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मार्च में अब पड़ेगी अप्रैल जैसी गर्मी, 4 दिन लू का अलर्ट, ज्यादा तपेंगे इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर

भोपाल  मध्य प्रदेश के तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है मार्च महीने में ही 40 के करीब तापमान दर्ज किया जा रहा है। होली के दिन प्रदेश के नर्मदापुरम का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि मार्च के आखिरी 15 दिनों में अप्रैल जैसी गर्मी पड़ेगी। ज्यादातर शहरों में पारा 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है। 4 दिन तक लू चलने का भी अलर्ट है। वहीं, अप्रैल-मई में 20 दिन हीट वेव चलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल सबसे ज्यादा तपेगा। तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि मार्च में बारिश के सामान्य से कम होने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी। 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा। हालांकि, इससे पहले ही खजुराहो, नर्मदापुरम, रतलाम, मंडला समेत कई शहरों में पारा 39 डिग्री के पार पहुंच गया। अब ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, मार्च में बारिश के सामान्य से कम होने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी। सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया- 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा। हालांकि, इससे पहले ही खजुराहो, नर्मदापुरम, रतलाम, मंडला समेत कई शहरों में पारा 39 डिग्री के पार पहुंच गया। जानें कब होता है हीट वेव का असर मौसम विभाग के अनुसार सामान्यत: दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है। चूंकि, प्रदेश में अभी पारा 39 डिग्री तक आ चुका है। कई शहरों में तापमान में सामान्य से 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में अगले सप्ताह में प्रदेश में लू चलने लगेगी। मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। ऐसा रहेगा मार्च का दूसरा पखवाड़ा 15 मार्च के बाद न्यूनतम तापमान इंदौर संभाग में सामान्य से 3-4 डिग्री बढ़कर 20-23 डिग्री तक रह सकता है। जबकि शेष सभी संभागों में 19-21 डिग्री तक जाएगा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान तेजी से बढ़ते हुए सामान्य से 2-4 डिग्री अधिक 36 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के मिलने के कारण पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं। गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। आखिरी दिनों में रीवा और शहडोल संभागों में न्यूनतम तापमान 22-24 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक 23-26 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। जबलपुर संभाग में दिन में 37-40 डिग्री जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-5 डिग्री बढ़कर 38-42 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान रहेगा। दक्षिण-पूर्वी हवाओं के आने से जबलपुर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। आखिरी दिनों में ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के साथ राजगढ़, सीहोर, विदिशा, बैतूल और हरदा जिलों में 3-4 दिन तक लू भी चल सकती है। तब हीट वेव का असर मौसम विभाग के अनुसार, सामान्यत: दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है। चूंकि, प्रदेश में अभी पारा 39 डिग्री तक आ चुका है। कई शहरों में तापमान में सामान्य से 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में अगले सप्ताह में प्रदेश में लू चलने लगेगी। अप्रैल में ऐसा रहता है पारा यदि अप्रैल की गर्मी की बात करें तो इस महीने पारा 40 डिग्री के ऊपर ही रहता है। भोपाल में पिछले 10 साल में पारा 40.9 से 43.7 डिग्री तक पहुंच चुका है। इंदौर में यह 39.7 से 43.5 डिग्री तक, जबलपुर में 40.7 से 44.2 डिग्री तक, ग्वालियर में 41.7 से 45.2 डिग्री तक और उज्जैन में 40 से 43.9 डिग्री तक रहा है। इस बार मार्च में ही पारा 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है। हालांकि, मार्च में पहले भी तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। तब भी मार्च में ही लू चल चुकी है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। ऐसा रहेगा मार्च का दूसरा पखवाड़ा 15 मार्च के बाद न्यूनतम तापमान इंदौर संभाग में सामान्य से 3-4 डिग्री बढ़कर 20-23 डिग्री तक रह सकता है। जबकि शेष सभी संभागों में 19-21 डिग्री तक जाएगा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान तेजी से बढ़ते हुए सामान्य से 2-4 डिग्री अधिक 36 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के मिलने के कारण पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं। गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। आखिरी दिनों में रीवा और शहडोल संभागों में न्यूनतम तापमान 22-24 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक 23-26 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। जबलपुर संभाग में दिन में 37-40 डिग्री जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-5 डिग्री बढ़कर 38-42 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान रहेगा। दक्षिण-पूर्वी हवाओं के आने से जबलपुर, … Read more

एमपी में गर्मी के तेवर हुए तीखे, 40 डिग्री के करीब पहुंचा तापमान, होली के बाद बढ़ेगी और गर्मी

भोपाल  हवाओं का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से मध्‍य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। बुधवार को प्रदेश में दिन का सबसे अधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। रात का सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के 5 बड़े शहरों में उज्जैन सबसे गर्म है। यहां दिन का तापमान 38 डिग्री पहुंच गया है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में भी पारा 37 डिग्री के पार है। ऐसा ही मौसम आज गुरुवार को भी बना रहेगा। होली के बाद गर्मी और असर दिखाने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार, आसमान साफ होने से सूरज की धूप सीधे जमीन पर आ रही है। इस कारण दिन गर्म हो गए हैं। बुधवार को खजुराहो में 39.4 डिग्री, नर्मदापुरम में 39.1 डिग्री, रतलाम-मंडला में 39 डिग्री, धार में 38.8 डिग्री, दमोह में 38.5 डिग्री, सतना में 38.2 डिग्री, शिवपुरी, सागर-नौगांव में 38 डिग्री, टीकमगढ़ में 37.8 डिग्री, शाजापुर में 37.6 डिग्री, बैतूल में 37.5 डिग्री और रीवा में पारा 37 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 37.8 डिग्री, इंदौर में 37.2 डिग्री, ग्वालियर में 36.6 डिग्री, उज्जैन में 38 डिग्री और जबलपुर में पारा 37.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इधर, रात का तापमान भी बढ़ा है। मंगलवार-बुधवार की रात में धार में पारा 23.2 डिग्री तक पहुंच गया। भोपाल, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रीवा, सिवनी में तापमान 20 डिग्री से ज्यादा रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अब गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। होली के बाद असर और बढ़ जाएगा। हालांकि, मार्च में उत्तर-भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होते हैं। जिनका असर से पारे में गिरावट भी होती है। मार्च के तीसरे सप्ताह में बारिश होने की संभावना है। आगे ऐसा रहेगा मौसम पहले सप्ताह में ओले-बारिश, बादल और ठंड-गर्मी का दौर रहा। अब तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।     दूसरा सप्ताह: इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में रात का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक होगा जबकि गुजरात के ऊपर साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और चंबल संभाग में तापमान सामान्य 15-17 डिग्री तक रहेगा। वहीं, अधिकतम तापमान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में सामान्य से बढ़े रहेंगे। भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग में यह सामान्य 31-34 डिग्री सेल्सियस पर बना रहेगा। इस दौरान बारिश की संभावना नहीं है। पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से में बादल जरूर छाए रहेंगे।     तीसरा सप्ताह: रात में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान इंदौर संभाग में सामान्य से 3-4 डिग्री बढ़कर 20-23 डिग्री तक जबकि शेष सभी संभागों में 19-21 डिग्री तक जाएगा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान तेजी से बढ़ते हुए सामान्य से 2-4 डिग्री अधिक 34-38 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के मिलने के कारण पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं। गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।     चौथा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान रीवा और शहडोल संभागों में 22-24 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक 23-26 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। जबलपुर संभाग में 37-40 डिग्री जबकि भोपाल सहित शेष पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-5 डिग्री बढ़कर 38-42 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान रहेगा। दक्षिण-पूर्वी हवाओं के आने से जबलपुर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। मार्च के आखिरी दिनों में ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के साथ राजगढ़, सीहोर, विदिशा, बैतूल और हरदा जिलों में 3-4 दिन तक लू भी चल सकती है। अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे मौसम विभाग ने इस साल अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे। मार्च में तीनों मौसम का असर मध्यप्रदेश में पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च महीने में रातें ठंडी और दिन गर्म रहते हैं। बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है जबकि रात में 10 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में ग्वालियर में मौसम सबसे ज्यादा बदला हुआ रहता है। यहां रात में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में दिन में गर्मी और रात में ठंड रहती है। MP के 5 बड़े शहरों में मार्च में मौसम का ऐसा ट्रेंड… भोपाल में दिन में तेज गर्मी के साथ बारिश भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी पड़ने के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास रहा। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक … Read more

मार्च महीने में सूरज की तपिश लगातार बढ़ रही, कई शहरों में गर्मी का असर दिखाई दिया

धार मार्च महीने में सूरज की तपिश लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को मध्यप्रदेश के कई शहरों में गर्मी का असर दिखाई दिया। भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में गर्मी सबसे ज्यादा महसूस की गई। वहीं, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में भी तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। इस तरह का मौसम आगे भी बना रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को इंदौर संभाग के धार शहर में सबसे अधिक गर्मी रही, जहां दिन का तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। नर्मदापुरम में भी तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा रतलाम में 38.5 डिग्री, खजुराहो में 38.4 डिग्री, गुना में 38.1 डिग्री, दमोह में 37.5 डिग्री, मंडला, शिवपुरी, सिवनी में 37.2 डिग्री और सागर में तापमान 37.1 डिग्री रहा। हालांकि, रात के समय पारे में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। बड़े शहरों में ग्वालियर और उज्जैन सबसे गर्म रहे, जहां तापमान 37.5 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में तापमान 37.3 डिग्री और भोपाल में 37.1 डिग्री रहा, जबकि जबलपुर में यह 35.2 डिग्री था। आज से मिल सकती है राहत 12 मार्च से उत्तर-पश्चिम भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) सक्रिय होने वाला है, जिसका असर अगले एक-दो दिनों में देखने को मिल सकता है। इसके कारण दिन-रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी मौसम विभाग ने इस साल के लिए अनुमान जताया है कि अप्रैल और मई के महीने में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। इन दोनों महीनों के दौरान ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में भी गर्मी बनी रहेगी। मार्च में तीनों मौसम का असर मध्यप्रदेश में पिछले 10 सालों के आंकड़ों के अनुसार, मार्च में रातें ठंडी और दिन गर्म होते हैं, और बारिश का ट्रेंड भी रहता है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है, जबकि रात में तापमान 10 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में ग्वालियर में मौसम सबसे अधिक बदलता हुआ रहता है, जहां रात का तापमान 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में दिन में गर्मी और रात में ठंडक का अनुभव होता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 12

मार्च में MP में बदला मौसम, तापमान 38 डिग्री, आज कैसा रहेगा वेदर, त्तर-पश्चिम भारत में नए सिस्टम से आएगी पारे में गिरावट

भोपाल  मध्यप्रदेश में मार्च के दूसरे हफ्ते में ही सूरज की तपिश काफी तेज हो गई है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पार पहुंचने लगा है। सोमवार को इस सीजन का सबसे गर्म स्थान रतलाम रहा। जहां पर अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। खासतौर पर गुजरात से लगे इलाकों में तो तेज गर्मी पड़ने लगी है। राजधानी भोपाल और इंदौर जिले का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। प्रमुख जिलों का अधिकतम तापमान देखें तो भोपाल में 35.4 डिग्री, इंदौर में 35.6, ग्वालियर में 34.5, जबलपुर में 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान देखा जाये तो भोपाल में 21.3, इंदौर में 21.4, ग्वालियर में 15.2, जबलपुर में 12.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। रातें अभी भी हो रही सर्द प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के जिले, पूर्वी जिलों की की तुलना में ज्यादा गर्म हैं। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमानों में बढ़त दर्ज हुई है। अधिकतम तापमान में भले ही तेजी आ रही हो, लेकिन रात के तापमान में बड़ी वृद्धि नहीं हुई है। कुछ जिलों की रातें अभी भी ठंडक भरी हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश के पश्चिमी जिलों में दक्षिण पूर्वी हवाएं आ रही हैं। जबकि पूर्वी जिलों उत्तर पूर्वी हवाएं आ रही है। हालांकि ईरान के आसपास ऊपरी हवा में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसका असर देश के उत्तरी इलाकों पर दिखा, लेकिन प्रदेश में इसका कोई अधिक प्रभाव नहीं होगा। दिन में 38, रात में 23 डिग्री से ज्यादा तापमान पिछले 3 दिन से प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को धार-रतलाम में 38 डिग्री, शिवपुरी-मंडला में 37 डिग्री, गुना में 36.5 डिग्री, खरगोन में 36 डिग्री, सागर, सिवनी, नर्मदापुरम-टीकमगढ़ में 35.8 डिग्री, खजुराहो में 35.6 डिग्री, दमोह-बैतूल में 35.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 35.2 डिग्री और खंडवा में 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 37 डिग्री तक पहुंच गया। इंदौर में 35.6 डिग्री, भोपाल में 35.4 डिग्री, ग्वालियर में 34.5 डिग्री और जबलपुर में 34 डिग्री रहा। रविवार-सोमवार की रात की बात करें तो धार में सबसे ज्यादा 23.2 डिग्री रहा था। वहीं, भोपाल, इंदौर में 21 डिग्री से ज्यादा रहा। अब बर्फीली हवा का असर नहीं बर्फीली हवा चलने से प्रदेश में चार दिन तक कड़ाके की ठंड पड़ी। इससे भोपाल समेत कई शहरों में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। कई शहरों में शीतलहर चली, जबकि रात का पारा 6 डिग्री तक पहुंच गया। राजगढ़, शाजापुर, उमरिया, मंडला, नौगांव और मलाजखंड जैसे छोटे शहर सबसे ठंडे रहे, लेकिन अब पारे में बढ़ोतरी होने लगी है। बर्फीली हवा का असर अब नहीं है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 32

मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत, अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी, 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान

भोपाल मध्यप्रदेश में 15 मार्च के बाद हीट वेव यानी, गर्म हवाएं चलने लगेगी। वहीं, दिन-रात का तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री ज्यादा रहेगा। इस दौरान ग्वालियर-चंबल सबसे गर्म रहेंगे, जबकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में मावठा गिर सकता है। मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। हालांकि, अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, मार्च में 5 दिन तक गर्म हवा चलने की संभावना है। 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा। होली के बाद पारे में और भी बढ़ोतरी होगी होली के बाद दिन के पारे में और भी बढ़ोतरी हो सकती है। ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है। मार्च में वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव पिछले 10 साल के मौसम के ट्रेंड पर नजर डाले तो मार्च महीने में मावठा भी गिरता है। इस बार भी कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होंगे। इस वजह से हल्की बारिश और बादल छाने की संभावना रहेगी। 2 मार्च से एक्टिव होने वाले वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पूर्वी-उत्तरी हिस्से यानी, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे मौसम विभाग ने अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे। मार्च में दिन के साथ रातें भी गर्म मार्च में रात का पारा 25 से 30 डिग्री तक पहुंच सकता है। इससे दिन के साथ रातें भी गर्म होंगी। हालांकि, मार्च की शुरुआत से पहले ही प्रदेश में रातें गर्म होने लगी। गुरुवार-शुक्रवार की रात में कई शहरों में पारा 18 डिग्री के पार पहुंच गया। भोपाल में 18.8 डिग्री, धार में 20.8 डिग्री, गुना में 18 डिग्री, नर्मदापुरम में 18.6 डिग्री, खंडवा में 18.4 डिग्री, खरगोन में 18.2 डिग्री, रतलाम में 18.6 डिग्री, दमोह में 18.4 डिग्री, रीवा में 18.8 डिग्री, सागर में 21.6 डिग्री दर्ज किया गया। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 13

आज 1 मार्च से गर्मी का सीजन शुरू, होली के बाद तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंचेगा

भोपाल मध्यप्रदेश में सर्दी का सीजन 28 फरवरी को खत्म गया  और 1 मार्च से गर्मी का सीजन शुरू हुआ । इस बार सर्दी के ट्रेंड में काफी बदलाव देखने को मिला। न पूरे सीजन में शीतलहर चली। दिन में दो दिन ही कड़ाके की सर्दी रही। दिन व रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहा और सर्दी भी देर से आई और जल्द विदा हो गई। अब मार्च(MP Weather Update) में गर्मी की शुरुआत होगी। होली के बाद तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जा सकता है। दरअसल अक्टूबर व नवंबर में कड़ाके की सर्दी नहीं रही और 20 दिसंबर के बाद तापमान में गिरावट दर्ज हुई। दिसंबर में एक कोल्ड डे रहा, जबकि जनवरी में एक सीवियर कोल्ड डे रहा। इस बार ग्वालियर चंबल संभाग कम ठिठुरा है, जबकि प्रदेश के मध्य हिस्से(MP Weather Update) में सबसे ज्यादा सर्दी रही। इस हिस्से में शीतलहर चली, जबकि ग्वालियर में शीतलहर नहीं चल सकी। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं आ सका। सर्दी के दिन काफी कम रहे। फरवरी में तापमान सामान्य से नीचे नहीं आया।  भारत इस साल मार्च महीने में बहुत ज्यादा गर्मी का सामना कर सकता है. पूरे महीने औसत से अधिक तापमान बने रहना का अनुमान है. इस अधिक गर्मी से पकते हुए गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है, जिससे उसकी उपज कम हो सकती है.  इस साल मार्च के महीने में रिकॉर्ड गर्मी पड़ने की संभावना है. पूरे महीने ज्यादातर दिन और रात के समय तापमान औसत से अधिक रह सकता है. अधिकारी ने बताया कि मार्च के दूसरे हफ्ते से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने का अनुमान है और महीने के अंत तक कई राज्यों में अधिकतम पारा 40 डिग्री (104°F) के पार जाने की संभावना है रिकॉर्ड गर्मी से गेहूं की उपज होगी प्रभावित दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश होने के नाते भारत 2025 में अच्छी फसल की उम्मीद कर रहा है ताकि 2022 से 2024 तक लगातार तीन सालों की खराब फसल के बाद महंगे आयातों से बचा जा सके. हालांकि, अत्यधिक गर्मी से चौथे साल भी पैदावार कम हो सकती है, जिससे सरकार को आयात पर लगे 40% टैक्स को कम या हटा कर आयात की अनुमति देनी पड़ सकती है, ताकि सप्लाई की कमी को दूर किया जा सके. यह स्थिति 2022 की याद दिलाती है, जब फरवरी और मार्च में अचानक आई गर्मी ने गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद भारत को घरेलू सप्लाई को सुरक्षित रखने के लिए गेहूं के निर्यात पर रोक लगानी पड़ी थी. मौसम विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उत्तर और मध्य भारत के गेहूं उत्पादक राज्यों में मार्च के मध्य से तापमान में तेज वृद्धि होने की संभावना है – जो संभवतः सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक हो सकती है. अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा, "मार्च का मौसम गेहूं, चना और तिलहन के लिए अनुकूल नहीं होगा, जिससे इन पर गर्मी का असर पड़ सकता है." ये शीतकालीन फसलें, जिन्हें आमतौर पर अक्टूबर और दिसंबर के बीच बोया जाता है, अधिक उपज हासिल करने के लिए अपने पूरे विकास साइकिल में ठंडे तापमान पर निर्भर रहती हैं. गर्मी की मौजूदा हालात के कारण इस महीने घरेलू गेहूं की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, और सप्लाई कम हो गई है. एक वैश्विक व्यापारिक फर्म के साथ जुड़े नई दिल्ली स्थित एक व्यापारी ने कहा कि फरवरी असामान्य रूप से गर्म थी, और यदि मार्च और भी अधिक गर्म हुआ, तो गेहूं उत्पादन पर भारी असर पड़ सकता है." दिल्ली में टूटा 74 साल का रिकॉर्ड इस बीच, मौसम विभाग ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में  (गुरुवार, 27 फरवरी) के तापमान ने 74 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और फरवरी में अब तक की सबसे गर्म रात दर्ज की गई है। IMD के मुताबिक, सफदरजंग में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो 1951 से 2025 के बीच की अवधि में इस महीने का सबसे अधिक तापमान है। आईएमडी ने कहा, " 27 फरवरी, 2025 को सफदरजंग में न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह 1951 और 2025 के बीच सफदरजंग में फरवरी में दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक न्यूनतम तापमान है।" मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 1951 से पहले का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है। इस बीच, पिछले रिकॉर्ड के अनुसार, फरवरी का पिछला उच्चतम न्यूनतम तापमान 25 फरवरी, 2015 को 19 डिग्री सेल्सियस था, जो रिकॉर्ड पर दूसरा सबसे अधिक तापमान था। इसके बाद 1973 में 18.6 डिग्री सेल्सियस, 20 फरवरी, 2015 को 18.5 डिग्री सेल्सियस, 1992 में 18.2 डिग्री सेल्सियस और 1988 में 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पांचवां सबसे अधिक तापमान था। बादल छाए रहने के कारण, गुरुवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने बताया कि यह सामान्य औसत से 1.1 डिग्री कम है। इस कारण नहीं पड़ी सर्दी     इस बार का सर्दी का सीजन पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित रहा। हफ्ते में दो पश्चिमी विक्षोभ आए, जिसकी वजह से उत्तरी हवा नहीं चल सकी। दक्षिण पश्चिमी व पूर्वी हवा का प्रभाव रहा। इस वजह से दिन व रात के तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई। नमी के कारण कोहरा छाया, लेकिन कोहरे के कारण ठंडक नहीं रही।     फरवरी में भी वैसी ही स्थिति रही। पश्चिमी व दक्षिण से हवा चली। इससे दिन व रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहा और फरवरी में सर्दी नहीं पड़ी। 2024 में पड़ी थी कड़ाके की सर्दी दिसंबर 2023 में कोल्ड डे व सीवियर कोल्ड रहे। इस कारण दिसंबर में भी काफी सर्दी पड़ी थी। जनवरी 2024 में 9 सीवियर कोल्ड, 3 कोल्ड रहे, लेकिन शीतलहर नहीं चली। 31 में से 28 दिन दिन का तापमान सामान्य से नीचे रहा है। फरवरी भी सर्दी नहीं पड़ी। अधिकतम व न्यूनतम तापमान से ऊपर रहा। दिन में चटकी तेज धूप गुरुवार को हवा का रुख पश्चिमी दिशा से रहा। इस कारण दिन में तेज धूप निकली और हल्के बादल भी छाए, लेकिन तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस … Read more