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मध्य प्रदेश में दिवाली के बाद से सर्द हुई रातें, इन जिलों में लुढ़का पारा

भोपाल मध्य प्रदेश में सर्द बढ़ते ही कम्बल और रजाई निकल गए हैं। अधिकांश जिलों में रात के तापमान में गिरावट होने पर ठिठुरन बढ़ गई। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि आगामी कुछ दिनों तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम इसी प्रकार शुष्क बना रहेगा। गुरूवार को कई शहरों का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के करीब और उससे कम दर्ज किया गया है। जिससे माना जा रहा है कि आगामी दिनों में ठंड और बढ़ सकती है।मौसम विभाग के मुताबिक, भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री से ज्यादा दर्ज हुआ। वहीं रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली है। बता दें, फिलहाल प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में बने सर्कुलेशन सिस्टम के कारण नमी आ रही है। हालांकि इसका असर बारिश के रूप में नहीं देखने को मिलेगा। साथ ही भोपाल सहित अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ रहेगा। राजधानी में मौसम साफ रहने से रात का पारा भी गिरने के आसार है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 60

प्रार्थना की शक्ति

मनुष्य कितना दीन, हीन अल्प शक्ति वाला, कमजोर प्राणी है, यह प्रतिदिन के उसके जीवन से पता चलता है। उसे पग-पग पर परिस्थितियों के आश्रित होना पड़ता है। कितने ही समय तो ऐसे आते हैं, जब औरों से सहयोग न मिले तो उसकी मृत्यु तक हो सकती है। इस तरह विचार करने से तो मनुष्य की लघुता का ही आभास होता है, किन्तु मनुष्य के पास एक ऐसी भी शक्ति है, जिसके सहारे वह लोक-परलोक की अनंत सिध्दियों तथा सामर्थ्यों का स्वामी बनता है। अविचल श्रध्दा यह है प्रार्थना की शक्ति, परमात्मा के प्रति अविचल श्रध्दा और अटूट विश्वास की शक्ति। मनुष्य प्रार्थना से अपने को बदलता है, शक्ति प्राप्त करता है और अपने भाग्य में परिवर्तन कर लेता है। विश्वासपूर्वक की गयी प्रार्थना पर परमात्मा दौड़े चले आते हैं। सचमुच प्रार्थना में बड़ा बल है, अलौकिक शक्ति और अनंत सामर्थ्य है। प्रार्थना विश्वास की प्रतिध्वनि है। रथ के पहियों में जितना अधिक भार होता है, उतना ही गहरा निशान वे धरती में बना देते हैं। प्रार्थना की रेखाएं लक्ष्य तक दौड़ी जाती हैं और मनोवांछित सफलता खींच लाती है। विश्वास जितना उत्कट होगा परिणाम भी उतने ही प्रभावशाली होंगे। प्रार्थना आत्मा की आध्यात्मिक भूख है। शरीर की भूख अन्न से मिटती है, इससे शरीर को शक्ति मिलती है। उसी तरह आत्मा की आकुलता को मिटाने और उसमें बल भरने की सत साधना परमात्मा की ध्यान आराधना ही है। इससे अपनी आत्मा में परमात्मा का सूक्ष्म दिव्यत्व झलकने लगता है और अपूर्व शक्ति का सदुपयोग आत्मबल संपन्न व्यक्ति कर सकते हैं। निष्ठापूर्वक की गई प्रार्थना कभी असफल नहीं हो सकती। आत्मा शुध्दि का आठान भी प्रार्थना ही है। इससे मनुष्य के अंतःकरण में देवत्व का विकास होता है, विनम्रता आती है और सदुगुणों के प्रकाश में व्याकुल आत्मा का भय दूर होकर साहस बढ़ने लगता है। ऐसा महसूस होता है, जैसे कोई असाधारण शक्ति सदैव हमारे साथ रहती है। हम जब उससे अपनी रक्षा का याचना, दुःखों से परित्राण और अभावों की पूर्ति के लिये अपनी विनय प्रकट करते हैं तो सद्य प्रभाव दिखलाई देता है और आत्म संतोष का भाव पैदा होता है। असंतोष और दुःख का भाव जीव को तब तक परेशान करता है, जब तक वह क्षुद्र और संकीर्णता से ग्रस्त रहता है। मतभेदों की नीति ही संपूर्ण अनर्थों की जड़ है। प्रार्थना इन परेशानियों से बचने की रामबाण औषधि है। भगवान की प्रार्थना से सारे भेदों को भूल जाने का अभ्यास हो जाता है। सृष्टि के सारे जीवों के प्रति जब ममता आती है तो इससे पाप की भावना का लोप होता है। जब अपनी असमर्थता समझ लेते हैं और अपने जीवन के अधिकार परमात्मा को सौंप देते हैं तो यही समर्पण का भाव प्रार्थना बन जाता है। दर्पणों का चिंतन और परमात्मा के उपकारों को स्मरण रखना ही मनुष्य की सच्ची प्रार्थना है। महात्मा गांधी कहा करते थे-मैं कोई काम बिना प्रार्थना के नहीं करता। मेरी आत्म के लिये प्रार्थना उतनी ही अनिवार्य है, जितना शरीर के लिये भोजन। मनुष्य जीवन में अच्छे बुरे दोनों तरह की वृत्तियां रहती हैं, आत्मा के गहन अंतराल में तो सत्-तत्व पाया जाता है। इस शुभ, शिव और परमतत्व से एकाकार प्रार्थना से होता है, जिससे आसुरी वृत्तियों का लोप और दैवीय गुणों का प्रादुर्भाव होता है। प्रार्थना से ही अंतरात्मा में प्रवेश मिलता है और बुध्दि की सूक्ष्म ग्रहणशीलता उपजती है। इस परिवर्तनशील जगत के सारे रहस्य खुलने लगते हैं। मोह की दुरभि संधि मिटकर सत्य प्रकाशित होने लगता है। ईश्वरत्व का समन्वय प्रार्थना प्रयत्न और ईश्वरतत्व का सुंदर समन्वय है। मानवीय प्रयत्न अपने आप में अधूरे हैं क्योंकि पुरुषार्थ के साथ संयोग भी अपेक्षित है। यदि संयोग सिध्दि न हुई तो कामनाएं अपूर्ण ही रहती हैं। इसी तरह संयोग मिले और प्रयत्न न करें तो भी काम नहीं चलता। प्रार्थना से इन दोनों में मेल पैदा होता है। सुखी और समुन्नत जीवन का यही आधार है कि हम क्रियाशील भी रहें और दैवीय विधान से सुसंबध्द रहने का भी प्रयास करें। धन की आकांक्षा के लिये तो व्यवसाय और उद्यम करना होता है साथ ही उसके लिए अनुकूल परिस्थितियां भी चाहिए ही। जगह का मिलना, पूंजी लगाना, स्वामिभक्त और ईमानदार नौकर, कारोबार की सफलता के लिये चाहिये ही। यह सारी बातें संयोग पर अवलंबित हैं। प्रयत्न और संयोग का जहां मिलाप हुआ वहीं सुख होगा, वहीं सफलता भी होगी। यह अनिवार्य नहीं कि प्रार्थना पूर्णतया निष्काम हो। सकाम प्रार्थनाओं का भी विधान है किन्तु सांसारिक कामनाओं के लिये की गयी प्रार्थना में वह तल्लीनता नहीं आ पाती जो परमात्मा तक अपना संदेश ले जा सके। ऐसी प्रार्थनाएं भोग के निविड़ में भटककर रह जाती है। परिणामतः समय का अपव्यय और शक्ति का दुरुपयोग ही होता है। परोपकार, आत्मकल्याण और जीवन लक्ष्य की प्राप्ति के लिये ही प्रार्थना का सदुपयोग होना चाहिये। ऐसी प्रार्थंनाओं में सजीवता होती है, चुंबकत्व होता है और परमात्मा को प्राप्त करने की प्रबल आकुलता होती है, ये कभी निष्फल नहीं जाती। सद्उद्देश्यों के लिए की गई हृदय, आत्मा की पुकार अनसुनी नहीं जाती। परमात्मा उसे जरूर पूरा करते हैं। अभी तक जो शक्तियां मिलीं और जो मानव जीवन का सौभाग्य प्राप्त होता है, इसमें भी पूर्व भावनाओं की सौम्यता ही प्रतीत होती है। हमने उनका आश्रय छोड़ दिया होता तो अन्य जीवधारियों के समान हम भी कहीं भटक रहे होते किन्तु यह अभूतपूर्व संयोग मिलना निश्चय ही उनकी कृपा का फल है। प्राप्त परिस्थितियों का सदुपयोग तब है जब इन साधनों का उपयोग आत्मविकास में कर सकें। इसके लिये हमारा संपूर्ण जीवन एक प्रार्थना हो। हम अनन्य भाव से अपने आपको उस परमात्मा के प्रति समर्पित किए रहें और उनकी दुनिया को सुंदर और सरस बनाने के लिये अपने कर्तव्यों का यथा रीति पालन करते रहें। हृदयहीन मुखर प्रार्थना नहीं चाहिए, जिसमें केवल स्वर का महत्व प्रकट होता है और प्रर्थना नहीं, वह तो विडंबना हुई, प्रार्थना वह होती है जो हृदय से निकल कर सारे आकाश को प्रभावित करती है और परमात्मा के हृदय में भी उथल-पुथल मचा कर रख देती है। हे ईश्वर, हे परमपिता परमेश्वर! सृष्टि के कण-कण में आपका स्पंदन है। ये सृष्टि आपसे ही है। पालक पोषक सब कुछ आप ही हैं। हमें अपनी शरण में ले … Read more

दो विधानसभा में उपचुनाव की प्रशासनिक तैयारी जारी, नामांकन सूची से हटाए साढ़े 6 लाख मतदाताओं के नाम, 7.47 लाख मतदाताओं के नाम जोड़े

भोपाल मध्यप्रदेश में दो विधानसभा में उपचुनाव की प्रशासनिक तैयारी चल रही है। प्रदेश के बुधनी और विजयपुर विधानसभा में उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान है। इसी बीच मध्यप्रदेश निवार्चन आयोग की ओर से प्रदेश के मतदाताओं के आंकड़े जारी किए हैं। जारी आंकड़े के अनुसार एमपी में साढ़े 6 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए और 7.47 लाख मतदाताओं के नाम जोड़े है। मतदाताओं ने नए पते अपडेट करवाए है। नए मतदाताओं को जोड़ने और जरूरत के अनुसार नाम हटाए जाने की प्रक्रिया तेज हुई है। अब दावे-आपत्तियां आमंत्रित की गईं है। 228 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या 5,60,63,645 है। उपचुनाव के कारण बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में पुनरीक्षण नहीं होगा। दावे आपत्ति लेने का काम शुरू हो गया है। प्रक्रिया 28 नवंबर तक चलेगी। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 39

अंकुरित अन्नों में निहित पोषण शक्ति

आहार से जीवन सरल बनता है। अन्न एवं वनस्पतियां हमारे काय-कलेवर का प्राण हैं। भोजन में प्राणशक्ति न हो, हमारी मूल ईधन ही अपमिश्रित हो तो कलेवर में गति कहां से उत्पन्न हो? आवश्यकता इस बात की है कि अन्न प्राणवान बने, संस्कार दे, शरीर शोधन एवं नव-निर्माण की दोहरी भूमिका सम्पन्न करे। अंकुरित अन्नों का आहार इस प्रयोजन की पूर्ति सरलतापूर्वक करता है। अपने प्राकृतिक रूप में किया गया आहार पोषण की दृष्टि से तो उत्तम होता ही है, साथ ही औषधि का भी काम करता है। इस दृष्टि से आहार विज्ञानियों ने अंकुरित अन्नों को बहुत उपयोगी पाया है। वे जब अंकुरित स्थिति में फूटते हैं,तब अभिनव एवं अतिरिक्त गुण सम्पन्न होते हैं। स्वास्थ्य संरक्षण के लिए विटामिन, खनिज लवण, चिकनाई, प्रोटीन एवं कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा का होना अनिवार्य माना गया है जो अंकुरित खाद्यान्नों में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इनका सेवन करने से वानस्पतिक औषधियों के सेवन की तरह रक्त एवं धातुओं का शोधन होकर कायाकल्प का प्रतिफल सामने आता है। अंकुरित अन्न अतिरिक्त रसायनों से भरपूर होने के कारण जीवन-शक्ति के अभिवर्ध्दन एवं दीर्घायुष्य का लाभ साथ-साथ प्रस्तुत करते हैं। चूंकि अंकुरित अन्न-धान्य बिना आंच के प्राकृतिक रूप से तैयार होते हैं। अतः उनमें स्थित प्रोटीन, वशा, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट को हमारी आंतें सरलतापूवर्क अवशोषित कर लेती हैं और रक्त तथा शक्ति में उसका शीघ्र परिवर्तन हो जाता है। प्रायः सभी प्रकार के अन्नों को अंकुरित करके आहार के रूप में प्रयुक्त किया जा सकता है। गेहूं, चना, मूंग एवं मूंगफली जैसे अन्न खाने में स्वादिष्ट लगने के साथ ही पोषण एवं पाचन में उपयुक्त पाये गये हैं। जिनकी आंतें कमजोर हों, उनके लिए अंकुरण के पश्चात् थोड़ा उबला हुआ या उन्हें पीसकर देने से हितकारी सिध्द होता है पर जिनका पाचनतंत्र सबल हो, व्यायाम के अभ्यासी हों, उनके लिए चना और मूंगफली के अंकुरित दाने बहुत उपयोगी रहते हैं। साफ-स्वच्छ दानों को आवश्यकतानुसार पानी में भिगोकर लगभग 12 घंटे पश्चात् सूती कपड़े में बांधकर रख देने भर से अंकुरित भोजन तैयार हो जाता है। प्रयोगों में गेहूं के अंकुरों को सर्वाधिक उपयोगी पाया गया है। विख्यात आहार विज्ञानी डा. टामस ने इसे मनुष्य के लिए पूर्ण आहार बताया है। उनके अनुसार सभी आयु-वर्ग के लोगों के लिए यह एक उत्तम टॉनिक का कार्य करता है। बढ़े हुए अंकुरों को चबाकर या पीसकर छान लेने से पर्याप्त मात्रा में उपयुक्त विटामिन जैसे-राइबोफुलैफिन, थाइमिन, निकोटिनिक एसिड एवं आयरन, कैल्शियम आदि पोषण तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल जाते हैं। हरी पत्तीदार सब्जियों एवं दूध से भी अधिक स्वास्थ्यवर्ध्दक एवं रक्तशोधक इसे पाया गया है। ताजे अंकुरों में क्लोरोफिल की मात्रा अधिक होती है। फलो ंएवं सब्जियों की तुलना में इनसे 12 गुना अधिक पोषक-तत्व शरीर को प्राप्त होते हैं। द अमेरिकन जनरल आफ सर्जरी नामक प्रसिध्द पत्रिका में प्रकाशित शोधपूर्ण विवरण केअनुसार अंकुरित गेहूं कार्यक्षमता बढ़ाकर शरीर में रक्त-संचार की प्रािया को संतुलित करता है। रक्ताल्पता, अल्सर और पायरिया जैसे रोगों की अचूक दवा तो यह है ही, गर्भाशय, पाचन प्रणाली और त्वचा रोग भी इससे ठीक हो जाते हैं। पाश्चात्य चिकित्सा एवं औषधि विज्ञान के जन्मजाता हिप्पाोटीज के अनुसार धान्यों का अंकुरण काल की ताजी हरी पत्तियां एक ऐसा पूर्ण आहार है, जिनसे उदरपूर्ति और चिकित्सा संबंधी उभयपक्षीय प्रयोजनों की पूर्ति होती है। पोषण के साथ-साथ शरीरशोधन का लाभ भी इससे मिलता है। इस संदर्भ में अमेरिका की सुप्रसिध्द महिला चिकित्सा विज्ञआन डा. एन. विग्मोर ने गहन अनुसंधान किया है। लम्बी अवधि तक किये गये विविध प्रयोग-परीक्षणों के आधार पर प्राप्त निष्कर्षों को उन्होंने अपनी कृति हवाई सफर, इ आन्सर तथा व्हीट ग्रास मेन्ना में प्रकाशित किया है। उनके अनुसार गेहूं का छोटा पौधा प्रकति का ऐसा अनुपम उपहार है, जो पोषक होने के सात ही उत्तम औषधि का काम करता है। गेहूं के छोटे-छोटे पौधों का जीवनदायी रस सेवन कराकर उन्होंने कितने ही रोगियों की सफल उपचार किया है। इसे ग्रीन ब्लड भी कहा गया है। जब इतना सुन्दर विकल्प हमारे समक्ष है तो हम क्यों अभक्ष्य खाते व दूसरों को खिलाते हैं। प्रत्येक बीज के अन्दर पोषक तत्व सघनता के साथ संग्रहित रहते हैं। जल, वायु और उचित ताप का सान्निध्य पाकर बीज जाग्रत हो उठता है। अब तक वह प्रसुप्त अवस्था में था। प्रसुप्त अवस्था में उसमें प्राणतत्व की मात्रा कम थी, जाग्रत-जीवंत ही उसमें प्राणतत्व की मात्रा में आशातीत वृध्दि होती है, इसीलिए अंकुरित अन्न सेवन करने वाले को प्राणतत्व अधिक मात्रा में प्राप्त होता है। तला-भुना अन्य मृत होने के कारण पोषक तत्वों से हीन होता है और अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है, जबकि अंकुरित जीवित अन्न थोड़ी मात्रा में सेवन करने से ही पोषक तत्वों की पूर्ति करने में सक्षम होता है। इससे भोजन की बचत होतीहै। कम भोजन से अधिक व्यक्तियों के आहार की पूर्ति हो सकती है। प्रसुप्त बीज जब अनुकूल परिस्थितियां पाकर अंकुरित होता है तो मूलांकुर की वृध्दि होने लगती है। वृध्दि के लिए आहार की आवश्यकता होता है। इसी प्रयोजन की पूर्ति के लिए बीज के अन्दर भोजन एकत्रित रहता है। इस भोजन का पाचन होकर ही मूलांकुर को मिलता हैस जिससे उसकी वृध्दि होती है। एकत्रित भोजन को पचाने के लिए एंजाइम्स की आवश्यकता होती है। बीज के अंकुरण के समय बीज के अन्दर एकत्रित भोजन को पचाने वाले एंजाइम्स का निर्माण होता है। ये एंजाइम्स अंकुरित अन्न के सेवनकर्ता को भी प्राप्त होते हैं, जिससे ऐसे भोजन का पाचन आसानी से हो जाता है। वृक्ष पर ही पके ताजा फलों को मनुष्य का प्रथम श्रेणी का आहार माना जा सकता है, लेकिन इसके अभाव में हर प्रकार के उपयोगी द्वितीय श्रेणी का भोजन अंकुरित अन्न ही है, जो सहजता से गरीब, अमीर सभी के लिए प्राप्त हो सकता है। आवश्यकता है सकी उपयोगिता समझकर इसे अत्यन्त रुचिपूर्ण ग्रहण करने की और इसमें स्वाद अनुभव करने की।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय … Read more

प्रदेश की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान 20 नवंबर को होगा, CM योगी तक जाने कितनी चुनावी जनसभाएं करेंगे

महाराष्ट्र महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बार प्रदेश की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान 20 नवंबर को होगा। इसके बाद चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।इन चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियाँ बना रहे हैं। मतदाता जागरूकता बढ़ाने और प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। चुनावों की तैयारी के इस दौर में सभी पार्टियाँ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। 20 नवंबर का दिन महाराष्ट्र के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करेगा। पिछले चुनावों का नज़रिया 2019 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा को 105, शिवसेना को 56, NCP को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। चुनाव के बाद, शिवसेना और NCP में बंटवारा हो गया। NCP ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई, जबकि उद्धव ठाकरे शिवसेना UBT के नेता बने। राजनीतिक बदलाव जून 2022 में, एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना ने उद्धव गुट के 40 विधायकों को तोड़कर अपने साथ मिला लिया। इसके परिणामस्वरूप, शिंदे गुट के पास बहुमत आ गया और महायुति की सरकार का गठन हुआ, जिसमें एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने।   चुनावी मुकाबला 2024 के चुनाव में, शिवसेना शिंदे गुट और शिवसेना उद्धव गुट अपने सहयोगी दलों के साथ आमने-सामने हैं। शिंदे गुट का सहयोगी दल भाजपा है, जबकि उद्धव गुट का सहयोगी दल कांग्रेस है। दोनों गुट अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरेंगे। भाजपा की चुनावी तैयारियां भाजपा महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए बड़े नेताओं की 50 से ज्यादा सभाएं आयोजित करने की योजना बना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बड़े नेता महाराष्ट्र में जनसभाएं करेंगे।   प्रमुख नेताओं की जनसभाएं     प्रधानमंत्री मोदी: 8 सभाएं     देवेंद्र फड़णवीस: 50 सभाएं     अमित शाह: 20 सभाएं     नितिन गडकरी: 40 सभाएं     योगी आदित्यनाथ: 15 सभाएं     चन्द्रशेखर बावनकुले: 40 सभाएं   महायुति में सीट शेयरिंग महायुति में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है:     भाजपा: 148 सीटें     शिवसेना (शिंदे): 85 सीटें     NCP (अजित पवार): 52 सीटें भाजपा ने अपने हिस्से की 4 सीटें सहयोगी दलों को दी हैं। शिवड़ी विधानसभा सीट पर शिंदे गुट ने MNS को समर्थन दिया है।   महाविकास अघाड़ी का फॉर्मूला महाविकास अघाड़ी (MVA) में:     कांग्रेस: 102 सीटें     उद्धव ठाकरे गुट: 89 सीटें     शरद पवार गुट: 87 सीटें 13 सीटें महाविकास अघाड़ी के सहयोगी दलों को दी गई हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में राजनीतिक पटल पर बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। सभी पार्टियाँ अपने-अपने तरीके से चुनावी रणनीतियों पर काम कर रही हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 32

मध्यप्रदेश में दीपावली त्योहर पर जमकर आतिशबाजी, ग्वालियर शहर की आबोहवा बिगड़ी

ग्वालियर मध्यप्रदेश में दीपावली त्योहर पर जमकर आतिशबाजी की गई है। आतिशबाजी के बाद कई शहरों की आबोहवा खराब हुई है। इसी कड़ी में दीपावली के बाद ग्वालियर शहर की आबोहवा बिगड़ी है। दरअसल आतिशबाजी के बाद हवा बहुत ज्यादा प्रदूषित हुई है। ग्वालियर शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लेवल खतरनाक स्थिति में पहुंचा है। ग्रीन पटाखों की जागरूकता के बावजूद हालात बिगड़े है। रात 12 बजे के बाद शहर का AQI 300 के पार हुआ है। PM 2.5 और PM 10 खराब स्तर पर पहुंचा है। सुबह 9 बजे तक भी ज्यादा सुधार नहीं आया है। शहर के अलग अलग इलाको के हालात ये है। महाराजबाड़ा -283 (खराब), दीनदयाल नगर- 275 (खराब), सिटी सेंटर -196 (मध्यम)। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 44

ऐसे जीतें सबका दिल

लाइफ चाहे प्रोफेशनल हो या पर्सनल, दोनों ही जगह आपका इंप्रेशन बेहद खास होना चाहिए। सुंदर व शालीन दिखना सिर्फ स्त्रियों का ही हक नहीं है। आज के पुरुष भी अपनी स्मार्ट पर्सनैलिटी को मेंटेन रखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। 1. कभी भी मील्स स्किप न करें। टाइम पर बैलेंस्ड डाइट लें। वीकली डाइट प्लान बनाना भी सही रहेगा। नियमित सैलेड व दही जरूर लें। 2. आप चाहे कितना भी व्यस्त क्यों न हों, िफजिकल एक्सरसाइज के लिए समय जरूर निकालें। ज्यादा नहीं तो वॉक की आदत ही डाल लें। 3. सिगरेट व ड्रिंक्स से दूर ही रहें। इन्हें अपनी आदत न बनाएं। दोस्तों या कलीग्स के दबाव में आकर ज्यादा न पीएं। जितना मैनेज कर सकते हैं, उतना ही लें। 4. प्रतिदिन कम से कम 3-4 लीटर पानी पीएं। इससे आपकी स्किन फ्रेश और ग्लोइंग रहेगी। साथ ही यह आपकी सेहत के लिए भी अच्छा होगा। 5. समय पर सोने और जगने की आदत डालें। लेट नाइट पार्टीज या मूवीज के लिए अपनी नींद से समझौता न करें। हर चीज के लिए टाइम फिक्स करें। 6. समय पर शेविंग करवाएं। अगर आप हलकी दाढी या मूंछ रखते हों, तो उसे ट्रिम करवाते रहें। इसके लिए दिन निश्चित कर लें तो आसानी से याद रख सकेेंगे। 7. हलका लिप बाम लगाने से आपके होंठ मॉयस्चराइज रहेंगे। बाम बहुत ज्यादा न लगाएं, वर्ना ग्लॉस जैसा लुक आ जाएगा, जो कि अच्छा नहीं लगेगा। 8. जिम, ऑफिस, पार्टी से लौटे हों या सोकर उठे हों, शॉवर लेना न भूलें। इससे आप ताजगी और थकान से राहत महसूस करेंगे। 9. नाखूनों को नियमित कट व फाइल करते रहें। अपने पास फाइल र व क्लिपर रखें। गंदे नाखून नुकसानदेह हैं ही, सामने वाला भी गंदगी देखकर इरिटेट हो जाएगा। 10. अपना स्टाइल सेंस जरूर बनाएं। जो हाथ में आ जाए, बस उसे ही उठा कर न पहन लें। अवसर और समय के हिसाब से ड्रेसअप हों। 11. आपके कपडे सही फिटिंग के होने के साथ ही साफ और प्रेस किए हुए होने चाहिए। ढीले-ढाले या बहुत टाइट कपडे न पहनें। 12. पुरुषों को हमेशा उनके शूज से जज किया जाता है। उन्हें साफ व पॉलिश करके रखें। हर मौके के लिए अलग फुटवेयर रखें। 13. बहुत ज्यादा स्ट्रॉन्ग स्मेलिंग परफ्यूम लगाने से बचें। सस्ते परफ्यूम का इस्तेमाल न करें। वह आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। 14. अपने पोस्चर पर ध्यान दें। हमेशा सीधे होकर बैठें और काम करें। सही पोस्चर से न सिर्फ गर्दन, पीठ और कमर की सेहत ठीक रहती है, बल्कि इससे आपका आत्मविश्वास भी झलकता है। चाहें तो पोस्चर एक्सरसाइज कर सकते हैं। 15. आपके हैंडशेक करने के तरीके से भी आपका व्यक्तित्व पता चलता है। किसी से मिलते समय गर्मजोशी से हैंडशेक करें व मुस्कुराते हुए सामने वाले की आंखों में देखते रहें। 16. अगर आपको बहुत ज्यादा पसीना आता हो तो कॉटन की अंडरशर्ट पहनें। पैरों में पसीना आने की स्थिति में फुट पाउडर डालें। 17. चाहे दिन में काम कर रहे हों या रात में नाइट आउट, आपके कपडे थोडा-बहुत अस्तव्यस्त हो जाते हैं। बीच-बीच में उन्हें एडजस्ट करते रहें। 18. खाना खाने के बाद अपने दांतों का विशेष ध्यान रखें। हमेशा ब्रश करना संभव नहीं होता, इसलिए अपने पास माउथवॉश रखें। खाने के बाद मिंट माउथवॉश यूज कर सकते हैं। 19. किसी से बात करते वक्त हिचकिचाएं नहीं। अपनी बात स्मार्ट ढंग से रखें। मीटिंग में जाने से पहले तय कर लें कि क्या बोलना है। पॉइंट्स तैयार रखें, ताकि भूलने पर उन्हें देखा जा सके। 20. प्रेजेंटेशन देते समय ऑडियंस की आंखों में भी झांकेें। अपने पेपर्स और अन्य कागजों को एक फोल्डर में करीने से लेकर जाएं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 30