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देश में सौ दिवसीय गहन टीबी-मुक्त भारत अभियान की शुरुआत, 5 लाख से अधिक टीबी रोगी चिन्हित

नईदिल्ली देश में सौ दिवसीय गहन टीबी-मुक्त भारत अभियान की शुरुआत के बाद से इसने उल्लेखनीय प्रगति की है। 455 रोकथाम वाले जिलों में 3.5 लाख से अधिक टीबी रोगियों की संख्‍या दर्ज की गई है और 10 करोड़ से अधिक कमजोर व्यक्तियों की जांच की गई है। यह त्वरित मामले का पता लगाने के प्रयासों, निदान में देरी को कम करने, दवा प्रतिरोधी मामलों की जल्द पहचान करने और उपचार के परिणामों में सुधार के परिणामस्वरूप हुआ है। 7 दिसंबर, 2024 को हुई 100-दिवसीय गहन टीबी-मुक्त भारत अभियान की शुरुआत केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा 7 दिसंबर, 2024 को 100-दिवसीय गहन टीबी-मुक्त भारत अभियान की शुरुआत के बाद से, पूरे भारत में 5.1 लाख से अधिक रोगियों की संख्‍या दर्ज की गई है। टीबी की शुरुआती पहचान के लिए एक नई रणनीति तैयार की गई स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय के अनुसार टीबी के बढ़ते उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए जांच उपकरण के रूप में एक्स-रे की पेशकश करके टीबी की शुरुआती पहचान के लिए एक नई रणनीति तैयार की गई थी। अल्ट्रापोर्टेबल हैंड-हेल्ड एक्स-रे के उपयोग और घर-घर जाकर एकत्र सेटिंग्स में पहुंचने के तीव्र प्रयासों के साथ, मधुमेह, धूम्रपान करने वालों, शराब पीने वालों, एचआईवी से पीड़ित लोगों, अतीत में टीबी से पीड़ित लोगों, वृद्ध लोगों, टीबी रोगियों के घरेलू संपर्कों जैसे जोखिम समूहों की पहचान करना और एक्स-रे के साथ लक्षणहीन और लक्षण वाले दोनों की जांच करना और उसके बाद न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्टिंग (एनएएटी) का उपयोग करके पुष्टि करना कई लक्षणहीन टीबी रोगियों की पहचान कर चुका है। अभियान ने उल्लेखनीय प्रगति की है आज तक, अभियान ने उल्लेखनीय प्रगति की है। 455 रोकथाम वाले जिलों में 3.5 लाख से अधिक टीबी रोगियों की संख्‍या दर्ज की गई है और 10 करोड़ से अधिक कमजोर व्यक्तियों की जांच की गई है। यह त्वरित मामले का पता लगाने के प्रयासों, निदान में देरी को कम करने, दवा प्रतिरोधी मामलों की जल्द पहचान करने और उपचार के परिणामों में सुधार के परिणामस्वरूप हुआ है। पहचाने गए लोगों में से, 2.4 लाख रोगियों की संख्‍या सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में दर्ज की गई है जबकि 1.1 लाख की पहचान निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से की गई है। इसके अतिरिक्त, 10 लाख से अधिक निक्षय शिविर आयोजित किए गए हैं और टीबी सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए 836 निक्षय वाहन तैनात किए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सबसे दूरदराज के क्षेत्रों को भी कवर किया जा सके। छाती के एक्स-रे का उपयोग करके 38 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई है जिसमें एक बड़ी आबादी शामिल है जिसमें टीबी के सामान्य लक्षण या कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए। साथ ही, अभियान पूर्ण उपचार सुनिश्चित करने, तत्काल देखभाल की आवश्यकता वाले रोगियों, अस्पताल में भर्ती, कुपोषित टीबी रोगियों की पहचान करने के लिए अलग टीबी देखभाल को बढ़ाने और कमजोर आबादी के लिए निवारक टीबी उपचार प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। वहीं, अभियान के शुभारंभ के बाद से, 2.4 लाख से अधिक निक्षय मित्र पंजीकृत हो चुके हैं और 2.3 लाख से अधिक खाद्य टोकरियाँ वितरित की जा चुकी हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 27

जयपुर से दिल्‍ली का सफर मात्र 30 मिनट में! देश का पहला हाइपरलूप टेस्‍ट ट्रैक तैयार1100 KM प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन

नई दिल्ली भारत अब भविष्य को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक यातायात सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है. इस कड़ी में बुलेट ट्रेन के साथ-साथ अब हाइपरलूप ट्रैक का नाम भी शामिल हो चुका है. इस दिशा में तेजी आगे बढ़ते हुए ही देश में पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक को तैयार कर लिया गया है. इस हाइपर लूप के शुरू होने से महज 30 मिनट में 300 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकेगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स एक पोस्ट भी साझा किया है. 422 मीटर के इस हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक को IIT मद्रास की मदद से तैयार किया गया है. रेल मंत्री ने टेस्ट ट्रैक के तैयार होने पर बधाई भी दी है. साथ ही कहा है कि ये भविष्य के यातायात को और सुगम बनाएगा. रेल मंंत्री ने हाइपरलूप को लेकर किया सोशल मीडिया पोस्ट आपको बता दें कि हाइपर लूप को भविष्य की तकनीक माना जा रहा है. इस तकनीक के तहत ट्रेन को एक खास ट्यूब में हाई स्पीड में चलाया जा सकता है. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इसपर ट्रेन के ट्रायल शुरू होंगे. सब कुछ ठीक रहा और भारत में हाइपरलूप ट्रेन की शुरुआत होती है तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का पूरा ढांचा ही बदल जाएगा. हाइपरलूप ट्रैक आखिर होता क्या है? आसान भाषा में अगर समझना चाहें तो हाइपलूप एक अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली है, जो वैक्यूम ट्यूब में विशेष कैप्सूल के जरिए अत्यधिक तेज रफ्तार से यात्रा करने की संभावना प्रदान करती है. वर्जिन हाइपरलूप का टेस्ट 9 नवंबर 2020 को अमेरिका के लास वेगास में 500 मीटर के ट्रैक पर एक पॉड के साथ आयोजित किया गया था.  इसकी रफ्तार 161 किलोमीटर प्रति घंटा थी. भारत में कौन कर रहा है इस तकनीक को विकसित अगर बात भारत में इस तकनीक के विकसित किए जाने की करें तो आईआईटी मद्रास के डिस्कवरी कैंपस में स्थित इस टेस्टिंग ट्रैक को  भारतीय रेलवे, आईआईटी मद्रास की अविष्कार हाइपरलूप टीम और TuTr हाइपरलूप स्टार्टअप की साझेदारी से बनाया गया है. इस ट्रैक की शुरुआत 100 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से की गई थी, और आगामी टेस्ट्स में इसे 600 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तर तक टेस्ट किया जाएगा. यूरोप में इस्तेमाल में लाई जा रही है ये तकनकी विश्व के कई देशों में हाइपरलूप तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. यूरोप में सबसे लंबा हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक खुल चुका है. इसे ऑपरेट करने वालों का कहना है कि यह सुविधा आने वाले समय में लोगों के सामने हाइपरलूप की आवश्यकता को और बेहतर तरीके से परिभाषित करेगी. कहा जा रहा है कि वर्ष 2050 तक यूरोप के चारों ओर हाइपरलूप का कुल 10000 किलोमीटर लंबा जाल विकसित हो चुका होगा. क्या है हाइपरलूप हाइपरलूप एक ऐसी तकनीक है, जिसमें ट्रेन को एक खास ट्यूब में टॉप स्पीड पर चलाया जाता है। इस तकनीक की मदद से लोगों को बहुत तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव होगा। ट्रायल सफल रहने के बाद यह तकनीक भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह से बदल सकती है। हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रंसपोर्ट सिस्टम है, जिसमें पॉड्स को वैक्यूम ट्यूब के भीतर चुंबकीय तकनीक पर चलाया जाता है। घर्षण और वायुगतिकीय दबाव नहीं होने के कारण होता पॉड्स 1100 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकते हैं। इस प्रणाली में ऊर्जा खपत बेहद कम होती है और यह लगभग शून्य प्रदूषण पैदा करती है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 24

सनातनी युवक से इश्क कर बैठी मुस्लिम युवती, मंदिर में की शादी, अपनाया सनातन धर्म

खंडवा  प्यार, इश्क, मोहब्बतें इन सबमें गहराई से डूब जाने की बातें आज AI के दौर में अगर कोई करे तो लोग इसे बेईमानी करार देंगे। अपने इस प्यार को पाने के लिए उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाली एक युवती ने ऐसा कदम उठाया जिसने उसके पूरे परिवार को सदमे में लाकर रख दिया। अपने प्रेमी को पाने के लिए न सिर्फ परिवार के खिलाफ युवती ने विवाह रचाया बल्कि अपने इस्लाम धर्म का भी त्याग कर दिया। महादेव गढ़ मंदिर पहुंचे प्रेमी जोड़े विवाह करने की लालसा लिए सहाना और संतोष दोनों खंडवा पहुंचे। खंडवा में विवाह करने के लिए महादेवगढ़ संरक्षक अशोक पालीवाल से उन्होंने मुलाकात की। अशोक पालीवाल ने मौके पर महादेवगढ़ मंदिर के पुजारी को बुलाया और युवक से उसकी राय जानी। मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखने के कारण युवक संतोष अपनी प्रेमिका की बात सुनकर पहले थोड़ा हिचकिचाया लेकिन सहाना ने उसके मन में चल रहे द्वंद्व को पढ़ लिया। सहाना ने तत्काल धर्म परिवर्तन करने का फैसला भी ले लिया। संतोष के मन में चल रहे सारे किंतु-परंतु समाप्त हो गए। सहाना से बनीं शारदा खंडवा के महादेवगढ़ मंदिर में पूरे विधि विधान से युवती सहाना का पहले धर्म परिवर्तन करवाया गया और उसको नए नाम से नामांकित भी किया गया। युवती ने इस्लाम धर्म त्याग कर सनातन धर्म को अंगीकार कर लिया। सहाना से बदलकर उसे शारदा नाम दिया गया। शारदा नाम से नामांकित होने के बाद सोमवार शाम को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान से अग्नि को साक्षी मानकर युवक युवती ने सात फेरे लिए। दोनों ने अग्नि और महादेव को साक्षी मानकर एक दूसरे से सनातन परंपरा के द्वारा विवाह रचाया और एक दूसरे की गले में वरमाला डाली। भोपाल में युवक युवती की हुई थी दोस्ती उत्तर प्रदेश के देवरिया की रहने वाली सहाना जो अब शारदा बन गई है, उसका भोपाल में अपने रिश्तेदार के यहां आना जाना था। हाल ही में खंडवा की एक मुस्लिम लड़की शमामा इस्लाम से धर्म परिवर्तन कर पहले साधना बनी फिर अपने प्रेमी वीरेंद्र से विवाह रचा लिया। शमामा की हिम्मत वाली कहानी सुनकर सहाना ने भी अपने प्रेमी संतोष से विवाह रचाने के लिए प्रस्ताव रख दिया। सहाना काफी ज़िद कर युवक को अपने साथ खंडवा के महादेवगढ़ लेकर आ गई। यहां पर अपने जीवन की नैया पूरे संतोष के साथ संतोष के हवाले कर दी। महादेवगढ़ मंदिर में पिछले दो महीने में एक दर्जन से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन खंडवा के अति प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर में पिछले दो महीने की अगर बात करें तो करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन हो चुका है। वह इस्लाम का त्याग कर सनातन में प्रवेश कर चुके हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 28

वस्त्र एवं परिधान एक ऐसा उद्योग है, जो सिन्धु घाटी सभ्यता से स्थापित : शमी राव

भोपाल सचिव, वस्त्र मंत्रालय श्रीमती नीलम शमी राव ने भारत सरकार द्वारा टैक्सटाइल क्षेत्र में निवेश के लिये दी जा रही सुविधाओं एवं महत्वपूर्ण योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा उद्योग है, जो सिन्धु घाटी सभ्यता से स्थापित है। भारत प्राचीनकाल से ही टैक्सटाइल उद्योग में विश्व का अग्रणी देश है। मध्यप्रदेश में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों का एक सशक्त नेटवर्क होने से यह टैक्सटाइल उद्योग के लिये सर्वाधिक अनुकूल है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नीतियाँ सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों पर केन्द्रित हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के "5-एफ विजन'' फार्म, फाइबर, फैक्ट्री, फैशन और फॉरेन पर जोर देते हुए कहा कि देश में उत्पाद मूल्य श्रृंखला के सभी तत्व मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि वस्त्र उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये केन्द्र सरकार देश के विभिन्न राज्यों में 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित कर रही है। देश का सबसे बड़ा पीएम मित्र पार्क राज्य के धार जिले में स्थापित किया जा रहा है। इससे एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार एवं 2 लाख से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे। राज्य ने सूक्ष्म एवं लघु उद्योग स्थापित करने में बेहतर कार्य किया है। सचिव, श्रीमती राव ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन टैक्सटाइल एवं एपेरल पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रही थीं। सचिव, वस्त्र मंत्रालय श्रीमती राव ने कहा कि भारत सरकार टैक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिये पीएलआई योजना, नेशनल टैक्सटाइल मिशन, पीएम मित्र योजना एवं समर्थ योजना का संचालन कर रही है। हैण्डलूम और हैण्डीक्रॉफ्ट उद्योगों को विकसित करने के लिये नेशनल हैण्डलूम मिशन का संचालन भी किया जा रहा है। भारत सरकार टैक्सटाइल उद्योगों के स्टार्ट-अप्स को भी सभी सुविधाएँ प्रदान कर रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया है कि मध्यप्रदेश अपनी बेहतर नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन से टैक्सटाइल उद्योगों के क्षेत्र में देश का नेतृत्व करेगा। प्रमुख सचिव राजस्व विभाग विवेक पोरवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 3-टी टेक्नोलॉजी, टैक्सटाइल एवं टूरिज्म में से टैक्सटाइल के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में असीम संभावनाएँ हैं। इस क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार सृजन करने की क्षमता है। मध्यप्रदेश द्वारा लांच की गई नवीन टैक्सटाइल नीति में निवेशकों के लिये रिटर्न ऑफ इन्सेंटिव, सब्सिडी, ट्रेनिंग के लिये अतिरिक्त इंसेन्टिव, एफडीआई के प्रावधान किये गये हैं। मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है, जहाँ पर टैक्सटाइल क्षेत्र में निवेश पर रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट सर्वाधिक है। इसके अतिरिक्त ट्रेनिंग और कौशल विकास के लिये अतिरिक्त इंसेन्टिव भी दिये जाते हैं। मध्यप्रदेश में टैक्सटाइल इण्डस्ट्रीज के लिये सर्वाधिक भूमि की उपलब्धता है। यहाँ पर मैन पॉवर मेहनती और अनुशासित है। प्रमुख सचिव पोरवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश देश के सबसे शांतिपूर्ण राज्य में से एक है। यहाँ औद्योगिक अशांति की घटनाएँ सबसे कम होती है। राज्य में उद्योगों के लिये पानी और बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है। नवीन इण्डस्ट्रीज स्थापित करने पर सभी प्रकार की अनुमतियाँ सिंगल विण्डो सिस्टम से बहुत कम समय में प्रदान की जाती हैं। उन्होंने कहा कि देश के मध्य में स्थित होने से यहाँ सुगमता से पहुँचा जा सकता है। राज्य की यह सभी विशेषताएँ मध्यप्रदेश को टैक्सटाइल क्षेत्र में निवेश के लिये महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करती हैं। सीईओ ओबीटी प्रायवेट लिमिटेड इंगो सोयलर ने कहा कि टेक्निकल नॉन वूवन फेब्रिक बनाने की लीडिंग कम्पनी है। उन्होंने बताया कि टेक्निकल फेब्रिक के वर्तमान वस्त्र उद्योग में कई उपयोग हैं एवं यह तेजी से बढ़ता उद्योग है। उन्होंने बताया कि ओबीटी कम्पनी 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर भोपाल में उद्योग स्थापित कर रही है, जिसका भूमि-पूजन मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा किया गया था। उन्होंने बताया कि टैक्सटाइल नीति द्वारा प्रदान की गयी इन्सेंटिव एवं सब्सिडी का लाभ उनकी कम्पनी को मिला है। सोयलर ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया। अरविंद ग्रुप के ग्रुप हेड कॉर्पोरेट अफेयर्स डॉ. परम शाह ने बताया कि टेक्निकल टैक्सटाइल उद्योग में अरविंद कम्पनी मध्यप्रदेश में 800 करोड़ से अधिक का निवेश करने जा रही है। उन्होंने बताया कि मेक इन इण्डिया मिशन के सपने को साकार करते हुए उनकी कम्पनी रोजगार के अवसर भी सृजित करेगी। आदित्य बिरला फैशन एवं रिटेल्स के सीईओ आर. स्वामीनाथन ने बताया कि भारत में भारतीय परिधानों का बाजार भी तेजी से विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश फेब्रिक निर्माण में महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है। उन्होंने डिजिटल व्यापार पर जोर देते हुए कहा कि ई-कॉमर्स सेक्टर में मध्यप्रदेश में असीम संभावनाएँ हैं। वस्त्र उद्योग में रिसर्च के लिये भी असीम संभावनाएँ हैं। एपीईसी के सेक्रेटरी जनरल मिथलेश्वर ठाकुर ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत@2047 के मिशन को पूरा करने के लिये टैक्सटाइल क्षेत्र का विशेष योगदान रहेगा। भारत को वस्त्र उद्योग के निर्यात को बढ़ाना चाहिये। टैक्सटाइल उद्योग को 150 बिलियन डॉलर से 350 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने के लिये ई-कॉमर्स सहित सभी क्षेत्रों में सामूहिक प्रयास करने चाहिये। डायरेक्टर शेखानी ग्रुप ऑफ कम्पनीज रिनिश शेखानी ने फास्ट फैशन और फास्ट फैशन ब्रॉण्ड की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा टैक्सटाइल क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिये किये जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। मध्यप्रदेश टैक्सटाइल नीति में वस्त्र निर्माण के लिये आवश्यक फेब्रिक से लेकर उत्पाद तक सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। एनआईएफटी के निदेशक समीर सूद ने कहा कि भारत वस्त्र उद्योग में सस्टेनेबल ग्रोथ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि "भारत टैक्स'' जैसी पहल से देश का वस्त्र उद्योग समावेशी विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी नीतियाँ अपनानी चाहिये, जिससे पर्यावरण का नुकसान कम हो। मध्यप्रदेश में देश के स्वच्छतम राज्यों से एक है। यहाँ टैक्सटाइल रिसायकिलिंग की संभावनाएँ अधिक हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और … Read more

आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश और ज्यादा चमकेगाम, मोहन सरकार राज्य को मिनी मुंबई इंदौर का रूप देगी

भोपाल आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश और ज्यादा चमकेगा। प्रदेश की मोहन सरकार पूरे राज्य को मिनी मुंबई इंदौर का रूप देगी। जबकि, इंदौर को दिल्ली-मुंबई तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इतना ही नहीं, मेट्रोपॉलिटन कॉन्सेप्ट के आधार पर कई जिलों को आपस में जोड़कर और बड़ा किया जाएगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अब इस योजना पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने राजधानी भोपाल में आयोजित वैश्विक सम्मेलन ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 में इस योजना पर चर्चा की। जीआईएस के दूसरे दिन यानी 25 फरवरी को 'अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज' सेशन आयोजित किया गया। इस सेशन में शहरों के विकास पर मंथन किया गया। इस सेशन में हरियाणा के पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर एवं प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे। सेशन में सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हमने कई सेक्टर में काम करने का संकल्प लिया। हमने रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव और इंवेस्टर समिट की। इस दौरान प्रदेश में रोजगार, उद्योग और निवेश का वातावरण बनाने का प्रयास किया। यह प्रयोग बहुत अच्छा रहा। इनकी वजह से हमें कई तरह के लाभ मिले। इन्हीं सबके बीच हमें पता चला कि राज्य के छोटे से छोटे स्थान पर भी इंवेस्टर समिट हो सकती है। इससे हमारा कॉन्फिडेंस बढ़ा। हमें पता चला कि नर्मदापुरम जैसी छोटी जगह पर भी निवेश की उम्मीदें हैं। जगह छोटी पर फायदा बड़ा सीएम यादव ने कहा कि कुछ समय पहले हम रिन्यूएबल एनर्जी के उपकरण निर्माण उद्योग के भूमि पूजन के लिए नर्मदापुरम के मुहासा-बाबई गए थे। यहां जब हम औद्योगिक केंद्र का भूमि पूजन कर रहे थे, तो उस वक्त 200 एकड़ जमीन थी। हमारा कार्यक्रम चालू ही था कि 400 एकड़ और जमीन की मांग आ गई। इस तरह जमीन की 800 एकड़ हो गई। हमने जब इस मांग को पूरा किया, तो पता चला कि 800 एकड़ जमीन की और मांग आ गई। यही छोटी-छोटी जगहों पर इंवेस्टर समिट करने का फायदा है। इस तरह बसाएंगे महानगर     मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर को दिल्ली-मुंबई की तरह बनाना है और बाकी प्रदेश को इंदौर की तरह बनाना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने निवेश का और काम करने का माहौल बना दिया है।     हम मेट्रोपॉलिटन कॉन्सेप्ट के आधार पर आसपास के जिलों को जोड़ेंगे। भविष्य में इंदौर-उज्जैन-देवास-शाजापुर-पीथमपुर (धार) को जोड़कर इंडस्ट्रियल सेंटर की कल्पना की है।     इस तरह सब मिलाकर लगभग 8000 किलोमीटर का पूरा क्षेत्र मिलाने की योजना है। मेट्रोपॉलिटन की कल्पना में मामले को कानूनी पेंच में उलझाने की बजाए एक आउट लाइन तय की है।     रोड-रेलवे-बिजली-पानी-सीवर लाइन जैसी सुविधाएं मुहैया कराएंगे।     इस तरह 25 सालों में इस क्षेत्र को महानगर के रूप में विकसित करेंगे। इसी तरह भोपाल-सीहोर-विदिशा-रायसेन-नर्मदापुरम का एक हिस्सा मिलाए जाने की कल्पना है। एमपी का चहुंओर विकास होगा- मंत्री विजयवर्गीय नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस तरह प्रदेश में निवेश हो रहा है उससे लग रहा है कि राज्य अग्रणी होगा। शहरीकरण देश की जरूरत है। 2047 तक हमारी जनसंख्या बढ़ेगी। चूंकि, हमें कल का प्रदेश बनाना है, इसलिए उस पर चिंतन करना जरूरी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में सिर्फ दो दिन में 18 नई पॉलिसियों को मंजूरी दी गई। इन पॉलिसियों से प्रदेश का चहुंओर विकास होगा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 25

मध्य प्रदेश में NHAI 5 वर्षों में 60,000 करोड़ का कार्य करेगा, 40,000 करोड़ के कार्य 5 वर्षों में

भोपाल  मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच हाई स्पीड कॉरिडोर और एक्सप्रेस-वे के निर्बाध निर्माण को सुनिश्चित करने का उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण समझौता मोओयू हस्ताक्षर हुए हैं. यह एक लाख करोड़ का मोओयू है जो कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी हस्ताक्षर किया गया है. मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के मुताबिक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में NHAI 5 वर्षों में लगभग 60,000 करोड़ का कार्य करेगा. प्रयास यह होगा कि शेष 40,000 करोड़ के कार्य भी इन 5 वर्षों में आरंभ हो जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसआई का जो सफल आयोजन हुआ है, उसमें NHAI और मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के एमओयू का भी अध्याय जुड़ गया है. इस एमओयू के कारण 2037 तक होने वाले निर्माण कार्य आगामी 5 साल में ही हो जाएंगे. मध्य प्रदेश इस प्रकार के कार्य में देश का पहला राज्य बन गया है. सड़क पर दिखेगा MOU का असर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने यह दावा किया है कि इस समझौते का असर सड़क पर दिखेगा. राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेस हाईवे के विकास के लिए एक लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा, जिसमें लगभग 4010 किलोमीटर की सड़क का निर्माण होगा. इस समझौते के अंतर्गत हाई स्पीड कॉरिडोर, एक्सेस कंट्रोल, सिक्स लेन, एग्जैक्टिंग रोड के अलावा विकास के द्वार खुलेंगे. इन राज मार्गों दिखेगा असर लोक निर्माण मंत्री के मुताबिक भोपाल जबलपुर ग्रीन फील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज- जबलपुर- नागपुर एक्सप्रेस वे, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेस, आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग, उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर रिंग रोड, जबलपुर-दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग, सतना-चित्रकूट राष्ट्रीय राजमार्ग, रीवा-सिद्धि राष्ट्रीय राज्य मार्ग और ग्वालियर शहर के पश्चिमी छोर पर फोरलेन बाईपास सहित कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजना का विकास किया जाएगा. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 28

निवेशकों और मेहमानों ने जोन में स्थानीय व्यंजनों का अतिथियों ने उठाया लुत्फ

भोपाल ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 में आए विदेशी और स्वदेशी निवेशकों के लिये मानव संग्रहालय परिसर में "एक जिला-एक उत्पाद" जोन बनाया गया। यह जोन एक जिला-एक उत्पाद योजना में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से चयनित उत्पादों के परिचय और निवेश को आकर्षित करने के लिये बनाया गया। समिट में मध्यप्रदेश के एक जिला-एक उत्पाद योजना में स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने की दृष्टि से "वन ड्रिस्ट्रिक-वन प्रोडक्ट विलेज" की वृहद प्रदर्शनी भी लगाई गई। जीआईएस में शामिल विदेशी निवेशकों और मेहमानों के लिये यह जोन विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। निवेशकों ने ओडीओपी जोन में अलग-अलग जिलों के चयनित उत्पादों को देखा, समझा और सराहा। ओडीओपी जोन में दिखी प्रदेश की रंग-बिरंगी लोक संस्कृति की झलक मानव संग्रहालय परिसर के स्थित ओडीओपी जोन में विदेशी निवेशकों और मेहमानों को प्रदेश की रंग-बिरंगी लोक संस्कृति की झलक दिखाई गई। बुंदेलखंड के बधाई, बैतूल के कोरकू समुदाय का गडली सुसुन नृत्य, बांसूरी की मधुर तान, ढोल और झुंझुरी की थाप ने पूरे माहौल को आनंदित कर दिया। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने रंग-बिरंगे परिधानों से सजकर लोक नृत्य की प्रस्तुतियां दी। ओडीओपी जोन देखने आए निवेशकों और मेहमानों ने लोक कलाकारों का तालियों से उत्साहवर्धन किया और सेल्फी भी खिंचवाई। आतिथियों ने स्थानीय उत्पादों को सराहा, व्यंजनों का उठाया लुत्फ ओडीओपी जोन में प्रदेश के विभिन्न जिलों के विशिष्ट उत्पाद जैसे ग्वालियर सैंड स्टोन, बुरहानपुर केले के प्रोडक्ट, बैतूल मैटल की सजावट सामग्री, शिवपुरी जैकेट, सीहोर लकड़ी के खिलौने आदि उत्पादों का अवलोकन किया। सभी ने उत्पादों की गुणवत्ता और रचनात्मकता की सराहना की। मेहमानों ने बुंदेली, मालवी और परम्परागत जनजातीय व्यंजनों का लुत्फ उठाया। ओडीओपी में शामिल है 52 जिलों के विशिष्ट उत्पाद ओडीओपी योजना के अंतर्गत किसी क्षेत्र विशेष के विशेष उत्पादों को उनके भौगोलिक, जैविकीय, प्राकृतिक या उत्पादन की विशेषताओं के कारण शामिल किया जाता है। योजना में ऐसे उत्पादों का चयन कर उनके संरक्षण और संवर्द्धन के विशेष सरकारी प्रयास किये जाते है। इस समय मध्यप्रदेश के 52 जिलों में ओडीओपी योजना संचालित है, जिनमें हरी सब्जी, मोटे अनाज, क्राफ्टकला हथकरघा, हस्तशिल्प, उपकरण आदि शामिल है। अब तक प्रदेश के 19 उत्पादों को मिला है जीआई टैग प्रदेश सरकार द्वारा स्थानीय कलाकारों और उत्पादों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों के 19 विशिष्ट उत्पादों को अब तक जीओ-ग्राफिकल इंडीकेशन्स (जीआई) टैग प्रदान किये गये है। इसमें चंदेरी साड़ी, बाग प्रिंट, नागपुरी संतरा, रतलामी सेंव, कड़कनाथ मुर्गा, चिन्नौर चावल, बुटिक प्रिंट, स्टोन क्राफ्ट, लेदर टॉय, बेल मेटल वेअर, महेश्वरी साड़ी, महोबा देशवारी पान, मुरैना गजक, सुंदरजा आम, शरबती गेहूँ, गोंड पेंटिंग, रॉट आयरन क्राफ्ट, हेन्डमेड कारपेट, वारासिवनी की हेंडलूम साड़ी शामिल है। इनमें से 7 उत्पाद ओडीओपी योजना में भी शामिल है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 30