रेन से सफर करते हैं। लाखों की यह संख्या कई बार एक करोड़ का आंकड़ा भी पार कर गई है। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। रेल मंत्रालय द्वारा एक हालिया बयान के अनुसार, 4 नवंबर 2024 को ट्रेन से 3 करोड़ से अधिक यात्रियों ने सफर किया। यात्रियों की यह संख्या भारतीय रेल के लिए एक नए रिकॉर्ड बनाने को लेकर अहम है। मंत्रालय ने इसे देश के परिवहन इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। जानकारी के अनुसार, 4 नवंबर को, भारतीय रेल से 120.72 लाख नॉन-सबअर्बन यात्रियों ने यात्रा की, जिसमें 19.43 लाख आरक्षित यात्री और 101.29 लाख अनारक्षित यात्री शामिल थे। इसके अलावा, रेल मंत्रालय ने रिकॉर्ड 180 लाख सबअर्बन यात्रियों को सफर कराया। सभी यात्रियों की संख्या जोड़ने के बाद देश की रेल प्रणाली के लिए एक नया मानदंड स्थापित हो गया है। बयान में यह भी कहा गया कि भारतीय रेल ने यह उपलब्धि साल के सबसे व्यस्त महीने के दौरान हासिल की है, जो भारतीय रेल की परिचालन कुशलता को दर्शाता है। साल के इस व्यस्त समय में दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर लाखों-करोड़ों लोग एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा करते हैं। एक राज्य से दूसरे राज्य की इस यात्रा के लिए अधिकतर लोग ट्रेन का सफर ही चुनते हैं। यही वजह है कि त्योहारी सीजन में ट्रेन में लोगों की भीड़ देखी जाती है। यात्रियों की इस भीड़ को संभालने और व्यवस्थित करने के लिए भारतीय रेल की ओर से अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन की भी व्यवस्था की जाती है। इस बार रेलवे बोर्ड ने त्योहारी सीजन की भीड़ को देखते हुए 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 7,663 स्पेशल ट्रेन सर्विस शुरू की है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 73 फीसदी अधिक है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 36

RPF and GRP संयुक्त रूप से सतर्कता बरत रही, यात्रियों के टिकट और आईडी की चेकिंग भी जारी

भोपाल दीपावली के साथ-साथ अन्य त्योहारों को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर व ट्रेनों में बढ़ी यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए आरपीएफ व जीआरपी संयुक्त रूप से सतर्कता बरत रही है। स्टेशन परिसर में आने-जाने वाले व ट्रेनों में यात्रा कर रहे यात्रियों के सामान, टिकट, नाम-पता व आईडी प्रूफ की जांच की जा रही है। इस दौरान स्टेशन पर ज्वलनशील वस्तुओं को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें ईंधन, तेल, पेंट, आतिशबाजी, विस्फोटक पदार्थ, ज्वलनशील तरल पदार्थ जैसे केरोसिन या रसायन, संपीड़ित गैस सिलेंडर और अन्य खतरनाक वस्तुएं शामिल हैं। भोपाल रेल मंडल में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा सख्त निगरानी की जा रही है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए किया गया है। सीसीटीवी कैमरों से नजर रख रहे रेल सुरक्षा बल द्वारा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। यात्रियों के सामान की नियमित जांच की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। प्रतिबंधित वस्तुओं का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों को इन नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए स्टेशन और ट्रेनों में घोषणाएं भी की जा रही हैं। संदिग्ध गतिविधि की सूचना आरपीएफ का दें     यात्री, यात्रा से पहले निषिद्ध वस्तुओं की सूची की जांच करें और यदि उनके पास कोई खतरनाक वस्तु है, तो उसकी घोषणा करें। सुरक्षा जांच में पूरा सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना रेल सुरक्षा बल कर्मियों को दें। – सौरभ कटारिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेल यात्रियों की 12,858 शिकायतों का समाधान भोपाल मंडल में वार रूम माध्यम से 24 घंटे यात्रियों की शिकायतों को सुना जा रहा है। साथ ही रेल मदद पोर्टल एप से उनका निराकरण भी किया जा रहा है। इसके अलावा शिकायतों का निपटारा आधे घंटे में किया जाता हैं, समाधान के बाद उनसे फीडबैक लिया जाता है, ताकि सेवाओं की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके। अभी तक 17 जून से अक्टूबर तक 12,858 शिकायतों को समाधान किया गया है। 24 को वार रूम की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य यात्रियों की शिकायतों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करना था। इस वार रूम में समाधान हो रहा है। यात्रियों से फीडबैक भी लिया गया 17 जून से 11 अक्टूबर तक कुल 12,858 शिकायतों का निपटारा किया और यात्रियों से फीडबैक भी लिया। मालूम हो कि यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन 139 को रेल मदद से जोड़ा गया है। इसके साथ ही इस नंबर को सभी शिकायत पोर्टलों को एकीकृत कर रेल मदद प्लेटफार्म पर लाया है, ताकि शिकायतें समय पर मिल सकें। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 34

इस ट्रेन में थाली-कटोरी लेकर जाएं, मिलेगा भरपेट भोजन, नहीं लगते पैसे, 29 सालों से लगातार जारी …..

अमृतसर भारतीय रेलवे दुनिया की बेहतरीन सुविधाओं वाली रेल सेवा बनती जा रही है। रेलवे के सफर के दौरान लोगों को बहुत सारी सहूलियतें मिलती हैं। ट्रेन में बैठे-बैठे यात्रियों को भोजन मिलता है। रेलवे की इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन IRCTC ने अलग से साइट बनाई है। उस पर जाकर ट्रेन में बैठे-बैठे ऑनलाइन खाना मंगाया जा सकता है। हालांकि इसके लिए पैसे देना होता है। लेकिन एक ट्रेन ऐसी, जिसमें फ्री में भरपेट भोजन मिलता है। बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में यात्रियों को लंगर सुविधा मुहैया कराई जाती है। अमृतसर-नांदेड़ सचखंड एक्सप्रेस में 29 साल से यात्रियों को फ्री खाना खिलाया जा रहा है। इस ट्रेन में भोजन ले जाने की जरूरत नहीं रहती है। 2081 किमी के सफर में यात्रियों को लंगर दिया जाता है। सचखंड एक्सप्रेस में पैंट्री भी है। लेकिन यहां पर खाना नहीं बनता है। इसकी वजह ये है कि जिस समय नाश्ता मिलता है। उस समय स्टेशन पर लंगर लगता है। जिससे खाना बनाने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। सचखंड एक्सप्रेस में 6 जगह मिलता है लंगर सचखंड एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को खाने की टेंशन नहीं रहती है। उन्हें फ्री में खाना मिलता है। बीते कई सालों से इस ट्रेन में यात्रियों को स्पेशल लंगर परोसी जाता है। सचखंड एक्सप्रेस 39 स्टेशनों पर रुकती है। इस दौरान 6 स्टेशनों पर यात्रियों के लिए लंगर लगता है। ट्रेन भी उसी हिसाब से उन स्टेशनों पर रुकती है कि लोग आराम से लंगर लेकर खा सकें। नई दिल्ली और डबरा स्टेशन पर दोनों तरफ से सचखंड एक्सप्रेस में लंगर लगता है। जिसके लिए यात्री पहले ही तैयारी करके आते हैं। इस दौरान सभी यात्रियों के हाथ में अपने बर्तन होते हैं। कोई अमीर गरीब नहीं होता है। हर किसी को लंगर का इंतजार रहता है। जनरल से लेकर एसी कोच तक के यात्री अपने बर्तन लेकर स्टेशन पर आ जाते हैं। 29 साल से चल रहा है लंगर लंगर का मेनू रोज बदला जाता है। इसका खर्च गुरुद्वारों को मिलने वाले दान से निकलता है। आमतौर पर कढ़ी-चावल, छोले, दाल, खिचड़ी,की सब्जी, आलू-गोभी की सब्जी, साग-भाजी मिलती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 29 सालों में एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ जब यहां पर खाना ना खिलाया गया हो। ये ट्रेन अगर लेट भी होती है तो सेवादार इंतजार में खड़े रहते हैं। रोज करीब 2000 लोगों के लिए लंगर तैयार किया जाता है। क्या है इस ट्रेन का इतिहास? ट्रेन को नांदेड़ और अमृतसर के बीच चलाया जाता है। 1995 में ये ट्रेन हफ्ते में एक बार चलती थी। इसके बाद इसमें थोड़ा बदलाव करके हफ्ते में दो बार चलाया गया। 1997-1998 के दौरान ये हफ्ते में 5 दिन चलने लगी। 2007 से ये ट्रेन रोजाना चलाई जा रही है। इस ट्रेन में लंगर सभी को दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक, इस लंगर की शुरुआत सिख कारोबारियों ने की थी। जिसे बाद में गुरुद्वारे ने जारी रखा है। साथ बर्तन लेकर चलते हैं यात्री  ट्रेन के जनरल से लेकर एसी कोच तक में यात्री अपने साथ बर्तन लेकर चलते हैं. स्टेशनों पर बस बर्तन आगे किया, लंगर का प्रसाद मिल जाता है. दरअसल सचखंड एक्सप्रेस सिखों के दो सबसे बड़े धर्मस्थल अमृतसर के श्री हरमंदर साहिब और नांदेड़ (महाराष्ट्र) के श्री हजूर साहिब सचखंड को जोड़ती है. जिसकी वजह से सफर के रूट में पड़ने वाले छह स्टेशनों पर लंगर का प्रसाद सालों से परोसा जाता रहा है. कढ़ी-चावल, छोले, दाल, खिचड़ी,की सब्जी, आलू-गोभी की सब्जी, साग-भाजी मिलती हैं.   रोजाना 2000 लोगों के लिए बनता है लंगर  साल 1995 शुरू हुई इस ट्रेन को पहले हफ्ते में एक बार चलाया जाता था.बार में इसे बढ़ाकर हफ्ते में दो बार चलाया गया. साल 1997 में इसे हफ्ते में 5 बर और फिर इसे बढ़ाकर रोजाना कर दिया गया. इस लंगर की शुरुआत एक व्यापारी ने की थी, अब रोजाना 2000 लोगों के लिए लंगर बनता है. ट्रेन से सफर करने वाले लोग पहले से ही तैयारी करके रखते हैं. स्टेशन आने पर कुछ सेवादार ट्रेन में और कुछ स्टेशनों पर यात्रियों को लंगर का प्रसाद परोसते हैं. सालों से चली आ रही ये परंपरा आज भी जारी है.  Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 42

UP-Bihar रूट पर NI कार्य के चलते ट्रेनों के परिचालन में होगा बदलाव, सफर करने से पहले यहां देख लें लिस्ट

नई दिल्ली भारतीय रेलवे ट्रेनों को सुरक्षित और समयबद्ध तरीके से चलाने के लिए लगातार तकनीकी बदलाव करता रहता है. इसी क्रम में रेलवे प्रशासन द्वारा परिचालनिक सुगमता के लिए उत्तर रेलवे के बरेली जंक्शन-रोजा खंड के मीरानपुर कटरा स्टेशन में प्री-नॉन इंटरलॉकिंग व नॉन इंटरलॉकिंग का काम होना है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पूर्व पदार्थ के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि नॉन इंटरलॉकिंग काम के चलते इस रूट पर चलने वाली कुछ गाड़ियों के रूट में परिवर्तन एवं रि-शिड्यूलिंग किया जायेगा. साथ ही कुछ ट्रेनों को नियंत्रित कर चलाया जाएगा. अगर आप आने वाले दिनों में इस रूट से यात्रा करने वाले हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. हम आपको उन सभी ट्रेनों की सूची दे रहे हैं जो प्रभावित रहेंगी. इन ट्रेनों का होगा रूट डायवर्ट >टनकपुर से 14 व 16 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15074 टनकपुर-सिंगरौली एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग पीलीभीत-बरेली जं.-शाहजहाँपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग पीलीभीत-शाहजहाँपुर के रास्ते चलाई जायेगी. मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इस गाड़ी का ठहराव इज्जतनगर, बरेली सिटी, बरेली जं. एवं बिलपुर स्टेशनों पर नहीं रहेगा. >टनकपुर से 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15076 टनकपुर-शक्तिनगर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग पीलीभीत-बरेली जं.-शाहजहाँपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग पीलीभीत-शाहजहाँपुर के रास्ते चलाई जायेगी. मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इस गाड़ी का ठहराव इज्जतनगर, बरेली सिटी, बरेली जं. एवं बिलपुर स्टेशनों पर नहीं रहेगा. >सिंगरौली से 13 व 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15073 सिंगरौली-टनकपुर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग शाहजहाँपुर-बरेली जं.-पीलीभीत के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहजहाँपुर-पीलीभीत के रास्ते चलाई जायेगी. मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इस गाड़ी का ठहराव बिलपुर, बरेली जं., बरेली सिटी एवं इज्जतनगर स्टेशनों पर नहीं रहेगा. >शक्तिनगर से 14 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15075 शक्तिनगर-टनकपुर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग शाहजहाँपुर-बरेली जं.-पीलीभीत के स्थान पर परिवर्तित मार्ग शाहजहाँपुर-पीलीभीत के रास्ते चलाई जायेगी. मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इस गाड़ी का ठहराव बिलपुर, बरेली जं., बरेली सिटी एवं इज्जतनगर स्टेशनों पर नहीं रहेगा. >बापूधाम मोतिहारी से 13 व 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली 14009 बापूधाम मोतिहारी-आनन्द विहार टर्मिनल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग सीतापुर-पीलीभीत-बरेली सिटी-रामगंगा के रास्ते चलाई जायेगी. >कामाख्या से 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15621 कामाख्या-आनन्द विहार टर्मिनल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग सीतापुर-पीलीभीत-बरेली सिटी-रामगंगा के रास्ते चलाई जायेगी. >डिबू्रगढ़ से 14 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ (उत्तर रेलवे)-कानपुर सेंट्रल-गाजियाबाद के रास्ते चलाई जायेगी. मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इस गाड़ी का ठहराव बालामऊ, हरदोई, शाहजहाँपुर, बरेली जं., रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, हापुड़ एवं पिलखुआ स्टेशनों पर नहीं रहेगा. इन ट्रेनों की होगी रि-शिड्यूलिंग >जम्मूतवी से 13 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15098 जम्मूतवी-भागलपुर एक्सप्रेस जम्मूतवी से 120 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी >दरभंगा से 13 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15211 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस दरभंगा से 75 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी >दरभंगा से 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15211 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस दरभंगा से 60 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी >लालगढ़ से 13 व 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 15910 लालगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस लालगढ़ से 120 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी >जम्मूतवी से 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 12332 जम्मूतवी-हावड़ा एक्सप्रेस जम्मूतवी से 120 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी >हावड़ा से 15 अगस्त, 2024 को चलने वाली गाड़ी संख्या 12369 हावड़ा-देहरादून कुंभ एक्सप्रेस हावड़ा से 240 मिनट रि-शिड्यूल कर चलाई जायेगी.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 30