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छतरपुर: प्रशासन ने अंबेडकर मूर्ति हटाई: नाराज समाज ने नहीं मनाई जयंती; भीम आर्मी ने कलेक्ट्रेट पर धरने की चेतावनी दी

Chhatarpur: Administration removed Ambedkar statue: Angry community did not celebrate birth anniversary; Bhim Army warned of sit-in at Collectorate कार्यकर्ता बोले- मूर्ति को स्थापित करने तक धरना प्रदर्शन बंद नहीं होगा। छतरपुर । हरपालपुर में रविवार रात प्रशासन ने बिना अनुमति स्थापित की गई अंबेडकर की मूर्ति हटा दी। इससे नाराज बहुजन समाज और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बाबा साहेब की जयंती नहीं मनाई। कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरने की चेतावनी दी है। दरअसल रविवार दोपहर करीब 2 बजे बहुजन समाज और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने स्थित पार्क में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी थी। पूर्व जनपद सदस्य गीता अहिरवार के नेतृत्व में करीब दो सौ महिला-पुरुष इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यकर्ता मूर्ति हटाने को नहीं हुए तैयार करणी सेना और बजरंग दल की सूचना पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। तहसीलदार रंजना यादव, नगर परिषद सीएमओ महादेव अवस्थी और नगर निरीक्षक पुष्पक शर्मा ने बिना अनुमति मूर्ति स्थापना पर आपत्ति जताई। बसपा जिलाध्यक्ष डीडी अहिरवार, पूर्व जिला अध्यक्ष केडी अहिरवार, अजाक्स छतरपुर और भीम आर्मी के पूर्व जिला अध्यक्ष गजेंद्र अहिरवार मूर्ति हटाने को तैयार नहीं हुए। नाराज लोगों ने बाबा साहेब की जयंती नहीं मनाई एसडीएम और नौगांव एसडीओपी अमित मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल वर्मा ने जयंती मनाने के लिए एक दिन की मोहलत मांगी। लेकिन रविवार की देर रात प्रशासन ने मूर्ति हटवा दी। इस कार्रवाई से नाराज होकर समाज के लोगों ने सोमवार को बाबा साहेब की जयंती नहीं मनाई। कलेक्ट्रेट के बाहर धरना-प्रदर्शन जारी  भीम आर्मी के पूर्व जिला अध्यक्ष गजेंद्र अहिरवार ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक कामाख्या प्रताप से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। बहुजन समाज और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर गुस्से में हैं। उन्होंने आने वाले दिनों में कलेक्ट्रेट के बाहर धरना-प्रदर्शन और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। बिना अनुमति की थी मूर्ति की स्थापना  हरपालपुर टीआई पुष्पक शर्मा ने बताया कि शनिवार को बिना अनुमति के कुछ लोगों ने थाने के सामने बाबा साहब की मूर्ति स्थापित की थी देर रात एसडीएम की समझइस के बाद मूर्ति को हटा दिया था मैं जरूरी काम से फील्ड में था। अभी कोई विवाद की स्थिति नहीं है मामला शांत है। पुलिस सभी लोगों पर नजर बनाए हुए हैं। SDM बोले- राष्ट्र के गौरव की मूर्ति ऐसे स्थापित करना गलत  नौगांव एसडीएम जीएस पटेल ने बताया कि समाज के लोगों को समझाएं दी जा रही है कि बाबा साहब राष्ट्र के गौरव हैं। इस प्रकार से उनकी मूर्ति को स्थापित करना उचित नहीं है। नगर परिषद से इनका प्रस्ताव पास हो चुका है महिला कलेक्टर साहब से बात की है 2 महीने के अंदर प्रकिया फॉलो करके ससम्मान बाबा साहब की मूर्ति स्थापित की जाएगी। ‘इन लोगों पर FIR होनी चाहिए’ वहीं पूर्व जिला मंत्री और भाजपा पूर्व पार्षद मातादीन अहिरवार ने कहा कि बिना परमिशन की मूर्ति स्थापित करना गलत है। उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत लोग उत्तरप्रदेश से हैं, मध्यप्रदेश के लोग यहां नजर नहीं आ रहे। जानबूझकर प्रोग्राम को विवादित बनाने के लिए षड्यंत्र रचा है। ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 46

CG हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला, संविदा कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश वेतन से वंचित नहीं किया जा सकता

बिलासपुर  संविदा कर्मियों के लिए हाईकोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला दिया है. कोर्ट ने आदेश दिया कि केवल संविदा कर्मचारी होने के आधार पर मातृत्व अवकाश (Maternity leave) का वेतन देने से इनकार नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने स्टाफ नर्स को अवकाश अवधि का वेतन देने के निर्देश दिए हैं. न्यायमूर्ति अमितेन्द्र किशोर प्रसाद की एकल पीठ ने राज्य प्राधिकरणों को निर्देश दिया कि वे याचिकाकर्ता द्वारा दायर मातृत्व अवकाश के वेतन संबंधी दावा पर तीन माह के भीतर नियमानुसार निर्णय लें. न्यायालय ने कहा कि मातृत्व और शिशु की गरिमा के अधिकार को संवैधानिक संरक्षण प्राप्त है. इसे प्रशासनिक अधिकारियों की इच्छा पर निर्भर नहीं किया जा जा सकता. कोर्ट ने राज्य के अधिकारियों को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ता द्वारा मातृत्व अवकाश वेतन की मांग पर नियमानुसार तीन माह के माह के भीतर निर्णय लिया जाए. याचिकाकर्ता राखी वर्मा, जिला अस्पताल कबीरधाम में स्टाफ नर्स के रूप में संविदा पर कार्यरत हैं. उन्होंने 16 जनवरी 2024 से 16 जुलाई 2024 तक मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन किया था. इसे स्वीकृत कर लिया गया. उन्होंने 21 जनवरी 2024 को एक कन्या को जन्म दिया और 14 जुलाई 2024 को पुनः ड्यूटी ज्वाइन की. इसके बावजूद, उन्हें मातृत्व अवधि का वेतन नहीं दिया गया. इससे उन्हें और उनके नवजात को आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ा. उन्होंने 25 फरवरी 2025 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को वेतन की मांग का आवेदन प्रस्तुत किया. कार्रवाई न होने पर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की. याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता श्रीकांत कौशिक ने तर्क दिया कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (अवकाश) नियम, 2010 के नियम 38 के अंतर्गत मातृत्व अवकाश एक विधिक अधिकार है, जो संविदा कर्मचारियों पर भी समान रूप से लागू होता है. याचिकाकर्ता की ओर से पूर्व में दिए गए कोर्ट के निर्णय का हवाला दिया, जिसमें संविदा कर्मचारियों को मातृत्व लाभ दिये जाने की पुष्टि की गई थी. उन्होंने यह भी तर्क रखा कि वेतन न देना अनुच्छेद 14 और 16 के तहत समानता के अधिकार का उल्लंघन है, क्योंकि यह स्थायी व अस्थायी कर्मचारियों के मध्य अनुचित भेदभाव को जन्म देता है. राज्य की ओर से महाधिवक्ता ने तर्क प्रस्तुत किया कि याचिकाकर्ता संविदा पर नियुक्त थीं और उन्हें स्थायी कर्मचारियों की भांति लाभ प्राप्त करने का अधिकार नहीं है. कोर्ट ने कहा कि मातृत्व अवकाश का उद्देश्य मातृत्व की गरिमा की रक्षा करना है, ताकि महिला व उसके बच्चे का पूर्ण व स्वस्थ विकास हो हो सके. संविधान के अनुच्छेद 21 के अंतर्गत जीवन के अधिकार में मातृत्व का अधिकार और प्रत्येक बच्चे के पूर्ण विकास का अधिकार भी सम्मिलित है.सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का उल्लेख करते हुए जस्टिस एके प्रसाद की सिंगल बेंच ने कहा कि मातृत्व लाभ अधिनियम एक कल्याणकारी कानून है. और इसे केवल नियमित कर्मचारियों तक सीमित नहीं रखा जा सकता. कोर्ट ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अवकाश नियम, 2010 के नियम 38 एवं अन्य लागू दिशा-निर्देशों के अनुसार शासन को विचार करने और आदेश की प्रति प्राप्त होने की तिथि से तीन माह के भीतर इस संबन्ध में उपयुक्त निर्णय पारित करने के निर्देश दिए. Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

एमसीबी : स्वच्छता अभियान के तहत यह कार्य न केवल ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना रहा

एमसीबी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत महात्मा गांधी नरेगा योजना से समन्वित होकर चल रहे स्वच्छता प्रयासों का निरीक्षण मनरेगा के अपर आयुक्त अशोक चौबे के द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत सेमरा अंतर्गत नागपुर थाना क्षेत्र में मनरेगा अभिसरण से निर्मित सामुदायिक शौचालय का अवलोकन किया। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत लाई में निर्मित सेग्रीगेशन शेड का भी जायजा लिया, जहां स्वच्छाग्राही समूह द्वारा किए जा रहे डोर टू डोर अपशिष्ट संग्रहण और पृथक्करण कार्य की उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत यह कार्य न केवल ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना रहा है, बल्कि महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराते हुए आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। स्वच्छाग्राही समूह की महिलाओं ने बताया कि वे सप्ताह में दो दिन नियमित रूप से प्रत्येक घर से कचरा संग्रहण का कार्य करती हैं। इसके लिए प्रति परिवार 20 रुपये यूजर चार्ज के रूप में प्राप्त होता है, साथ ही ग्राम पंचायत के माध्यम से उन्हें 2900 रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। इसके अतिरिक्त वे एकत्र किए गए सूखे कचरे का विक्रय कर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर रही हैं। एक स्वच्छाग्राही महिला ने बताया कि इस कार्य के माध्यम से ग्राम पंचायत की छह महिलाओं को स्थायी स्वरोजगार प्राप्त हुआ है, जिससे उन्हें अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति में सुविधा हो रही है। अब वे आत्मविश्वास के साथ अपने परिवार की आर्थिक सहायता कर पा रही हैं। अपर आयुक्त चौबे ने कहा कि इस प्रकार के प्रयास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देने के साथ ही स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 6

विक्रमोत्सव भारत के उत्कर्ष और नव जागरण का अभियान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विक्रमोत्सव भारत के उत्कर्ष और नव जागरण का ऐसा अभियान है, जो अब नहीं रुकेगा। विक्रमोत्सव ने भारत की सांस्कृतिक चेतना, ऐतिहासिक गौरव और राष्ट्रीय पुनर्जागरण के अभियान ने एक नई ऊर्जा और उत्साह के साथ जनमानस में स्थान बनाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश विरासत से विकास की थीम के अंतर्गत 14 जनवरी 2025 (संक्रांति) से गीता जयंती तक पूरे प्रदेश में श्रीकृष्ण पाथेय और सांस्कृतिक विरासत के विभिन्न पहलुओं को जन-जन से जोड़ा गया है। इस संकल्पना के केंद्र में हैं उज्जयिनी के सार्वभौम सम्राट विक्रमादित्य, जिन्होंने 57 ईसा पूर्व शकों को पराजित कर विक्रम सम्वत् की स्थापना की थी। विक्रम सम्वत् पंचाग मात्र नहीं, भारतीय आत्मा, अस्मिता और गौरव का प्रतीक विक्रम सम्वत् मात्र एक पंचांग या नववर्ष नहीं, बल्कि यह भारतीय आत्मा, अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल को रामराज्य के बाद सुशासन, धर्म, न्याय और संस्कृति का स्वर्ण युग माना जाता है। उनके नौ रत्नों— कालिदास, वराहमिहिर, धन्वंतरि, अमरसिंह आदि ने साहित्य, ज्योतिष, आयुर्वेद और सुरक्षा नीति में अद्वितीय योगदान दिया। उनके समय में भारत की सीमाएँ ईरान, तुर्किस्तान, सुमेर, मिस्र तक विस्तृत थीं। विक्रमोत्सव 2025 : अनेकता में एकता का विराट महोत्सव वर्ष 2025 का विक्रमोत्सव एशिया का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव और अब विश्व का सबसे दीर्घकालीन एवं बहुआयामी उत्सव बन गया है। इसके प्रथम चरण में 250 से अधिक सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, धार्मिक और साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें कलश यात्रा, विक्रम व्यापार मेला, नाट्य समारोह, विज्ञान समागम, अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, कवि सम्मेलन, ड्रोन शो और श्रेया घोषाल, हंसराज रघुवंशी और आनंदन शिवमणि जैसे कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल रहीं। सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य : भारत के प्राचीन गौरव की गाथा सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित भव्य महानाट्य की प्रस्तुतियाँ उज्जैन, इंदौर, भोपाल, हैदराबाद, प्रयागराज, अयोध्या सहित अनेक नगरों में हो चुकी हैं। इसकी 50वीं ऐतिहासिक प्रस्तुति 12-14 अप्रैल को दिल्ली के लाल किले में हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल को सराहा और प्रशंसा की। इस मंचन में अयोध्या की खोज, मंदिर निर्माण, शासन की न्यायप्रियता, संस्कृतिपरक दृष्टि और सम्राट विक्रमादित्य की सार्वभौमिक विजयों को जीवंत रूप से प्रस्तुत किया जा रहा है। शोध और प्रमाणों का संकलन विक्रमादित्य पर गहन शोध, अभिलेखीय प्रमाण, मुद्राएँ, स्थापत्य और शिलालेख उज्जैन की महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा पिछले 15 वर्षों से संकलित और प्रस्तुत किए जा रहे हैं। सम्राट विक्रमादित्य के कार्यों की ऐतिहासिकता को चीनी यात्री ह्वेनसांग, मध्य-एशिया के इतिहासकार अलबरूनी सहित कई अन्य विदेशी इतिहासकारों ने भी मान्यता दी है। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी : कालगणना की भारतीय दृष्टि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारत की प्राचीन कालगणना पर आधारित आधुनिकतम नवाचार है। इसका डिजिटल ऐप भी तैयार है, जिसे शीघ्र ही सार्वजनिक किया जाएगा। भारत की सांस्कृतिक पुनर्रचना का प्रतीक विक्रमोत्सव केवल सांस्कृतिक आयोजन नहीं, यह भारत की आत्मा को जागृत करने का एक अनवरत अभियान बन चुका है। इसमें शिवरात्रि मेलों, सूर्योपासना, साहित्य, इतिहास, न्याय, खगोल, संगीत, नाट्य और भोजन संस्कृति तक का समावेश है। लाल किले पर आयोजित प्रदर्शनियों में मध्यप्रदेश की उपलब्धियाँ, वैदिक भारत, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा जैसे विषयों को प्रस्तुत किया जा रहा है।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

भारतीय रेलवे की कमाई बढ़ी, खर्चे में कमी आई, ऑपरेटिंग रेश्यो बेहतर हुआ, माल ढुलाई में बनाया रेकॉर्ड

नई दिल्ली भारतीय रेलवे ने अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर किया है। रेलवे ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपना ऑपरेटिंग रेश्यो (OR) सुधारा है। OR एक महत्वपूर्ण पैमाना है जिससे पता चलता है कि रेलवे का वित्तीय प्रदर्शन कैसा है। यह 98.32% रहा, जो कि 2023-24 में 98.43% था। इसका मतलब है कि 31 मार्च 2025 को समाप्त हुए साल में रेलवे बोर्ड ने 100 रुपये कमाने के लिए 98.32 रुपये खर्च किए। भारतीय रेलवे का कुल खर्च वित्त वर्ष 2024-25 में 2.63 लाख करोड़ रुपये रहा। यह 2023-24 में 2.52 लाख करोड़ रुपये था। कुल कमाई वित्त वर्ष 2024-25 में 2.65 लाख करोड़ रुपये रही। यह पिछले साल 2.56 लाख करोड़ रुपये थी। रेलवे की बिना किराये वाली कमाई भी 11,000 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गई है। यह कमाई टिकटों से नहीं, बल्कि दूसरी चीजों से हुई है, जैसे विज्ञापन और पार्सल सेवा। कई तरह से हुआ फायदा रेलवे को यात्री, माल आदि से फायदा हुआ है। यात्रियों से होने वाली कमाई पिछले साल से 6.4% ज्यादा रही, जो 75,239 करोड़ रुपये है। माल से होने वाली आय 1.7% बढ़कर 2024-25 में 1.71 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह 2023-24 में 1.68 लाख करोड़ रुपये थी। अन्य राजस्व में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है। यह 19.8% बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 11,562 करोड़ रुपये हो गया। यह कमाई बिना किराए के स्रोतों से होती है। माल ढुलाई में बनाया रेकॉर्ड रेलवे ने लगातार चौथे साल 2024-25 में माल ढुलाई और राजस्व के रेकॉर्ड तोड़े हैं। इस साल माल ढुलाई 1.61 अरब टन से ज्यादा हो गई। इससे भारत का रेलवे नेटवर्क सालाना माल ढुलाई के मामले में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया है। इसने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। अभी चीन ही एकमात्र ऐसा देश है जो रेलवे द्वारा माल ढुलाई के मामले में भारत से आगे है। कैसे होगा लक्ष्य पूरा? भारतीय रेलवे का अस्थायी शुद्ध राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2,342 करोड़ रुपये रहा। यह 2023-24 में 3,259.68 करोड़ रुपये था। बजट 2025-26 में आने वाले वित्त वर्ष के लिए 3,041.31 करोड़ रुपये के शुद्ध राजस्व का अनुमान है। यह यात्रियों से 92,800 करोड़ रुपये और माल ढुलाई से 1,88,000 करोड़ रुपये की कमाई से होगा। काम के तरीके में आया सुधार रेलवे का कहना है कि उन्होंने काम करने के तरीके में सुधार किया है। इससे खर्च कम हुआ है और कमाई बढ़ी है। रेलवे ने बताया, 'हमने लागत को कम करने और आय को बढ़ाने पर ध्यान दिया।' रेलवे अब और भी बेहतर करने की कोशिश कर रहा है ताकि लोगों को अच्छी सुविधा मिल सके और रेलवे का फायदा भी हो। Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 7

केवल स्वाद नहीं सेहत के लिए भी फायदेमंद है पान का पत्ता

पान भारत के इतिहास एवं परंपराओं से गहरे से जुड़ा है। भारतीय संस्कृति में पान को हर तरह से शुभ माना जाता है। इसके अलावा पान का रोगों को दूर भगाने में भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। खाना खाने के बाद और मुँह का जायका बनाए रखने के लिए पान बहुत ही कारगर है। कई बीमारियों के उपचार में पान का इस्तेमाल भी लाभकारी सिद्ध होता है। आइए आपको बताते हैं पान के पत्ते के कुछ औषधीय गुण… -हवन व पूजा-पाठ आदि में इस्तेमाल होने वाले पान के पत्तों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, टैनिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयोडीन व पोटेशियम जैसे मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। -सर्दी-जुकाम में इनका उपयोग आयुर्वेदिक इलाज के रूप में किया जा सकता है। -हल्दी का टुकड़ा सेंककर पान पत्ते में डालकर खाने से लाभ होगा। -रात में तेज खांसी चलती हो तो पान के पत्ते में अजवाइन व मुलैठी का टुकड़ा डालकर खा सकते हैं।सरकारी नौकरी देखने के लिए यहाँ क्लिक करें -बच्चों को सर्दी-जुकाम हो तो एक पत्ते पर हल्का गर्म सरसों का तेल लगाकर बच्चों के सीने पर रखने से आराम मिलता है। -2-3 पत्तों के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार लेने से लाभ होगा। बच्चों को आधा चम्मच रस ही दें। ये न करें उपयोग:- हालांकि चरक संहिता में बतौर माउथ फ्रेशनर इलायची, लौंग, जावित्री के साथ पान पत्ता खाना बताया गया है। लेकिन जिन्हें टीबी, पित्त संबंधी रोग, नकसीर, त्वचा व गले में रूखापन, आंखों से जुड़ी समस्या या बेहोशी जैसी बीमारियां हों तो वे पान के पत्तों का उपयोग न करें।   Pushpendra“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है।  और पढ़ें इस वेबसाइट का संचालन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हो रहा है, जहाँ से प्रदेश की राजनीति से लेकर विकास की योजनाएं तैयार होती हैं।दे श व प्रदेश जिले की ताजा अपडेट्स व राजनीतिक प्रशासनिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए हमारी वेबसाइट (my secret news. Com )👈 ✍️ पुष्पेन्द्र , (वरिष्ठ पत्रकार) भोपाल, मप्र  mysecretnews.com recent visitors 5

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना, बोले – कांग्रेस का मॉडल फेल साबित हो रहा

हरियाणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुनानगर में 800 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट की यूनिट और कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट का शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस का मॉडल है जो पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है, दूसरी तरफ भाजपा का मॉडल है, जो सत्य पर चल रहा है। सपना है देश को विकसित भारत बनाने का। यमुनानगर भी इसी तर्ज पर आगे बढ़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि हरियाणा के मेरे भाई-बहनों को मोदी की राम-राम साथियों, आज मैं उस धरती को प्रणाम करता हूं, जहां मां सरस्वती का उद्गम हुआ। जहां मंत्रा देवी विराजती हैं। जहां पंचमुखी हनुमान जी हैं। जहां कपाल मोचन साहिब का आशीर्वाद है। जहां संस्कृति, श्रद्धा, समर्पण की त्रिवेणी बहती है। आज बाबा साहब आंबेडकर जी की 135वीं जयंती भी है। मैं सभी देशवासियों को आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं देता हूं। बाबा साहब का विजन, उनकी प्रेरणा, निरंतर विकसित भारत की यात्रा में हमें दिशा दिखा रही है। कहा कि यमुनानगर सिर्फ एक शहर नहीं है, यह भारत के औद्योगिक नक्शे का अहम हिस्सा है। प्लाईवुड से लेकर पीतल और स्टील का यह पूरा क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देता है। कपाल मोचन मेला, वेद व्यास की तपोभूमि और गुरु गोविंद सिंह की एक प्रकार से शस्त्र भूमि है। साथियों, यह अपने आप में एक गरिमा बढ़ाने वाली बात है। यमुनानगर के साथ तो मेरी कई पुरानी यादें जुड़ी हुई हैं। जब मैं हरियाणा का प्रभारी था, तो पंचकूला से यहां आना-जाना लगा रहता था। यहां काफी पुराने कार्यकर्ताओं के साथ काम किया। बाबा साहब ने भारत में छोटी जोतों की समस्या को पहचाना था- पीएम मोदी ने कहा कि हमारी यह परंपरा आज भी चल रही है। हरियाणा लगातार तीसरी बार डबल इंजन की सरकार की रफ्तार देख रहा है। अब तो सैनी जी कह रहे हैं कि अब यहां ट्रिपल इंजन की सरकार है। हरियाणा के लोगों की सेवा के लिए, यहां के युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए हम ज्यादा गति से, ज्यादा बड़े स्केल पर काम करते रहते हैं। आज यहां शुरू हुई विकास परियोजनाएं भी इसी का उदाहरण हैं। मैं हरियाणा के लोगों को इन विकास परियोजनाओं के लिए बधाई देता हूं। साथियों, मुझे गर्व है कि हमारी सरकार बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाते हुए चल रही है। बाबा साहेब ने उद्योगों के विकास को सामाजिक न्याय का मार्ग बताया था। बाबा साहेब ने भारत में छोटी जोतों की समस्या को पहचाना था। वे कहते थे कि दलितों के पास खेती के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए दलितों को उद्योगों से फायदा होगा। भाजपा सरकार भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर दे रही बल- पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर इतना बल दे रही है, इस साल के बजट में इसको लेकर हमने घोषणा भी की है। इसका मतलब है कि देश के पिछड़े लोगों और युवाओं को अधिक से अधिक फायदा मिले। एमएसएमई सेक्टर में भी इस पर काम होगा। हमारे उत्पाद दुनिया में सबसे बेहतरीन हों, इस पर हम काम कर रहे हैं। इसके लिए ऊर्जा बहुत जरूरी है, हमें बिजली पर भी आत्मनिर्भर होना ही होगा। इसके लिए यहां तीसरी इकाई का शुभारंभ हुआ है। इसका फायदा यहां के लोगों को होगा। भारत में जितना औद्योगिक विकास, जैसे प्लाईवुड बनता है, उसका आधा तो हरियाणा में ही बनता है। यहीं से पेट्रोकेमिकल प्लांट के उपकरण दुनिया के कई देशों में भेजे जाते हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में बढ़ावा होने से उद्योगों को खूब फायदा होगा। घरों में सोलर पैनल लगाकर बिजली का बिल शून्य कर सकते- पीएम पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार बिजली को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। 2014 से पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, वे दिन भी देखे हैं, जब पूरे देश में ब्लैकआउट होते थे। कांग्रेस की सरकार यदि रहती तो देश को आज भी ऐसे ही ब्लैकआउट से गुजरना पड़ता। न कारखाने चल पाते, न रेल चल पाती, न खेतों में पानी पहुंचता। यानी कांग्रेस की सरकार रहती तो ऐसे ही संकट बना रहता। आज हालात बदल रहे हैं, बीते 10 सालों में भारत ने बिजली उत्पादन की क्षमता को करीब दो गुना किया है। आज भारत अपनी जरूरत को पूरा करने के साथ-साथ पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात भी करता है। आज हरियाणा में 16 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन होता है। आने वाले समय में 24 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं। हम थर्मल के साथ ही देश के लोगों को पावर जनरेशन का विकल्प दे रहे हैं। हमने पीएम सूर्य घर बिजली योजना शुरू की है। आप अपने घरों में सोलर पैनल लगाकर बिजली का बिल शून्य कर सकते हैं, जो अतिरिक्त बिजली होगी उसे बेचकर कमाई भी कर सकते हैं। मुझे खुशी है कि हरियाणा के लाखों लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है। जैसे-जैसे इस योजना का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे इको-फ्रेंडली विकास भी हो रहा है। हरियाणा के किसानों की मेहनत हर भारतीय की थाली में नजर आती- पीएम पीएम ने कहा कि मुद्रा योजना में पिछले दस साल में देश के सामान्य लोग, जो पहली बार उद्योग के क्षेत्र में आ रहे हैं, उनको बिना गारंटी 33 लाख करोड़ रुपए लोन के रूप में दिए जा चुके हैं। इस योजना के 50% से भी ज्यादा लाभार्थी एसएसी, एसटी, ओबीसी के हैं। ये छोटे उद्योग हमारे नौजवानों के बड़े सपनों को पूरा करें। हमारे हरियाणा के किसानों की मेहनत हर भारतीय की थाली में नजर आती है। हमारा प्रयास है कि हरियाणा के किसानों का समर्थन बढ़े। हरियाणा की सरकार राज्य की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदती है। हरियाणा के लाखों किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ भी मिला है। करीब 9,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के क्लेम भी किसानों को दिए गए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 6,500 करोड़ रुपए किसानों को दिए गए हैं। हरियाणा सरकार ने अंग्रेजों के जमाने का आबियाना कानून भी खत्म कर दिया है। अब किसानों को नहर के पानी पर टैक्स नहीं देना … Read more