महापौर भार्गव ने इंदौर की जनता को खुद का पोर्टल देने का निर्णय किया, जनवरी 2025 में अपना खुद का पोर्टल मिल जाएगा

महापौर भार्गव ने इंदौर की जनता को खुद का पोर्टल देने का निर्णय किया, जनवरी 2025 में अपना खुद का पोर्टल मिल जाएगा

इंदौर

मप्र में इंदौर सर्वाधिक टैक्स देने वाला शहर है। पिछले छह महीने से शहर की जनता टैक्स भरने के लिए परेशान हो रही है। एमपीईनगरपालिका पोर्टल पर जनता आनलाइन टैक्स भरती थी जो ठीक से काम नहीं कर रहा है। यह राजस्तरीय पोर्टल है जिस पर मप्र के सभी जिलों से लोग टैक्स भरते हैं। इस पर परेशानी आने के कारण महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर की जनता को खुद का पोर्टल देने का निर्णय किया।

जनवरी तक बन जाएगा इंदौर का पोर्टल
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने  बताया कि शहर की जनता को जनवरी 2025 में अपना खुद का पोर्टल मिल जाएगा। इस पोर्टल पर टैक्स भरना जनता के लिए बेहद आसान होगा। महापौर ने बताया कि अगस्त में एक बड़ा कार्यक्रम भी रखा गया है जिसमें पोर्टल की पूरी रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। हालांकि पोर्टल बनाने में कितना खर्च होगा इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

कई फीचर जुड़ेंगे, निगम की हर अपडेट मिलेगी
यह पोर्टल इंदौर की जनता के लिए कई तरह की सुविधाएं देने का माध्यम बनेगा। नगर निगम की तमाम योजनाओं के बारे में इस पर जानकारी होगी। जनता प्रापर्टी, जल, बाजार समेत सभी तरह के टैक्स आसानी से इस पर भर पाएगी। शहर में स्वच्छता, सड़क, निर्माण और अन्य तरह की समस्याओं से जुड़ी शिकायतों को भी इस पोर्टल के माध्यम से आसानी से किया जा सकेगा। लोग अपनी परेशानियों की शिकायत करने के बाद अपनी शिकायत का स्टेटस भी इस पर ट्रैक कर सकेंगे। निगम अभी 311 एप की मदद से यह काम कर रहा है और भविष्य में एप के सभी फीचर्स को इसमें जोड़ने पर भी विचार होगा। इसके साथ ही निगम के द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम, अभियानों की जानकारी भी इस पोर्टल पर लोगों को आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।

अभी भी टैक्स भरने में परेशान हो रहे लोग
इंदौर के लोग अभी भी एमपीईनगरपालिका पोर्टल पर टैक्स भरने में परेशान हो रहे हैं। पोर्टल अभी भी रुक रुककर चल रहा है और लोगों को कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। कुछ समय पहले पोर्टल पर जिन लोगों ने टैक्स भरा था उनका डाटा भी उड़ गया था। उस डाटा को भी रिकवर किया जा रहा है। लगभग 70 से 80 प्रतिशत डाटा रिकवर किया जा चुका है। जिन लोगों के पास टैक्स भरने की रसीदें हैं वे रसीद दिखाकर अपना डाटा अपडेट करवा रहे हैं।

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