Monday, March 31, 2025
होलाष्टक पर क्यों नहीं करते हैं गृह प्रवेश?
धर्म

होलाष्टक पर क्यों नहीं करते हैं गृह प्रवेश?

होली की शुरूआत होलाष्टक से हो जाती है. होलाष्टक के दौरान गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, जानें इसे ना करने के पीछे क्या वजह है. साल 2025 में होलाष्टक 7 मार्च से लग जाएगा. होलाष्टक का अर्थ है होली और अष्टक यानि होली के आठ दिन. यह फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा तिथि तक होलाष्टक रहता है. वास्तु के अनुसार इस दौरान गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए. होलाष्टक के दौरान 8 ग्रह अशुभ फल देते हैं. इस समय ग्रहों की स्थिति शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं मानी जाती है.…

मथुरा की होली, राधारानी मंदिर में कब होगी होली?
धर्म

मथुरा की होली, राधारानी मंदिर में कब होगी होली?

मथुरा, बरसाना और नंदगांव की होली पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां न सिर्फ रंग बल्कि, फूल, लड्‌डू, छड़ी और लठ्‌ठ से भी होली खेली जाती है. बांके बिहारी मंदिर में रंगोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. मथुरा के बरसाने में बंसा श्रीराधारानी मंदिर में 7 मार्च 2025 को लड्‌डूमार होली खेली जाएगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लड्डूमार होली के दिन लोगों पर लड्डू फेंके जाते हैं और जिसके लड्डू लगते हैं वो अत्यंत सौभाग्यशाली होते हैं. मथुरा और वृंदावन में 10 मार्च 2025 को फूलों की होली खेली जाएगी. इस दिन रंगभरी एकादशी भी है. रंगभरी एकादशी से…

फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि पितरों के लिए बड़ी महत्वपूर्ण, करें ये उपाय
धर्म

फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि पितरों के लिए बड़ी महत्वपूर्ण, करें ये उपाय

हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि बड़ी पावन मानी गई है. साल में 12 पूर्णिमा पड़ती है. इस तरह हर माह में एक पूर्णिमा तिथि पड़ती है. फाल्गुन माह में जो पूर्णिमा पड़ती है उसे फाल्गुन पूर्णिमा कहते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा पर स्नान-दान से पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही फाल्गुन पूर्णिमा पितरों की आत्मा को शांति दिलाने के लिए भी बहुत लाभकारी मानी गई है. हिंदू धर्म शास्त्रों में फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पितरों की आत्मा को शांति दिलाने के साथ पितृ दोष के मुक्ति पाने के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैंं.…

सूर्य के चाल बदलते ही इन राशियों की बदल जाएगी किस्मत… जानें  06 मार्च 2025 अपना दैनिक राशिफल
धर्म

सूर्य के चाल बदलते ही इन राशियों की बदल जाएगी किस्मत… जानें 06 मार्च 2025 अपना दैनिक राशिफल

मेष राशि- आज मेष राशि वालों आप दैनिक जिम्मेदारियों में थोड़ा बीजी महसूस कर सकते हैं। अपनी पसंद की शारीरिक गतिविधियों में शामिल होकर दिन का लाभ उठाएं। चाहे वह दौड़ना हो या नए योग पोज को ट्राई करना हो। वृषभ राशि- आज रिश्ते से जुड़े हर मुद्दे का फैसला सोच-समझकर ही करें। आज कोई भी फाइनेंशियल इश्यू आपके प्रदर्शन को प्रभावित नहीं करेगा। वहीं, धन और स्वास्थ्य दोनों ही आज अच्छे रहेंगे। मिथुन राशि- आज का राशिफल प्रोफेशनल सफलता के साथ खुशहाल रोमांटिक रिश्ते की भविष्यवाणी भी करता है। स्मार्ट और सुरक्षित फाइनेंशियल निवेश करें, जिससे आपका भविष्य सिक्योर…

जल्द विवाह के लिए होलिका दहन की आग में डाले ये पांच चीजें
धर्म

जल्द विवाह के लिए होलिका दहन की आग में डाले ये पांच चीजें

हिंदू धर्म में हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होली का त्योहार मनाया जाता है. होली के त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. मान्यता है कि होलिका दहन के दिन कुछ विशेष उपायों को करने से जीवन की सारी परेशानियां खत्म हो जाती हैं. साथ ही इस दिन होलिका की आग पांच चीजें डालने से जल्द विवाह के योग बनते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये पांच चीजें कौनसी हैं. इस साल कब है होलिका दहन? इस…

चैत्र नवरात्रि शक्ति की उपासना का महोत्सव है , मां दुर्गा के किन रुपों की होती है पूजा
धर्म

चैत्र नवरात्रि शक्ति की उपासना का महोत्सव है , मां दुर्गा के किन रुपों की होती है पूजा

मां भवानी की पूजा का पर्व चैत्र नवरात्रि इस साल 30 मार्च 2025 से शुरू होने वाला है. माता की आराधना के लिए 9 दिन बहुत पवित्र और पुण्यदायी होते हैं. मां दुर्गा को तीनों लोकों की मां के रूप में पूजा जाता है. मान्यता है मां दुर्गा की पूजा करने वाले का कभी कोई अमंगल नहीं होता. अगर कुंडली में ग्रह दोष है और बार बार मेहनत करने के बाद भी काम में सफलता नहीं मिल रही है तो चैत्र नवरात्रि के नौ दिन माता के 9 स्वरूपों की पूजा करें, माता के 9 शक्तियां कौन है, इनकी उपासना…

बुधबार, 05 मार्च 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता
धर्म

बुधबार, 05 मार्च 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता

मेष राशि- आज के दिन अपने रिश्ते को अगले लेवल पर ले जाने का अच्छा समय है। खर्चों को कंट्रोल करें। अपने साथी के साथ क्वालिटी टाइम स्पेन्ड करें ताकि आप एक साथ गहरा कनेक्शन स्थापित कर सकें। वृषभ राशि-आज आप बहुत ज्यादा पैसे नहीं बचा पाएंगे। नियमित रूप से हल्की-फुल्की बातचीत करना जरूरी है। इससे आपको मानसिक शांति पाने और एक-दूसरे पर और भी अधिक भरोसा करने में मदद मिलेगी। मिथुन राशि- आज आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। आपके सभी काम पूरे होंगे। आपका निजी और व्यावसायिक जीवन संतुलित रहेगा और आपको कुछ नया करने का मौका भी…

घर लें आएं ये होली से पहले 5 चीजें, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा, होगा धन लाभ
धर्म

घर लें आएं ये होली से पहले 5 चीजें, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा, होगा धन लाभ

 इस साल होलिका दहन 13 मार्च 2025 को है और इसके अगले दिन होली खेली जाएगी. रंगों का ये त्योहार होली परिवार में सुख और अपार प्रेम लेकर आता है. होली पर या होलिक दहन से पहले कई लोग वास्तु अनुसार उपाय करते हैं. मान्यता है इससे रोग, दोष, मानसिक और आर्थिक परेशानी से छुटकारा मिलता है. होली से पहले कुछ चीजों को घर लाने से व्यक्ति की सोई किस्मत जाग उठती है, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह घर में बढ़ता है, साथ ही धन लक्ष्मी घर में वास करती हैं. होली से पहले घर में लाएं ये चीजें चांदी का…

मंगलवार, 04 मार्च 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता
धर्म

मंगलवार, 04 मार्च 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता

मेष राशि- आज अपनी फाइनेंशियल बॉउन्डरी को मेन्टेन करने पर ध्यान दें। सही दृष्टिकोण और थोड़े से साहस के साथ आप अपने रोमांटिक सपनों को एक खूबसूरत हकीकत में बदल सकते हैं। हाइड्रेटेड रहें। वृषभ राशि- आज आप अपने धन संबंधी मामलों में सफलता देख सकते हैं। नए लोगों के साथ बात-चीत शुरू करने से न डरें। चाहे आप नई नौकरी पाना चाहते हों या प्रोमोशन पाना चाहते हों, आज का दिन लकी है। मिथुन राशि- आज खुद के प्रति सच्चे रहें। हमेशा अपने स्वास्थ्य को पहले स्थान पर रखना याद रखें, बाकी सब अपने आप ठीक हो जाएगा। यूनिवर्स…

रंगभरी एकादशी यानी फाल्गुन मास की एकादशी, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
धर्म

रंगभरी एकादशी यानी फाल्गुन मास की एकादशी, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त

एकादशी तिथि पर जगत के पालन हार भगवान विष्णु की पूजा का विधान हैं. फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी के रूप में मनाई जाती है इसे आमलकी एकादशी भी कहते हैं. रंगभरी एकादशी के दिन विष्णु जी के अलावा भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती विवाह के बाद पहली बार काशी यानी वाराणसी आए थे और उन्होंने माता पार्वती के गुलाल अर्पित किया था, जिसकी वजह से इस तिथि को रंगभरी एकादशी के नाम से जाना जाता…