‘Rae Bareli’s MP is going to become the Prime Minister of the country’, Pappu Yadav
Pappu Yadav Post: कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने पोस्ट कर जानाकरी दी है कि चुनाव प्रचार के लिए वो रायबरेली पहुंच गए हैं. उन्होंने दावा किया है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.
बिहार के कांग्रेस नेता पप्पू यादव (Pappu Yadav) यूपी के रायबरेली पहुंचे हैं, जहां वो कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. इस बात की जानाकरी शनिवार (11 मई) को उन्होंने खुद अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर दी है.
रायबरेली में चुनाव प्रचार करेंगे पप्पू यादव
दरअसल लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां अपने पक्ष में वोट बटोरने के लिए इस शिद्दत की गर्मी में भी जी जान से जुटीं हैं. कांग्रस के चुनाव प्रचार में पप्पू यादव भी काफी एक्टिव हैं. पप्पू यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि वो 44 साल रायबरेली आए हैं, रायबरेली का एमपी देश का प्रधानमंत्री बनने वाला है. इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह है.
पप्पू ने अपनी पोस्ट में लिखा, रायबरेली आ गया हूं, 44 साल बाद रायबरेली का MP देश का प्रधानमंत्री बनने वाला है. जबरदस्त उत्साह है. राहुल गांधी जी पांच लाख से भी अधिक वोटों के अंतर से जीतेंगे! कोई अचरज नहीं होगा अगर सारे रिकॉर्ड टूट जाएं!”
रायबरेली सीट से चुनावी मैदान में राहुल गांधी
राहुल गांधी यूपी की रायबरेली सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनका मुकाबला बीजेपी से दिनेश प्रताप सिंह से है. हालांकि पहले चर्चा थी कि वह अमेठी सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अमेठी सीट कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा को दे दी गई है. राहुल गांधी भी वायनाड सीट से उम्मीदवार हैं.
यह पहली बार है कि राहुल गांधी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस सीट से उनकी मां सोनिया गांधी हमेशा चुनाव लड़तीं थीं, लेकिन उनके राज्यसभा जाने के बाद ये सीट खाली थी. रायबरेली में पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होगा.
बता दें कि पप्पू यादव बिहार की पूर्णिया सीट से निर्दलीय खड़े हुए थे, जहां दूसरे चरण में चुनाव संपन्न हो गया है. अब वो कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार में जुट गए है. उन्होंने ऐलान किया है कि जब तक जिंदा रहेंगे कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे. हालांकि कांग्रेस से उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं मिल सका, क्योंकि महागठबंधन में आरजेडी ने वहां से अपना उम्मीदवार उतार दिया था, जिसके बाद पप्पू यादव ने मजबूरी में निर्दलीय चुनाव लड़ा.