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इसलिए दबाए रहे केजरीवाल; सिरसा बोले- CAG की 14 रिपोर्ट्स से खुलेगा लूट का चिट्ठा

नई दिल्ली दिल्ली विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है। आज का सत्र हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। सूत्रों के मुताबिक आज CAG की 14 रिपोर्ट में से सिर्फ एक ही रिपोर्ट ही पेश की जाएगी, जिसमें शराब घोटाला प्रमुख है। उसके बाद हो सकता है कि दूसरे दिन डीटीसी बसों को लेकर कैग की दूसरी रिपोर्ट पेश की जाए। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) पर सीएजी की रिपोर्ट में वित्तीय घाटे का गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि 2015-16 से 2021-22 तक, डीटीसी का संचयी घाटा 25,300 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 60,750 करोड़ रुपये हो गया। इसका प्रमुख कारण पुराना बेड़ा था, 45% बसें पुरानी हो चुकी थीं और उनके खराब होने का खतरा था, जिसके परिणामस्वरूप बेड़े का उपयोग कम हो रहा था। सूत्रों के अनुसार यह रिपोर्ट्स होंगी पेश 1. मार्च 2021 को खत्म हुए साल के लिए राज्य वित्त ऑडिट रिपोर्ट 2. 31 मार्च 2020 और 2021 को खत्म हुए साल के लिए राजस्व, आर्थिक, सामाजिक और सामान्य क्षेत्र और सार्वजनिक उपक्रम रिपोर्ट 3. 31 मार्च 2021 को खत्म हुए साल के लिए दिल्ली में वाहन वायु प्रदूषण की रोकथाम और मिटिगेशन परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट 4. 31 मार्च 2021 को खत्म हुए साल के लिए देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट 5. मार्च 2022 को खत्म हुए साल के लिए राज्य वित्त ऑडिट रिपोर्ट 6. दिल्ली में शराब आपूर्ति पर परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट 7. मार्च 2023 को खत्म हुए साल के लिए राज्य वित्त ऑडिट रिपोर्ट 8. सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट 9. दिल्ली परिवहन निगम के कामकाज पर सीएजी की परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट 10. 31 मार्च 2022 के लिए सीएजी की परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट सूत्रों ने बताया कि कुल 14 रिपोर्टों में से 4 रिपोर्ट फाइनेंस अकाउंट और अप्रोप्रीएशन (स्वायत्तीकरण) अकाउंट हैं, जिन्हें दिल्ली सरकार के लेखा नियंत्रक ने 2021-22 और 2022-23 के लिए तैयार किया है। इससे पहले, दिसंबर 2024 में, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने विधानसभा के समक्ष सीएजी रिपोर्ट पेश करने में विफल रहने के लिए पूर्व सीएम आतिशी की निंदा की थी, जिसके कारण उन्होंने 19-20 दिसंबर को एक विशेष सत्र भी बुलाया था। पूर्व सीएम आतिशी को लिखे पत्र में, सक्सेना ने विधायिका के सामने वैधानिक ऑडिट रिपोर्ट पेश करने के सरकार के संवैधानिक कर्तव्य पर जोर दिया था। उन्होंने पूर्व सीएम को याद दिलाया कि ये रिपोर्ट सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। सक्सेना ने बताया था कि लगातार याद दिलाने के बावजूद, सीएजी रिपोर्ट को दो साल तक रोककर रखा गया। उन्होंने इन रिपोर्टों को पेश करने में सरकार की विफलता को 'जानबूझकर की गई चूक' बताया और पारदर्शिता की कमी के लिए प्रशासन की आलोचना की। सीएम रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार पर लोगों की मेहनत की कमाई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है और कहा है कि उन्हें एक-एक पाई का हिसाब देना होगा। गुप्ता ने कहा, 'हम दिल्ली से किए अपने वादों पर खरे उतरेंगे और उन्हें पूरा किया जाएगा।' सीएम गुप्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'सबसे अहम बात आने वाली है। हमने कहा था कि हमें पहले सत्र में सीएजी रिपोर्ट सदन के पटल पर रखनी चाहिए। यह लोगों की मेहनत की कमाई है जिसका पिछली सरकार ने दुरुपयोग किया। उन्हें लोगों के सामने एक-एक पाई का हिसाब देना होगा।' Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 31

महाशिवरात्रि के दिन इन आसान उपायों से मिलेगी पितृ दोष से मुक्ति

ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगने पर उसे कई तरह की परेशानियां और कष्ट झेलनी पड़ सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि पितरों के नाराज होने पर पितृ दोष लगता है. इसके अलावा, पितृ दोष लगने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. धार्मिक मान्यता है कि पितृ दोष को करने के लिए भगवान शिव की पूजा करना चाहिए. महाशिवरात्रि का पर्व पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए एक अच्छा अवसर है. इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाएगी. ऐसे में चलिए जानते हैं कि पितृ दोष लगने पर व्यक्ति को कौन-कौन सा परेशानियां झेलना पड़ती हैं और इनसे बचाव के लिए महाशिवरात्रि के दिन क्या उपाय करने चाहिए. पितृ दोष से होती हैं ये समस्याएं     पितृ दोष होने पर व्यक्ति को संतान की प्राप्ति में बाधा आती है.     पितृ दोष होने पर परिवार में लड़ाई-झगड़ा बढ़ने लगते हैं.     पितृ दोष होने पर घर में कोई-न-कोई हमेशा बीमार रहता है.     पितृ दोष होने पर कारोबार में घाटा होने लगता है और आर्थिक परेशानी होती है.     पितृ दोष होने पर व्यक्ति के विवाह में देरी होती है.     पितृ दोष होने पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है. करें यह आसान उपाय पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए सही विधि से तर्पण, श्राद्ध और दान जैसे कर्म करने चाहिए. ऐसा करने से पितरों की कृपा दृष्टि भी के ऊपर बनी रहती है. साथ ही, इस दिन जल में काले तिल मिलाकर दक्षिण दिशा में अर्घ्य देना चाहिए, पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और सात बार परिक्रमा करें. ऐसा करने से करने से आपको पितृ दोष से छुटकारा मिल सकता है. इन मंत्रों का करें जाप     ॐ श्री पितराय नमः     ॐ श्री पितृदेवाय नमः     ॐ श्री पितृभ्यः नमः     ॐ श्री सर्व पितृ देवताभ्यो नमो नमः     ॐ पितृभ्यः स्वधायिभ्यः पितृगणाय च नमः     ॐ श्राध्दाय स्वधा नमः     ॐ नमः शिवाय     ॐ श्रीं सर्व पितृ दोष निवारणाय क्लेशं हं हं सुख शांतिम् देहि फट् स्वाहा     ॐ पितृदेवताभ्यो नमः     ॐ पितृ गणाय विद्महे जगत धारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात् इस चीज का करें दान महाशिवरात्रि के दिन काले तिल का दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने करने से पितृदोष से राहत मिलती है. इसके अलावा, महाशिवरात्रि के दिन काले तिल का दान करने से शनि दोष से भी छुटकारा मिलता है, क्योंकि भगवान शिव शनिदेव के गुरु माने गए हैं. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 31

महिला सशक्तिकरण के लिये समाज को और अधिक जागरूक करने की जरूरत : मंत्री सारंग

भोपाल खेल एवं युवा कल्याण मंत्री खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिये समाज को और अधिक जागरूक करने की जरूरत है । महिलाओं को स्वयं को कमजोर नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा और कि महिला सशक्त होगी तो घर, समाज, देश सशक्त होगा। महिलाओं के बिना पुरुष भी अधूरा है। मंत्री सारंग ने जीआईएस में विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग के तहत महिलाओं को सशक्त बनने और अधिक सामाजिक संकेतकों में सुधार करना विषय पर संबोधित किया। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि वर्ष 2047 में भारत विश्व का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बने। इसमें महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उनके सशक्त होने से ही देश सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी अपनी मानसिकता बदलनी होगी, वृद्ध अपने आपको अबला न समझे। वह घर, परिवार, समाज और देश की निर्माता है। महिलाओं के बिना समाज की परिकल्पना भी नहीं की जा सकती। प्राचीन समय में भी महिला प्रधान समाज हुआ करता था। हम जान, शक्त्ति और धन अर्जित करने के लिये माँ सरस्वती, माँ दुर्गा और माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते हैं। पिछले 75 वर्षों में महिलाओं की स्थिति पर विचार किया जाना चाहिए। मंत्री सारंग ने कहा कि महिलाओं के लिए उनके वर्क प्लेस पर अनुकूल वातवरण बने। इसके लिये शासकीय और अशासकीय संस्थानों में विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। मंत्री सारंग ने कहा कि महिला-पुरुष को अलग-अलग न मानते हुए सकरात्मक सोध के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति महिला प्रधान रही है। स्टील इनोवेशन प्रा.लि. की डायरेक्टर सुनिधि अग्रवाल ने प्रत्येक संस्था में पुरुष एवं महिला नहीं हुनर के हिसाब से वेतन देने की बात कहीं। उन्होंने ग्रामीण और शहरी महिलाओं की परिस्थिति पर अलग-अलग विचार करने को कहा। स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. प्रिया भाव चितावर ने महिलाओं के स्वास्थ्य पर विचार करने को कहा। उन्होंने महिलाओं के वर्क प्लेस पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। मेजर अनिकेत चतुर्वेदी ने महिला सुरक्षा और उनके आत्म-विश्वास को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि "मिट्टी सिस्टम" के माध्यम से वे निःशुल्क महिलाओं को सशक्त बनाने का अभियान चला रहे है। कार्यक्रम का संचालन वाथआई भोपाल की प्रमुख सुश्रद्धा सुहाने ने किया और कार्यक्रम के बारे में सुनिशा, हरिश और प्रखर दवे ने जानकारी दी।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 25

उद्योगपतियों ने निवेश के लिए जताई सहमति

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 भोपाल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं और देश-विदेश के उद्योगपति इसे एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में देख रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को लेकर उद्योग जगत में खासा उत्साह देखा जा रहा है। देश के प्रमुख उद्योगपतियों ने राज्य में निवेश को लेकर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं। निवेश के साथ रोजगार सृजन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में शामिल होने भोपाल आए उद्योगपति गौतम अडाणी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ वन-टू-वन चर्चा में कहा है कि इस आयोजन में शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' जैसी पहल ने देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का विकास हो रहा है। अडानी ने घोषणा की है कि उनका समूह 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ इस विकास यात्रा में आपके साथ है। अडाणी ने कहा कि उनका ग्रुप मध्यप्रदेश में सीमेंट, सीवेज, खनन, स्मार्ट-मीटर और थर्मल-एनर्जी के क्षेत्रों में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये का नया निवेश कर रहा है। इससे 2030 तक राज्य में 1 लाख 20 हजार रोजगार सृजन होंगे। अडाणी ने बताया कि इसके साथ ही समूह एक ग्रीनफील्ड स्मार्ट-सिटी विकसित करने की योजना पर भी काम कर रही है। इसमें 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त निवेश शामिल होगा। आशा है कि ये सभी निवेश मध्यप्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे। भोपाल में निवेश की संभावनाएं देखने आया हूं, मेरे लिए यह बेहद रोमांचकः मार्टिन यू. माइयर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर विदेशी निवेशकों में खासा उत्साह देखने को मिला। मुंबई स्थित स्विट्जरलैंड के वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत मार्टिन यू. माइयर ने जीआईएस में शामिल होकर कहा कि "यह मेरे लिए बेहद रोमांचक है। मैं पहली बार मध्यप्रदेश आया हूं और भोपाल में यह देखना चाहता हूं कि यहां क्या संभावनाएं हैं।" उन्होंने कहा कि स्विट्जरलैंड, आइसलैंड, लिचेंस्टाइन और नॉर्वे सहित यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) देशों ने भारत के साथ व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (TEPA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत अगले 15 वर्षों में भारत में 100 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा। "अब हमें यह सुनिश्चित करना है कि स्विस कंपनियां भारत आएं और यहां निवेश करें।" इस समझौते के तहत भारत और स्विट्जरलैंड के आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।  नादिर गोदरेज, चेयरमैन, गोदरेज इंडस्ट्रीज "मध्यप्रदेश विकास की ओर तेजी से अग्रसर है और यहां निवेश करना सदैव लाभदायक रहा है। हमें पूर्व में जो भी समर्थन चाहिए था, वह मिला और प्रगति लगातार जारी है। अब राज्य भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लीड करें और एमपी सक्सीड करें।' उनकी सरकार में बिजनेस रेगुलेशन्स को सरल बनाया गया है, जिससे निवेशकों के लिए राज्य और अधिक आकर्षक बन गया है।" संजीव पुरी, चेयरमैन एवं एमडी, आईटीसी "मध्यप्रदेश अपनी रणनीतिक स्थिति और समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों से निवेश के लिए उपयुक्त राज्य है। यह एक कृषि प्रधान राज्य है और वर्षों से इस क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव देखा गया है। अब हम विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों की बढ़ती उपस्थिति देख रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में राज्य एक नए विकास युग में प्रवेश कर रहा है। राज्य सरकार की नीतियों से उद्योगों को काफी प्रोत्साहन मिल रहा है।" विनीत मित्तल, चेयरमैन, अवाडा ग्रुप "हम 2010 से मध्यप्रदेश में निवेश कर रहे हैं और अब एनटीपीसी, एनएचपीसी और अन्य संस्थानों से कई परियोजनाएं प्राप्त कर चुके हैं। हम इन परियोजनाओं को मालवा, बुंदेलखंड और भिंड क्षेत्रों में स्थापित करने जा रहे हैं। हमारी कंपनी अगले 5 वर्षों में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, पंप स्टोरेज और बैटरी स्टोरेज में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने का संकल्प ले चुकी है।" सुधीर कुमार अग्रवाल, फाउंडर एवं चेयरमैन, सागर ग्रुप "मध्यप्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है और यहां निवेश की असीम संभावनाएं हैं। सागर ग्रुप के रूप में हम राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे निवेश शिक्षा, बुनियादी ढांचे और चिकित्सा सुविधाओं में हो रहे हैं, जिससे राज्य की जनता के जीवन को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। हमारी कंपनी में 50 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 60% महिलाएं हैं। हमारा लक्ष्य राज्य की समृद्धि में योगदान देना और सकारात्मक बदलाव लाना है।" दिनेश पाटीदार, चेयरमैन, शक्ति पंप्स (इंडिया) लिमिटेड "भारत के केंद्र में स्थित मध्यप्रदेश निवेश के लिए एक बेहतरीन स्थान है। राज्य सरकार व्यापार अनुकूल नीतियों और आकर्षक प्रोत्साहनों के माध्यम से औद्योगिक विकास को बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ऊर्जा आत्मनिर्भरता और नए रोजगार अवसरों के लिए पूरी तरह तैयार है।" मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों और निवेशकों की सकारात्मक सोच से राज्य एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। जीआईएस-2025 के माध्यम से मध्यप्रदेश निवेशकों के लिए एक आदर्श गंतव्य के रूप में उभर रहा है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार 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टेक-इन्वेस्ट-मध्यप्रदेश-विभागीय-शिखर-सम्मलेन-का-आयोजन-मुख्यमंत्री-डॉ-यादव

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भोपाल में आयोजन हुआ है और इसका लाभ सभी क्षेत्रों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की राजधानी भोपाल की बदलती पहचान का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब यहां की पहचान निवेश, उद्योग और व्यापार से हो रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के शिखर सम्मेलन "टेक इन्वेस्ट मध्यप्रदेश'' में आईटी और टेक क्षेत्र के उद्योगपतियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आईटी एक अलग प्रकार की दुनिया है और इस क्षेत्र में निवेश और विस्तार की अनंत संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने आईटी के क्षेत्र में बनाई गई नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि बाकी राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश ने सबसे अच्छी पॉलिसी बनाई है। उन्होंने कहा कि इन नीतियों का लाभ निवेशकों को मिलेगा। आईटी सेक्टर के विस्तार के लिए मध्यप्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिन जगहों पर आईटी के क्षेत्र में चुनौतियां आती थीं, आज वहां भी आईटी हब बन रहे हैं। विभागीय शिखर सम्मेलन में भारत को अगली प्रौद्योगिकी महाशक्ति बनने के मध्यप्रदेश के दृष्टिकोण पर चर्चा की गई। विभिन्न संस्थाओं से निवेश प्रस्ताव प्राप्त किये एवं एमओयू साइन किये गये। सत्र में आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, ड्रोन, एवीजीसी-एक्सआर, डेटा सेंटर और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के लिए मध्यप्रदेश को वैश्विक केंद्र पर आयोजित सत्रों में विभिन्न पेनालिस्ट ने अपने विचार साझा किये। शिखर सम्मेलन में विभिन्न प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में कुल 25 हजार 640 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे लगभग एक लाख 83 हजार 400 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। आईटी और आईटीएस क्षेत्र में 5500 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ। इससे अनुमानित 93 हजार रोजगार सृजित होंगे। ईएसडीएम क्षेत्र में 14 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे लगभग 14 हजार रोजगार सृजित होंगे। डेटा सेंटर के लिये 6800 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जिसमें 2900 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। जीसीसी में 700 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे 40 हजार 500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। एबीजीसी-एक्सआर में 110 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जिसमें 3000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। ड्रोन सेक्टर में 180 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे लगभग 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश भारत की डिजिटल क्रांति में सबसे आगे : दुबे अपर मुख्य सचिव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने राज्य को आईटी क्षेत्र में अग्रणी बनाने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश भारत की डिजिटल क्रांति में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश लोक सेवाओं की गांरटी प्रदान करने वाला देश में पहला राज्य है। यहां भूमि के पंजीकरण एवं नामांतरण की व्यवस्था ऑनलाइन है। राष्ट्रीय सेवा वितरण मूल्यांकन 2025 में देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। देश का सबसे स्वच्छतम शहर इंदौर एवं स्वच्छतम राजधानी भोपाल स्थित है। यहा के टियर टू शहर राज्य की स्थिति को तकनीकी गंतव्य के रूप में मजबूत कर रहे है। एसीएस दुबे ने भारत में जीसीसी इण्डस्ट्री के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मध्यप्रदेश की जीसीसी नीति के प्रमुख प्रावधानों पर प्रकाश डाला। मध्यप्रदेश में दी जा रही निवेश सुविधाओं के बारे में अवगत कराया। अपर मुख्य सचिव दुबे ने कहा कि राज्य ने प्रभावशाली आईटी, आईटीएस और ईएसडीएम निवेश प्रोत्साहन नीति-2023, जीसीसी नीति-2025, एबीजीसी एक्सआर नीति-2025, ड्रोन प्रमोशन और उपयोग नीति 2025 और समीकंडक्टर नीति 2025 लांच की है। यह नीतियाँ वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने एवं राज्य में विकसित पारिस्थितिक तंत्र बनाने में सहयोग प्रदान कर रही है। नीतियों में कैपेक्स, भूमि और ब्याज छूट, प्लग-एंड-प्ले सुविधा आदि का प्रावधान किया गया है। भारत को उत्पाद पॉवर हाउस बनने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिये : डॉ. चौधरी पद्म भूषण पुरस्कार विजेता, सह-संस्थापक और पूर्व एमडी एचसीएल, संस्थापक ईपीआईसी फाउंडेशन डॉ. अजय चौधरी ने कहा कि ने कहा कि डिजाइन केन्द्रों, स्टार्ट-अप्स, शिक्षाविदों और ग्लोबल मार्केटिंग को एकीकृत कर भारत को उत्पाद पॉवर हाउस बनने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिये। हमें यह कोशिश करना चाहिये कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कम्पनी भारत में स्थापित हों। भारत को उत्पाद राष्ट्र बनाना चाहिये। मध्यप्रदेश में आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन क्षमता बढ़ाने की असीम संभावनाएँ हैं। डॉ. चौधरी ने तकनीकी निवेश और दीर्घकालिक रणनीतियों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अगले 20 वर्षों में भारत की कंपनियों को दुनिया की शीर्ष पांच कंपनियों में शामिल करने की दिशा में सोचना चाहिए। डॉ. चौधरी ने 'मेक इन इंडिया' पहल को और ज़्यादा सुदृढ़ करते हुए इसे 'डिज़ाइन एंड मेक इन इंडिया' में बदलने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सेमीकंडक्टर, ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों पर केंद्रित नीतियों को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे में यदि भारत को वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में अग्रणी बनाना है, तो प्रौद्योगिकी निर्माण में अधिक निवेश करना होगा। शासकीय सेवाओं का लाभ प्रदान करने में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य : कृष्णन टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव पर चर्चा करते हुए सचिव सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार एस. कृष्णन ने कहा कि हमें डिजिटल टेक्नोलॉजी पर अधिक जोर देना जरूरी है, क्योंकि अर्थव्यवस्था अब तकनीक के आधार पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि 10 साल पहले डिजिटल टेक्नोलॉजी का भारत की जीडीपी में योगदान मात्र 6-7 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 13 प्रतिशत हो गया है और वर्ष 2030 तक इसके 20प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आज भारत में 90 प्रतिशत से अधिक मोबाइल फोन असेंबल किए जा रहे हैं, जिससे देश टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। डिजिटल अर्थव्यवस्था द्वारा भारत वर्ष 2047 तक विकसित देश बन जायेगा। विश्व की 70 प्रतिशत से अधिक डिजाइन कम्पनियाँ भारत में स्थापित हैं। हम डिजाइन के क्षेत्र में भारत को वैश्विक केन्द्र के रूप में स्थापित कर सकते हैं। मध्यप्रदेश देश का सर्वाधिक कृषि उत्पादक राज्य है, यहाँ बाइब्रेंट टेक ईको सिस्टम है। राज्य में सेमी-कंडक्टर डिजाइन के लिये टियर-टू शहर हैं। शासकीय सेवाओं का लाभ प्रदान करने में मध्यप्रदेश देश … Read more

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में मेहमानों को मिलेगी इंडियन मोनालिसा

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में मेहमानों को मिलेगी इंडियन मोनालिसा शालभंजिका की प्रतिकृति और बदरवास जैकेट भोपाल इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाल में आयोजित दो दिवसीय इनवेस्टर्स समिट के दूसरे दिन 25 फरवरी 2025 को  सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा स्टार्ट-अप समिट आधारित सत्र होगा। एमएसएमई आयुक्त दिलीप कुमार ने सत्र की जानकारी देते हुए बताया कि समिट सत्र में शामिल होने वाले देश-विदेश के मेहमानों को खास उपहार दिया जाएगा। मेहमानों को मध्यप्रदेश शासन की 'एक ज़िला-एक उत्पाद' पहल अंतर्गत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा चयनित ज़िला ग्वालियर का गौड़क गुरकान वाली शलभंजिका की प्रतिकृति दी जाएगी। साथ ही शिवपुरी जिले का बदरवास जैकेट भी भेंट स्वरूप प्रदान किया जाएगा। आयुक्त दिलीप कुमार ने शालभंजिका के बारे में बताया कि 10वीं शताब्दी की यह पाषाण प्रतिमा विदिशा के पास ग्यारसपुर गांव में खुदाई के दौरान मिली थी। देशभर में ख्यात यह शलभंजिका अनमोल है। मूर्ति में महिला के चेहरे पर अद्वितीय मुस्कान के कारण इसे इंडियन मोनालिसा कहा जाता है। साथ ही इसे वृक्ष देवी भी कहा गया है। यह खंडित प्रतिमा ग्वालियर की गुजरी महल संग्रहालय में संरक्षित है। एमएसएमई आयुक्त ने बताया कि शलभंजिका की मंद-मंद मुस्कान समिट में पधारे सभी मेहमानों के दिल में एमपी की छवि को हमेशा के लिए अंकित कर देगी। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा की 15 सदस्यीय टीम 70 प्रतिकृतियों का निर्माण करने में जुटी हुई है। इसे ग्वालियर के रीजनल मार्ट एंड क्राफ्ट डिजाइन सेंटर में ग्वालियर मिंटस्टोन से बनाई जा रही है। बदरवास जैकेट शिवपुरी जिले की समृद्ध कारीगरी और मेहनतकश लोगों की लगन का प्रतीक है। यह सिर्फ एक परिधान नहीं, बल्कि एक ऐसी परंपरा है जो वर्षों से सैकड़ों परिवारों को रोजगार और आत्मनिर्भरता प्रदान कर रही है। बदरवास में जैकेट निर्माण की शुरुआत छोटे स्तर पर स्थानीय कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा की गई थी। धीरे-धीरे यह एक प्रमुख व्यवसाय बन गया, जिसमें आज 40 उद्यमी और 486 स्व-सहायता समूह सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।  देशभर के व्यापारी इस जैकेट को सीधे बदरवास से खरीदना पसंद करते हैं। यह जैकेट बदरवास के मेहनतकश कारीगरों की उत्कृष्ट शिल्पकला और उनके समर्पण का प्रतीक है। यह अनूठा उपहार मेहमानों को न केवल आपको सर्दियों में गर्माहट देगा, बल्कि बदरवास की समृद्ध विरासत से भी जोड़े रखेगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 13

मध्यप्रदेश को इंफ्रास्ट्रक्चर हब के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम

भोपाल भोपाल मैं आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025 के प्रथम दिवस मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं लोकनिर्माण मंत्री राकेश सिंह की उपस्थिति मैं राज्य सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच 1 लाख करोड़ रूपये के ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इससे लगभग 4010 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं का निर्माण एवं विकास किया जाएगा।।इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक भरत यादव और एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एनएचएआई की निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। वहीं, लोक निर्माण मंत्री सिंह ने इस एमओयू को मध्यप्रदेश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। एमओयू पर एनएचएआई की ओर से क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. सिंह और एमपीआरडीसी की ओर से प्रबंध संचालक भरत यादव ने हस्ताक्षर किए। एमओयू से सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इस समझौते में इंदौर-भोपाल ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज-जबलपुर-नागपुर कॉरिडोर, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेस-वे, आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग, उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर रिंग रोड (पश्चिमी और पूर्वी बायपास), जबलपुर-दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग, सतना-चित्रकूट राष्ट्रीय राजमार्ग, रीवा-सिद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्वालियर शहर के पश्चिमी छोर पर 4-लेन बायपास सहित कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 28