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कुंडली में ऐसे बनता है महालक्ष्मी योग, यह जातक को बनाता है धनवान

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व होता है। ग्रहों की चाल और कुंडली में इनकी स्थिति से ही जातक के भाग्य का फैसला होता है। ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, जिसके चलते शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। ग्रहों की किसी एक राशि में युति होने से इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों के ऊपर पड़ता है। ग्रहों की युति से बनने वाला एक शुभ महालक्ष्मी योग भी है। यह योग बहुत ही दुर्लभ और कम लोगों की कुंडली में ही बनता है। इस योग के बनने पर जातक के जीवन में धन की कोई कमी नहीं होती है। ऐसे लोगों को धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता है। यह योग बनने से जातक को अपने संपूर्ण जीवन में मान-सम्मान और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कैसे और कब यह महालक्ष्मी योग बनता है। कुंडली में महालक्ष्मी योग महालक्ष्मी योग जैसा कि नाम से स्पष्ट हो रहा है कि यह एक बहुत ही सुंदर और शुभ योग है। जब किसी की लग्न कुंडली में मंगल और चंद्रमा दोनों ही ग्रह एक साथ कुंडली के किसी भी भाव में एक साथ होकर युति करते हैं तो इसे महालक्ष्मी योग कहते हैं। मंगल-चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब मंगल-चंद्रमा की युति कुंडली के कुछ विशेष भावों में होती है तो ऐसा जातक अपने जीवन में असीम सफलताओं को प्राप्त करता है। महालक्ष्मी योग का सबसे ज्यादा फायदा तब मिलता है जब मंगल-चंद्रमा कुंडली दूसरे, नवम, दशम और एकादश भाव में होता है। इस योग के बनने से अगर किसी जातक का जन्म गरीब या मध्यम वर्ग में हुआ हो तो जातक खूब धनवान और मान-सम्मान को प्राप्त करने वाला होता है।   कुंडली में महालक्ष्मी योग बनने से व्यक्ति अपने थोड़े से ही प्रयासों में बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए ढ़ेर सारा धन एकत्रित करता है। इस तरह के लोग बहुत ही मेहनती, महत्वाकांक्षी तो होते ही हैं, साथ-साथ ये क्रोधी स्वभाव भी होते हैं। जब किसी की कुंडली में यह योग बनता है तो व्यक्ति को कभी भी कोई पैसों से जुड़ी परेशानियां नहीं आती है। लेकिन दूसरी तरफ अगर यही महालक्ष्मी योग अगर कुंडली के खराब भावों में बने तो तो व्यक्ति का चरित्र अच्छा नहीं होता है। महालक्ष्मी योग को महाभाग्य योग के नाम से भी जाना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनता है उसके ऊपर हमेशा ही मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। नौकरी-व्यापार में ऐसे लोग बहुत ही सफल होते हैं। ऐसे लोगों को समाज में हमेशा मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 34

महाकुंभ कब होगा शुरू, कुंभ पर्व में ग्रह-राशियों के योग की भूमिका

कुंभ पर्व दुनियाभर का सबसे धार्मिक, पवित्र, सांस्कृतिक और विशाल मेला है, जोकि पूरे 45 दिनों तक चलता है. इसका आयोजन 12 वर्ष के अंतरात में होता है. यह मेला आध्यात्मिक और एकता का प्रतीक है. इस दौरान करोड़ों की संख्या में भक्त पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं. साल 2025 में कुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगा, जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं. हाल में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के लोगो का भी अनावरण किया. कुंभ पर्व समय-समय पर भारत के चार प्रमुख स्थानों (प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन) में आयोजित किया जाता है, जिसमें सबसे विशाल मेला प्रयागराज में होता है. लेकिन कुंभ मेला कब और कहां आयोजित होगा, इसमें ग्रहों और राशियों की खास भूमिका होती है. सूर्येन्दुगुरु संयोगस्तद्राशौ यत्र वत्सरे। सुधा सुंभ प्लवे भूमो कुंभो भवतिनान्यथा।। अर्थ है: अमृत बिंदु पतन के समय जिन राशियों में सूर्य-चंद्रमा-गुरु की स्थिति रही, उन्हीं राशियों में सूर्य-चंद्रमा और गुरु के संयोग होने पर कुंभ का आयोजन होगा. इन योगों के अभाव में कुंभ का आयोजन नहीं हो सकता. प्रयागराज में कुंभ पर्व का आयोजन कब? कुंभ पर्व के लिए सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह की भूमिका महत्वपूर्ण है. जब सूर्य और बृहस्पति एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तब कुंभ मेले का आयोजन होता है. वहीं जब बृहस्पति वृषभ राशि में और सूर्य मकर राशि में होते हैं तब कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में होता है. 2025 में महाकुंभ कब? महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान के साथ होती है, जोकि 13 जनवरी 2025 को है. वहीं महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी 2024 को अंतिम स्नान के साथ कुंभ पर्व का समापन होगा. कुंभ पर्व 2025 शाही स्नान तिथियां पौष पूर्णिमा स्नान- 13 जनवरी 2025 मकर संक्रांति- 14 जनवरी 2025 मौनी अमावस्या- 29 जनवरी 2025 बसंत पंचमी- 3 फरवरी 2025 माघी पूर्णिमा- 12 फरवरी 2025 महा शिवरात्रि – 26 फरवरी, 2025 12 कुंभ पर्व में केवल 4 कुंभ ही मान्य क्यों? देवानां द्वादशाहोभिर्मर्त्यै द्वादश वत्सरे:। जायन्ते कुम्भपर्वाणि तथा द्वादश संख्यया।। तत्राध्रुतात्तयेनूपांचत्वरों भुवि भारते। अष्टौलोकान्तरे प्रोक्तादेवैर्गम्यानचेतरै:।। पृथिव्यां कुम्भायोगस्य चतुर्धा भेद उच्यते। विष्णु द्वारे तीर्थराजेवन्त्यां गोदावरी तटे, सुधा बिंदु विनिक्षेपात् कुम्भपर्वति विश्रुत:।। अर्थ है: देवताओं के 12 दिन और मनुष्यों के 12 वर्ष में कुल 12 कुंभ पर्व होते हैं. लेकिन अमृत बिंदु के पतन से पृथ्वी पर मनुष्यों के लिए केवल 4 कुंभ ही होंगे. शेष 8 कुंभ पर्व देवताओं के लिए लोकांतर में होते हैं. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 131

प्रदेश में गोवर्धन पूजा पर होगा कोषालय और बैंकों में सार्वजनिक अवकाश

रायपुर दीपावली के दूसरे दिन (गोवर्धन पूजा) के अवसर पर राज्यभर के कोषालय और बैंकों के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस आशय का आदेश सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर द्वारा जारी किया गया है। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 29

RBI ने ब्रिटेन से फिर मंगाई सोने की बड़ी खेप… धनतेरस पर आया 102 टन गोल्ड, कहां रखा जाएगा?

नई दिल्ली  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी खरीदारी की है. ब्रिटेन से भारत में 102 टन सोने की नई खेप मंगाई गई है. बैंक ऑफ इंग्‍लैंड से 102 टन सोना भारत के रिजर्व बैंक इंडिया के नाम ट्रांसफर किया गया है. इससे पहले आरबीआई ने ब्रिटेन से मई में 100 टन सोना ब्रिटेन से मंगाया था. सितंबर के अंत तक RBI के पास कुल 855 टन सोना था, जिसमें से 510.5 टन अब भारत में रखा गया है. भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सोना मंगाने का ये कदम रणनीति में बदलाव को दर्शाता है. बढ़ते भू-राजनीतिक टेंशन के कारण भारत के केंद्रीय बैंक अपने विदेश में रखे सोने को भारत लेकर आ रहा है, ताकि गोल्‍ड सुरक्षित रहे. ब्रिटेन से कैसे आता है सोना? भारत ने सितंबर 2022 से अब तक 214 टन सोना वापस लाया है, जो RBI और सरकार की संपत्ति को घर के करीब लाने की प्राथमिकता को दर्शाता है. सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इन भंडारों को घरेलू स्तर पर रखने से ग्‍लोबल टेंशन के बीच महंगाई और अर्थव्‍यवस्‍था को लेकर सुरक्षा बढ़ जाती है. ब्रिटेन से ये सोना गोपनीय तरीके से विमानों और अन्‍य माध्‍यमों से मंगाया जाता है. मई में मंगाया था गिरवी रखा हुआ 100 टन सोना मई की शुरुआत में, यह बताया गया था कि भारत ने पहले ही UK से 100 टन सोना वापस मंगा लिया है, जो 1990 के दशक के दौरान जमा किया गया एक बड़ा खेप था. उस समय, सरकार ने भुगतान संतुलन संकट के दौरान विदेशी बैंकों को संपार्श्विक के रूप में सोना गिरवी रख दिया था. ताकि विदेशों से पैसा आ सके और भारत की अर्थव्‍यवस्‍था सही हो सके. हालांकि आज भारत की स्थिति मजबूत है. ऐसे में उद्देश्य आपात स्थितियों में धन का लाभ उठाने के बजाय उसे सुरक्षित रखना है. अभी भी इंग्‍लैंड में भारत का इतना सोना वर्तमान में भारत के 324 टन गोल्‍ड भंडार बैंक ऑफ इंग्‍लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट की देखरेख में है. यह दोनों बैंक यूके में स्थित हैं. अपने सुरक्षित "बुलियन वेयरहाउस" के लिए जाना जाने वाला बैंक ऑफ इंग्लैंड 1697 से वैश्विक केंद्रीय बैंकों के लिए कीमती धातुओं का भंडारण कर रहा है, जिससे उसे लंदन के बुलियन बाजार के तरलता लाभों का लाभ मिलता है. भारत के विदेशी भंडार देखें तो सोना अब 9.3% है, जो मार्च में 8.1% से अधिक है. यह तब हुआ है जब सोने की कीमतों में उछाल आया है. वर्तमान में मुंबई में ₹78,745 प्रति 10 ग्राम है, और अगले साल ₹85,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने का अनुमान है. क्‍यों RBI सोना खरीदता है? केंद्रीय बैंक द्वारा स्‍टॉक में सोना रखने का उद्देश्य मुख्य रूप से महंगाई दर और विदेशी मुद्रा जोखिमों के खिलाफ सुरक्षा के रूप में अपने विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों के आधार में विविधता लाना है. आरबीआई ने दिसंबर 2017 से नियमित रूप से बाजार से सोना जमा करना शुरू कर दिया है. देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी दिसंबर 2023 के अंत में 7.75 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल 2024 के अंत तक लगभग 8.7 प्रतिशत लाने का लक्ष्य था. आरबीआई कहां रखता है सोना? देश के अंदर सोना मुंबई के मिंट रोड स्थित RBI भवन तथा नागपुर में स्थित तिजोरियों में रखा जाता है. वर्ल्‍ड गोल्‍ड कॉउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक केंद्रीय बैंकों के पास अबतक खनन किए गए सभी सोने का लगभग 17 प्रतिशत हिस्‍सा है और साल 2023 के अंत तक भंडार  36,699 मीट्रिक टन (MT) से अधिक रहा होगा.   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 31

सर्दियों में रहें खिली-खिली

मौसमी बदलाव न सिर्फ शरीर पर गहरा असर डालता है, त्वचा को भी प्रभावित करता है। गर्मी से सर्दी की शुरुआत हो या सर्दी के बाद गर्मी आना, त्वचा को परेशानी दोनों ही हालत में होती है। सर्दी अपने शबाब पर है। ऐसे में आप अपनी त्वचा को कोमल बनाए रखने के लिए कैसी देखभाल करें…. सर्दियों का मतलब है, बर्फीली हवाओं का आना-जाना, जो हमारी त्वचा की नमी छीन कर इसे रूखा बना देती है। हमारे होंठ और पैर फटने लगते हैं। तैलीय त्वचा की समस्या से सीधा हम रूखी त्वचा की दिक्कतों से दो-चार होने लगते हैं। कुछ लोगों को तो त्वचा में रूखेपन की वजह से स्किन एलर्जी या दाग-धब्बे भी उभर आते हैं। इस तरह के मौसमी बदलाव हमारे शरीर की देखभाल के नियमित उपायों में कोल्ड क्रीम को भी अहम हिस्सा बना देते हैं। ऐसे में जब हम अपने वॉर्डरोब को ठिठुराने वाली ठंड के लिए तैयार कर रहे हों, तब अपनी त्वचा को नर्म-मुलायम बनाए रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। अपनाएं ये तरीके…. क्रीम बेस्ड उत्पादों का करें इस्तेमाल सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हमें अपनी त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों में भी बदलाव की जरूरत पड़ती है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है क्रीम-बेस्ड गाढ़े मॉयश्चराइजर का इस्तेमाल। तो अब अपने हल्के वॉटर-बेस्ड उत्पादों की जगह ले आएं गाढ़े उत्पाद। इसी तरह अब आपको अपनी त्वचा से मॉयस्चर हटाने के लिए पहले से हल्के और जेंटल फेसवॉश की जरूरत होगी, ताकि इससे त्वचा की प्राकृतिक नमी न खोए। सनस्क्रीन भी ऐसा लगाएं जिसमें मॉयस्चराइजर भी हो। जब चेहरे से मेकअप हटा रहे हों, तब भी मॉस्चराइजर युक्त क्लींज र ही इस्तेमाल करें। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है और रूखी है तो हड्ढलके और मॉयस्चराइिजंग साबुन का इस्तेमाल करें। तेल की मालिश है बेस्ट तेल से मसाज करने के लिए बोलने का मतलब यह नहीं कि आपको लंबे समय तक की जाने वाली परंपरागत मसाज की सलाह दी जा रही है। इसके लिए जब आप सोकर उठें तब सिर्फ15 मिनट का समय निकालें। तेल गुनगुना करें और पूरे शरीर पर इसे लगाएं। इसे चेहरे और सिर पर भी लगाएं। एक घंटा लगे रहने दें। इस बीच अपनी अन्य दिनचर्या जैसे कि अखबार पढना, नाश्ता बनाना या करना आदि काम निबटा लें। अब नहाकर पूरे दिन के लिए तैयार हो जाएं। अगर आप हफ्ते में दो दिन भी इस प्रक्रिया को करें तो त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी। इसका असर सिर्फ सर्दियों तक ही नहीं, इसके बाद भी आपको दिखेगा। मालिश के लिए नारियल का तेल सबसे बेहतर और आसानी से उपलब्ध है, जो त्वचा और शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। एक्सफोलिएट करें चूंकि हम सर्दियों में रूखेपन से बचाव के लिए अपनी त्वचा पर ज्यादा क्रीम और तेल लगाते हैं, इसके चलते कई बार त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। इससे त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए हर दस दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें। त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाने और इसे साफ करने के लिए कोई मृदु स्क्रब लें और हाथों को गोल-गोल घुमाते हुए लगाएं। महीने में एक बार भाप यानी स्टीम थेरेपी भी लें। इससे त्वचा मुलायम होगी, रोमछिद्र खुलेंगे, व्हाइट हेड्स और मुंहासे हट जाएंगे। ऐसी कोई भी प्रक्रिया जिससे त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और मृत कोशिकाएं हटती हैं, त्वचा को पोषण देती है और नमी बनाए रखने में मददगार होती है। पानी से करें प्यार अकसर ठंडे, बर्फीले मौसम में हम पानी कम मात्रा में पीते हैं। इस वजह से भी हमारी त्वचा में डीहाइड्रेशन बढ़ जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है। चूंकि हमें सर्दियों में पसीना नहीं आता है, प्यास लगने का एहसास भी नहीं होता है। लेकिन यह याद रखें कि प्यास नहीं महसूस होने का यह मतलब कतई नहीं होता है कि आपको पानी की जरूरत कम है। अगर आपको ठंडा पानी पीना अच्छा नहीं लगता है तो इसे गुनगुना करके इस्तेमाल करें। पानी एक बार गर्म करके थर्मस में रख सकती हैं। त्वचा की नमी बरकरार रखने और होठों को फटने से बचाने के लिए पानी बराबर पीते रहें। करें सनस्क्रीन का इस्तेमाल सर्दी के मौसम में ज्यादा तीखी धूप नहीं निकल रही, इस कारण सनस्क्रीन का इस्तेमाल बंद न करें। सच तो यह है कि सर्दियों में हम धूप के संपर्क में ज्यादा देर तक रहना चाहते हैं, ऐसे में त्वचा को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाने की ज्यादा जरूरत होती है। तेज धूप हो या हलकी, दोनों ही मामलों में यूवी किरणें खतरनाक साबित होती हैं। यहां तक कि ठंड के दिनों में भी। पैरों की देखभाल अकसर ठंड का सबसे निष्ठुर असर पैरों पर देखा जाता है। फटी एडियां, दुखते तलवे और सूजे व खुजलाते पैर, इस मौसम की कुछ आम परेशानियों में शामिल हैं। अकसर हम अपने चेहरे की देखभाल के लिए हर संभव कोशिश करते हैं, लेकिन पैर आमतौर पर अनदेखी का शिकार हो जाते हैं। हर रोज रात में सोने से पहले पैरों पर कोल्ड क्रीम या मॉयस्चराइजर लगाएं। एडियों से रूखी और सख्त त्वचा को हटाने के लिए महीने में दो बार इसे एक्सफोलिएट करें। सर्दियों में ऊनी जुराबें पहनें। हालांकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिन्हें पैरों में बहुत ही ज्यादा पसीना आने की समस्या होती है। यह एक तरह की बीमारी है, जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। ऐसे लोगों को सर्दियों में भी पसीना आता रहता है। ऐसे में बोटॉक्स ट्रीटमेंट फायदेमंद होता है। यह पैरों में पसीना आना कम करके इसे सूखा रखने के लिए जादुई उपचार की तरह काम करता है। संतुलित आहार है जरूरी आप अगर अंदर से स्वस्थ महसूस करेंगी तो बाहर से भी स्वस्थ दिखेंगे। यह कभी न भूलें कि अच्छी सेहत एक सेहतमंद शरीर से ही संभव है। सर्दियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रखने के लिए ऐसा आहार लें, जिसमें भरपूर मात्रा में विटमिन और खनिज तत्व शामिल हों। पर्याप्त फल और सब्िजयां खाएं। अपनी त्वचा और शरीर को भरपूर पोषण देने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त आहार लें, जैसे कि मछली। बालों की देखभाल सर्दियां और सूखी हवाएं बालों की … Read more

राजस्थान में दीपावली पर रहेगी बिजली की निर्बाध आपूर्ति, तैयार रहेंगी 332 फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीमें

जयपुर  प्रदेश में दीपावली पर बिजली की पर्याप्त उपलब्धता और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक ने इस संबंध में बिजली कंपनियों को सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डिस्कॉम्स चेयरमैन और जयपुर डिस्कॉम की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा ने डिस्कॉम अभियंताओं के साथ दीपावली पर विद्युत आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की और तीनों वितरण कंपनियों में ग्रिड सब स्टेशनों पर अभियंताओं की ड्यूटी लगाने के साथ ही आपूर्ति में व्यवधान की किसी भी स्थिति में फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि जयपुर डिस्कॉम के 225 सहायक अभियंता (ओएंडएम) कार्यालयों में कुल 332 एफआरटी कार्यरत हैं जो फॉल्ट की किसी भी स्थिति में आपूर्ति बहाल करती हैं। नियंत्रण कक्ष भी किए गए स्थापित दीपावली पर आपात स्थिति के लिए जयपुर नगर वृत्त उत्तर व दक्षिण में खण्ड स्तर पर स्थापित शिकायत केन्द्रों पर शिकायत दर्ज करवाने की व्यवस्था की गई है। सभी नियंत्रण कक्ष 29 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक 24 घंटे कार्यरत रहेंगें और शिकायतों का तुरन्त निवारण करेंगे।      कॉल सेन्टर टोल फ्री नंबर 18001806507     फोन नम्बर 0141-2203000 एवं आईवीआरएस 1912 पर एवं मोबाइल नम्बर 9414037085 पर अपना सम्पूर्ण पता मय बिल में अंकित 12 अंकों का के-नम्बर टाईप कर शिकायत मैसेज और व्हाट्सएप द्वारा भी दर्ज करवा सकते हैं।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 25

पांच सौ वर्ष की प्रतीक्षा के बाद प्रभु श्री राम अयोध्याधाम में अपने भव्य मंदिर में विराजमान है, यह दिवाली ‘बहुत खास है: मोदी

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बार की दिवाली को ‘बहुत खास’ बताया है और कहा है यह पहली दिवाली है जब पांच सौ वर्ष की प्रतीक्षा के बाद प्रभु श्री राम अयोध्याधाम में अपने भव्य मंदिर में विराजमान है। श्री मोदी ने मंगलवार को सरकार के रोजगार मेला कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुये प्रारंभ में देशवासियों को धनतेरस की बधाई दी और गुरुवार को होने वाले दीपावली पर्व का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस बार की दिवाली का साक्षी होना बड़े सौभाग्य की बात है। श्री मोदी ने कहा, “…. इस साल की दीपावली बहुत खास है, बहुत विशेष है। आपको होगा की भई दिवाली तो हर बार आती है, इस बार विशेष क्या हो गया, मैं बताता हूं, विशेष क्या है। 500 वर्षों के बाद प्रभु श्री राम अयोध्या के अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं और उस भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद ये पहली दीपावली है।” श्री मोदी ने कहा, “इस दीपावली की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियां गुजर गईं, लाखों लोगों ने बलिदान दिये, यातनायें झेलीं। हम सभी बहुत सौभाग्यशाली हैं, जो ऐसी विशेष, खास, भव्य दिवाली के साक्षी बनेंगे।” उन्होंने उत्सव के इस वातावरण में…आज के पावन दिन पर रोजगार मेले में सरकारी कार्यालयों और सरकारी संगठनों के नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले 51 हजार युवक एवं युवतियों को बधाई और शुभकामनायें दीं। आज धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व प्रारंभ हुआ है। कल रूपचतुर्दशी, गुरुवार को दीपावली, उसके बाद अन्नकूटन और भाईदूज का पर्व मनाया जायेगा।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 37