विपक्ष असत्य, डर, निराशावादी मानसिकता का शिकार हो गया, वह सत्य को असत्य बनाने की कोशिश कर रहा है: निशिकांत दुबे

विपक्ष असत्य, डर, निराशावादी मानसिकता का शिकार हो गया, वह सत्य को असत्य बनाने की कोशिश कर रहा है: निशिकांत दुबे

नई दिल्ली
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कल से आज तक सारे विपक्ष के भाषण को सुना। विपक्ष असत्य, डर, निराशावादी मानसिकता का शिकार हो गया है। वह सत्य को असत्य बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की राजनीति करने वाला विपक्ष, आज हिंदू-हिंदू चिल्ला रहा है। जिस लोकसभा सीट से अवधेश प्रसाद जीते हैं, उसका नाम फैजाबाद है, लेकिन किसी ने इसका नाम नहीं लिया, सिर्फ अयोध्या नाम लिया। यही प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा की सबसे बड़ी जीत है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि वो संसद में शिवजी की तस्वीर दिखा रहे थे। इतना ही लगाव है, तो मंदिर ही चले जाते। राहुल गांधी को धर्म के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने पूरे देश को संदेश दे दिया कि यह देश हिंदू है, हिंदू राष्ट्र है और मुस्लिमों के नाम पर कोई राजनीति नहीं होगी।

निशिकांत दुबे ने कहा कि कहा जाता है कि वर्दी में किसी को प्रणाम नहीं करते हैं। थल सेना प्रमुख की एक फोटो आज के अखबारों में छपी है, इसमें वह वर्दी पहनकर अपनी मां के पैर छू रहे हैं। इससे उनका पावर कम नहीं हो गया। अगर ओम बिरला, पीएम मोदी का पैर छूकर उनको प्रणाम भी कर लेते, तो भी उस कुर्सी की ताकत कम नहीं हो जाती। यही भारतीय संस्कार है। आपसे जो भी बड़ा हैं, उनका अभिवादन करते वक्त पद की मर्यादा की चिंता नहीं करनी चाहिए। राहुल गांधी को भारतीय संस्कृति और सभ्यता के बारे में कुछ नहीं पता है।

दरअसल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि अध्यक्ष ओम बिरला ने शिष्टाचार अभिवादन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झुककर प्रणाम किया, लेकिन उनसे हाथ मिलाते समय वह मजबूती से खड़े रहे। सोमवार को ओम बिरला ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन के नेता हैं। मेरा संस्कार कहता है कि जो बड़े हैं, उनसे झुककर नमस्कार करो और बराबर वालों से सीधे खड़े होकर बात करो।

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