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04 अक्टूबर को रिलीज होगी यश कुमार की फिल्म हाथी मेरे साथी

मुंबई,  भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार यश कुमार की बहुप्रतीक्षित फिल्म हाथी मेरे साथी, 04 अक्टूबर को रिलीज होगी। फिल्म हाथी मेरे साथी, यश कुमार के होम प्रोडक्शन यश कुमार एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनाई गई है।यश कुमार ने कहा, फिल्म 'हाथी मेरे साथी' मेरे दिल के बेहद करीब है। यह सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं है, बल्कि इसमें जानवरों और इंसानियत के बीच के रिश्ते को संवेदनशील ढ़ंग से दिखाने की कोशिश की गई है। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को यह फिल्म जरूर पसंद आएगी और वे इसके संदेश को समझेंगे। पूरी टीम ने फिल्म के लिये कड़ी मेहनत की है। मैं आभारी हूं कि मेरे प्रशंसक हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं और इस फिल्म के लिए भी मुझे उनसे वैसा ही प्यार और समर्थन मिलेगा। फिल्म के निर्देशक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि हाथी मेरे साथी एक दिल को छू लेने वाली कहानी है, जिसमें दमदार एक्शन के साथ-साथ जानवरों और इंसानियत के संवेदनशील पहलुओं को बखूबी दर्शाया गया है। फिल्म हाथी मेरे साथी में यश कुमार के साथ रक्षा गुप्ता, अमित शुक्ला, बालेश्वर सिंह, सूर्या द्विवेदी, और पूजा गुप्ता जैसे कलाकार महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।फिल्म की पटकथा और संवाद राकेश त्रिपाठी ने लिखे हैं, जबकि जहांगीर सैय्यद ने इसकी सिनेमैटोग्राफी की है। फिल्म के एडिटर गुरजंट सिंह हैं, और नृत्य निर्देशन प्रवीण शेलार ने किया है। संगीत मुन्ना दुबे ने तैयार किया है, और गानों के बोल राजेश मिश्रा और शेखर मधुर ने लिखे हैं। गायक आलोक कुमार, प्रियंका सिंह, और जतिंद्र सिंह हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

तुर्की ने सीरिया और इराक में किया भीषण हमला, 13 की मौत

अंकारा  तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि देश की सेना ने उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में अभियान चलाकर 13 ‘आतंकवादियों’ को मार गिराया है।रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उत्तरी इराक में तुर्की के ऑपरेशन क्लॉ-लॉक में प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के 11 सदस्य मारे गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में तुर्की ने देश की सीमा के पास उत्तरी इराक के मेतीना, जैप और अवाशिन-बसयान क्षेत्रों में पीकेके के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन क्लॉ-लॉक शुरू किया था। मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी सीरिया में एक अलग ऑपरेशन में तुर्की की सेना ने सीरियाई कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के दो सदस्यों को मार गिराया। मंत्रालय के अनुसार, वाईपीजी सदस्यों को तुर्की सेना के ऑपरेशन पीस स्प्रिंग क्षेत्र में देखा गया था। तुर्की अधिकारी अक्सर अपने बयानों में ‘निष्प्रभावी’ (न्यूट्रलाइज्ड) शब्द का प्रयोग यह दर्शाने के लिए करते हैं कि संबंधित ‘आतंकवादियों’ ने आत्मसमर्पण कर दिया, मारे गए या पकड़ लिए गए। तुर्की सेना, पीकेके और वाईपीजी के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए इराक और सीरिया में सीमा पार ऑपरेशन चला रही है। तुर्की सेना ने पड़ोसी देश के साथ अपनी सीमा पर वाईपीजी-फ्री जोन बनाने के लिए उत्तरी सीरिया में 2016 में ऑपरेशन यूफ्रेट्स शील्ड, 2018 में ऑपरेशन ओलिव ब्रांच, 2019 में ऑपरेशन पीस स्प्रिंग और 2020 में ऑपरेशन स्प्रिंग शील्ड शुरू किया था। तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध पीकेके ने तीन दशकों से अधिक समय तक तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह किया है। तुर्की वाईपीजी समूह को पीकेके की सीरियाई शाखा के रूप में देखता है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 31

अभी भी लोगो के पास है 2000 रुपये के 7,117 करोड़ रुपये के नोट, RBI ने दी जानकारी

नई दिल्ली भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि 2000 रुपये के 98% नोट वापस आ चुके हैं, जबकि अभी भी 7,117 करोड़ रुपये के नोट लोगों के पास बचे हुए हैं। अक्टूबर 2024 में जारी आंकड़ों के अनुसार, नोटों की वापसी की रफ्तार धीमी हो गई है। प्रमुख बातें: कब और क्यों बंद हुए: 19 मई 2023 को क्लीन नोट पॉलिसी के तहत 2000 रुपये के नोट वापस लेने का निर्णय लिया गया था। वापसी की समयसीमा: 23 मई से 30 सितंबर 2023 तक नोट जमा करने की समयसीमा थी, लेकिन इसे कई बार बढ़ाया गया। अभी भी जमा कर सकते हैं नोट: 2000 रुपये के नोट अब सिर्फ आरबीआई की 19 क्षेत्रीय शाखाओं और डाकघरों में जमा कराए जा सकते हैं। नोट वापसी के आंकड़े: मई 2023 में बाजार में: 3.56 लाख करोड़ रुपये के नोट थे। सितंबर 2024 तक: 7,000 करोड़ रुपये के नोट वापस नहीं हुए हैं। आरबीआई ने 2018-19 से 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी थी क्योंकि बाजार में अन्य मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो चुके थे। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 40

भारतीय खो-खो महासंघ ने अंतर्राष्ट्रीय खो-खो फेडरेशन के सहयोग से 2025 में भारत में पहले खो खो विश्वकप के आयोजन का ऐलान किया

नई दिल्ली भारत में अगले साल खो-खो विश्व कप का आयोजन किया जायेगा जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देश हिस्सा लेंगे। भारतीय खो-खो महासंघ ने अंतर्राष्ट्रीय खो-खो फेडरेशन के सहयोग से 2025 में भारत में पहले खो खो विश्वकप के आयोजन का ऐलान किया है जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देश भाग लेंगे। इसमें 16 पुरुष और 16 महिला टीमें भाग लेंगी। खो-खो की जड़ें भारत में हैं। आज, यह खेल जो मिट्टी से शुरू हुआ और मैट पर आ गया है और दुनिया भर में 54 देशों के साथ वैश्विक उपस्थिति बना चुका है। विश्व कप से पहले खेल को बढ़ावा देने के लिए भारतीय खो-खो महासंघ 10 शहरों के 200 एलीट स्कूलों में खेल को ले जाने की योजना बना रहा है। महासंघ स्कूली छात्रों के लिए सदस्यता अभियान भी चलाएगा, जिसका उद्देश्य विश्व कप से पहले कम से कम 50 लाख खिलाड़ियों को पंजीकृत करना है। भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा,“हम पहले खो-खो विश्व कप की मेजबानी करने के लिए बेहद उत्साहित हैं। यह टूर्नामेंट सिर्फ़ प्रतिस्पर्धा की मिसाल नहीं बनेगा बल्कि यह देशों को एक साथ लाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और दुनिया को खो-खो की सुंदरता और तीव्रता दिखाने का काम करेगा। हमारा अंतिम लक्ष्य 2032 तक खो-खो को ओलंपिक खेल के रूप में मान्यता दिलाना है और यह विश्व कप उस सपने की ओर पहला कदम है।” इस टूर्नामेंट में एक हफ़्ते तक चलने वाले मैचों की श्रृंखला होगी, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष-स्तरीय एथलीट अपने कौशल, चपलता और टीमवर्क का प्रदर्शन करेंगे। इस बीच, खो-खो विश्व कप का उद्देश्य इस स्वदेशी भारतीय खेल को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाना है। इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट की मेजबानी करके, केकेएफआई 2032 संस्करण तक ओलंपिक खेलों में खो-खो की जगह सुरक्षित करने की इच्छा रखता है, जो खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 25

यशस्वी और सिराज को टेस्ट सीरीज के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों का खिताब मिला

नई दिल्ली बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को कानपुर टेस्ट में सात विकेट से शानदार जीत दर्ज करने के बाद सीरीज के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों का खिताब मिला। बीसीसीआई डॉट टीवी पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, भारत के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने बताया कि जायसवाल और सिराज ने कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल को पीछे छोड़ते हुए श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ फील्डर का तमगा हासिल किया। उन्होंने कहा, “इस बार हमारे पास बेस्ट फील्डर के लिए दो विजेता हैं। इस सीरीज में खिलाड़ियों ने शानदार फील्डिंग का उदाहरण पेश किया। दोनों टेस्ट मैचों में हमने कई अच्छे कैच लपके, जो वास्तव में सराहनीय है। मुझे लगाता है कि दो लोग इस पदक के हकदार थे और वह कोई और नहीं बल्कि जायसवाल और सिराज थे।” सीरीज में भारत की कैचिंग बेहतरीन रही और दिलीप ने खेल के इस पहलू में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पूरी टीम की प्रशंसा की। हालांकि रोहित को पदक नहीं मिला, लेकिन दिलीप ने उनकी फील्डिंग स्किल्स की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब कैचिंग की बात आती है, तो मुझे लगता है कि वह सबसे ज्यादा भरोसेमंद है। राहुल के बारे में बात करते हुए दिलीप ने कहा, “वह ऐसा खिलाड़ी है जिसने वाकई अपनी मजबूत सजगता दिखाई है और जब कैचिंग की बात आती है तो वह वाकई बहुत ही शांत रहता है और बहुत ही बेहतरीन काम करता है।” बांग्लादेश पर शानदार जीत के साथ भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अपने अंक प्रतिशत को 74.24 तक पहुंचा दिया है और अपनी शीर्ष स्थिति को मजबूत किया है। भारत अब न्यूजीलैंड के साथ तीन मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज खेलेगा, जिसकी शुरुआत 16 अक्टूबर को बेंगलुरु में होगी, उसके बाद पुणे और मुंबई में मैच खेले जाएंगे।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 30

केबीसी में शिरकत करेंगे पैरालिंपिक के तीन स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखरा, नवदीप सिंह और सुमित अंतिल

मुंबई सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन पर प्रसारित होने वाले लोकप्रिय क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) 16 में पैरालिंपिक के तीन स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखरा, नवदीप सिंह और सुमित अंतिल शिरकत करेंगे। अमिताभ बच्चन इन दिनों क्विज़-आधारित रियलिटी टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के 16वें सीज़न की मेजबानी कर रहे हैं। आने वाले एपिसोड में पैरालिंपिक के तीन स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखारा, नवदीप सिंह और सुमित अंतिल शिरकत करेंगे। अमिताभ बच्चन ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर तीनो पैरालिंपिक पदक विजेताओं को समर्पित एक पोस्ट साझा की। अमिताभ बच्चन ने केबीसी 16 के सेट से तीन पैरालिंपिक पदक विजेताओं की कुछ कैंडिड तस्वीरें पोस्ट कीं। पहली दो तस्वीरें सुमित अंतिल और नवदीप सिंह की थीं। आखिरी तस्वीर में, अमिताभ,अवनि लेखरा को लाते हुए दिखाई दिए। तस्वीरों को शेयर करते हुए, अमिताभ ने कैप्शन में लिखा, टी 5148 – सीना गर्व से फूला हुआ है, भारत ने स्वर्ण पदक जीता है! पैरालिंपिक के तीन विजेताओं के सामने, हमारा सौभाग्य और गौरव! सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन ने भी 04 अक्टूबर को प्रसारित होने वाले इस एपिसोड का प्रोमो जारी किया है। वीडियो की शुरुआत में अमिताभ बच्चन पैरालिंपिक पदक विजेताओं का मंच पर स्वागत करते नजर आते हैं। नवदीप सिंह अपनी कहानी साझा करते हैं, जिसमें बताया गया है कि कैसे उनके बौनेपन के कारण लोगों ने उनका मजाक उड़ाया था। सोनी चैनल ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो को कैप्शन के साथ पोस्ट किया, जिंदगी के हर सवाल का जवाब दे कर, भारत में विजय ध्वज लहराने वालों का केबीसी पर होगा दिल से स्वागत! देखिये कौन बनेगा करोड़पति 04 अक्टूबर रात 9 बजे सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन पर।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 38

सरकार किसी की भी बने इस बार जम्मू कश्मीर को पहला हिंदू सीएम मिलेगा !

श्रीनगर जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने तीन चरणों में अपना जनादेश दर्ज कर दिया है. मंगलवार को तीसरे और आखिरी चरण की वोटिंग संपन्‍न हुई. 8 अक्तूबर को मतगणना होगी. तीसरे चरण में मंगलवार को 7 जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर 66.56% वोटिंग हुई. तीसरे फेज में वोटिंग परसेंटेज पहले और दूसरे फेज से ज्यादा रहने का सीधा मतलब कुछ निकलता है जिसे समझना होगा. पहले फेज में 61.38% और दूसरे फेज में 57.31% मतदान हुआ था. तीसरे फेज की 40 सीटों में से 24 जम्मू डिवीजन और 16 कश्मीर घाटी की हैं. मतलब साफ दिख रहा है कि जम्मू रिजन में जम कर वोटिंग हुई है. इस तरह इस बार जम्मू कश्मीर में जो माहौल बन रहा है उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस बार मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले इस केंद्र शासित प्रदेश को हिंदू सीएम मिल सकता है. कई कारण और भी हैं जो इशारा करते हैं कि सरकार किसी की भी बने इस बार जम्मू कश्मीर को पहला हिंदू सीएम मिल सकता है. भारतीय गणतंत्र में मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री तक और राज्यपाल से लेकर राष्ट्रपति तक का पद देश का कोई भी नागरिक हासिल कर सकता है. संविधान में इस बात की गारंटी दी हुई है. यही कारण है कि देश में राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर 2 बार देश के अल्पसंख्यक (मुस्लिम) हासिल कर चुके हैं. देश के कई राज्यों में मुस्लिम अल्पसंख्या में होने के बावजूद सीएम बन चुके हैं. महाराष्ट्र, बिहार और बंगाल आदि में मुख्यमंत्री पद पर सीएम पद संभाल चुके हैं. इसी बात को आधार बनाकर जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनावों में इस बार जम्मू क्षेत्र में हिंदू मुख्यमंत्री का मुद्दा जोर पकड़ लिया है. जम्मू कश्मीर जो राजनीतिक हालत बन रहे हैं उसमें कोई भी पार्टी चुनाव जीते इस बार ऐसी परिस्थितियां बन रही हैं कि यहां का मुख्यमंत्री कोई हिंदू भी बन सकता है.आइए देखते हैं कि वो कौन से कारण हैं जिसके आधार पर यह बात कही जा रही है. 1- जम्मू में इस बार क्यों है हिंदू सीएम का माहौल 1947 में भारत संघ में शामिल होने से लेकर 5 मार्च 1965 तक, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री के नाम से संबोधित किया जाता था. न्यायमूर्ति मेहर चंद महाजन को छोड़कर, जो जम्मू-कश्मीर के पहले प्रधानमंत्री थे, बाकी सभी प्रधानमंत्री घाटी से थे और मुस्लिम थे. शेख मोहम्मद अब्दुल्ला, बख्शी गुलाम मोहम्मद, ख्वाजा शम्सुद्दीन, और गुलाम मोहम्मद सादिक ने जम्मू कश्मीर के प्रधानमंत्री पद को सुशोभित किया. बाद में प्रधानमंत्री का पद मुख्यमंत्री में बदल दिया गया और सदर-ए-रियासत (राष्ट्रपति) को राज्यपाल का नाम दे दिया गया. इस बड़े परिवर्तन के बाद जम्मू कश्मीर के सभी मुख्यमंत्री एक तो मुस्लिम हुए और दूसरे कश्मीर घाटी से ही हुए. केवल गुलाम नबी आजाद ही एक मात्र ऐसे थे जम्मू के डोडा जिले से आते हैं. दरअसल 2011 की जनगणना के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में 68.8% मुसलमान हैं,जो अधिकतर कश्मीर घाटी में रहते हैं. करीब 28.8% हिंदू हैं, जिनमें से अधिकांश जम्मू में रहते हैं. जम्मू में आने वाली विधानसभा सीटों और लोकसभा सीटों पर आम तौर पर हिंदू प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं. जम्मू क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ही नहीं कुछ सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का भी दबदबा है. पर इस बार जम्मू नॉर्थ के बीजेपी उम्मीदवार और राज्य उपाध्यक्ष शाम लाल शर्मा ने जम्मू डिवीजन के मतदाताओं से अपील की थी कि वे पार्टी के उम्मीदवारों को जिताएं ताकि केंद्र शासित प्रदेश को अपना पहला डोगरा हिंदू मुख्यमंत्री मिल सके. इतना ही नहीं एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में एक मुस्लिम मुख्यमंत्री हो सकता है तो जम्मू और कश्मीर में एक हिंदू क्यों नहीं हो सकता? यहां तो हिंदुओं की आबादी 32% है. दरअसल इस बार के चुनाव परिणाम आने के बाद श्याम लाल शर्मा की कही बातें अतिशयोक्ति नहीं हैं. दरअसल पिछले कुछ सालों में जम्मू की हालत कश्मीर के मुकाबले बहुत कमजोर हुई है. जम्मू अब कश्मीर की शीतकालीन राजधानी भी नहीं रही. दूसरे ट्रेनों का ठहराव अब कटरा तक हो जाने से तीर्थयात्रियों की आमदरफ्त कम हो गई. इसलिए यहां के लोग चाहते हैं कि जम्मू क्षेत्र का आदमी सीएम बनेगा तो ही जम्मू के हक में फैसले हो सकेंगे. 2- त्रिशंकु विधानसभा बनी तो बीजेपी रहेगी सबसे आगे दरअसल श्याम लाल शर्मा के बयान को आप बीजेपी की रणनीति के रूप में देख सकते हैं. क्योंकि हिंदुओं के वोट बीजेपी और कांग्रेस में बंटने की उम्मीद है. बीजेपी इस प्रयास में है कि जम्मू डिवीजन जहां 43 विधानसभा सीटें हैं, में अधिक से अधिक सीटों पर कब्जा कर सके. दरअसल जम्मू कश्मीर विधानसभा में त्रिशंकु विधानसभाओं का इतिहास रहा है. अगर त्रिशंकु विधानसभा बनती है तो सबसे अधिक संभावना बीजेपी के ही सीएम की होगी. क्योंकि 5 नामित सदस्यों का सहयोग भी बीजेपी को मिलने की उम्मीद रहेगी. 2002 के विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 87 सदस्यीय विधानसभा में 57 सीटों से घटकर 28 सीटों पर आ गई थी. कांग्रेस ने 20 सीटें जीतीं और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने 16 सीटें हासिल कीं, जिसके बाद कांग्रेस, पीडीपी और कुछ छोटे दलों ने मिलकर सरकार बनाई. 2008 के विधानसभा चुनावों में भी त्रिशंकु परिणाम आए, जिसके कारण नेशनल कॉन्‍फ्रेंस और कांग्रेस को मिलकर सरकार बनानी पड़ी. घाटी में राजनीतिक दलों के बीच बढ़ती दरार के चलते, जम्मू के नेता यह मानने लगे कि जम्मू को भी अपना मुख्यमंत्री मिल सकता है. 2014 के चुनावों में बीजेपी ने जम्मू से 25 सीटें जीतीं, जब हिंदू मतदाता पार्टी के पीछे एकजुट हो गए थे. पीडीपी के साथ बीजेपी ने मिलकर सरकार बनाई. जाहिर है बीजेपी ने ऐसा राज्य में अपनी जड़ें जमाने के लिए किया होगा. अब बीजेपी खुलकर कह रही है कि यदि पार्टी पूर्ण बहुमत से जीतती है, तो मुख्यमंत्री जम्मू से होगा. 3-कांग्रेस-नेशनल कान्फ्रेंस की सरकार बनती है तो भी हिंदू सीएम की संभावना नए परिसीमन के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार चुनाव हो रहे हैं. कुल 90 सीटों पर विधानसभा के चुनाव होने हैं. इनमें 47 सीटें कश्मीर में हैं, जबकि 43 सीटें जम्मू में हैं. परिसीमन के पहले जम्मू एरिया की सीटों की … Read more