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ताजा पोस्ट से भड़की सरकार और बढ़ा तनाव, कनाडा को अमेरिका का हिस्सा बनाने पर तुले ट्रंप

वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाथ धोकर कनाडा के पीछे पड़ गए हैं। ट्रंप, कनाडा को आर्थिक ताकत के बल पर अमेरिका का हिस्सा बनाने की इच्छा व्यक्त कर चुके हैं। अब एक ताजा सोशल मीडिया पोस्ट में कनाडा और अमेरिका का साझा नक्शा पोस्ट किया और उसे संयुक्त राज्य अमेरिका लिखा। ट्रंप के इस पोस्ट पर कई कनाडाई नेताओं ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। गौरतलब है कि ट्रंप ने फ्लोरिडा स्थित अपने आवास में मीडिया से बात करते हुए कनाडा को अमेरिका में मिलाने और उसे अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की इच्छा व्यक्त की थी। कनाडा के पीएम ने जताई नाराजगी अब कनाडा और अमेरिका का साझा नक्शा पोस्ट कर उसे संयुक्त राज्य अमेरिका बताने वाली ट्रंप की पोस्ट पर कनाडा के नेताओं ने नाराजगी जताई। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के बयान पर कहा कि कनाडा के अमेरिका का हिस्सा बनने की कोई संभावना नहीं है। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जॉली ने कहा कि ट्रंप का बयान 'कनाडा को एक मजबूत देश बनाने वाली चीजों के बारे में समझ की कमी को दिखाती है। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है। हमारे लोग मजबूत हैं।' उन्होंने कहा, 'हम खतरों के सामने कभी पीछे नहीं हटेंगे।' ट्रंप के बयानों से बढ़ा तनाव उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर कब्जा करने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल की संभावना से भी इनकार नहीं किया। उन्होंने दोनों पर अमेरिका के नियंत्रण को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया। ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है। हमें राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों के लिए ग्रीनलैंड की भी जरूरत है।' गौरतलब है कि ग्रीनलैंड डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है, जो लंबे समय से अमेरिका का सहयोगी और नाटो का संस्थापक सदस्य है। ट्रम्प ने डेनमार्क पर टैरिफ लगाने का भी प्रस्ताव दिया है कि अगर डेनमार्क, ग्रीनलैंड को खरीदने के उनके प्रस्ताव को अस्वीकार करता है तो वे डेनमार्क पर टैरिफ लगा सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर पनामा और डेनमार्क ने दी प्रतिक्रिया पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा ने ट्रम्प की धमकी को दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा, 'नहर पनामा के नियंत्रण में है, और यह हमारे ही नियंत्रण में रहेगी।' वहीं डेनमार्क ने भी दृढ़ता से कहा कि ग्रीनलैंड 'बिक्री के लिए नहीं है।' डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने मंगलवार रात कहा, 'मुझे नहीं लगता कि जब हम करीबी सहयोगी और साझेदार हैं, तो वित्तीय मुद्दों पर एक दूसरे पर टकराना अच्छी बात नहीं है।' Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 41

क्या शपथ से पहले ट्रंप को होगी जेल? पोर्न स्टार मामले में सुनाई जाएगी सजा; 10 जनवरी को कोर्ट में पेशी

न्यूयॉर्क न्यूयॉर्क के जज जुआन मर्चेन ने शुक्रवार (3 जनवरी) को घोषणा की कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 10 जनवरी 2025 को सजा सुनाई जाएगी, जो उनके शपथ ग्रहण से 10 दिन पहले होगी. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक ये सजा हश मनी के उस मामले से जुड़ी है, जिसमें उन्होंने पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे. इस पर मर्चेन ने संकेत दिया कि वे ट्रंप को जेल की सजा देने के पक्ष में नहीं हैं और बिना शर्त रिहाई की ओर झुकाव दिखाया है. इसका मतलब है कि ट्रंप किसी शर्त के अधीन नहीं होंगे, लेकिन वे दोषी के रूप में व्हाइट हाउस में प्रवेश करेंगे. 78 वर्षीय ट्रंप को 34 मामलों में दोषी ठहराया गया था, जिनमें 2016 के चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए पैसे का भुगतान करने के लिए व्यवसाय रिकॉर्ड में हेराफेरी शामिल है. ट्रंप को चार साल तक की जेल की सजा हो सकती है, लेकिन कानूनी विशेषज्ञों को उम्मीद है कि उन्हें जेल नहीं भेजा जाएगा. ट्रंप ने इस मामले में अपील करने की योजना बनाई है, जिससे सजा में देरी हो सकती है. ट्रंप के वकीलों ने इसे सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले और अन्य न्यायिक निर्णयों के आधार पर खारिज करने की मांग की थी, जिसमें कहा गया था कि पूर्व राष्ट्रपतियों को पद पर रहते हुए कई आधिकारिक कृत्यों के लिए अभियोजन से छूट प्राप्त है. शपथ ग्रहण के बाद ट्रंप को मिल जाएगी छूट हालांकि, न्यायाधीश ने इस तर्क को खारिज कर दिया लेकिन कहा कि शपथ ग्रहण के बाद ट्रंप को अभियोजन से छूट मिल जाएगी. ट्रंप के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने इस सजा के फैसले की आलोचना की और इसे सुप्रीम कोर्ट के प्रतिरक्षा निर्णय का उल्लंघन बताया. चेउंग ने कहा कि यह मामला कभी लाया ही नहीं जाना चाहिए था और इसे तुरंत खारिज किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप तब तक लड़ते रहेंगे जब तक ये सभी मामले खत्म नहीं हो जाते. दो संघीय मामलों का सामना कर रहे ट्रंप ट्रंप अभी भी विशेष वकील जैक स्मिथ द्वारा लाए गए दो संघीय मामलों का सामना कर रहे हैं, लेकिन उन मामलों को न्याय विभाग की नीति के तहत खारिज कर दिया गया, जो एक बैठे राष्ट्रपति पर मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं देती है. ट्रंप पर 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की साजिश और गोपनीय दस्तावेज हटाने के आरोप भी लगे हैं, लेकिन राष्ट्रपति के रूप में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन मामलों को बंद कर दिया जाएगा. राष्ट्रपति के आपराधिक अभियोजन के संबंध में कानून अमेरिकी संविधान में राष्ट्रपति के आपराधिक अभियोजन के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से यह नहीं माना है कि राष्ट्रपति को अभियोजन से छूट है. यह अवधारणा न्याय विभाग की व्याख्या पर आधारित है, खासकर उसके कानूनी परामर्शदाता कार्यालय (OLC) की तरफ से दी गई सलाह के तहत. OLC का मानना है कि आपराधिक अभियोग, अभियोजन और सजा राष्ट्रपति पद को अक्षम कर सकते हैं, जिससे राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ हो सकते हैं. OLC यह भी मानता है कि किसी कार्यरत राष्ट्रपति को इस तरह से अक्षम करना असंवैधानिक होगा. इसके लिए संविधान में महाभियोग या 25वां संशोधन जैसे प्रावधान मौजूद हैं. महाभियोग के माध्यम से राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है, जबकि 25वें संशोधन के तहत किसी अक्षम राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 29

ट्रंप शासन में होगा भारतवंशियों का दबदबा, जानें कौन-कौन

नई दिल्ली. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के डायरेक्टर पद के लिए अपने निकट सहयोगी एवं विश्वासपात्र काश पटेल को नामित किया। यह सेलेक्शन ट्रंप के इस दृष्टिकोण के अनुरूप है कि सरकार की कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। साथ ही ट्रंप ने अपने विरोधियों के विरुद्ध प्रतिशोध की इच्छा जताई है। ऐसे में इस पद के लिए पटेल का चयन मायने रखता है। इस तरह ट्रंप के नए प्रशासन एक और भारतवंशी को महत्वपूर्ण स्थान मिला है। जानते हैं ट्रंप प्रशासन में किन भारतीय-अमेरिकी को अहम जिम्मेदारी मिल चुकी है। काश पटेल काश पटेल की नियुक्ति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही। पटेल अमेरिका में कानून व्यवस्था और नेशनल सिक्योरिटी को मजबूत करने पर फोकस करेंगे। 44 वर्षीय पटेल 2017 में तत्कालीन ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के अंतिम कुछ हफ्तों में अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ के रूप में भी काम कर चुके हैं। पेशे से वकील पटेल का संबंध गुजरात में वडोदरा से रहा है। पटेल भारत में अयोध्या में बने राम मंदिर को लेकर दिए बयान की वजह से भी चर्चा में रहे थे। विवेक रामास्वामी निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने विवेक रामास्वामी को नए डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) के लिए चुना है। बिजनेसमैन रामास्वामी का काम सरकार को सलाह देना होगा। भारतवंशी रामास्वामी करोड़पति शख्स हैं और एक दवा कंपनी के फाउंडर भी हैं। विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल थे लेकिन बाद में उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली। इसके बाद उन्होंने ट्रंप का समर्थन करने का फैसला किया था। भारतीय प्रवासी के 39 वर्षीय पुत्र रामास्वामी पहले भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें ट्रंप ने अपने प्रशासन में शामिल किया है। उनके पिता वी गणपति रामास्वामी पेश से इंजीनियर हैं, जबकि उनकी माता गीता रामास्वामी मनोचिकित्सक हैं। उनके माता-पिता केरल से अमेरिका चले गए थे। सिनसिनाटी, ओहियो में जन्मे और पले-बढ़े, भारतीय मूल के बिजनेसमैन राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी थे। उन्होंने हार्वर्ड से बायोलॉजी में ग्रेजुएशन की। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की बायोटेक कंपनी, ‘रोइवेंट साइंसेज’ शुरू की। बायोटेक बिजनेसमैन की शादी अपूर्वा से हुई है, जो गले की सर्जन हैं। वे ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वे कोलंबस, ओहियो में रहते हैं और उनके दो बेटे हैं। तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व सदस्य तुलसी गबार्ड ‘डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस’ (डीएनआई) के रूप में सेवाएं देंगी। गबार्ड चार बार सांसद रह चुकी हैं। वह 2020 में वह राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार भी थीं। गबार्ड के पास पश्चिम एशिया और अफ्रीका के संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में तीन बार तैनाती का अनुभव है। वह हाल ही में डेमोक्रेटिक पार्टी को छोड़कर रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई थीं। जय भट्टाचार्य ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक जय भट्टाचार्य को देश के टॉप हेल्थ रिसर्च एवं वित्त पोषण संस्थानों में से एक, 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ' (एनआईएच) के निदेशक के रूप में चुना है। इसके साथ ही भट्टाचार्य, ट्रंप द्वारा शीर्ष प्रशासनिक पद के लिए नामित होने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं। डॉ. भट्टाचार्य रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर राष्ट्र के मेडिकल रिसर्च की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे। उषा वेंस भारतीय-अमेरिकी वकील उषा चिलुकुरी वेंस उस समय चर्चा में आईं, जब उनके पति जे डी वेंस को रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामित किया गया। ट्रंप-वेंस की जीत के साथ, 38 साल की उषा अमेरिका की सेकंड लेडी बनने वाली हैं। इस भूमिका में उषा पहली भारतीय-अमेरिकी होंगी। उषा, ओहियो के सीनेटर जे डी वेंस (39) के साथ खड़ी थीं, जब ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद समर्थकों को संबोधित किया। भारतीय प्रवासियों की बेटी उषा सैन डिएगो उपनगर में पली-बढ़ीं। उनके माता-पिता का पैतृक गांव आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में वडलुरु है। पढ़ाई में होनहार छात्रा रहीं और किताबों से लगाव रखने वाली उषा ने आगे चलकर नेतृत्व के गुण दिखाए। उषा का जुड़ाव कैम्ब्रिज, येल यूनिवर्सिटी से भी रहा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न सदस्यों के लिए भी काम किया। उनकी आखिरी नौकरी मुंगर, टोल्स एंड ओल्सन एलएलपी में दीवानी मुकदमे की वकील के रूप में थी। उषा और वेंस की मुलाकात येल लॉ स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई थी। बाद में 2014 में केंटकी में उनकी शादी हुई। वेंस के तीन बच्चे हैं। बेटे इवान और विवेक साथ ही एक बेटी जिसका नाम मिराबेल है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 42

श्रीलंका में इस्राइली पर्यटकों को निशाना बनाने का ईरानी को दिया जिम्मा, ट्रंप की हत्या की साजिश में सनसनीखेज खुलासा

वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बंपर जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की एक और साजिश का खुलासा हाल ही में हुआ। मामले में अमेरिकी खुफिया विभाग ने फरहाद शकेरी नाम के ईरानी नागरिक पर आरोप लगाए हैं। अब एक और बड़ा दावा किया जा रहा कि इस शख्स को ईरानियों ने श्रीलंका में इस्राइली पर्यटकों को निशाना बनाने का काम सौंपा था। एफबीआई ने 51 वर्षीय सदस्य फरहाद शकेरी पर आरोप लगाया, जिसके बारे में माना जाता है कि वह ईरान में रहता है। इसके अलावा, दो आरोपियों कार्लिस्ले रिवेरा (49) और जोनाथन लोडहोल्ट (36) को गुरुवार को न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन और स्टेटन द्वीप से गिरफ्तार किया गया था। आईआरजीसी का सदस्य शकेरी एफबीआई के मुताबिक, फरहाद शकेरी एक ‘ईरानी एसेट’ है और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप्स (IRGC) का सदस्य है । फरहाद को सात अक्तूबर को ईरान ने ट्रंप की हत्या की योजना बनाने का काम सौंपा था। एफबीआई का कहना है कि इसके लिए आईआरजीसी ने समयसीमा भी तय की थी। एफबीआई को पहले ही मिल गई थी जानकारी मैनहट्टन की संघीय अदालत में शिकायत के अनुसार, एफबीआई को इस योजना की जानकारी हो गई थी, जिसके बाद इसे नाकाम कर दिया गया। शकेरी ने एफबीआई को बताया कि ईरानी रिपब्लिकन गार्ड के अधिकारी ने उसे पिछले सितंबर में निर्देश दिया था कि वह अपने बाकी काम छोड़कर सात दिनों के भीतर ट्रंप की निगरानी करने और उन्हें मारने की योजना तैयार करे। अक्तूबर में सामूहिक गोलीबारी की योजना… संघीय अदालत में दायर दस्तावेजों के अनुसार, शकेरी को आईआरजीसी द्वारा श्रीलंका में इस्राइली पर्यटकों को निशाना बनाने और इस साल की अक्तूबर में सामूहिक गोलीबारी की योजना बनाने के लिए कहा गया था। 23 अक्तूबर के आसपास दी गई थी चेतावनी 23 अक्टूबर को या उसके आसपास, संयुक्त राज्य अमेरिका और इस्राइल की सरकारों ने सार्वजनिक रूप से यात्रियों को अरुगम खाड़ी क्षेत्र में पर्यटक स्थलों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले के खतरों के बारे में चेतावनी दी थी और अगले ही दिन श्रीलंकाई अधिकारियों ने धमकी के संबंध में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करने की सूचना दी थी। न्याय विभाग ने कहा कि 28 अक्तूबर को, संयुक्त राज्य अमेरिका और इस्राइल की सरकारों द्वारा जारी सार्वजनिक यात्रा चेतावनियों के बाद और श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद, शकेरी ने एफबीआई को बताया कि उसने पहले दोनों लोगों को श्रीलंका में इस्राइली वाणिज्य दूतावास की निगरानी का काम सौंपा था। शकेरी ने बताया कि उसने और गिरफ्तार किए गए लोगों ने एक साथ जेल में समय बिताया था। यह निगरानी आईरजीसी अधिकारी-I को दी गई थी। शकेरी के अनुसार, इस्राइली वाणिज्य दूतावास पर निगरानी किए जाने के बाद आईआरजीसी अधिकारी-I ने उससे दूसरे लक्ष्य की पहचान करने के लिए कहा। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 40

सातों स्विंग स्टेट में जीत दर्ज कर रचा इतिहास, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने एरिजोना राज्य भी जीता

वॉशिंगटन. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं, लेकिन कुछ जगहों पर अभी भी मतगणना जारी थी। इनमें से एक एरिजोना भी था। शनिवार को घोषित हुए नतीजों में डोनाल्ड ट्रम्प ने एरिजोना में भी जीत हासिल की। इसके साथ ही राष्ट्रपति चुनाव में सातों स्विंग राज्यों में जीत दर्ज कर डोनाल्ड ट्रंप ने इतिहास रच दिया। इससे पहले साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी ने जो बाइडन के नेतृत्व में एरिजोना में जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार ट्रंप के नेतृत्व में रिपब्लिकन पार्टी ने इस राज्य की सभी 11 इलेक्टोरल वोट पर अपना कब्जा जमाया। एरिजोना राज्य रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माना जाता है। साल 2020 में एरिजोना में जीत दर्ज करने वाले जो बाइडन बीते 70 वर्षों में सिर्फ दूसरे डेमोक्रेट नेता थे। अब 2024 में एक बार फिर से रिपब्लिकन पार्टी ने अपना गढ़ बचाने में सफलता हासिल की है। ट्रंप के खिलाफ कई आपराधिक मामले चल रहे हैं, इसके बावजूद उन्होंने 2016 के मुकाबले ज्यादा इलेक्टोरल वोट से राष्ट्रपति चुनाव जीता है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रम्प को अब तक 312 इलेक्टोरल वोट मिले हैं, जो व्हाइट हाउस की दौड़ जीतने के लिए आवश्यक 270 से कहीं ज्यादा हैं। साल 2016 के चुनाव में ट्रंप को 304 इलेक्टोरल वोट मिले थे। सभी स्विंग राज्यों में ट्रंप को जिताया अमेरिकी मीडिया के अनुसार, जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन जैसे स्विंग राज्यों सहित 50 राज्यों में से आधे से अधिक में ट्रम्प को विजेता घोषित किया गया है। गौरतलब है कि इनमें से सभी ने पिछले चुनाव में डेमोक्रेटिकत पार्टी को वोट दिया था। ट्रंप ने स्विंग राज्यों उत्तरी कैरोलिना और नेवादा में भी जीत हासिल की। वहीं कमला हैरिस को अब तक 226 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। ट्रंप के जीत के साथ ही यह लगातार चौथी बार होगा, जब व्हाइट हाउस पर डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी का बारी-बारी से कब्जा होगा। 19वीं सदी के उत्तरार्ध के बाद यह पहली बार हो रहा है, जब अमेरिकी मतदाता हर चार साल के कार्यकाल के बाद दूसरी पार्टी की सरकार को सत्ता सौंप देते हैं। क्या होते हैं स्विंग स्टेट और क्यों हैं ये अहम अमेरिका में स्विंग स्टेट उन राज्यों को कहा जाता है, जहां पार्टियों का समर्थन बदलता रहता है। मतलब जहां अमेरिका के कई राज्यों में पहले से विभिन्न सर्वे में पता चल जाता है, कि इन राज्यों में किस पार्टी को जीत मिलेगी, वहीं कुछ राज्यों में बेहद कड़ा मुकाबला होता है और वहां किसी भी पार्टी का पलड़ा भारी हो सकता है। यही वजह है कि इन राज्यों को स्विंग स्टेट कहा जाता है और राष्ट्रपति चुनाव में किस उम्मीदवार को जीत मिलेगा, उसमें इन स्विंग स्टेट की अहम भूमिका होती है। 2024 के चुनाव में सात स्विंग स्टेट थे जिनमें पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, जॉर्जिया, विस्कॉन्सिन, उत्तरी कैरोलिना, नेवादा, एरिजोना का नाम शामिल रहा। अब चुनाव नतीजों में सातों स्विंग स्टेट में ट्रंप का जीतना ऐतिहासिक है। राष्ट्रपति चुनाव तीन प्रकार के राज्य तय करते हैं —  रेड स्टेट्स: रिपब्लिकन पार्टी 1980 के बाद से जीत रही है।  ब्लू स्टेट्स: 1992 से ही डेमोक्रेट्स का वर्चस्व रहा है।  स्विंग स्टेट: पूरी तरह से अलग नतीजे देते हैं। अक्सर इन राज्यों में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स में कांटे की टक्कर होती है। यह राज्य ही चुनावी भाग्य का फैसला करते हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 92

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की शानदार जीत पर PM मोदी ने दी बधाई, दिया ये खास संदेश

वाशिंगटन अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. इस बीच अमेरिकी मीडिया आउटलेट फॉक्स न्यूज ने ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी की जीत का ऐलान कर दिया है. इस ऐलान के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप अपने समर्थकों के बीच उन्हें संबोधित करने पहुंच गए हैं. वोटर्स को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका एक बार फिर से महान बनने जा रहा है. उन्होंने अपने वोटर्स को धन्यवाद भी कहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी. बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान दोनों प्रतिद्वंद्वियों का पूरा फोकस 7 स्विंग स्टेट्स पर था, जिनमें से सभी में ट्रंप आगे चल रहे हैं. इनमें से दो में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत भी हासिल कर ली है. बता दें कि दुनिया की सबसे जटिल इस चुनावी प्रक्रिया में राष्ट्रपति बनने के लिए बहुमत का आंकड़ा 270 है. क्योंकि यहां पर कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज हैं और जीत के लिए 270 या उससे ज्यादा की जरूरत होती है. अगला राष्ट्रपति इलेक्टोरल कॉलेज के जरिए ही चुना जाएगा.  डोनाल्ड ट्रंप ने की एलॉन मस्क की तारीफ ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग अमेरिका में वापस आएं, लेकिन कानूनी तरीके से. यहां मौजूद हर कोई बहुत खास और महान है. ट्रम्प ने एलन मस्क की तारीफ की और कहा कि वह कमाल के आदमी हैं. ट्रंप ने आगे कहा कि एलन मस्क ने जो किया है, क्या रूस कर सकता है, क्या चीन कर सकता है, कोई और ऐसा नहीं कर सकता. उन्होंने स्पेस एक्स के हालिया लॉन्च की भी तारीफ की. ट्रंप ने आगे कहा कि हम वो देश हैं, जिसे मदद की सख्त जरूरत है. हम अपनी सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं.  ऐसी जीत अमेरिका ने पहले कभी नहीं देखी- ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिका के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वेंस ने भी रिपब्लिकन पार्टी के वोटर्स को संबोधित किया. जेडी वेंस ने कहा,'मैं बधाई देना चाहता हूं. अमेरिका के इतिहास में महान राजनीतिक वापसी हुई है. अमेरिकी इतिहास में यह सबसे बड़ी आर्थिक वापसी हुई है.'  अमेरिकी इतिहास में यह सबसे बड़ी आर्थिक वापसी: ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिका के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वेंस ने भी रिपब्लिकन पार्टी के वोटर्स को संबोधित किया. जेडी वेंस ने कहा,'मैं बधाई देना चाहता हूं. अमेरिका के इतिहास में महान राजनीतिक वापसी हुई है. अमेरिकी इतिहास में यह सबसे बड़ी आर्थिक वापसी हुई है.' बता दें कि जेडी वेंस ने भी अपने क्षेत्र से जीत हासिल की है. ऐसी जीत अमेरिका ने पहले कभी नहीं देखी- ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वोटर्स को संबोधित करते हुए कहा,'हम मतदाताओं के लिए सब कुछ ठीक करने जा रहे हैं. यह एक ऐसी राजनीतिक जीत है, जो हमारे देश ने पहले कभी नहीं देखी. 47वें राष्ट्रपति के रूप में मैं हर दिन आपके लिए लड़ूंगा. यह अमेरिका के लिए एक शानदार जीत है, जो अमेरिका को फिर से महान बनाएगी.' Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 50

कमला हैरिस पर बढ़ता जा रहा डेमोक्रेट का भरोसा, सर्वेक्षण में कई मुद्दों पर ट्रंप से आगे

वाशिंगटन  अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से ‘‘बेहद नाराज’’ हैं और इस पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार एवं अपनी प्रतिद्वंद्वी पर व्यक्तिगत हमले कर सकते हैं। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने न्यू जर्सी के बेडमिंस्टर में अपने गोल्फ क्लब में संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मन में उनके लिए कोई खास सम्मान नहीं है। उनकी बुद्धिमत्ता के लिए भी मेरे मन में कोई खास सम्मान नहीं है। मेरा मानना है कि वह बहुत खराब राष्ट्रपति साबित होंगी। व्यक्तिगत हमले अच्छे होते हैं या बुरे… इस बारे में मेरा कहना है कि वह भी मेरे ऊपर व्यक्तिगत हमले करती हैं।’’ दरअसल ट्रंप की पार्टी के सदस्यों ने उनसे हैरिस पर व्यक्तिगत हमले नहीं करने का अनुरोध किया है और ट्रंप उन्हीं से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे। ट्रंप ने कहा, ‘‘जहां तक हैरिस पर व्यक्तिगत हमलों की बात है तो उन्होंने देश के साथ जो किया है मैं उससे बहुत नाराज हूं। मैं उनसे इस बात पर नाराज हूं कि उन्होंने मेरे और अन्य के खिलाफ न्याय प्रणाली को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया। मैं बेहद नाराज हूं और मुझे लगता है कि मैं व्यक्तिगत हमले कर सकता हूं।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘उन्होंने (हैरिस ने) मुझे अजीब कहा। उन्होंने जे डी (वैंस, ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार) और मुझे अजीब कहा। वह (वैंस) अजीब नहीं हैं। वह येल में एक बेहतरीन छात्र थे, वह ओहायो स्टेट गए उन्होंने कक्षा में सर्वाधिक अंकों से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। दूसरी तरफ ऐसा व्यक्ति है जो असफल उम्मीदवार है, जिसका करियर बहुत खराब रहा है।’’ कमला हैरिस पर बढ़ता जा रहा डेमोक्रेट का भरोसा, सर्वेक्षण में कई मुद्दों पर ट्रंप से आगे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के स्थान पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के डेमोक्रेट प्रत्याशी बनने से पार्टी में उत्साह है। डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन जैसे-जैसे करीब आ रहा है, कमला हैरिस की योग्यता पर पार्टी का भरोसा बढ़ रहा। हालिया सर्वेक्षण में पाया गया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रपति जो बाइडन की तुलना में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे से निपटने की हैरिस की क्षमता पर थोड़ा अधिक भरोसा है। 85 प्रतिशत डेमोक्रेट को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए हैरिस पर भरोसा है, जबकि लगभग 75 प्रतिशत बाइडन के बारे में भी यही कहते हैं। दूसरी ओर, रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तरी कैरोलिना की एक रैली में इस संदेश पर बने रहने के लिए बहुत कम प्रयास किया कि उनका अभियान एक बड़े आर्थिक संबोधन के रूप में पेश किया गया था। उनकी हैरिस को लेकर शिकायत भरी शैली ने डेमोक्रेट को जवाब देने की क्षमता को कमजोर कर दिया।     Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 65