Akhilesh Yadav in Mahakumbh: सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को महाकुंभ पहुंचे और उन्होंने संगम में डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और बताया कि उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर संगम में 11 डुबकी लगाई। संगम स्नान से लौटने के बाद अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि उन्होंने 11 डुबकी क्यों लगाई है। आइए जानते हैं सपा प्रमुख की 11 डुबकी का मतलब…
अखिलेश यादव ने क्यों लगाई 11 बार डुबकी?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल पर 11 डुबकी लगाने का रहस्य खोला है। उन्होंने बताया कि हर डुबकी अलग-अलग मकसद के लिए लगाई गई है। अखिलेश यादव ने पोस्ट में लिखा, महाकुंभ के पावन अवसर पर ‘संगम’ में:
एक डुबकी मां त्रिवेणी को प्रणाम की…
एक डुबकी आत्म-ध्यान की…
एक डुबकी सर्व कल्याण की…
एक डुबकी सबके उत्थान की…
एक डुबकी सबके मान की…
एक डुबकी सबके सम्मान की…
एक डुबकी सर्व समाधान की…
एक डुबकी दर्द से निदान की…
एक डुबकी प्रेम के आह्वान की…
एक डुबकी देश के निर्माण की…
एक डुबकी एकता के पैगाम की!!!
‘संगम की तरह मेलजोल का संदेश देना चाहिए’
अखिलेश यादव ने पोस्ट कर लिखा, “महाकुंभ की पुण्य-यात्रा! महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है, वो भी संगम के किनारे ही मतलब जीवन में एक बार और वो भी नदियों के मिलन स्थल पर, इसलिए इससे ये संकल्प लेना चाहिए कि हमें जो जीवन मिला है वो अलग-अलग दिशाओं से आती हुई धाराओं के मिलन से ही अपना सही अर्थ और मायने पा सकता है। हमें संगम की तरह जीवन भर मेलजोल का सकारात्मक संदेश देना चाहिए। सद्भाव, सौहार्द और सहनशीलता की त्रिवेणी का संगम जब-जब व्यक्ति के अंदर होगा, तब-तब हम सब महाकुंभ का अनुभव करेंगे।”

“माय सीक्रेट न्यूज़” यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जो आपको देश – दुनिया और आपके आसपास की हर छोटी-बड़ी खबरों को आप तक पहुंचाती है। इस वेबसाइट का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेन्द्र जी कर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता में BJC (बेचलर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) और MJC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री 2011 में हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर मप्र से हासिल की है। उन्होंने भोपाल के स्वदेश, राज एक्सप्रेस, राष्ट्रीय हिंदी मेल, सांध्य प्रकाश, नवदुनिया और हरिभूमि जैसे बड़े समाचार पत्र समूहों में काम किया है। और पढ़ें
I like the efforts you have put in this, regards for all the great articles.