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मरीजों को अब दवाई लेने के लिए बार-बार अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे, अब एक साथ एक माह की दवाई मिलेगी

इंदौर मरीजों को अब अपनी दवाई लेने के लिए बार-बार शासकीय अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे, क्योंकि अब उन्हें एक साथ एक माह की दवाई मिलने लगी है। इससे सिर्फ शहर के ही नहीं एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले संभागभर के मरीजों को लाभ मिलने लगा है। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि पहली बार प्रदेश की किसी शासकीय अस्पताल में इस तरह की पहल की जा रही है। अभी तक एमवाय अस्पताल में मरीजों को सिर्फ सात दिन की दवाईयां मिलती थी, जिसके कारण धार, झाबुआ, अलीराजपुर, देवास, खरगोन, खंडवा आदि से आने वाले मरीजों को समस्या होती थी।   लंबे समय तक चलती हैं कई दवाईयां इसमें आने-जाने के खर्च के साथ ही समय भी खराब होता था। कई बीमारियां ऐसी होती है जिनकी दवाईयां लंबे समय तक चलती है। जैसे डायबीटिज, हाइपरटेंशन आदि। यह सुविधा उन्हीं मरीजों को दी जा रही है, जिन्हें बार-बार विशेषज्ञों के परामर्श की आवश्यकता नहीं होती है।   फ्री मिलती हैं दवाईयां बता दें कि शासकीय अस्पतालों में सरकार की ओर से आने वाली विभिन्न बीमारियों की सभी दवाईयां मरीजों को निश्शुल्क दी जाती है। हालाकि अभी भी कई गंभीर बीमारियों की दवाईयां ऐसी है जो मरीज को बाहर से ही खरीदना पड़ती है। एमवाय अस्पताल सहित अन्य अस्पताल में भर्ती जिन मरीजों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है, उनकी मदद के लिए कई संस्थाएं भी कार्य कर रही है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 27

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज उज्जैन आईटी पार्क का करेंगे भूमिपूजन

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन आईटी पार्क का भूमिपूजन आज करेंगे। कार्यक्रम उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज, इंदौर रोड में आयोजित होगा। इस अवसर पर कौशल विकास एवं रोजगार व उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। उज्जैन आईटी पार्क लगभग 46 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहा है। आईटी पार्क स्थापित होने से क्षेत्र में आईटी, आईटीएस, ईएसडीएम सेक्टर में निवेश के नए आयाम स्थापित होंगे और युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। आईटी पार्क का विस्तार 2.16 हेक्टेयर भूमि पर होगा। पार्क की इमारत महाकाल की अनन्त की अवधारणा पर डिजाइन की जाएगी और 5 चरणों में इसका निर्माण होगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 28

जिस सेंटर में परीक्षा होगी, उसी दिन कापी स्कैन हो जाएगी, उसी दिन कॉपी अपलोड भी होगी, कार्यपरिषद ने दी हरी झंडी

जबलपुर अब मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान (मेडिकल) विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश भर के कालेजों में जिस दिन परीक्षाएं खत्म होंगी, उसके अगले दिन से ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन उसी सेंटर में आरंभ हो जाएगा। यह पेरीफेरल-स्कैनिंग के तहत होगा और इसे कार्यपरिषद ने हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही अब केंद्रीयकृत मूल्यांकन की योजना है। परीक्षा वाले दिन ही स्कैन हो जाएगी कॉपी यह सेंट्रल एसेसमेंट प्रोग्राम का हिस्सा है। इसमें जिस सेंटर में परीक्षा होगी, उसी दिन कापी स्कैन हो जाएगी, चूंकि मेडिकल विश्वविद्यालय में डिजिटल वेरिफिकेशन होता है, अत: उसी दिन कॉपी अपलोड हो जाएगी। विश्वविद्यालय के अभिनव प्रयास से प्रदेश के उन हजारों विद्यार्थियों को फायदा होगा, जो विभिन्न कॉलेजों से चिकित्सा विज्ञान, होम्योपैथी व आयुर्वेदिक की पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें, मेडिकल विश्वविद्यालय से प्रदेश के करीब 500 कालेज संबद्ध हैं। इस नई व्यवस्था से मूल्यांकन के काम में गति आएगी, साथ ही समय बचेगा। परीक्षा परिणाम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके बाद विद्यार्थियों का शैक्षणिक कैलेंडर भी प्रभावित नहीं होगा। पहले ऐसी होती थी कॉपी की जांच अब तक मेडिकल विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सेंटर से कॉपी विश्वविद्यालय को भेजी जाती थी, फिर स्कैनिंग होती थी। कोडिंग होती थी, फिर डिकोडिंग की प्रक्रिया अपनाई जाती थी। इसमें 20 से 25 दिन का समय लग जाता था। इसके बाद फिर मूल्यांकन कार्य आरंभ होता था। परिणाम के इंतजार में बीत गए पांच माह अभी पुरानी पद्धति से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कारण सत्र 2022-23 नर्सिंग संकाय प्रथम वर्ष की परीक्षाओं को पांच माह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन नतीजों के इंतजार में विद्यार्थी बैठे हुए हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 49

ग्वालियर-झाँसी खंड में तीसरी लाइन कार्य के दौरान भोपाल मंडल से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित

भोपाल उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के ग्वालियर-झाँसी खंड में तीसरी लाइन के कार्य के संदर्भ में संदलपुर-आंतरी स्टेशनों के बीच अप लाइन पर कट और कनेक्शन कार्य के चलते भोपाल मंडल से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया गया है| 1.    गाड़ी संख्या 12644 हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 2.    गाड़ी संख्या 12780 हजरत निज़ामुद्दीन-वास्को डी गामा एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 3.    गाड़ी संख्या 12626 नई दिल्ली – त्रिवेंद्रम केरला एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 4.    गाड़ी संख्या 12708 हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुपति एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 5.    गाड़ी संख्या 12628 नई दिल्ली – बेंगलुरू कर्नाटक एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 6.    गाडी संख्या 12808 निज़ामुद्दीन-विशाखापटनम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। 7.    संख्या 12618 हजरत निजामुद्दीन-एर्नाकुलम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 22.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया ग्वालियर-गुना-रुठियाई-मक्सी-भोपाल होते हुए गंतव्य को जाएगी। 8.    गाड़ी संख्या 12191 हज़रत निजामुद्दीन-जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 22.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया ग्वालियर-गुना-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। यात्रियों से अनुरोध है कि असुविधा से बचने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से गाड़ी की सही स्थिति की जानकारी पता करके तदनुसार यात्रा प्रारम्भ करें।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 62

दिल्ली स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां 1 जनवरी से शुरू होकर 15 जनवरी 2025 तक रहेंगी

नई दिल्ली दिल्ली शिक्षा निदेशालय (DOE) ने राजधानी के सभी सरकारी स्कूलों के लिए सर्दी की छुट्टियां घोषित कर दी हैं, जो 1 जनवरी से शुरू होकर 15 जनवरी 2025 तक रहेंगी। इस दौरान, शिक्षा विभाग ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए सुधारक कक्षाओं के दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। ये कक्षाएं 10 दिनों तक चलेंगी और छात्रों को उनकी कमजोरियों वाले विषयों के बुनियादी सिद्धांतों को समझने में मदद करेंगी। शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, कक्षा 9 से 11 तक के छात्रों के लिए अंग्रेजी, विज्ञान और गणित को दैनिक आधार पर पढ़ाया जाएगा। वहीं, कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए सुधारक कक्षाएं प्री-बोर्ड प्रश्न पत्रों की पुनरावृत्ति और अभ्यास पर केंद्रित रहेंगी। शिक्षकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को प्रश्न पत्रों को सही तरीके से हल करने की विधियां भी सिखाएं। इसके साथ ही सहायक सामग्री का प्रभावी रूप से उपयोग करने पर भी जोर दिया जाएगा। विभाग ने यह भी कहा है कि संबंधित विषय के शिक्षकों को यह समझना आवश्यक है कि छात्रों के कौन से विषय या टॉपिक्स कठिन हैं और उन्हें व्यक्तिगत रूप से ध्यान देना चाहिए, ताकि छात्र अपनी समस्याओं को हल कर सकें। सभी स्कूलों से कहा गया है कि वे इन सुधारक कक्षाओं की सूचना छात्रों और उनके माता-पिता को पहले से ही सुबह/शाम की सभा, SMC बैठकें, छात्रों की डायरी और सामूहिक SMS के माध्यम से दें। स्कूल प्रमुख (HoS) यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगे कि सभी छात्र इन कक्षाओं में शामिल हों। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 126

देश की 2032 तक रिन्यूएबल एनर्जी भंडारण की क्षमता 60 गीगावाट तक हो जाएगी: रिपोर्ट

नई दिल्ली सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकाउंटेबिलिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट फाइनेंस फ्लो को लेकर 2022 की तुलना में 2023 में 63 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो 30,255 करोड़ रुपये (3.66 बिलियन डॉलर) के स्तर को छू गई है। प्रोजेक्ट फाइनेंस लेंडिंग में वृद्धि ‘2024 में कोयला बनाम नवीकरणीय ऊर्जा निवेश’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट फाइनेंस लेंडिंग में वृद्धि हुई है, लेकिन लगातार तीसरे वर्ष नए कोयला बिजली प्रोजेक्ट को कोई फाइनेंस लेंडिंग नहीं दी गई। हालांकि, कोयला बिजली और खनन कंपनियों की कॉर्पोरेट फाइनेंस लेंडिंग कुल 3 बिलियन डॉलर थी। रिन्यूएबल एनर्जी सौदों में सोलर पावर प्रोजेक्ट का रहा दबदबा 2023 में रिन्यूएबल एनर्जी सौदों में सोलर पावर प्रोजेक्ट का दबदबा रहा, जो कुल सौदों का 49 प्रतिशत था, इसके बाद हाइब्रिड प्रोजेक्ट का 46 प्रतिशत और विंड एनर्जी का हिस्सा 6 प्रतिशत था। सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकाउंटेबिलिटी के कार्यकारी निदेशक जो अथियाली ने कहा, “हमने सोलर और विंड पावर प्रोजेक्ट के लिए प्रोजेक्ट फाइनेंस में लगातार वृद्धि देखी है। यह दर्शाता है कि रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट में निवेशकों का विश्वास है।” 2023 में भारत में कोयला-लिंक्ड कंपनी के फाइनेंस का 96 प्रतिशत से अधिक अंडरराइटिंग के जरिए कमर्शियल बैंक से था, जबकि बचे 4 प्रतिशत का योगदान लोन से था। अमेरिका स्थित बैंकों ने कोयला-लिंक्ड कंपनियों को कॉर्पोरेट फाइनेंसिंग की सुविधा उपलब्ध कराई, जो कुल का 65 प्रतिशत योगदान देता है। कमर्शियल बैंकों ने रिन्यूएबल एनर्जी लोन का 68 प्रतिशत प्रदान किया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने 2023 में 188 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन कैपेसिटी हासिल कर ली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राइमरी फाइनेंसिंग ने प्रोजेक्ट सौदों का 77 प्रतिशत हिस्सा लिया जबकि रिफाइनेंसिंग ने बचे 23 प्रतिशत का योगदान दिया। कमर्शियल बैंकों ने रिन्यूएबल एनर्जी लोन का 68 प्रतिशत प्रदान किया, जो कुल 20,625 करोड़ रुपये (2,497 मिलियन डॉलर) था। राज्यवार आंकड़े बताते हैं कि गुजरात को फाइनेंस कैपेसिटी का 25 प्रतिशत प्राप्त हुआ, जो 9,857 करोड़ रुपये (1,193 मिलियन डॉलर) है, उसके बाद कर्नाटक को 4,593 करोड़ रुपये (556 मिलियन डॉलर) मिले।केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि भारत ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान लगभग 15 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी जोड़ी है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान जोड़े गए 7.54 गीगावाट से लगभग दोगुना है। पिछले वर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि यहां सीआईआई अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन और प्रदर्शनी (आईईसीई) को संबोधित करते हुए, अक्षय ऊर्जा मंत्री ने आगे कहा कि गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षेत्र में भारत की कुल स्थापित क्षमता 214 गीगावाट तक पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि अकेले नवंबर 2024 में 2.3 गीगावाट की नई कैपेसिटी जोड़ी गई, जो नवंबर 2023 में जोड़ी गई 566 मेगावाट की तुलना में चार गुना वृद्धि को दर्शाती है। केंद्रीय मंत्री जोशी ने 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता हासिल करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। 2032 से 5 प्रतिशत की बढ़ातरी देश का ऊर्जा भंडारण परिदृश्य तेजी से विकसित हो रहा है. भंडारण समाधानों को शामिल करने वाली अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का अनुपात काफी बढ़ रहा है, जो वित्त वर्ष 20 में 5 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 23 प्रतिशत हो गया है. वित्त वर्ष 32 तक, बिजली उत्पादन में परिवर्तनीय अक्षय ऊर्जा (VRE) की हिस्सेदारी तीन गुना होने की उम्मीद है, जिससे ग्रिड की स्थिरता के बारे में चिंता बढ़ रही है. VRE की वृद्धि ग्रिड को अस्थिर कर सकती है जब तक कि बिजली प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन न हो. खास कर ऊर्जा भंडारण प्रणालियों (ESS) के एकीकरण के साथ, जो इस प्रबंधन में महत्वपूर्ण हैं. असल चुनौती VRE के उत्पादन और बिजली की अधिकतम मांग के बीच चली आ रही मिसमैच की वजह से है. यह मिसमैच अक्सर ग्रिड अस्थिरता, पीक प्रोड्क्शन घंटों के दौरान सरप्लस एनर्जी और गैर-सौर अवधि के दौरान फॉसिल फ्युल पर निरंतर निर्भरता की ओर ले जाता है. ESS उच्च उत्पादन समय के दौरान एक्सट्रा रिन्यूएबल एनर्जी को जमा करके और मांग के चरम पर इसे जारी करके समाधान प्रदान करता है, जिससे ग्रिड स्थिर होता है और दिन के दौरान आपूर्ति और मांग में अंतर (Diurnal Duck Curve) जैसी समस्याओं को कम करता है. BESS क्षमता 375 गुना बढ़ जाएगी बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) और पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट्स (PSP) के ऊर्जा भंडारण बाजार पर हावी होने की उम्मीद है, विशेष रूप से BESS अपने स्थानिक लचीलेपन, त्वरित प्रतिक्रिया समय और टेक्नोलॉजी में सुधार के कारण प्रमुख टेक्नोलॉजी के रूप में उभर रहा है, जो लागत को और कम कर रहा है. वित्त वर्ष 32 तक, BESS क्षमता 375 गुना बढ़कर 42 GW हो जाने की उम्मीद है, जबकि PSP क्षमता चार गुना बढ़कर 19 GW हो जाएगी. BESS में 3.5 लाख करोड़ निवेश का अवसर वर्तमान में, BESS की लगभग 80 प्रतिशत लागत बैटरी सेल और संबंधित घटकों पर आती है, जिनमें से अधिकांश चीन से आते हैं. इससे भारत को आयात पर अपनी निर्भरता कम करने और अपने बैटरी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में मदद मिलेगी. प्रमुख खिलाड़ी पहले से ही बैटरी निर्माण और घटक उत्पादन में भारी निवेश कर रहे हैं, लगभग 120 GWh सेल क्षमता की घोषणा की गई है, हालांकि अनुमानित मांग को पूरा करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होगी. BESS पारिस्थितिकी तंत्र के लिए वित्त पोषण क्षमता महत्वपूर्ण है, जिसमें वित्त वर्ष 32 तक 3.5 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित अवसर है, जो परियोजना-स्तरीय निवेश और अपस्ट्रीम विनिर्माण वृद्धि के संयोजन से प्रेरित है. PSP अपनी लंबी गर्भावधि अवधि के कारण धीमी वृद्धि का सामना कर रहे हैं, फिर भी वित्त वर्ष 32 तक 1.2 ट्रिलियन रुपये के निवेश का योगदान करने की उम्मीद है.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ … Read more

बृहस्पति के चांद पर एवरेस्ट की ऊंचाई से 4 गुना मोटी बर्फ, जीवन की संभावना मुश्किल

न्यूयॉर्क दुनिया भर के एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट ये सोच रहे थे कि बृहस्पति के बर्फीले चांद यूरोपा की मोटी बर्फीली परत के नीचे जीवन होगा. क्योंकि इसके नीचे नमकीन पानी का समंदर है. जीवन की संभावना हो सकती है. लेकिन हाल ही में हुए खुलासे में उनकी ये धारणा बदल गई है. क्योंकि यहां पर इतनी मोटी बर्फ है, जो उम्मीद से बहुत ज्यादा है.        यूरोपा की सतह पर बर्फ की जो परत है, वो 35 km गहरी है. ये जांच नासा के स्पेसक्राफ्ट जूनो ने की. वह 2016 से लगातार बृहस्पति और उसके चंद्रमाओं के चक्कर लगा रहा है. उसने माइक्रोवेव रेडियोमीटर (MWR) के जरिए सतह की मोटाई नापने की कोशिश की. पता चला 35 किलोमीटर गहरी तो सिर्फ बर्फ की परत ही है.       जूनो के प्रोजेक्ट साइंटिस्ट स्टीवन लेविन ने कहा कि ये औसत मोटाई है. कहीं कहीं ये इससे कई गुना ज्यादा है. ये ऊंचाई चार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई जितनी है. इंसानों ने धरती पर सबसे गहरी जो ड्रिलिंग की है, उससे तीन गुना ज्यादा गहरी बर्फ है. ये हम सभी वैज्ञानिकों की उम्मीद से बहुत ज्यादा है और हैरान करने वाला है. पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के प्लैनेटरी साइंटिस्ट ब्रैंडन जॉन्सन कहते हैं कि अगर ये आंकड़ें सही हैं तो ये हैरान करने वाले हैं. हमारी धरती पर मौजूद कई चीजों से कई गुना ज्यादा बड़ी, गहरी और ऊंची है यूरोपा की बर्फ की परत. ये 35 km मोटी परत भी कई लेयर्स में बंटी है. पहली 7 km वाली सख्त लेयर. दूसरी 13 km वाली मोबाइल लेयर.         अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा NASA ने यूरोपा पर अंतरिक्ष के कचरों के टकराने से बने गड्ढे देखे हैं. यहां पर कई स्थानों पर प्राचीन गड्ढे, घाटियां, दरारें आदि हैं. यूरोपा पर इन सब चीजों के साथ काफी तीव्र रेडिएशन भी है. लेकिन इसकी ऊपरी ऊबड़-खाबड़ बर्फीली सतह के बीच कुछ गहरे रंग की आकृतियां भी दिखाई दीं है. यूरोपा पर कई छोटे-छोटे इम्पैक्ट क्रेटर हैं. वैज्ञानिकों को लगता था कि मोटी परत के नीचे से जो पानी निकलता है उससे जीवन के बाहर आने की भी संभावना है. पानी के बाहर आने का सिस्टम इम्पैक्ट गार्डेनिंग नाम की एक प्रक्रिया की वजह से बाधित हो रही है. यूरोपा की सतह पर करोड़ों छोटे गड्ढे हैं, जो करीब 12 इंच गहरे हैं. इन छोटे गड्ढों पर अगर किसी भी तरह के केमिकल बायोसिग्नेचर मिलते हैं तो इसका मतलब ये है कि यहां पर जीवन की उत्पत्ति के रासायनिक सबूत मिल रहे हैं. ये गहराई में जीवन को पैदा कर सकते हैं. अभी की स्थिति ऐसी है कि रेडिएशन की वजह से चीजें टूट जाती हैं.जीवन की उत्पत्ति के लिए जरूरी कणों का विभाजन हो जा रहा है. अंतरिक्ष से आकर यूरोपा से टकराने वाली चीजों में भी जीवन के होने की उम्मीद रहती है. लेकिन इस समय यूरोपा पर चल रहे विनाशकारी रेडिएशन की वजह से केमिकल बायोसिग्नेचर जीवन के रूप में पनप नहीं पा रहे हैं. भविष्य में जैसे-जैसे रेडिएशन कम होगा, वैसे ही जीवन की उत्पत्ति की संभावना बढ़ जाएगी. नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी की यूरोपा साइंटिस्ट सिंथिया फिलिप्स ने कहा कि हम लगातार अपनी स्टडी को और गहन कर रहे हैं. हम सौर मंडल की वजह से यूरोपा पर पड़ने वाले सभी प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं. अगर हमें किसी ग्रह की उत्पत्ति और उसपर जीवन के संकेतों का अध्ययन करना है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 37