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हत्याकांड के आरोपी ने सेंट्रल जेल में किया सुसाइड,टॉवेल से फंदा बनाकर लगाई फांसी

ग्वालियर  बहुचर्चित चिराग शिवहरे हत्याकांड के आरोपी शिवम जादौन ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपने भाई और पिता के साथ चिराग शिवहरे हत्याकांड में विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद था। बीती रात बंद पड़ी डबल स्टोरी बैरक के पीछे शिवम ने अपनी साफी को फाड़ कर फांसी लगा ली। सुबह जब शिवम जादौन अपनी बैरक में नहीं मिला। तब उसकी खोजबीन शुरू हुई। इसके बाद जेल के प्रहरी को शिवम जादौन आखंड क्षेत्र में फांसी पर लटका मिला। जेल अधीक्षक ने इस मामले में ड्यूटी पर तैनात प्रहरी को निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि डबरा के रहने वाले चिराग शिवहरे का जुलाई 2023 में जिंदा जलाकर कत्ल कर दिया गया था। उसका जला हुआ शरीर कलेक्ट्रेट के सामने वाले जंगल में मिला था। इस मामले में युवती सहित शिवम और उसके भाई और पिता को भी नामजद किया गया था। युवती की जमानत हो चुकी है। दो दिन पहले ही शिवम जादौन की जमानत कोर्ट से खारिज हुई थी। डिप्रेशन के कारण उठाया कदम पता चला है कि उसका चिराग शिवहरे कत्ल को लेकर अपना ही भाई से विवाद था। वह अपने भाई से इस कत्ल को लेकर नाराज था। संभावना जताई जा रही है कि अवसाद के कारण शिवम ने आत्महत्या की होगी। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर शिवम जादौन की लाश को पोस्टमार्टम के लिए जयारोग्य अस्पताल के लिए भेज दिया है। भाई के किए की सजा काट रहा हूं बताया जा रहा है कि मृतक इन सब के लिए भाई को जिम्मेदार मानता था। जब भी कोई उससे जेल में मिलने जाता था। तो वह बहुत दुखी होता था, ओर कहता था कि भाई के किए कि सजा भुगत वो रहा है। वहीं जमानत पर छूटी भाई की प्रेमिका के मिलने आने पर भी दोनों को इस कांड के लिए दोषी मानता था। और कहता भी था कि सब तुम्हारी वजह से हो रहा है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

अंबेडकर जयंती पर 10 कैदियों को मिला खास तोहफा, बंदियों के खिल उठे चेहरे

इंदौर मध्यप्रदेश की सेंट्रल जेल से भीमराव अंबेडकर बाबा साहब की जयंती पर मध्यप्रदेश की सेंट्रल जेलों से अच्छे चाल चलन के चलते कैदियों को रिहा किया गया है। इंदौर की सेंट्रल जेल से भी ऐसे दस कैदियों को रिहा किया गया जो कि उम्र कैद की सजा काट रहे थे, जिसमें एक महिला कैदी भी शामिल है। भीमराव अंबेडकर बाबा साहब की जन्म दिवस के मौके पर इंदौर की सेंट्रल जेल से ऐसे दस कैदी जिसमें एक महिला भी शामिल है को अच्छे चाल चलन के चलते रिहा किया है। किसी ने जमीनी विवाद के चलते अपने ही भाई की हत्या कर डाली तो किसी ने मामूली विवाद में ही अपनों का खून बहा दिया था। वहीं एक कैदी ऐसा भी है जिसने जेल में रहकर 64 हजार की राशि भी कमाई है। जेल से छूटे कैदी बुरहानपुर के रहने वाले दशरथ ने बताया कि हत्या करने के बाद से ही पछतावा हो रहा है। अब बाहर जाकर जेल से मिली हुई राशि से खेती बाड़ी कर जीवन गुजरेंगे। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 9

जेल के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए जेलर ने अपराधियों के साथ खिंचवाई फोटो

विदिशा  मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा (Vidisha) में जेल के अंदर का एक वीडियो (Video From Inside the Prison) सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो रहा है। जिसने सुरक्षा व्यवस्था (Security System) पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि जेल के अंदर इफ्तार पार्टी (Iftar Party) के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग किया जा रहा है और इसी दौरान जेलर के साथ अपराधियों की फोटो भी खिंचवाई गई है। जेल के नियमों की धज्जियां उड़ाने वाला ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इफ्तार पार्टी के दौरान वहां जमकर वीडियो बनाई गई और फिर वह वायरल हो गई। जेल प्रशासन की मिलीभगत के चलते जेल की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा उल्लंघन हुआ है। जेल की चार दीवारी के अंदर मोबाइल फोन या कैमरा ले जाना सख्त मना है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि जेल के अंदर मोबाइल फोन कैसे पहुंचा? वायरल वीडियो ने जेल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो वायरल होते ही जेल प्रशासन जवाब देने से भाग रहा है। मामले को लेकर विदिशा कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने मामले की जांच की बात कही है। वहीं जेल में हुई इस तरह की सुरक्षा में चूक से हर कोई हैरान है, क्योंकि जेल के अंदर रिकॉर्डिंग करना कानून का उल्लंघन है। इसके लिए गंभीर दंड का प्रावधान है। आपराधिक संहिता की धारा 183 (भाग VI) गुप्त रिकॉर्डिंग को प्रतिबंधित करती है। अवैध रिकॉर्डिंग करने वालों को पांच साल तक की जेल की सजा हो सकती है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

राजधानी भोपाल की सेट्रंल जेल में कैदियों की ईद पर मायूस, जेल में मुलाकात पर रोक, कांग्रेस विधायक ने उठाए सवाल

भोपाल  भोपाल सेंट्रल जेल में इस बार ईद पर मुस्लिम कैदियों को अपने परिवार वालों से खुलकर मिलने का मौका नहीं मिलेगा। जेल प्रशासन ने जेल में चल रहे निर्माण कार्य को इसका कारण बताया है। इस फैसले से कैदियों और उनके परिवार वाले नाराज हैं। हर साल राखी, ईद और दीपावली जैसे त्योहारों पर कैदियों को अपने परिवार वालों से खुलकर मिलने दिया जाता था। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है और जेल डीजी को पत्र लिखा है। वहीं, भाजपा नेता अजय सिंह यादव ने जेल प्रशासन के फैसले को सही ठहराया है। उनका कहना है कि जेल में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। भाजपा नेता अजय सिंह यादव ने इस बारे में कहा कि भोपाल सेंट्रल जेल में कई गंभीर अपराधी बंद हैं। कैदियों की सुरक्षा के लिए और गंभीर कैदी स्थिति का फायदा उठाकर भाग न जाएं, इसके लिए जेल प्रबंधन ने यह नियम बनाया है।कांग्रेस पार्टी का रवैया गैरजिम्मेदाराना है और वह बेकार की राजनीति करती है। जब जेल में स्थिति सामान्य हो जाएगी तो पहले की तरह विशेष मुलाकात का प्रावधान होगा। 3500 से ज्यादा कैदी मौजूद सेंट्रल जेल में अभी 3500 से ज्यादा कैदी हैं। जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि जेल में निर्माण कार्य चल रहा है। इसलिए इस बार ईद पर खुली मुलाकात नहीं हो पाएगी। हालांकि, सामान्य मुलाकात की व्यवस्था जारी रहेगी। कांग्रेस विधायक की नाराजगी इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने जेल डीजी को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि पिछले 40-45 सालों से त्योहारों पर खुली मुलाकात की परंपरा रही है। इस दौरान कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। यह व्यवस्था न केवल मुस्लिम परिवारों, बल्कि दूसरे धर्मों के लोगों को भी अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौका देती है। जेल डीजी को लिखा मुस्लिम विधायक ने लेटर इस फैसले के खिलाफ भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने जेल डीजी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "पिछले 40-45 वर्षों से त्योहारों पर खुली मुलाकात की परंपरा रही है और इस दौरान कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. यह व्यवस्था न केवल मुस्लिम परिवारों, बल्कि बहुसंख्यक समुदाय के परिजनों को भी अपने रिश्तेदारों से मिलने का अवसर देती है. जेल प्रबंधन के इस फैसले से बंदियों और उनके परिवारों में रोष है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि सहानुभूतिपूर्वक विचार कर ईद पर खुली मुलाकात की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए." यह पहली बार है जब जेल प्रशासन ने निर्माण कार्य का हवाला देकर त्योहार पर खुली मुलाकात को प्रतिबंधित किया है. इस निर्णय ने शहर में चर्चा का माहौल पैदा कर दिया है और लोग इस परंपरा को बनाए रखने की मांग कर रहे हैं. अब सबकी नजरें डीजीपी के जवाब और आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 13

जान से मारने की धमकी देकर दरिंदे भाई ने कई बार किया बहन से रेप, अदालत ने 20 साल जेल की सजा और 1000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई

भोपाल  राजधानी भोपाल के एक विशेष न्यायालय ने नाबालिग बच्ची के साथ गलत काम करने वाले उसके सगे भाई को 20 साल की जेल और एक हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। मामला साल 2023 का है। पीड़िता ने 10 जून 2023 को अपने अब्बू के साथ निशातपुरा थाने में लिखित आवेदन दिया था। आवेदन में उसने बताया था कि जब उसके अब्बू उसकी अम्मी और उसकी बहनों को छोड़ कर चले गये तो अम्मी ने उसे व उसकी बहनों को नित्य सेवा सदन सोसाइट में डाल दिया था। इस दौरान सोसाइटी में रहते हुए होस्टल वार्डन से उसका विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद नाबालिग को उसके उसके सगे भाई के साथ भेज दिया। इसके बाद इस आरोपी सगे भाई ने नाबालिग को दादी के घर छोड़ दिया। इसके बाद 8 जून 2023 भाई नाबालिग से मिलने आया और दादी के घर पर न रहते हुए उसके साथ जबरदस्ती गंदा काम किया। उसने यह भी कहा कि उसने किसी को बताया तो अच्छा नहीं होगा। दादी को बताई सारी बात इसके बाद वह कई दिनों तक नाबालिग को डराकर गलत काम करता रहा। कई दिनों बाद पीड़ित नाबालिग ने यह बात अपनी दादी को बताई। इसके बाद यह पूरा मामला पुलिस के पास पहुंचा। इस मामले में शासन की ओर से दिव्या शुक्ला और ज्योति कुजूर ने पैरवी की। विशेष न्यायालय ने 15 वर्षीय नाबालिग के साथ गलत काम करने वाले उसके सगे भाई को 20 साल कारावास की सजा सुनाई साथ ही उसपर जुर्माना भी लगाया है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 8

नाडे़ से रेपिस्ट पिता ने जेल में लगाई फांसी, बेटी के साथ रेप करने के जुर्म में 2 दिन पहले हुई थी सजा

खंडवा  जिला जेल में को उसे वक्त सनसनी फैल गई जब कैदियों ने जेल में शोर मचाना शुरू किया। उसने बताया कि एक सजायाफ्ता कैदी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। घटना की जानकारी लगते हीं खंडवा जिला जेल की सुपरिटेंडेंट के साथ सीनियर जेलर मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी तत्काल खंडवा जिला प्रशासन को दी गई। सूचना मिलते ही खंडवा सीएसपी अभिनव बारंगे घटनास्थल पर पहुंचे। यहां फोरेंसिक एक्सपर्ट को भी तत्काल मौके पर बुलाया गया। मामले को लेकर जिला प्रशासन ने ज्यूडिशियल जांच के आदेश दिए हैं। चार दिन पहले ही कैदी को सुनाई गई थी सजा मिली जानकारी के अनुसार आरोपी को दोहरे आजीवन कारावास की सजा से कुछ दिन पहले ही दंडित किया गया था। पोक्सो एक्ट के इस मामले में 4 साल से आरोपी के मामले की सुनवाई खंडवा के विशेष न्यायालय में चल रही थी। आरोपी पर अपनी ही बेटी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था। जो DNA जांच में सही पाया गया था। हालांकि आरोपी ने जिस तरह से मौत को गले लगाया उससे जेल में हड़कंप मच गया। पत्नी से हुए झगड़े का बदला बेटी से लिया आरोपी को जिस मामले में विशेष न्यायालय ने सजा सुनाई थी वह घटना 6 जुलाई 2021 की है। आरोपी की पत्नी और आरोपी के बीच झगड़े के बाद पत्नी अपनी मायके चली गई थी। जबकि 11 साल की बेटी घर पर ही थी। पत्नी के झगड़े से नाराज आरोपी ने आधी रात को अपनी ही बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। बेटी के शोर मचाने पर उसकी गला दबाकर हत्या करने की भी कोशिश की थी। अस्पताल में कुछ दिनों तक संघर्ष करने के बाद बेटी ने दम तोड़ दिया था। घटना की होगी ज्यूडिशियल जांच खंडवा जिला जेल के जेल सुपरिंटेंडेंट आदित्य चतुर्वेदी ने बताया कि इस मामले की जानकारी खंडवा जिला प्रशासन के साथ जिला कोर्ट को भी दे दी गई है। लिहाजा इस मामले में ज्यूडिशियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच का आदेश के बाद मंगलवार रात को मृतक के शव को खंडवा जिला अस्पताल सुरक्षा व्यवस्था के बीच भिजवाया गया। बुधवार को मामले में पोस्टमार्टम किया जाएगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 10

कोरोना संक्रमण से पैरोल, प्रदेशभर की जेलों से लापता हैं 70 बंदी

रायपुर रायपुर सेंट्रल जेल से सात ऐसे बंदी हैं, जो पैरोल पर छूटने के बाद वापस नहीं लौटे। एक बंदी दिसंबर 2002 से गायब हैं। इनमें अधिकतर बंदी हत्या के प्रकरण में जेल में बंद थे। जेल और पुलिस प्रशासन ने इन बंदियों की कई बार तलाश की, लेकिन अब तक उनका कोई पता नहीं चला। प्रदेशभर में ऐसे बंदियों की संख्या करीब 70 है। अब जेल प्रशासन इन बंदियों की वापसी की राह ताक रहा है। सूचना के अधिकार के तहत रायपुर जेल के वारंट अधिकारी ने सात बंदियों के पेरोल पर छोड़े जाने के बाद से नहीं लौटने की जानकारी दी है। इसके अनुसार हत्या के केस में बंद शिवकुमार उर्फ मुन्ना पांच दिसंबर 2002, गणेश देवांगन 23 जुलाई 2008, संजीत उर्फ सुजीत आठ सितंबर 2010, कृष्ण कुमार 31 अगस्त 2013, राजीव कुमार दो अप्रैल 2020, रूपेंद्र साहू 21 नवंबर 2022 और नरेंद्र श्रीवास 18 जनवरी 2024 से पेरोल पर जेल से छोड़े गए थे। हाई कोर्ट ने दिखाई सख्ती जेल मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले महीने हाई कोर्ट में पैरोल पर गए कैदियों की वापसी न होने के मामले में मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायमूर्ति अमितेंद्र किशोर प्रसाद की डबल बेंच ने इस मुद्दे पर सख्ती दिखाई थी। मुख्य न्यायाधीश ने डीजीपी जेल से ताजा रिपोर्ट शपथ पत्र के जरिए पेश करने को कहा था। इसके बाद डीजी जेल की ओर से हाई कोर्ट को जानकारी दी गई कि प्रदेश के पांच सेंट्रल जेलों ने 83 कैदी पैरोल से नहीं लौटे थे, जिनमें 10 को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन की मृत्यु हो गई थी। अभी भी प्रदेश भर के जेलों से करीब 70 बंदी पैरोल से छूटने के बाद वापस नहीं लौटे हैं। बिलासपुर जेल में भी 22 बंदी नहीं लौटे केंद्रीय जेल बिलासपुर से पैरोल पर गए 22 बंदी लौटे ही नहीं। उनके स्वजन को बार-बार सूचना देने के बाद भी जब बंदी नहीं लौटे, तो जेल प्रबंधन ने संबंधित थानों को फरार बंदियों की जानकारी दी है। प्रबंधन की मानें, तो थानों में उनके फरार होने की एफआईआर दर्ज कराई गई है। सजायाफ्ता बंदियों के वापस जेल नहीं पहुंचने पर जेल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। बिलासपुर के जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर बंदियों को एक निर्धारित अवधि के बाद पैरोल के बाद वापस जेल लौटना होता है। अधिकांश बंदी लौट भी आते हैं। मगर, 22 बंदी ऐसे हैं जो जेल से बाहर तो निकले, लेकिन वापस लौटकर नहीं आए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दी गई पैरोल कोरोना महामारी के दौरान फैलते संक्रमण को देखते हुए जेल प्रशासन ने अच्छे चाल-चलन वाले बंदियों को पैरोल पर भेजा था। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान पैरोल की अवधि कई बार बढ़ाई गई थी। नहीं लौटने वालों में इनकी ही संख्या अधिक है। छत्तीसगढ़ में कुल पांच सेंट्रल जेल रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर और अंबिकापुर में हैं। इसके अलावा 12 जिला और 16 उप जेल हैं। केंद्रीय जेलों के अलावा इन जेलों में भी बंदियों को राहत दी गई थी। बंदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा गया था। इनकी संख्या और वापसी की पुख्ता जानकारी नहीं है। जानकार बताते हैं कि अंतरिम जमानत पर जेल के बाहर गए ज्यादातर बंदियों ने कोर्ट से अपनी जमानत करवा ली है। ऐसे में इन बंदियों की निश्चित संख्या की जानकारी जेल प्रबंधन के पास भी नहीं है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 26