Sweetness of Diwali on India-China border: Soldiers express friendship by feeding sweets to each other
नई दिल्ली। दिवाली के शुभ अवसर पर भारत और चीन के सैनिकों ने सीमा पर एक अनूठा उत्सव मनाते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। देपसांग और डेमचोक में कई महीनों से जारी तनाव के बीच, दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया हाल ही में पूरी हुई है। यह कदम सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।

सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया और भविष्य की बातचीत
बुधवार को दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आज दिवाली के मौके पर मिठाई बांटने का यह समारोह दोनों देशों के रिश्तों में गर्माहट और विश्वास को बढ़ाने का प्रतीक माना जा रहा है। सीमा पर स्थिति को नियंत्रित करने और आगे की पेट्रोलिंग को लेकर जल्द ही ग्राउंड कमांडर स्तर पर बातचीत भी होनी है, जिसमें ब्रिगेडियर और उससे निचले स्तर के अधिकारी शामिल होंगे।
विदेश मंत्री का बयान और तनाव कम करने की प्रक्रिया
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 27 अक्टूबर को कहा था कि सैनिकों की वापसी पहला कदम है और इसके बाद का कदम तनाव कम करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच तनाव तब कम हो सकता है, जब भारत को पूरा विश्वास हो कि चीन भी इस दिशा में समान प्रतिबद्धता रखता है। तनाव कम करने के बाद, सीमा प्रबंधन को लेकर गहन चर्चा की जाएगी ताकि सीमा पर स्थिरता बनी रहे।
सीमावर्ती क्षेत्र में शांति की दिशा में एक नई पहल
इस दिवाली पर मिठाई बाँटने की परंपरा न केवल सैनिकों के बीच सौहार्द और सद्भावना बढ़ाने का संकेत है, बल्कि यह भविष्य में सीमा पर तनाव को कम करने के प्रयासों का भी हिस्सा है। भारत और चीन के बीच विश्वास को बढ़ावा देने वाले ऐसे छोटे कदम सीमा पर स्थिरता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
दिवाली के इस उल्लास भरे माहौल में सीमा पर मिठाई का आदान-प्रदान दोनों देशों के संबंधों में सकारात्मकता का संकेत है। यह कदम सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के साथ दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

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