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यूक्रेन युद्ध के चलते रूस में जनसंख्या संकट और बढ़ा, ‘सेक्स मंत्रालय’ बना जन्म दर बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार करना होगा

मॉस्को रूस में जनसंख्या घटने की गंभीर समस्या से निपटने के लिए एक बेहद अनोखे कदम पर विचार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सहयोगी और रूसी संसद की फैमिली प्रोटेक्शन और बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष नीना ओस्तानीना एक 'सेक्स मंत्रालय' स्थापित करने के प्रस्ताव की समीक्षा कर रही हैं। इस मंत्रालय का उद्देश्य देश की जन्म दर बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार करना होगा। यह कदम ऐसे समय पर उठाया जा रहा है जब यूक्रेन युद्ध के चलते देश में जनसंख्या संकट और बढ़ गया है। रूसी मैगजीन मोस्कविच के अनुसार, ग्लैवपीआर एजेंसी द्वारा पेश एक याचिका में 'सेक्स मंत्रालय' स्थापित करने का सुझाव दिया गया, जो जन्म दर से जुड़ी योजनाओं का नेतृत्व करेगा। मॉस्को की डिप्टी मेयर अनास्तासिया राकोवा ने जोर देकर कहा कि देश में जनसंख्या वृद्धि बेहद जरूरी है। राकोवा ने बताया कि मॉस्को में महिलाओं की प्रजनन क्षमता का परीक्षण करने के लिए एक विशेष तरीका अपनाया जा रहा है, जिससे महिलाओं को बच्चा पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। अजीबोगरीब प्रस्तावों की हो रही चर्चा जन्म दर बढ़ाने के लिए कई अजीबोगरीब प्रस्तावों पर चर्चा की जा रही है। इनमें से एक योजना के अनुसार, रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक इंटरनेट और बिजली बंद करने की बात हो रही है, ताकि लोग इन घंटों में अपने रिश्तों पर ध्यान दें और बच्चे पैदा करने की दिशा में आगे बढ़ें। इसके अलावा, प्रस्ताव में गृहिणियों को उनके घरेलू कामों के लिए वेतन देने की बात है, जो उनकी पेंशन में गिना जाएगा। इसके अलावा, पहली डेट के लिए सरकार 5,000 रूबल (लगभग 40 पाउंड) की आर्थिक सहायता भी प्रदान कर सकती है, ताकि जोड़े अपने रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकें। यही नहीं, सरकारी खर्च पर जोड़ों के लिए शादी की रात के होटल में ठहरने की सुविधा भी देने का प्रस्ताव है, जिसकी लागत लगभग 26,300 रूबल (लगभग 208 पाउंड) होगी। विभिन्न क्षेत्रों में भी लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के अलग-अलग उपाय लागू किए जा रहे हैं। खबारोवस्क में, 18 से 23 साल की उम्र की महिला छात्रों को बच्चे पैदा करने पर 900 पाउंड तक की राशि दी जा रही है, जबकि चेल्याबिंस्क में पहली संतान के लिए यह राशि 8,500 पाउंड तक है। जनसंख्या बढ़ाने के लिए निजी जीवन की निगरानी मॉस्को में सरकारी अधिकारी महिलाओं के निजी जीवन की गहराई से जांच कर रहे हैं। महिला पब्लिक सेक्टर कर्मचारियों को उनकी यौन और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े सवालों से भरे विस्तृत प्रश्नावली दिए गए हैं। इस प्रश्नावली में गहरे व्यक्तिगत सवाल पूछे गए हैं, जैसे कि: – आपने यौन सक्रियता कब शुरू की? – क्या आप कंडोम या हार्मोनल गर्भनिरोधक का उपयोग करती हैं? – क्या आपको संभोग के दौरान दर्द या रक्तस्राव का अनुभव होता है? – क्या आप बांझपन का सामना कर चुकी हैं या गर्भधारण हुआ है? अगर हां, तो कितनी बार? – आपके कितने बच्चे हैं, और क्या आप अगले साल में और बच्चे पैदा करने की योजना बना रही हैं? यहां तक कि जिन कर्मचारियों ने इन प्रश्नावली को खाली छोड़ दिया, उन्हें डॉक्टर से मिलने के लिए बुलाया गया, जहां उनसे ये सवाल प्रत्यक्ष रूप में पूछे गए। इन सभी योजनाओं और पहल के बावजूद, जनसंख्या वृद्धि के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जाने से देश में एक अलग प्रकार का सामाजिक और सांस्कृतिक विमर्श शुरू हो गया है। क्या रूस में सेक्स मंत्रालय बनाकर जनसंख्या संकट का समाधान ढूंढा जा सकेगा? यह देखना अभी बाकी है, परंतु इतना तय है कि यह पहल पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन चुकी है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 163

दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज विकास के साथ भारत वैश्विक महाशक्तियों की सूची में शामिल होने का हकदार: पुतिन

मॉस्को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने दोनों देशों के रिश्ते को ऐतिहासिक बताया। भारत की आजादी में सोवियत संघ की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया है कि भारत एक 'प्राकृतिक सहयोगी' और दशकों से भागीदार है। रूसी राज्य मीडिया ने बताया कि गुरुवार को सोची में वल्दाई चर्चा क्लब को संबोधित करते हुए पुतिन ने भारत को एक महान देश बताया और कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा रहे हैं। पुतिन बोले, सभी दिशाओं में विकसित हो रहे संबंध पुतिन ने पूर्ण सत्र में कहा, हम भारत के साथ सभी दिशाओं में अपने संबंध विकसित कर रहे हैं। भारत एक महान देश है। यह बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक विकास के मामले में अग्रणी है, इसकी जीडीपी 7.4 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज कर रही है। समाचार एजेंसी ने पुतिन के हवाले से कहा, हमारे संबंध कहां और किस गति से विकसित होंगे, इसका हमारा दृष्टिकोण आज की वास्तविकताओं पर आधारित है। हमारे सहयोग की मात्रा साल दर साल बढ़ रही है। विश्वास के मामले में अद्वितीय संबंध बनाए पुतिन ने भारत की स्वतंत्रता की घोषणा में सोवियत संघ की भूमिका को याद किया, जिसने दोनों देशों के बीच गुणवत्ता और विश्वास के मामले में अद्वितीय संबंध बनाए। पुतिन ने कहा कि यह हमारे लिए सभी आयामों में द्विपक्षीय संबंधों को विकसित करने का आधार है। पुतिन ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार कारोबार लगभग 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी डेढ़ अरब की आबादी, दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज विकास, प्राचीन संस्कृति और आगे विकास की बहुत अच्छी संभावनाओं के साथ भारत वैश्विक महाशक्तियों की सूची में शामिल होने का हकदार है। ब्रह्मोस का दिया उदाहरण पुतिन ने आगे कहा कि भारत और रूस के बीच सुरक्षा क्षेत्र और रक्षा क्षेत्र में संपर्क विकसित हो रहे हैं। देखें कि कितने प्रकार के रूसी सैन्य उपकरण भारतीय सशस्त्र बलों की सेवा में हैं। इस रिश्ते में काफी हद तक विश्वास है। हम सिर्फ भारत को अपने हथियार नहीं बेचते हैं; हम उन्हें संयुक्त रूप से डिजाइन करने के लिए संयुक्त अनुसंधान में लगे हुए हैं। उन्होंने ब्रह्मोस को भारत-रूस संयुक्त सहयोग का एक उदाहरण बताया। पुतिन ने कहा, ब्रह्मोस सिस्टम का उपयोग हवा और समुद्र में किया जाता है और यह साझेदारी कुछ ऐसी चीज है जिसके बारे में लोग जानते हैं और यह उच्च स्तर के विश्वास और हमारी साझेदारी के उच्च स्तर की गवाही देता है जो भविष्य में भी जारी रहेगी। ब्रह्मोस का नाम भारत और रूस की ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों के नाम पर रखा गया है। इसका गठन भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में किया गया था। इस बीच, गुरुवार के कार्यक्रम के दौरान पुतिन ने ब्रिक्स समूह की संभावनाओं पर भी बात की, जिसके सदस्य रूस और भारत दोनों हैं। रूसी नेता ने कहा कि यह देशों और लोगों के बीच संबंधों की आधुनिक, मुक्त और गैर-ब्लॉक प्रकृति का एक प्रोटोटाइप है। इस साल अक्टूबर में कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान रूस ने एक प्रतीकात्मक ब्रिक्स बैंकनोट का अनावरण भी किया था। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 51

रूस ने शुरू कर दी न्यूक्लियर हमले की प्रैक्टिस, ऐक्शन से थर्राई दुनिया

मॉस्को बीते दो साल से भी ज्यादा वक्त से रूस-यूक्रेन मोर्चे पर हैं। रूस इस बात पर आमादा है कि वह यूक्रेन को तबाह करके ही मानेगा, वहीं यूक्रेन है कि रूस के सामने घुटने टेकने को तैयार नहीं है। अब यह युद्ध सबसे कठिन दौर में प्रवेश कर गया है क्योंकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परमाणु बलों को विशेष अभ्यास शुरू करने का आदेश दिया। यह दो हफ्तों में दूसरी बार है जब पुतिन ने ऐसा सैन्य अभ्यास शुरू किया है। पश्चिमी देशों के नेतृत्व वाली नाटो गठबंधन अब भी इस बढ़ते तनाव से निपटने के तरीकों को लेकर अनिश्चित हैं। तनाव तब और बढ़ा जब अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें उपलब्ध कराने की योजना बनाई ताकि वह रूस के अंदर गहरे क्षेत्र तक निशाना बना सके। रूस ने पश्चिम को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन ने पश्चिमी समर्थन के साथ इस तरह का कदम उठाया, तो वह अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने पर विचार करेगा। क्रेमलिन ने अपनी परमाणु नीति को अपडेट किया है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि पुतिन की स्वीकृति से यह नीति गैर-परमाणु देशों के खिलाफ भी लागू हो सकती है। परमाणु अभ्यास की शुरुआत करते हुए पुतिन ने कहा, "हम परमाणु हथियारों के उपयोग को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों की कार्रवाई का अभ्यास करेंगे और इसके अंतर्गत बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का जरूरी इस्तेमाल करेगा।" उन्होंने यह भी कहा कि परमाणु हथियारों का उपयोग अत्यंत असाधारण स्थिति में ही किया जाएगा, लेकिन इन्हें हमेशा तत्परता में रखना आवश्यक है। पुतिन ने यह भी स्पष्ट किया, "हम एक नई हथियार दौड़ में शामिल नहीं होना चाहते, लेकिन हम अपनी परमाणु ताकत को उचित स्तर पर बनाए रखेंगे।" नाटो ने रूस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उत्तर कोरिया द्वारा रूस को यूक्रेन में लड़ने के लिए सैनिक भेजने का मुद्दा शामिल है। पेंटागन ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने रूस को कम से कम 10,000 सैनिक भेजे हैं, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का दावा है कि यह संख्या 12,000 से अधिक हो सकती है। पेंटागन की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सबरीना सिंह ने कहा, "हमें विश्वास है कि डीपीआरके ने कुल मिलाकर लगभग 10,000 सैनिक रूस के पूर्वी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए भेजे हैं। इनमें से कुछ सैनिक यूक्रेन के करीब पहुंच गए हैं और हमें चिंता है कि रूस इन सैनिकों का उपयोग यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में करेगा।" पुतिन ने अपने देश की रक्षा के मुद्दे पर स्पष्ट करते हुए कहा कि यह केवल रूस का आंतरिक मामला है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल होने का निर्णय लेता है, तो रूस भी अपनी सुरक्षा को लेकर जो जरूरी होगा, वह करेगा। रूसी सेना ने अपने हालिया अभ्यास के दौरान टीवर क्षेत्र में भी प्रशिक्षण किया, जो मास्को के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। इस अभ्यास में यार्स इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) जैसे उपकरणों का भी इस्तेमाल किया गया, जो अमेरिका के हर कोने तक प्रहार करने में सक्षम हैं। रूस और अमेरिका दुनिया के कुल परमाणु हथियारों के 88% का नियंत्रण रखते हैं। पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले भी यह चेतावनी दी थी कि यदि रूस और नाटो में सीधा टकराव हुआ, तो यह तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन सकता है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने भी परमाणु युद्ध के जोखिम को लेकर चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा, "बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों और नए बाहरी खतरों के बीच, हमारे पास तैयार और आधुनिक रणनीतिक बलों का होना महत्वपूर्ण है।" उन्होंने बताया कि रूस नए स्थिर और मोबाइल-आधारित मिसाइल सिस्टम की ओर बढ़ रहा है, जिनमें प्रक्षेपण की तैयारी का समय कम है और ये मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी मात दे सकते हैं। वहीं पेंटागन ने स्पष्ट किया है कि अगर उत्तर कोरिया रूस का समर्थन करने के लिए सैनिक भेजता है, तो अमेरिका यूक्रेन के हथियारों के उपयोग पर कोई नई सीमाएं नहीं लगाएगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा- सेना कुर्स्क में आगे बढ़ रही है, भीषण हमलों से किस दुविधा में फंसे पुतिन

यूक्रेन पिछले करीब ढाई साल से चल रहे यूक्रेन-रूस जंग में पहली बार यूक्रेन का पलड़ा भारी दिख रहा है। यूक्रेनी सेना पूर्वी सीमा से सटे रूस के कुर्स्क क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ती जा रही है। यूक्रेन की सेना के कमांडर ओलेक्सांद्र सिरस्की ने कहा है कि उनके सैनिकों ने अब तक कुर्स्क क्षेत्र में 74 बस्तियों पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में और 40 वर्ग किलोमीटर (15 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। यूक्रेन इससे पहले रूस के 1000 KM क्षेत्र पर कब्जा का दावा कर चुका है। अब यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र में अपनी घुसपैठ को आगे बढ़ाने के लिए रूस के दक्षिणी क्षेत्रों पर रात भर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया है। इस बीच, रूस ने बुधवार सुबह बताया कि उसने रात भर में 117 यूक्रेनी ड्रोन और कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है, जिनमें से ज़्यादातर कुर्स्क, वोरोनिश, बेलगोरोड और निज़नी नोवगोरोड क्षेत्रों में आ रहे थे। बता दें कि 6 अगस्त को स्थानीय समयानुसार सुबह 5:30 बजे, 1,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने रूस की सीमा पार कर कुर्स्क क्षेत्र में आक्रमण शुरू कर दिया था और कई गांवों पर कब्जा कर लिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी कहा कि उनकी सेना कुर्स्क में आगे बढ़ रही है और उन्होंने अपने सैन्य जनरलों को ऑपरेशन में अगले महत्वपूर्ण टारगेट हासिल करने का आदेश दिया है। कीव दावा कर रहा है कि रूस के कम से कम 1,000 वर्ग किलोमीटर (386 वर्ग मील) भूखंड पर उसका नियंत्रण है। उधर, मॉस्को इसका खंडन कर रहा है और जोर देकर कह रहा है कि यूक्रेनी कब्जे में वास्तविक क्षेत्र इसका लगभग आधा है। पुतिन की दुविधा क्या? हालांकि, यह भी साफ है कि कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के सैन्य प्रभुत्व ने जहां करीब 200,000 लोगों को सीमावर्ती क्षेत्रों से भागने को मजबूर कर दिया है, वहीं रूस के लिए खतरे का नया अलार्म भी बजा दिया है। बेलगोरोड क्षेत्र के गवर्नर ने बुधवार को यूक्रेन द्वारा लगातार बमबारी को दोषी ठहराते हुए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी। उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारी दुविधा में फंस गए हैं। उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह पहले अपने क्षेत्र की रक्षा करें या यूक्रेन में आगे हमला करें। बड़ी बात यह भी है कि रूस ने हाल के महीनों में कुर्स्क क्षेत्र से ही विमान रोधी मिसाइल, तोप, मोर्टार, ड्रोन, 255 ग्लाइड बम और 100 से अधिक मिसाइलों से दो हजार से अधिक हमले यूक्रेन पर किए हैं। अगर पुतिन कुर्स्क क्षेत्र की रक्षा करने का फैसला लेते हैं तो इसके लिए उन्हें बड़े पैमाने पर सेना की तैनाती करनी होगी और इस काम के लिए यूक्रेन में तैनात सैनिकों को वापस बुलाना होगा। इससे यूक्रेन में उनकी रणनीतिक बढ़त खत्म हो जाएगी। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो यूक्रेन रणनीतिक रूप से कुर्स्क में और आगे बढ़ सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इसी रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच अमेरिका के विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने साफ किया है कि अमेरिका कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के सैन्य अभियान के किसी भी पहलू में शामिल नहीं है। द्वितीय विश्व युद्ध की याद क्यों? अल जजीरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ जानकारों का मानना ​​है कि रूस पर यूक्रेन का हमला द्वितीय विश्व युद्ध की याद दिला रहा है क्योंकि तब से अब तक किसी भी विदेशी सेना ने रूस पर इतना बड़ा हमला नहीं किया था। जानकारों के मुताबिक, यूक्रेन का हमला इस युद्ध की दिशा और दशा के बदल सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी मंगलवार को कहा कि यूक्रेन ने व्लादिमीर पुतिन के लिए बड़ी दुविधा पैदा कर दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा कि यूक्रेन ने बड़े पैमाने पर उकसावे की कार्रवाई की है और नागरिक ठिकानों पर अंधाधुंध गोलीबारी की है। वहीं, कुर्स्क क्षेत्र के कार्यवाहक गवर्नर एलेक्सी स्मिरनोव ने सोमवार को कहा कि हमले में 12 नागरिक मारे गए हैं और 121 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें 10 बच्चे भी शामिल हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है कि कुर्स्क पर यूक्रेन का हमला यूक्रेन से सैनिकों को वापस बुलाने के लिए मजबूर करने के लिए किया गया है। बता दें कि फरवरी तक यूक्रेन-रूस जंग में सैकड़ों बच्चों समेत 10,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं। रूसी हमले में स्कूल, अस्पताल और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचे भी नष्ट हो गए हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 58