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‘हीरोपंति’ अभिनेता टाइगर श्रॉफ ने फैंस के आग्रह पर सुनाया पसंदीदा डायलॉग ‘छोटी बच्ची हो क्या?’

मुंबई, बेहतरीन डांसर और अभिनेता टाइगर श्रॉफ अपने प्रशंसकों का खासा ध्यान रखते हैं। एक इवेंट में पहुंचे अभिनेता ने प्रशंसकों के आग्रह पर अपनी सफल फिल्म का पसंदीदा डायलॉग सुनाया। अभिनेता का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह प्रशंसकों की भीड़ में खड़े नजर आ रहे हैं। बातचीत के दौरान उनके प्रशंसक उनसे ‘सर, एक डायलॉग तो बनता है’ चिल्लाने लगते हैं। इस पर अभिनेता माइक थामते हैं और कहते हैं ’यार आप लोगों को पता तो है कि कौन सा डायलॉग है, आप ही लोग बोल दो’। इसके बाद भीड़ की आवाज के साथ टाइगर चिल्लाते हुए कहते हैं ‘छोटी बच्ची हो क्या?’ अभिनेता दिवाली पर आ रही फिल्म ‘सिंघम अगेन’ के प्रमोशन में लगे हुए हैं। हाल ही में वह अक्षय कुमार के साथ नजर आए थे। ‘छोटी बच्ची हो क्या?’ टाइगर श्रॉफ की साल 2022 में रिलीज हुई एक्शन फिल्म ‘हीरोपंती 2’ का संवाद है, जो कि काफी लोकप्रिय हुआ था। फिल्म में टाइगर श्रॉफ के साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी और तारा सुतारिया मुख्य कलाकारों के तौर पर थे। फिल्म का निर्देशन अहमद खान ने किया, जिसे रजत अरोड़ा ने लिखा है और नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट के बैनर तले साजिद नाडियाडवाला ने इसका निर्माण किया है। कई सितारों से सजी ‘सिंघम अगेन’ दिवाली के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज होने को तैयार है। रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म सिंघम अगेन की रिलीज का दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच ‘छोटे मियां बड़े मियां’ टाइगर श्रॉफ और अक्षय कुमार हाल ही में मुंबई में प्रमोशन करने के लिए निकले थे। इस दौरान दोनों अभिनेता फोटोग्राफर्स को पोज द‍ेते भी नजर आए। ‘सिंघम अगेन’ में अक्षय और टाइगर की जोड़ी अली अब्बास जफर की एक्शन ड्रामा ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के बाद दूसरी बार साथ काम करने जा रही है। ‘सिंघम अगेन’ में टाइगर लक्ष्मण से प्रेरित भूमिका निभाते नजर आएंगे, जबकि अक्षय का कैमियो जटायु पर आधारित है। सिंघम अगेन में टाइगर श्रॉफ के साथ अजय देवगन, करीना कपूर, रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, दीपिका पादुकोण और अक्षय कुमार अहम रोल में हैं। कई सितारों से सजी रोहित शेट्टी की फिल्म 1 नवंबर को सिनेमाघरों में उतरने के लिए तैयार है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 39

शाकाहारी भोजन से कैंसर से बचाव

यदि आपकी शरीर की रोग निरोधक शक्ति ठीक और मजबूत है तो आप बीमारी से लड़ने की क्षमता रखते हैं। यह बात कैंसर के मरीजों के लिए खास महत्व रखती है। यदि आप अपनी खुराक में सावधानी बरतें तो आप कैंसर का आपरेशन भी झेल सकते हैं। कैंसर एक दिन अचानक या थोड़े ही समय में होने वाली बीमारी नहीं है। शरीर में ट्यूमर धीरे-धीरे ही बनते हैं और यदि आप अपनी सेहत के प्रति चैकन्ने रहें, अपने आहार में सावधानी बरतें तो इससे लड़ने की क्षमता बढ़ा सकते हैं। आजकल के नये खाने के तौर-तरीकों जैसे बर्गर, पिज्जा आदि जंक फूड खाने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यदि हम ताजे फल, सब्जियां और शाकाहारी भोजन खाना न थोड़ें तो हमारी सेहत निश्चित अच्छी रहेगी। एक बात और ध्यान में रखनी बहुत जरूरी है। कैंसर के कारण शरीर में प्रोटीन की मात्रा बहुत कम हो जाती है, इसलिए प्रोटीनयुक्त भोजन लेना चाहिए। इन्हें चपाती की जगह परांठा भी दे सकते हैं और बेसन और सूजी के लड्डू आदि भी अच्छे हैं। कैंसर के मरीजों के आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। देखें कि किस प्रकार का कैंसर होने पर कौन-सा खाना हानिकारक है। -मुंह में कैंसर हो जाने पर शराब व पान न लें। -पेट में कैंसर हो जाने पर नमक की मात्रा कम करें और तला हुआ खान आदि कम करें। -बड़ी आंत का कैंसर हो जाने से शराब व मांस-मछली न लें। -इस तरह आप खाने पीने के तरीकों को बदलकर और थोड़ी सावधानी बरत कर कैंसर से भी अपने आपको बचा सकते हैं। -सबसे बड़ी बात यह है कि शाकाहारी भोजन लेने से आप स्वस्थ रह सकते हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 32

महाराष्ट्र : महायुति और MVA के 150 बागी बने सिर दर्द, जानें कैसे बढ़ाई टेंशन

मुंबई टिकट न मिलने पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कूदने वाले बागी महायुति और विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के लिए सिरदर्द बन गए हैं। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के वास्ते नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर थी और उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच 30 अक्टूबर को की जाएगी। चुनावी जंग से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि चार नवंबर है और इसके बाद मैदान में बचे बागियों की संख्या पर स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। महायुति ने जहां 80 बागियों की पहचान की है, वहीं विभिन्न दलों के करीब 150 नेताओं ने अपनी पार्टी या बहुदलीय गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल किया है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर है, इसलिए मोर्चों के पास मतभेदों को सुलझाने और बागियों को मैदान से हटने के लिए मनाने के लिए करीब एक सप्ताह का समय है। एमवीए के 286 प्रत्याशियों का नामांकन एमवीए और महायुति दोनों ने कहा कि उन्होंने सभी 288 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। नामांकन बंद होने के बाद, एमवीए के 286 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए (कांग्रेस से 103, उद्धव ठाकरे की शिवसेना 96 और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से 87 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है। तीनों दलों ने अपने-अपने कोटे से छोटे सहयोगियों को सीटें दीं। महायुति से कितने प्रत्याशी? महायुति में 284 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है। बीजेपी, शिवसेना 80 और अजित पवार की एनसीपी से 52 प्रत्याशी हैं। जिसमें छोटे सहयोगी भी शामिल हैं। दोनों गठबंधनों ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से जानकारी आने के बाद शेष सीटों का हिसाब लगाया जाएगा। हालांकि, महायुति सूची से ऐसा प्रतीत होता है कि इसने 5 निर्वाचन क्षेत्रों में दो उम्मीदवारों की घोषणा की है, और दो सीटों पर कोई भी उम्मीदवार नहीं हैं। इसने कुल 289 उम्मीदवारों की घोषणा की है। बागियों से निपटना चुनौति महायुति और एमवीए के प्रमुख नेताओं ने स्वीकार किया कि बागियों की मौजूदगी चिंता का विषय है और उन्हें इस मामले से निपटना होगा। ऐसा करने के लिए अभी भी समय है। उम्मीदवारों के कागजात बुधवार को जांचे जाएंगे और 4 नवंबर को उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख है। इसके बाद, यह स्पष्ट हो जाएगा कि अभी भी कितने बागी मैदान में हैं। महा विकास अघाड़ी में शुरू से रहा विवाद कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इस पर पखवाड़े भर से चल रहा असमंजस मंगलवार को खत्म हो गया। लेकिन कई दौर की बातचीत के बावजूद महायुति ने सीट बंटवारे के अपने फॉर्मूले को पूरी तरह से गुप्त रखा, जबकि एमवीए का फॉर्मूला सार्वजनिक रूप से बदलता रहा। शुरू में यह प्रस्ताव था कि कांग्रेस 103 सीटों पर, यूबीटी शिवसेना 90 सीटों पर और एनसीपी (एसपी) 85 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाद में, यूबीटी शिवसेना सांसद संजय राउत ने 85-85 सीटों का फॉर्मूला प्रस्तावित किया और चूंकि इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई, इसलिए कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने एक नया फॉर्मूला प्रस्तावित किया, जिसमें एमवीए के सभी घटक 90-90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। यदि बागी चुनाव मैदान में डटे रहते हैं, तो वे आधिकारिक उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण चुनौती पैदा करेंगे। इतना ही नहीं वे महायुति और एमवीए के चुनावी गणित को बिगाड़ने का काम करेंगे। महायुति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, जबकि विपक्षी एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी शामिल हैं।   मुंबई में सबसे ज्यादा मुसीबत प्रमुख दलों के बीच सबसे अधिक संख्या में उम्मीदवार उतारने वाली बीजेपी को मुंबई के साथ-साथ राज्य के अन्य हिस्सों में बागियों से संभावित नुकसान को रोकने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। भाजपा के बागियों में एक बड़ा नाम गोपाल शेट्टी का है। वह दो बार विधायक और मुंबई से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने मुंबई की बोरीवली विधानसभा सीट से पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार संजय उपाध्याय के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।   इसलिए बढ़ी परेशानी राजनीतिक पर्यवेक्षक अभय देशपांडे के अनुसार, सत्तारूढ़ गठबंधन में एनसीपी के प्रवेश ने भाजपा और शिवसेना के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। उन्होंने कहा, 'विधानसभा चुनाव आम तौर पर उम्मीदवारों की छवि पर लड़ा जाता है। दोनों पक्षों (महायुति और एमवीए) में कम से कम तीन प्रमुख राजनीतिक दल हैं, और यह स्पष्ट है कि प्रत्येक पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए सीमित संख्या में सीट मिली हैं। भाजपा और शिवसेना के पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी एनसीपी के साथ हाथ मिलाए जाने से उनके समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए जमीन पर एक बड़ी चुनौती पैदा हो गई है।' ऐसे मामले भी हैं, जहां सहयोगी दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए हैं। उदाहरण के लिए, सोलापुर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस ने दिलीप माने को नामांकित किया, लेकिन उन्हें आधिकारिक उम्मीदवार का दर्जा नहीं मिला। उसकी सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने अमर पाटिल को टिकट दिया है। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में माने ने कहा, 'मुझे बताया गया था कि कांग्रेस की ओर से एबी फॉर्म मुझे दिया जाएगा। वह कभी नहीं आया, इसलिए मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने का फैसला किया।' सोलापुर जिले के पंढरपुर-मंगलवेधा निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस और इसकी सहयोगी एनसीपी (एसपी) ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) एमवीए की एक घटक है, फिर भी इसके बाबासाहेब देशमुख ने सोलापुर जिले के सांगोला निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार के खिलाफ अपना नामांकन दाखिल किया है। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को भी बगावत का सामना करना पड़ रहा है। एनसीपी नेता छगन भुजबल के भतीजे समीर ने नासिक जिले के नंदगांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। वह शिवसेना उम्मीदवार और मौजूदा विधायक सुहास कांडे को चुनौती दे रहे हैं। एनसीपी की नासिक शहर इकाई के अध्यक्ष रंजन ठाकरे ने भी मौजूदा भाजपा विधायक देवयानी फरांडे के खिलाफ निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे … Read more

दिवाली पर पूजा का क्या है मुहूर्त जाने, दुकान, ऑफिस और फैक्टरी में दिवाली पूजन कब करे?

नई दिल्ली 31 अक्टूबर को अमावस्या शाम 4 बजे के बाद से शुरू हो रही है और एक नवंबर तक रहेगी। इसलिए अधिकतर जगह देशभर में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। प्रदोष काल में दिवाली की अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को ही मिल रही है। ऐसे में दिवाली पर लक्ष्मी गणेश का पूजन 31 अक्टूबर को ही किया जा रहा है। इस दिन दिवाली पूजन के कई शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। दिवाली पर सभी घर, ऑफिस, फैक्टरी और अपने व्यापार की जगह में दिवाली पूजन करते हैं। ऐसे में 31 अक्टूबर को शाम को दिनाली लग रही है, तो घर और ऑफिस दोनों जगह कैसे होगा दिवाली पूजन इसको लेकर कंफ्यूजन है, ऐसे में हमने ज्योतिर्विद दिवाकर त्रिपाठी से बात की आइए जानें दिवाली पर ऑफिसों में, दुकान में और फैक्टरी में किस समय पूजा कर सकते हैं। दिवाली पर ऑफिस, दुकान और फैक्टरी में लक्ष्मी पूजन कब करें ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि दीपावली का पावन पर्व 31 अक्टूबर दिन बृहस्पतिवार को रात्रि व्यापिनी अमावस्या तिथि में मनाया जाएगा। इसलिए 31 अक्टूबर को स्थिर लग्न में शाम के समय ऑफिस दुकान में पूजा कर लें। सर्वोत्तम मुहूर्त प्रदोष काल अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को शाम 6 बजे से 8 बजे तक बन रहा है। परंतु 1 नवंबर दिन शुक्रवार को स्थिर लग्न वृश्चिक सुबह 7:30 बजे से लेकर 9:00 बजे तक मिल रहा है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 30

महाराष्ट्र में वोटर की होगी परीक्षा: किसे CM देखना चाहती है जनता, किस नंबर पर एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और उद्धव

मुंबई महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नामांकन का कल आखिरी दिन था और अब सभी दल चुनाव के लिए तैयार हैं। इस चुनाव में दो गठबंधनों के बीच सीधा मुकाबला है और दोनों में तीन-तीन दल शामिल हैं। फिर भी जमीन पर मुकाबला काफी जटिल है। इसकी वजह यह है कि एनसीपी और शिवसेना के दो धड़े हैं और दोनों अलग-अलग खेमों में हैं। ऐसे में वोटर किसके साथ रहेगा और किसके खिलाफ, इसकी परीक्षा होगी। लोकसभा चुनाव में दिखा था कि अजित पवार की एनसीपी के मुकाबले लोगों ने शरद पवार को समर्थन किया था। वहीं एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी दो धड़ों में है और आम चुनाव में दोनों का प्रदर्शन लगभग एक जैसा था। इस बार भी जटिल स्थिति है और कई सीटों पर पुरानी और नई एनसीपी के उम्मीदवार मुकाबले में हैं तो कहीं शिवसेना के ही दो गुटों में भिड़ंत है। ऐसी स्थिति में किस नेता को लोग सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं, यह भी एक सवाल है, जिसका लोग जवाब जानना चाहते हैं। इस बीच एक सर्वे हुआ है, जिसमें यह जानने की कोशिश की गई है कि लोग सीएम के तौर पर किस नेता को कितना पसंद करते हैं। इस सर्वे में पता चला है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के लोगों की सीएम के तौर पर पहली पसंद है। सी-वोटर सर्वे के अनुसार वह पहले नंबर पर हैं, जबकि चौंकाने वाली बात है कि उद्धव ठाकरे को लोग दूसरे पर नंबर पर रखते हैं। वहीं पूरे 5 साल तक सरकार चलाने वाले देवेंद्र फडणवीस को लोगों ने तीसरे नंबर की पसंद माना है। भाजपा ने पिछले दिनों कहा था कि हम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अब भी यह संशय बना ही है कि महायुति को जीत मिली तो कौन मुख्यमंत्री होगा। ऐसा ही संदेह महाविकास अघाड़ी की सरकार को लेकर भी है क्योंकि सीएम फेस के तौर पर किसी नाम का ऐलान नहीं हुआ है। खैर, देखते हैं जनता ने किस नेता को सीएम चेहरे के तौर पर किस नंबर पर रखा है। एकनाथ शिंदे को पसंद करने वाले सबसे ज्यादा, उद्धव नंबर दो एकनाथ शिंदे को 27.5 फीसदी लोग सीएम फेस के तौर पर सबसे सही मानते हैं। इनमें भी कोंकण के 36.7 फीसदी लोगों ने उन्हें अपनी पसंद माना है, जबकि मुंबई के 25.3 फीसदी लोग उन्हें सही चेहरा मानते हैं। अब बात उद्धव ठाकरे की करें तो उन्हें राज्य के 22.9 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद माना है। उन्हें पसंद करने वाले लोगों में मुंबई, कोंकण, मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र शामिल हैं। सभी जगहों से औसतन 23 फीसदी लोगों ने उन्हें पसंद किया है। तीसरे नंबर पर फडणवीस, अजित और शरद पवार का क्या हाल अब देवेंद्र फडणवीस की बात करें तो उन्हें 10.8 फीसदी लोग सीएम के तौर पर अपनी पसंद मानते हैं। उन्हें मुंबई के 14.8 फीसदी, कोंकण के 10.4 पर्सेंट और विदर्भ के 13.7 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। वहीं लंबे समय से सीएम बनने की चाह रखने वाले अजित पवार को 3.1 फीसदी लोग ही मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर सही मानते हैं। शरद पवार को 5.9 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद माना है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 38

सरकारी नौकरी और कम उम्र का धोखा देकर विवाह करने के मामले में हाईकोर्ट ने स्वीकारी पत्नी की अपील

बिलासपुर सरकारी नौकरी और उम्र कम होने का धोखा देकर विवाह करने के मामले में हाईकोर्ट ने पत्नी की अपील स्वीकार कर ली है. जांजगीर परिवार न्यायालय ने अपीलकर्ता पत्नी की तलाक की अर्जी खारिज कर दी थी, जिसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी. मामले की सुनवाई जस्टिस रजनी दुबे और जस्टिस संजय जायसवाल की डबल बैंच में हुई. जांजगीर निवासी युवती की 5 मई 2011 को हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह हुआ, लेकिन विवाह के तुरंत बाद पति और उसके परिवार के सदस्यों ने पत्नी के साथ क्रूरता करना शुरू कर दिया. पति ने विवाह के समय अपनी वास्तविक आयु भी छिपाई थी और झूठा बयान दिया था कि वह एक सरकारी कर्मचारी है. विवाह के बाद आपसी कलह से परेशान पत्नी अलग रहने लगी. इसके बाद पति ने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 9 के तहत पारिवारिक न्यायालय जांजगीर-चांपा में आवेदन किया. मामले में 26.09.2018 के आदेश के अनुसार पति के पक्ष में निर्णय दिया गया और पत्नी को उसके साथ रहने का निर्देश दिया गया. पत्नी ने भी एक याचिका दायर की थी, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था, क्योंकि पारिवारिक न्यायालय में दोनों के बीच समझौता हो गया था. इसके बाद अपीलकर्ता पत्नी ने पारिवारिक न्यायालय के समक्ष हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) के तहत आवेदन दायर किया, जिसे खारिज कर दिया गया, जिसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की गई. सुनवाई में अपीलकर्ताओं के वकील ने कहा कि विवादित निर्णय और डिक्री कानून और तथ्यों दोनों की दृष्टि से त्रुटिपूर्ण है और इसे रद्द किया जाना चाहिए. सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि विवाह के समय पति ने अपनी उम्र 28 वर्ष बताया था जबकि उसकी वास्तविक उम्र 40 वर्ष रहा. वहीं पत्नी 18 वर्ष की थी. पति ने खुद को सरकारी नौकरी में भी बताया था. मामले में सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने कहा कि, हम इस बात से संतुष्ट हैं कि यह विवाह पूरी तरह से टूट चुका है. हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत विवाह का पूरी तरह से टूट जाना तलाक का आधार नहीं है मगर एक ऐसा विवाह जो सभी के लिए ख़त्म हो चुका है न्यायालय के आदेश से उसके उद्देश्यों को पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 43

एक्शन-ड्रामा में नजर आएंगे अनिल कपूर, शुरू हुई ‘सूबेदार’ की शूटिंग

मुंबई,  फिल्म जगत के सुपरस्टार अनिल कपूर जल्द ही आगामी फिल्म ‘सूबेदार’ में अपने अभिनय का प्रदर्शन करते नजर आएंगे। फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है।एक्शन-ड्रामा फिल्म में अनिल कपूर मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म का निर्देशन सुरेश त्रिवेणी कर रहे हैं। सुरेश त्रिवेणी ने मनोरंजन जगत को ‘जलसा’ और ‘तुम्हारी सुलु’ जैसी सफल फिल्में दी हैं। फिल्म निर्माता ने बुधवार को एक पोस्ट साझा कर फिल्म की शूटिंग शुरू होने की घोषणा की है। इसके साथ ही निर्माता ने फिल्म से अनिल कपूर का लुक भी साझा किया है। फिल्म में अनिल कपूर के साथ राधिका मदान भी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में राधिका अनिल कपूर की बेटी श्यामा की भूमिका निभाती नजर आएंगी। अनिल कपूर और राधिका मदान के साथ-साथ और भी कई शानदार कलाकार अहम रोल में हैं। वहीं, फिल्म की पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो ‘सूबेदार’ भारतीय पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें सूबेदार अर्जुन मौर्य की कहानी दिखाई गई है। इसमें वह तमाम परिस्थितियों के बीच जीवन जीने की चुनौतियों से जूझता है और अपनी बेटी के साथ तनावपूर्ण संबंधों को संभालता है। कभी देश के लिए लड़ने वाले एक सैनिक को अब अपने घर और परिवार की रक्षा के लिए अपने भीतर के दुश्मनों से लड़ना होगा। अनिल ने जून 2024 की शुरुआत में ही फिल्म की तैयारी शुरू कर दी थी। सुरेश त्रिवेणी द्वारा निर्देशित फिल्म विक्रम मल्होत्रा, अनिल कपूर और सुरेश त्रिवेणी द्वारा निर्मित है और सुरेश त्रिवेणी और प्रज्वल चंद्रशेखर द्वारा लिखित है। फिल्म के संवाद को सुरेश त्रिवेणी और सौरभ ने लिखा है। यह फिल्म प्राइम वीडियो पर आएगी। इस बीच पेशेवर काम की बात करें तो अनिल कपूर हाल ही में स्ट्रीमिंग रियलिटी शो ‘बिग बॉस ओटीटी’ के तीसरे सीजन की मेजबानी करते नजर आए थे। ‘बिग बॉस ओटीटी’ की जीत का ताज सना मकबूल के सिर पर सजा था। अनिल कपूर ने सत्तीराजू लक्ष्मीनारायण द्वारा निर्देशित 1983 की रोमांस-ड्रामा फिल्म ‘वो सात दिन’ से डेब्यू किया था। अभिनेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर फिल्म के एक दृश्य का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें लिखा था ‘आज मैंने एक अभिनेता और एक मनोरंजनकर्ता के रूप में 40 साल पूरे कर लिए हैं।‘     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 34